मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को किया संबोधित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दी है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, अमर शहीदों, वीर वीरागंनाओं, राज्य आंदोलनकारियों सहित राष्ट्र निर्माण के लिए अपना सर्वाेच्च बलिदान करने वाले शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने देश और राज्य की प्रगति एवं विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले उत्तराखण्ड वासियों का भी अभिनन्दन किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की इस स्वर्णिम यात्रा में उत्तराखण्ड का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है। हमें अपनी सैनिक परम्परा और देशभक्ति की विरासत पर गर्व हैं। सैनिक परम्परा वाले वीरभूमि उत्तराखण्ड में पीढ़ियों से लगभग हर परिवार से वीर व वीरांगनाएं देश की रक्षा में अपना योगदान दे रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा शहीद सैनिकों के सम्मान में देहरादून में शौर्य स्थल का निर्माण किया गया है। राज्य में पांचवे धाम के रूप में भव्य सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने शहीद सैनिकों के परिवार के एक सदस्य का सरकारी नौकरी में समायोजन का निर्णय लिया है। उत्तराखण्ड से द्वितीय विश्व युद्ध की वीर वीरागंनाओं की पेंशन वृद्धि के साथ ही वीरता पदक से सम्मानित सैनिकों के अनुदान में भी बढ़ोतरी की गई है। हिम प्रहरी योजना के तहत राज्य के भूतपूर्व सैनिकों एवं युवाओं को सीमाओं में बसने के लिए आवश्यक मदद दी जा रही है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और उनकी विधवाओं की पेंशन 21 हजार से बढ़ाकर 25 हजार कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृशक्ति का सम्मान हमारी परम्परा रही है। राज्य निर्माण आन्दोलन तथा इसके बाद प्रदेश के विकास व प्रगति में राज्य की महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आज भी राज्य की मातृ शक्ति ग्रामीण जनजीवन, आर्थिकी, सामाजिक व सांस्कृतिक ताने बाने की रीढ़ हैं। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने हेतु लखपति दीदी योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख तक का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है। 2025 तक 1.25 लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। आंगनबाड़ी बहनों के मानदेय में बढ़ोतरी की गई है। आंगनबाड़ी बहनों का मानदेय 7500 रूपए से बढ़ाकर 9300 रूपए, मिनी आंगनबाड़ी का मानदेय 4500 रूपए से बढ़ाकर 6250 रूपए और सहायिकाओं का मानदेय 3550 रूपए से बढ़ाकर 5250 रूपए किया गया है। इसी प्रकार आशा कार्यकत्रियों के मानदेय में 1500 रूपए की वृद्धि की है। अब उन्हें मिलने वाली धनराशि 4500 रूपए से बढ़कर 6000 रूपये हो गई है। राज्य की महिलाओं को सरकारी नौकरी में क्षैतिज आरक्षण के लिए कानून बना दिया गया है। अन्त्योदय निःशुल्क गैस रिफिल योजना के तहत वर्ष में 3 गैस सिलैण्डर रिफिल मुफ्त दिये जा रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के युवाओं के व्यापक हित में राज्य सरकार द्वारा अनेक ऐतिहासिक निर्णय लिए गये हैं। देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून सीमित समय में लागू कर प्रदेश के लाखों युवाओं का भविष्य सुरक्षित किया गया है। राज्य सरकार द्वारा भर्तियों में घोटाले करने वाले दोषियों के खिलाफ प्रदेश में पहली बार इतने बड़े स्तर पर सख्त कार्यवाही की गई है। राज्य में नकल माफिया को जड़ से समाप्त करने के लिए की गई पहल पूरे देश में एक नजीर बन गई है। राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा जारी कैलेण्डर के अनुसार पारदर्शिता के साथ भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। समूह ’ग’ की परीक्षाओं में साक्षात्कार की व्यवस्था समाप्त करने की पहल की जा रही है। स्वरोजगार के आवेदकों की सुविधा के लिए कैम्प लगाकर एक ही स्थान पर सारी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। राज्य के युवाओं को देश से बाहर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाने के लिये राज्य में विदेश रोजगार प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना को राज्य मंत्रिमंडल द्वारा मंजूरी दी गई है। राज्य सरकार स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के लिए 200 करोड़ का वेंचर फण्ड तैयार करने जा रही है। इससे युवा उद्यमियों को सरकारी स्तर पर फण्ड मिल सकेगा। इसके साथ ही राज्य सरकार द्वारा संघ लोक सेवा आयोग, एन.डी.ए, सी.डी.एस एवं उसके समकक्ष लिखित परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी को साक्षात्कार की तैयारी के लिये 50 हजार रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के उज्ज्वल भविष्य को देखते हुए राज्य सरकार ने उत्तराखण्ड के सरकारी और अशासकीय स्कूलों के छठवीं से 12वीं कक्षा तक के मेधावी छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री मेधावी छात्र प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना के तहत हर महीने 600 से 1200 रूपये तक की छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को ऊर्जा प्रदेश बनाने में सौर ऊर्जा का बड़ा महत्वपूर्ण योगदान होगा। राज्य में सोलर पॉवर उत्पादन को प्रोत्साहित करने हेतु सरकार सौर ऊर्जा के प्रोजेक्ट लगाने वालों को बड़े पैमाने पर छूट तथा सुविधाएं दे रही है। नई सौर ऊर्जा नीति को लागू कर दिया गया है। हमारा लक्ष्य है कि वर्ष 2027 तक प्रदेश में 2500 मेगावाट सोलर पॉवर का उत्पादन हो। इससे सौर ऊर्जा के क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में जैविक कृषि तथा बागवानी की अपार संभावनाएं हैं। राज्य सरकार द्वारा बागवानी के क्षेत्र में सेब की खेती को विशेषरूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है। हमारी सरकार ने मिशन एप्पल शुरू किया है। जिसके तहत राज्य में सेब के 500 बगीचों की स्थापना का लक्ष्य है। हमने मिशन एप्पल का बजट दुगुना