यूजेवीएनएल के चीला पावर हाउस पहुंचा एम्स का ट्रॉमा रथ

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश की ओर से आयोजित ट्रॉमा सप्ताह के तहत एम्स का ट्रॉमा रथ बुधवार को चीला पावर हाउस पहुंचा। यहां ट्रॉमा विशेषज्ञों ने यूजेवीएनएल के पावर हााउस में कार्य करने वाले कर्मचारियों को औद्योगिक दुर्घटनाओं के दौरान बचाव के तौर-तरीकों का प्रशिक्षण दिया।
एम्स ऋषिकेश का ट्रॉमा रथ बुधवार को उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड के चीला पावर हाउस पहुंचा। इस दौरान ट्रॉमा विशेषज्ञों ने विद्युत उत्पादन गृह चीला में मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों को आघात चिकित्सा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विशेषज्ञों ने पावर हाउस में कार्य करने वाले तकनीकि और मिनिस्ट्रियल स्टाफ को टरबाइनों के संचालन के दौरान संभावित दुर्घटनाओं से बचाव के तौर तरीके बताए। मशीनों में कार्य करते समय होने वाली दुर्घटनाओं के दौरान प्राथमिक उपचार और जीवन बचाने के बारे में उन्होंने बारीकी से जानकारी दी। प्रशिक्षण मे बताया गया कि मशीनों में कार्य करते हुए किसी तरह की दुर्घटना होने पर किस प्रकार के प्राथमिक उपचार के बाद घायल व्यक्ति को शीघ्रातिशीघ्र अस्पताल पहुंचाया जाना बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि मशीनों में कार्य करते हुए कई बार व्यक्ति के हाथ-पैर अथवा शरीर के अन्य अंग चपेट में आ जाते हैं। इस दौरान अपनाई जाने वाली बचाव प्रक्रिया और अन्य मेडिकली सावधानियों को भी प्रशिक्षण में समझाया गया।
कार्यक्रम के दौरान नर्सिंग प्रोफेशनल डेवलपमेंट एसोसिएशन (एनडीपीए) एम्स के नर्सिंग स्टाफ ओमप्रकाश और स्वप्ना श्रुति के नेतृत्व में मॉक ड्रिल का आयोजन भी किया गया। ड्रिल में बताया गया कि जलाशयों में व्यक्ति के डूब जाने पर उसे किस विधि अथवा तकनीक से बचाया जा सकता है। उधर आघात चिकित्सा के प्रति आम लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से बुधवार की सुबह 6 बजे एम्स के गेट नंबर-तीन से साईकिल रैली निकाली गई। नर्सिंग ऑफिसर प्रकाश चंद मीणा के नेतृत्व में निकली रैली को ट्रॉमा विभागाध्यक्ष प्रोफेसर कमर आजम ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साईकिल रैली बैराज मार्ग से होकर विभिन्न स्थानों से होकर निकली, इस ट्रॉमा जन-जागरुकता रैली का समापन ऋषिकेश बैराज में हुआ। इस अवसर पर यूजेवीएनएल के अधिशासी अभियंता ललित टम्टा, ट्रॉमा रथ के प्रभारी व ट्रॉमा सर्जन डॉ. मधुर उनियाल, डॉ. अजय कुमार, डॉ. भास्कर सरकार समेत विभाग के कई अन्य चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ मेंबर मौजूद रहे।

दो माह में 30 लाख आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य

प्रदेशवासियों को आयुष्मान कार्ड के माध्यम से बेहत्तर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कार्ड बनाने की प्रक्रिया का सरलीकरण करने के साथ ही दो माह के भीतर राज्य के 70 लाख लोगों को यह सुविधा उपलब्ध करा दी जायेगी। इसके साथ ही 104 हेल्पलाइन नम्बर का विस्तार करते हुए सूबे के वरिष्ठ नागरिकों सहित आम जरूरतमंद को सभी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को हाईटेक बनाने के उद्देश्य से राज्यभर के 3232 एएनएम तथा कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) को एनएचएम के तहत टैबलेट मुहैया कराये जायेंगे।

यह बात चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने विधानसभा स्थित कार्यालय में आयोजित स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए कही। उन्होंने कहा कि राज्य जनता को आयुष्मान कार्ड का अधिक से अधिक लाभ देने के उद्देश्य से कार्ड के बनाये जाने की प्रक्रिया एवं उपयोग के नियमों का सरलीकरण किया जायेगा। अभी तक राज्यभर के 40 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। जबकि आगामी दो माह में 30 लाख और लोगों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने हेतु ब्लॉक एवं न्यायपंचायत स्तर पर शिविर आयोजित कराने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। साथ ही वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं एवं असहाय लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विभाग के हेल्पलाइन नम्बर 104 के माध्यम से विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को हाईटेक बनाने के उद्देश्य से विभिन्न जनपदों में तैनात एएनएम, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) एवं मिड लेवल हेल्थ प्रोवाइडर्स (एमएनएचपी) को एनएचएम के तहत विशेष टैबलेट मुहैया कराया जायेंगे। अभी तक विभाग 2137 सीएचओ एवं एएनएम को टैबलेट मुहैया करा चुका है जबकि शेष 1095 को शीघ्र टैबलेट उलब्ध कराये जायेंगे ताकि विभिन्न जनपदों में तैनात एएनएम तथा सीएचओ सीधे एनएचएम के पोर्टल से जुड कर आवश्यक डाटा एवं सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकेंगे। इसी प्रकार विभाग द्वारा प्रदेशभर की आशा कार्यकत्रियों को स्मार्ट फोन उपलब्ध कराये गये हैं।

बैठक में स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी, अपर सचिव एवं महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा सी. रविशंकर, मिशन निदेशक एनएचएम सोनिका, अपर सचिव स्वास्थ्य अरूणेन्द्र सिंह चैहान, स्वास्थ्य महानिदेशक डा. तृप्ति बहुगुणा, अपर सचिव गरिमा रौंकली, अपर मिशन निदेशक एनएचएम अभिषेक त्रिपाठी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।