गंभीर रोगियों को हंस कल्चरल ने दी 85 लाख 25 हजार की सहायता

ऋषिकेश।
हंस कल्चरल सेंटर ऋषिकेश ने गंभीर रोगियों को ईलाज के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी है। केन्द्र की ओर से 93 लोगों को 85 लाख 25 हजार धनराशि के चेक वितरित किये गये।
शनिवार को हंस कल्चरल सेंटर ऋषिकेश के प्रभारी प्रदीप राणा ने बताया कि गंभीर रोगों से जूझ रहे लोगों को ईलाज कराने के लिए चेक वितरित किये गये। जिसमें इरशाद शाह को दो लाख, कमल सिंह को दो लाख, धर्मलता को डेढ़ लाख, कमलेश को डेढ़ लाख, रोहित लाल को डेढ़ लाख, विनोद कुमार को एक लाख पच्चीस हजार, लक्की थापा को एक लाख, मांगेराम को डेढ़ लाख, उर्मिला देवी को एक लाख, रोहित को एक लाख, सकमा देवी को अस्सी हजार, विशाल को एक लाख, अरविन्द को एक लाख, लक्ष्मी देवी को एक लाख, महिपाल सिंह को एक लाख धनराशि के चेक वितरित किये गये। मौके पर सुशिला बिष्ट, अशोक दास, ईश्वर कुमार आदि मौजूद थे।

गैंड़खाल दुर्घटना के मृतकों के परिवारों को सहायता

ऋषिकेश।
सोमवार को कैलाशगेट स्थित हंस कल्चरल सेंटर के ऋषिकेश ब्रांच कार्यालय में सेंटर प्रभारी प्रदीप राणा ने इन चेकों का वितरण किया। यमकेश्वर गैंडखाल में जीप दुर्घटना में मारे गए 12 मृतकों के परिवार के सदस्यों को 25-25 हजार के चेक दिए गए जबकि 68 मेधावी छात्रों को 25 लाख रुपये के चेक बांटे गए।
सेंटर प्रभारी प्रदीप राणा ने बताया कि शिक्षा के लिए प्रियंका चमोली को 33 हजार, प्रदीप सेमवाल को 55 हजार, पूनम नेगी को 28 हजार, संदीप गैरोला को 34 हजार, अजय रावत को 36 हजार, अरुण बुटोला को 40 हजार, मिता बडोला को 35 हजार, रोहन रावत को 36 हजार, तनुज को 42 हजार, रितिका ध्यानी को 72 हजार, सीमा रावत को 66 हजार रुपये की धनराशि के चेक वितरित किए गए। मौके पर राजेन्द्र राणा, महावीर खरोला, सरिता भट्ट, सुशीला बिष्ट, ईश्वर गुप्ता आदि मौजूद थे।

जरूरतमंदों को दी गई 20 लाख की मदद

ऋषिकेश। हंस कल्चरल सेंटर ऋषिकेश ने जरूरतमंद छात्रों व गंभीर बीमारियों से पीड़ित रोगियों को 20 लाख रुपए की धनराशि दी। गुरुवार को संस्था के कार्यालय में लोगों को चेक बांटे गए।
हंस कल्चरल सेंटर की ओर से देहरादून, टिहरी, हरिद्वार, ऋषिकेश, चमोली आदि क्षेत्रों से आए 54 लोगों को राहत राशि बांटी गई जिसमें 15 ऐसे लोग हैं जो गम्भीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। ऐसे लोगों को इलाज के लिए चेक बांटे गए। जबकि शिक्षा में उत्कृष्ट रहने वाले 39 छात्र-छात्राओं को भी उपहार स्वरूप उनकी शिक्षा के लिए चेक बांटे गए। इस अवसर पर हंस कल्चरल सेंटर प्रभारी प्रदीप राणा, नवीन चन्द्र, सुशीला बिष्ट, गोदाबरी, नर्मदा नेगी, रेनू नेगी, विक्रम सजवाण आदि उपस्थित थे।