कर दिया है, ताकि कम खर्च में बागवानी के जरिए किसानों की आय को बढ़ाया जा सके। अब सेब के बगीचों की स्थापना के लिए किसानों को 80 प्रतिशन अनुदान दिया जा रहा है। देश दुनिया में उत्तराखण्ड के सेब को पहचान मिले इसके लिए प्रयास करने होंगे। राज्य में नई तकनीकी के बल पर सेब के उन्नत किस्म के पेड़ लगाने से हम जम्मू कश्मीर तथा हिमाचल से अच्छी क्वालिटी के सेब उत्पादन कर अच्छे निर्यातक बन सकते हैं। एप्पल मिशन से अधिक से अधिक किसानों को जोड़ा जा रहा है। इसके साथ ही राज्य के किसानों के लिए 304 करोड़ रूपये की पॉलीहाउस योजना शुरू किया है। योजना के तहत प्रदेशभर में लगभग 18000 पॉलीहाउस बनाने का लक्ष्य रखा गया है जिनके माध्यम से राज्य के एक लाख से अधिक कृषकों को रोजगार मिलेगा। किसानों को पॉलीहाउस बनाने के लिए सरकार द्वारा 70 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। राज्य के पर्वतीय जिलों में खेती और बागवानी से किसानों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए शिकायत दर्ज करने के लिए जनता के लिए 1064 वेब एप लॉच किया गया है। अपणि सरकार पोर्टल, ई-केबिनेट, ई-ऑफिस, सीएम डैश बोर्ड उत्कर्ष, सीएम हेल्पलाईन 1905, सेवा का अधिकार और ट्रांसफर एक्ट की पारदर्शी व्यवस्था अपनाकर राज्य में भ्रष्टाचार केे समूल नाश का प्रयास किया है। जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा चौपाल लगाकर जन समस्याएं सुनने तथा उनका त्वरित निवारण किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का आमजन को लाभ मिले इसके लिए प्रक्रियाओं के सरलीकरण, समाधान और संतुष्टि के भाव पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही उत्तराखण्ड समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का पहला राज्य बनेगा। यूसीसी सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के मूलमंत्र की दिशा में बढ़ाया गया महत्वपूर्ण कदम है। आमजन का दृष्टिकोण भी इस विषय पर सकारात्मक है। हमारा ड्राफ्ट अन्य राज्यों को भी पसंद आएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 तक देवभूमि उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में देश का सर्वश्रेष्ठ एवं अग्रणी राज्य बनाने का हमारा संकल्प है। हम एक समृद्ध और आत्मनिर्भर उत्तराखंड बनाने के लिए कार्य कर रहे है। आज अनुकूल औद्योगिक नीति, दक्ष मानव संसाधन और उदार कर लाभों से उत्पन्न पूंजी निवेश में भारी वृद्धि के कारण उत्तराखंड भारत में सबसे तेजी से विकास करने वाले राज्यों में से एक बन गया है। आगामी नवम्बर-दिसम्बर में राज्य में ग्लोबल इनवेस्टर समिट होने जा रहा है। इसमें भारी संख्या में दुनियाभर के निवेशक उत्तराखण्ड में निवेश का निर्णय लेंगे। इसके साथ ही उत्तराखण्ड सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम नीति 2023 के तहत एम.एस.एम.ई. क्षेत्र में समावेशी विकास, अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के दृष्टिगत प्रदेश में 50 कलस्टर विकसित किये गये हैं। पूंजीगत उपादान के रूप में एमएसएमई को श्रेणीवार जनपदों हेतु 20 लाख से 4 करोड़ की उपादान सहायता दिये जाने की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में उत्तराखंड में एक लाख पचास हजार करोड़ की योजनाओं पर तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य सरकार के प्रयासों से उत्तराखण्ड पर्यटन हब, ऐडवेंचर टूरिज्म हब, फिल्म शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में भी तेजी से उभर रहा है। दिल्ली देहरादून एलिवेटेड रोड तैयार होने तथा वंदे भारत एक्सप्रेस से देहरादून जल्द ही दिल्ली एनसीआर का हिस्सा बन जाएगा, जिससे यहाँ निवेश, उद्योगों के विकास, रोजगार, के नए-नए अवसर उपलब्ध होंगे। 1930 करोड़ रूपये की टिहरी लेक डेवलपमेंट परियोजना से टिहरी झील प्रमुख टूरिस्ट डेस्टीनेशन बन रही है। केदारनाथ धाम में 750 करोड़ रूपये से पुनर्निर्माण कार्य, बदरीनाथ धाम में 550 करोड़ रूपये से पुनर्विकास कार्य, 2430 करोड लागत के़ गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का शिलान्यास हो चुका है। 16 हजार 216 करोड़ रूपए की 125 किमी लम्बी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। इससे प्रदेश में कनेक्टिविटी को मजबूती मिलने के साथ विकास के नये आधार तैयार करने में भी मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार समावेशी विकास के मूलमंत्र के साथ प्रदेश के सभी क्षेत्रों के सतुंलित एवं समान विकास के साथ कार्य कर रही है। केदारनाथ व बद्रीनाथ की तर्ज पर कुमायूं के पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन की कार्ययोजना पर कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को जी-20 की तीन बैठकों के आयोजन का सुअवसर मिलना प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी तथा केन्द्र सरकार का देवभूमि उत्तराखण्ड की सरकार, प्रशासनिक अमले एवं लोगों की क्षमता व प्रतिभा पर अटूट विश्वास का प्रतीक है। राज्य में जी-20 के सम्मेलनों का आयोजन हमारे लिए नए अवसर, नए अनुभव, अपनी पारम्परिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक विरासत, पर्यटन की क्षमताओं को अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करने का स्वर्णिम अवसर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का उत्तराखण्ड को विश्व की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विकसित करने का सपना है। भविष्य में पूरी दुनिया से लोग यहाँ आत्मिक शांति के लिए आंएगे। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि इक्कीसवीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा। यह हम हर उत्तराखण्डवासी के लिए हर्ष और गर्व का विषय है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड के सभी नागरिकों से अपने कर्तव्य एवं दायित्वों का पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करने के साथ एक उन्नत, श्रेष्ठ और प्रगतिशील उत्तराखण्ड बनाने में मददगार बनने की भी अपेक्षा की है।

कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने अपने घर में तिरंगा फहराने की अपील की

क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत स्वामी सत्यमित्रानंद राजकीय इंटर कॉलेज में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया। इस दौरान डा. अग्रवाल ने शहीद स्मारिका का भी लोकार्पण किया। साथ ही मिट्टी को हाथ मे लेकर पंचप्रण शपथ ली गयी। साथ ही पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया।
हरिपुरकलां में ब्लॉक स्तरीय मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत मंत्री डा. अग्रवाल ने तिरंगा फहराकर कहा कि हम सभी आजादी का जश्न मना रहे है। इस मौके पर हमें उन सभी वीर-वीरांगनाओं को नमन करना है, जिनके तप, त्याग एवं बलिदान के कारण हमने आजादी पाई है। इसके अलावा प्रत्येक किसान, मजदूर, वकील, गरीब, अमीर सभी को नमन करना है जिन्होंने अपने कैरियर की परवाह किए बिना अपने जीवन का उद्देश्य आजादी को पाना बना लिया था।
डा. अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पूरे विश्व में भारत का परचम लहराया है। विदेशी नीति को सार्थक बनाते हुए मोदी ने विश्व के साथ अच्छे रिश्ते स्थापित किए है। इस वर्ष 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के ख़ास मौके पर नए अवसरों के खुलने का समय है और नई जीत और उपलब्धियां भारत की प्रतीक्षा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आज देश के नाम अनगिनत उपलब्धियां हैं जो हमारे देश को महान बना रही हैं और हमें गर्व महसूस करा रही हैं। अब हम गुलामी की ज़ंज़ीर को हटाकर आज़ादी के रंग में रंग चुके हैं।
डा. अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाहन पर आज पूरे देश की जनता मेरी माटी मेरा देश अभियान में अपना योगदान दे रही है। हमारे राज्य में भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में नौ अगस्त से 15 अगस्त तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
डा. अग्रवाल ने बताया कि उनके निर्देश पर शहरी विकास विभाग की ओर से प्रत्येक निकायों में शिला फलकम की स्थापना की जा रही है, जिसमें प्रत्येक निकायों में अमृत सरोवर के किनारे, स्कूल अथवा अन्य महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थान पर स्मारक पट्टिका की स्थापना की जा रही है। यह शिला फलकम अभियान की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।
डा. अग्रवाल ने बताया कि पंचप्रण शपथ एवं सेल्फी अभियान के तहत प्रत्येक निकायों में मिट्टी अथवा मिट्टी का दीया लेकर पंचप्रण शपथ ली जा रही है एवं शपथ लेते समय व्यक्तिगत अथवा सेल्फी को अभियान हेतु निर्मित वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है।
डा. अग्रवाल ने कहा कि वसुधा वन्दन के तहत प्रत्येक निकाय में अमृत वाटिका बनाई जा रही है, जिसमें कम से कम 75 स्थानीय प्रजाति के पौधों का रोपण किया जा रहा है। बताया कि वीरों का वन्दन के तहत स्वतंत्रता सेनानी एवं शहीदों के परिवारों को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
डा. अग्रवाल ने कहा कि हर घर तिरंगा के तहत 13 से 15 अगस्त के मध्य अपने घरो में राष्ट्रीय ध्वज लगाये जाने के लिए आम जनता को प्रोत्साहित करने के लिए सार्वजनिक अपील की जा रही है।
इस मौके पर प्रधान गीतांजलि जखमोला, खंड विकास अधिकारी जगत सिंह, मनोज जखमोला, पूर्व सैनिक जगदीश देवली, रविदत्त जुगलान, राजेन्द्र रावत, ललित मोहन कंडवाल, मनोज शर्मा, बृज मोहन राणा, सुरेंद्र रयाल आदि उपस्थित रहे।