शिक्षा और स्वास्थ्य में प्रदेश को बेहतर बनाना हमारा उद्देश्य

ऋषिकेश।
मंगलवार को कैलाशगेट स्थित होटल त्रिहरी का लोकार्पण करने आए हंस कल्चरल सेंटर के संस्थापक मंगला माता व भोले महाराज ने प्रेस से वार्ता की। मंगला माता ने प्रदेश को शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला उत्थान और समाज को नशा मुक्त करने के दिशा में व्यापक स्तर पर काम करने की जानकारी दी। बताया कि उनकी संस्थाएं विभिन्न योजनाओं पर कार्य कर रही है। प्रदेश में आंखों की समस्याओं को देखते हुए बहादराबाद में आई हॉस्पिटल का निर्माण किया जा रहा है। हल्द्वानी में पीपी मोड के तहत कैंसर हॉस्पिटल को गोद लिया गया है। सुविधाओं का प्रदेश में ही विकास हो, ऐसी व्यवस्थाऐं विकसित की जा रही है।
टीबी प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं को जागरुक करने के साथ दवाई का पूरा कोर्स व विटामिन्स की गोलियां वितरित की जा रही है। हेल्दी स्वर्णिम उत्तराखंड की कल्पना साकार करने को हंस कल्चरल सेंटर गांव-गांव में कार्य करने जा रहा है। उनका सपना है कि प्रदेश के हर घर का नौजवान पढ़ा लिखा और स्वस्थ हो। बालिकाओं की शिक्षा के लिए प्रोत्साहन योजना और हर घर से डॉक्टर व इंजीनियर बनाने का प्रयास हम कर रहे है।
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रोजगार से रुकेगा गांव का पलायन
मंगला माता ने गांव से पलायन रोकने को जरुरी बताया। कहाकि हमारी संस्था प्रदेश के गांवों में रोजगार के अवसर पैदा करेगी। उन्होंने राजस्थान, कच्छ का उदाहरण दिया। बताया कि हमने वहां मिल्क चिलिंग प्लान के तहत महिलाओं को दो-दो भैंसे दी, आज वहां रोजगार के साथ आर्थिकी रुप से परिवार मजबूत हुआ है। उन्होंने उत्तराखंड के गांवों का अध्ययन करके भौगोलिक परिस्थिति के हिसाब रोजगार के अवसर पैदा करने की बात कही।

राजनीति में जाने का कोई विचार नही
मंगला माता ने स्पष्ट किया कि उनका और भोले महाराज का राजनीति में जाने का कोई विचार नही है। भाजपा व कांग्रेस, दोनों राजनीतिक दलों से राज्यसभा की सीट का ऑफर होने के सवाल को उन्होंने टाल दिया। कहाकि राज्य के विकास को लेकर हम कार्य कर रहे है। हमारी कोई राजनीतिक इच्छा नही है।

ऑटोनॉमस कॉलेज को हंस कल्चरल सेंटर की सौगात

बीए, बीकॉम संकाय को पुस्तकें और फर्नीचर बांटा

ऋषिकेश।
हंस कल्चरल सेंटर ने ऑटोनॉमस कॉलेज को पाठ्य पुस्तकें और फर्नीचर की सौगात दी है। गौरतलब है कि छात्र संघ पदाधिकारियों की मांग पर पिछले वर्ष की गई घोषणा सोमवार को पूरी हो गई।
सोमवार को महाविद्यालय के रुषा हॉल में आयोजित कार्यक्रम में हंस कल्चरल सेंटर के प्रभारी प्रदीप राणा ने बीए व बीकॉम की छात्रों को पाठ्य पुस्तकें बांटी। अपनी पूर्व घोषणा के आधार पर उन्होंने ढ़ाई लाख रुपये की पुस्तकें और फर्नीचर महाविद्यालय को सौंपा। गौरतलब है कि हंस कल्चरल सेंटर द्वारा ऑटोनॉमस कॉलेज में पाठ्य पुस्तकों और फर्नीचर की कमी को देखते हुए सहयोग का वादा किया गया था।
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हंस कल्चरल सेंटर के प्रभारी प्रदीप राणा ने कहाकि गर्मी के सीजन में बीए और बीकॉम संकाय में दो वाटर कूलर भी लगाये जायेंगे। उन्होंने महाविद्यालय के विकास में आगे भी मदद का भरोसा दिलाया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. दयाधर दीक्षित ने किया। छात्र संघ महासचिव दीपक रावत व पूर्व अध्यक्ष विवेक शर्मा ने हंस कल्चरल सेंटर का धन्यवाद दिया।
मौके पर विशाल सजवाण, अक्षय मल्होत्रा, विवेक तिवारी, नितिन सक्सैना, शिवम भारद्वाज, अंकित कड़ियाल, सौरभ वर्मा, रोहित राणा, सागर सिंह, विवेक बलूनी, रिषभ करनवाल, आशीष गैरोला आदि मौजूद थे।