75वीं वर्षगांठ पर कांग्रेस नेता ने तिरंगा फहराकर किया मिष्ठान वितरित

महानगर कांग्रेस मुख्यालय, लोडर यूनियन एसोसिएशन, कांग्रेस सेवा दल व गढ़वाल ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन द्वारा मनाया गया स्वतंत्रता दिवस, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने कांग्रेस जनों के साथ विभिन्न स्थानों पर फहराया राष्ट्रीय ध्वज।

स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगाँठ पर विधायक प्रत्याशी जयेंद्र रमोला ने देश की आन, बान और शान का प्रतीक तिरंगा फहराया साथ ही मिष्ठान वितरण किया।

कार्येक्रम में प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा, महानगर अध्यक्ष महन्त विनय सारस्वत, कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर राय, ललित मोहन मिश्रा, शैलेंद्र बिष्ट, प्रदेश सचिव लल्लन राजभर पूर्व पालिका अध्यक्ष दीप शर्मा, सेवा दल महानगर अध्यक्ष राम कुमार भतालिया, ट्रक यूनियन एसोसिएशन अध्यक्ष दिनेश बहुगुणा, संतोष, इमरान सैफी, कृष्णा राजभर, हरी राम वर्मा, सरोज देवराड़ी, रेनु नेगी, कमलेश शर्मा आदि मौजूद थे।

देश की आज़ादी औऱ विकास में कांग्रेस के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है-प्रीतम

75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने शासकीय आवास पर ध्वजारोहण किया। इस मौक़े पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने देश और प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता की शुभकामनाएं दी। महात्मा गांधी की अगुवाई में कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर हमें आज़ादी दिलाई है। आज देश के प्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि वे इस स्वतंत्रता को अक्षुण्ण बनाए रखने में अपना योगदान दें। प्रीतम ने कहा स्वतंत्रता प्राप्त करने के इतने सालों बाद भारत ने निरंतर स्वयं को बदलते देखा है। 75 साल पहले के भारत की तुलना में आज के भारत ने हर क्षेत्र में तरक्की की है। भारत को अंग्रेजों की गुलामी से स्वतंत्र करवाने और देश की उन्नति में कांग्रेस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमने आजादी के इन 75 वर्षों में समय-समय पर अपने प्रजातांत्रिक मूल्यों को परीक्षा की कसौटी पर परखा है और उन्हें निरंतर परिपक्व किया है। कई चुनौतियां अब भी बाकी हैं। आइये, उन्हें आत्मविश्वास और दृढ़संकल्प के साथ पूर्ण करने का संकल्प लें।

मुख्यमंत्री ने राष्ट्र सेवा का संकल्प लेने का किया आह्वान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को 75 वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी है। उन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, सैन्य व अर्धसैन्य बलों के शहीद जवानों को नमन करते हुए कहा कि आज हम जिस खुली हवा में सांस ले रहे हैं, वह महान स्वतंत्रता सेनानियों और हमारे वीर जवानों के त्याग एवं बलिदान का प्रतिफल है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के सभी अमर शहीदों और आंदोलनकारियों को भी श्रद्धापूर्वक नमन किया है।

न्यू इंडिया का संकल्प होगा पूरा
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री ने न्यू इंडिया के निर्माण का जो संकल्प लिया है, उसे सिद्ध करने के लिये हम सभी 130 करोड़ भारतवासियों को अपना हाथ बढ़ाना होगा, तभी स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव का उद्देश्य पूर्ण होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के इस मुश्किल दौर में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत ने एक सफल लड़ाई लड़ी है। दुनिया का सबसे बड़ा निःशुल्क वैक्सीनेशन अभियान हमारे देश मे चल रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड की समस्त जनता की ओर से माननीय प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद दिया।

सैनिकों का सम्मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड, वीर भूमि भी है, जिसे प्रधानमंत्री ने सैन्य धाम की संज्ञा भी दी है। हमने शहीद सैनिकों के परिवार के एक सदस्य को उसकी योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी देने का प्राविधान किया है। विशिष्ट सेवा पदक से अलंकृत सैनिकों को अनुमन्य राशि में कई गुना बढ़ोत्तरी की गई है। उत्तराखंड से द्वितीय विश्व युद्ध की वीरांगनाओं एवं पूर्व सैनिकों को प्रतिमाह दी जाने वाली पेंशन को 8 हजार रुपए से बढ़ाकर 10 हजार रुपए करने का भी निर्णय लिया गया है।

युवा शक्ति से होगा प्रदेश का विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार भ्रष्टाचार मुक्त शासन प्रशासन सुनिश्चित करने के लिये संकल्पबद्ध है। ई-कैबिनेट, ई-ऑफिस, सीएम डैशबोर्ड उत्कर्ष, सीएम हेल्पलाइन 1905, सेवा का अधिकार और ट्रांसफर एक्ट की पारदर्शी व्यवस्था के चलते कार्य संस्कृति में गुणात्मक सुधार हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न विभागों में लगभग 22 से 24 हजार रिक्त पदों और बैकलॉग की रिक्तियों पर भर्ती करने का निर्णय लिया है। सिर्फ सरकारी नौकरी ही नहीं हम युवाओं को स्वरोजगार के लिये भी प्रेरित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और मुख्यमंत्री स्वरोजगार नैनो उद्यम योजना भी प्रारम्भ की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिथि शिक्षकों का वेतन 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रूपए करने का निर्णय लिया है। राज्य के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस इन्टर्न के स्टाईपेंड को 7500 रूपए से बढ़ाकर 17 हजार रूपए प्रतिमाह किया गया है। संघ लोक सेवा आयोग, पी.सी.एस., एन.डी.ए., सी. डी. एस और उसके समकक्ष प्रतियोगी परीक्षाओं में लिखित परीक्षा पास करने पर परिवार की आर्थिक स्थिति के आधार पर अभ्यर्थी को साक्षात्कार की तैयारी के लिये 50 हजार रुपए की वित्तीय सहायता दी जायेगी।

अगले चार माह में शत प्रतिशत कोविड वैक्सीनेशन
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने आम जन के सहयोग से कोविड का सामना करने के लिये मजबूत और प्रभावशाली कदम भी उठाये हैं। कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर को देखते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की गई हैं। सभी जिला अस्पतालों, सीएचसी, पीएचसी में पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन, आई.सी.यू., वेंटिलेटर, जरूरी दवाइयों के साथ ही बच्चों के अलग से वार्ड की व्यवस्था की गई है। सबको मुफ्त कोविड वैक्सीनेशन अभियान में उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। अगले 4 माह में प्रदेश में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन कर दिया जाएगा।

कोविड से राहत के लिए उठाए कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कोविड से प्रभावित लोगों को जितना सम्भव हो सकता है, राहत पहुंचाने की कोशिश की है। प्रदेश में कोविड-19 से प्रभावित पर्यटन एवं परिवहन के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए लगभग 200 करोड़ रूपये का पैकेज दे रहे हैं। इससे लगभग 1 लाख 64 हजार लोग लाभान्वित होंगे। स्वास्थ्यकर्मियों को प्रोत्साहन देने और स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करने के लिये 205 करोड़ रूपये का पैकेज दे रहे हैं। कोविड प्रभाव को देखते हुए लोक सेवा आयोग की परिधि के अन्तर्गत एवं लोक सेवा आयोग की परिधि से बाहर समूह-ग के पदों पर चयन में अभ्यर्थियों को अधिकतम आयु सीमा में एक वर्ष की छूट दी गई है।

किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार कृतसंकल्प
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के किसानों की आय को दोगुना करने का संकल्प लिया है। उत्तराखण्ड इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सुगंधित और औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देने पर सरकार कार्य कर रही है। प्रदेश में लगभग 650 खाद्य प्रसंस्करण केन्द्र हैं, जिनकी संख्या को बढ़ाने पर भी कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से अब तक प्रदेश के लगभग 9 लाख किसानों को लाभान्वित किया गया है। दीन दयाल उपाध्याय सहकारिता योजना के अन्तर्गत किसानों को 3 लाख रुपए और महिला स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख रुपए तक का ऋण बिना ब्याज के उपलब्ध कराया जा रहा है।

होम स्टे से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिल रही मजबूती
मुख्यमंत्री ने कहा कि सौर ऊर्जा और पिरूल ऊर्जा नीति, ग्रामीण युवाओं की आजीविका में सहायक हो रही है। होम स्टे योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। ट्रैकिंग मार्गों पर भी होम स्टे को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है। साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इसकी अलग से विंग बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में राज्य के सुधारों की सराहना करते हुए भारत सरकार द्वारा 702 करोड़ की अतिरिक्त ऋण सुविधा प्रदान की गई है। एम.एस.एम.ई के केंद्र में पर्वतीय क्षेत्रों को रखा है। सीमांत तहसीलों के लिए मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना शुरू की है। सभी न्याय पंचायतों में क्लस्टर आधारित एप्रोच पर ग्रोथ सेंटर बनाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के ’बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना की शुरूआत की है। इसके तहत प्रथम दो बालिकाओं के जन्म पर माता और नवजात कन्या शिशु को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट उपलब्ध कराई जा रही है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत राज्य के लगभग 63 लाख लोगों को प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलो राशन मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में हमारी सरकार ने विकास के हर फ्रंट पर उल्लेखनीय कार्य किये हैं। सतत् विकास लक्ष्य सूचकांक में वर्ष 2018 में हम 10वें स्थान पर थे और आज हमारा स्थान तीसरा हो गया है। ऊर्जा और कानून व्यवस्था संबंधी इंडेक्स में हमारा राज्य प्रथम स्थान पर है।

अटल आयुष्मान योजना से सभी परिवार आच्छादित
मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल आयुष्मान योजना में राज्य के सभी परिवारों को 5 लाख रुपए वार्षिक की निशुल्क चिकित्सा सुविधा देने वाला उत्तराखण्ड, देश का पहला राज्य है। देशभर के 22 हजार से अधिक अस्पताल इसमें सूचीबद्ध हैं।

केंद्र का मिल रहा भरपूर सहयोग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विकास की इस यात्रा में केन्द्र सरकार का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। केंद्र सरकार द्वारा एक लाख करोड़ रूपए से अधिक की विभिन्न के परियोजनाएं प्रदेश के लिए स्वीकृत हुई हैं। 125 किमी लम्बी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना और 889 किलोमीटर की ऑल वेदर रोड परियोजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। बीआरओ द्वारा पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी आदि सीमांत जनपदों में सड़कों और पुलों का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश में नये राष्ट्रीय राजमार्गों के लिये 1 हजार करोड़ और केन्द्रीय सड़क निधि के अन्तर्गत लगभग 915 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्राप्त हुई है। वह समय दूर नहीं जब दिल्ली से देहरादून केवल 2 घंटे में आ सकेंगे। हरिद्वार-देहरादून का सफर अब केवल 45 मिनिट में पूरा किया जा रहा है। देहरादून से टिहरी झील के लिए 2 लेन टनल और पीलीभीत-खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के लिए भी केंद्र से सहमति मिली है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जा रहा है। ऊधमसिंह नगर में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट विकसित किया जा रहा है। उत्तराखण्ड पहला राज्य है, जहां उड़ान योजना में हेली सर्विस शुरू की गई है।

प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण
प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण करते हुए इसे पहले से भी अधिक भव्यता प्रदान की गई है। बद्रीनाथ धाम के लिए भी कार्ययोजना बनाई जा रही है। इसके अतिरिक्त भारतमाला परियोजना, भारत नेट फेज-2, जमरानी बहुद्देशीय परियोजना, नमामि गंगे, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट जैसी कई परियोजनाएं उत्तराखण्ड के विकास में अपना योगदान दे रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली-रामनगर कॉर्बेट इको ट्रेन चलाने की भारत सरकार ने सैद्धांतिक सहमति दी है। टनकपुर बागेश्वर के ब्रॉडगेज सर्वे और डोईवाला से गंगोत्री यमुनोत्री के रेल लाइन के सर्वे की भारत सरकार द्वारा सहमति दी गई है। हरिद्वार-देहरादून रेल लाइन के दोहरीकरण का कार्य जल्द पूरा किया जाएगा।
पिछले 4 वर्षों में केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड में अनेक उच्च स्तरीय संस्थाओं की स्थापना हुई है। इनमें ड्रोन एप्लीकेशन सेंटर, सीपेट, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑन नेचुरल फाइबर, साइंस सिटी आदि शामिल हैं।

नई खेल नीति बनेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की बेटी वंदना कटारिया ने महिला हॉकी टीम में शानदार प्रदर्शन करते हुए हम सभी का सर गर्व से ऊंचा किया है। इससे उत्साहित होकर हमने प्रदेश में खेलों को प्रोत्साहित करने के लिये नई खेल नीति लाने का निर्णय लिया है। देहरादून में खेलो इण्डिया स्टेट लेवल सेंटर और स्पोर्ट्स साइंस सेंटर का निर्माण किया जाएगा। उत्तराखण्ड के सभी 13 जनपदों में न्यूनतम एक सेंटर स्थापित किया जायेगा ।

कोविड काल में निराश्रित बच्चों को मिला वात्सल्य योजना का सहारा
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड काल में प्रभावित परिवारों के निराश्रित बच्चों को वात्सल्य योजना का सहारा दिया है। ऐसे बच्चों को 21 वर्ष की आयु तक 3000 रुपये प्रति माह दिये जायेंगे। राज्य सरकार इन बच्चों का एक अभिभावक की तरह पूरा संरक्षण करेगी।

राष्ट्र निर्माण और राष्ट्र सेवा का संकल्प
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यह संकल्प लेने का अनुरोध किया कि राष्ट्र निर्माण और राष्ट्र सेवा के लक्ष्य में अपना शत-प्रतिशत योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। अन्त्योदय की भावना के अनुरूप विकास का लाभ अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है।

लच्छीवाला नेचर पार्क पूरे देश के लोगों के लिये आकर्षण का केंद्र बनेगा-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लच्छीवाला नेचर पार्क का लोकार्पण किया। म्यूजिकल फाउंटेन का भी उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर लेजर एंड साउंड शो का भी आयोजन किया गया। अमृत महोत्सव के सॉंग को भी रीलिज किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लच्छीवाला नेचर पार्क के लिए वन विभाग को बधाई देते हुए कहा कि यह पार्क पूरे देश के लोगों के लिये आकर्षण का केंद्र बनेगा। बहुत ही सुन्दर पार्क बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेचर पार्क के द्वितीय चरण के काम के लिए आवश्यक धनराशि का प्रावधान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। इस उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। आजादी का अमृत महोत्सव नये भारत का सूत्रपात है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता से एक दिन पूर्व देश के एक भाग को अलग करके पाकिस्तान का निर्माण किया गया। जो कि अखण्ड भारत की भावना से अलग था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज भारत का पूरे विश्व में मान सम्मान बढा है। यह हमारे वीर जवानों की शहादत और शौर्य है, जिसके कारण हम देश में सुरक्षित महसूस करते हैं। चीन और पाकिस्तान की चुनौतियों के साथ कोरोना की चुनौति से भी सफलतापूर्वक लड़े हैं। गलवान घाटी में हमारे वीर जवानों ने चीन की सेना के दांत खट्टे कर दिये। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से दुनिया का सबसे बङा कोविड टीकाकरण अभियान हमारे देश में चल रहा है। 80 करोङ लोगों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में निशुल्क राशन मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने हमारे अनुरोध पर राज्य को कोविड वैक्सीन की अतिरिक्त डोज उपलब्ध कराई हैं। इस माह हमें 17 लाख डोज मिल चुकी हैं। चार माह में राज्य में शतप्रतिशत वैक्सीनैशन कर देंगे। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में राज्य में कनेक्टीवीटी के क्षेत्र में ऐतिहासिक काम हुआ है। प्रधानमंत्री जी का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव है। उन्हें यहां से संबंधित हर प्रकार की जानकारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम शिलान्यास भी करते हैं और लोकार्पण भी। सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास हमारा ध्येय वाक्य है। भाव में भगवान होते हैं। हमारा भाव जनसेवा है।
वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने कहा कि पिछले तीन-चार वर्ष में वन विभाग की इमेज बदली है। अब यहां सकारात्मक सोच से काम हो रहा है। वन विभाग प्रदेश के विकास में सहभागी बन रहा है। लच्छीवाला नेचर पार्क अनूठा पार्क है। देश विदेश से लोग यहां आकर खुशी की अनुभूति करेंगे। कोटद्वार में टाईगर सफारी पर काम चल रहा है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक त्रिवेन्द्र सिंह रावत, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, मुख्य वन संरक्षक राजीव भरतरी, पी के पात्रो सहित अन्य विशिष्ट जन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आर जे काव्य ने किया।

कोरोना से बचाव में सहयोग करने वाली संस्थाओं का सम्मान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक कार्यक्रम में शहीद सैनिकों के परिजनों तथा कोरोना से बचाव में उल्लेखनीय योगदान देने वाले विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया। शहीद सैनिकों को नमन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने वीर सैनिकों की शहादत पर नाज है। शहीद परिवारों की सहायता के लिये राज्य सरकार उनके साथ है। मुख्यमंत्री ने कोरोना के काल में सराहनीय कार्य एवं सहयोग करने वाली संस्थाओं आदि के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से हम इस महामारी को रोकने में सफल हो पाये हैं। राज्य के समग्र विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन, सबका साथ सबका विकास एवं सबका विश्वास की भावना के साथ हम राज्य के विकास के लिये प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी का उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव होने के कारण राज्य का हर क्षेत्र में विकास हुआ है।

युवा रोजगार देने वाले बने
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे युवा रोजगार देने वाले बने इसके लिये कारगर योजना बनायी गई है। सरकारी क्षेत्र में सेवा के अवसर सीमित है इसलिये रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया भी आरम्भ करने के साथ ही स्वरोजगार योजना को प्रभावी बनाया जा रहा है। प्रदेश में रेल, सड़क व हवाई सेवा को व्यापक विस्तार दिया जा रहा है। पर्यटन हमारी आर्थिकी का आधार है इस दिशा में भी पहल की गई है। प्रदेश में और अधिक उद्यौगों की स्थापना हो इसके लिये नीतियों को अनुकूल बनाया जा रहा है। पलायन रोकने की दिशा में भी प्रभावी योजना बनायी जा रही है। पर्यटन व्यवसायियों एवं कोरोना के बचाव में लगे लोगों की मदद के लिये आर्थिक पैकेज स्वीकृत कर मदद की जा रही है। केन्द्र एवं राज्य की योजनाये शीघ्र धरातल पर दिखाई दे इसके लिये कारगर व्यवस्था की गई है।

हमारा एजेण्डा राज्य का समग्र विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा एजेण्डा विकास है। जन सेवा का हमारा भाव है हम बोलने में कम काम ज्यादा करने में विश्वास करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सड़कों के विकास के लिये केन्द्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे के लिये डाटकाली से आगे एलिवेटेड रोड़ के लिये 12 हजार करोड़ की स्वीकृति के साथ ही राज्य की अन्य महत्वपूर्ण सड़कों के लिये लगभग 50 हजार करोड़ की स्वीकृति दी गई है।
उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं के हित में कोरोना के कारण पिछले एक वर्ष के दौरान प्रतियोगिता परीक्षा अधिकतम आयु पूरी करने वालों को आयु में एक वर्ष की छूट प्रदान की जाने की व्यवस्था की है। लोक सेवा आयोग, संघ लोक सेवा आयोग, एन.डी.ए, सीडीएस आदि प्रतियोगिता की प्रारम्भिक परीक्षा पास करने वाले युवाओं को मेन परीक्षा की तैयारी के लिये 50 हजार की धनराशि प्रदान किये जाने का निर्णय किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के पदचिन्हों पर चलते हुए प्रदेश में जीरो पेंडेंसी पर ध्यान देते हुए शासन से लेकर जिलों तक सुशासन पर ध्यान दिया गया है। जिलों के कार्य जिलों में ही हों तथा जिलों के कार्य अनावश्यक रूप से शासन को सन्दर्भित न किया जाये, इसके सख्त निर्देश दिये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड के कारण किसी के भी हक हकूक बाधित न हो, इसके लिये उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य मन्दिरों पर अधिकार करना नही बल्कि वहां पर अवस्थापना सुविधाओं का विकास करना है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जिन शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया उनमें मेजर चित्रेश बिष्ट, नीरज थापा, संदीप रावत, अनिल सेठी आदि के परिजन शामिल थे।

स्वतंत्रता दिवस को भव्य रुप से मनाने के निर्देश

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु ने विभागीय अधिकारियों को स्वतंत्रता दिवस को भव्य तरीके से मनाने के लिए कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों को जो तैयारियां की जानी हैं उसको समय से संपादित करें। कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले लोग अनिवार्य रूप से मास्क पहनकर प्रतिभाग करेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करेंगे। आमंत्रित किये गये लोगों को ई-पास जारी करें तथा विगत वर्षों में विभिन्न विभागों के कार्मिकों द्वारा किये गये बेहतर कार्यों तथा कोरोना काल में बेहतरीन कोरोना वारियर्स को सम्मानित करवाने के लिये सभी विभाग ऐसे लोगों की सूची खेल विभाग को सौंप दें।
उन्होंने निर्देश दिये कि सभी जिलाधिकारी सुनिश्चित करें कि स्वतंत्रता सेनानियों को उनके आवास पर जाकर सम्मानित किया जाये तथा मुख्य कार्यक्रम में जिन लोगों को सम्मानित किया जाना है उनका अनिवार्य रूप से आरटीपीसीआर टेस्ट करके ही उन्हें सम्मिलित किया जाये। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को कार्यक्रम से जोड़ने और एक भारत श्रेष्ठ भारत तथा आत्म निर्भर भारत का संदेश प्रसारित करने को कहा।
राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम परेड ग्राउंड में आयोजित होना प्रस्तावित हैं जहां पर मुख्यमंत्री द्वारा प्रातः 10 बजे ध्वजारोहण करके कार्यक्रम की शुरूआत करेंगे। तत्पश्चात परेड की सलामी और सम्मान समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित करेंगे। इस बार भी परेड में पैरामिलिट्री फोर्स, पी.ए.सी, नागरिक पुलिस, होमगार्ड आदि के दस्ते भाग लेंगे।
विभिन्न जनपदों में प्रभारी मंत्री ध्वजारोहण करके कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। सभी सरकारी और गैर सरकारी भवनों पर सम्बन्धित विभागाध्यक्ष, कार्यालयाध्यक्ष द्वारा प्रातः 9 बजे ध्वजारोहण किया जायेगा तथा जनपद देहरादून के कलक्ट्रेट में जिलाध्यक्ष द्वारा प्रातः 9ः30 बजे ध्वजारोहण किया जायेगा।
इस बार के मुख्य कार्यक्रम में कोविड-19 के चलते बच्चों का प्रतिभाग नहीं कराया जायेगा। एन.सी.सी को परेड में सम्मिलित नहीं किया जायेगा, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किये जायेंगे तथा कवि सम्मेलन भी आयोजित नहीं किया जायेगा। विगत वर्ष की तरह स्वतंत्रता सेनानियों को उनके घर जाकर सम्मानित किया जायेगा। विभिन्न सार्वजनिक भवन में साफ-सफाई और उनको प्रकाशमान किया जायेगा और विभिन्न जनपदों में वृक्षारोपण अभियान भी चलाया जायेगा।
महत्वपूर्ण स्थलों, चैराहों पर देश भक्ति गीतों का प्रसारण किया जायेगा। एक सप्ताह पूर्व से ही शहीद स्थल, पार्क व स्मरणीय व्यक्तियों के स्टैच्यू इत्यादि की साफ-सफाई की जायेगी तथा टी.वी, रेडियो, सोशल मीडिया के माध्यम से देश भक्ति के गीतों का प्रसारण किया जायेगा।
इस दौरान बैठक में अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, एल.एल. फैनई, पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, डॉ. रंजीत सिन्हा, एस.ए. मुरूगेशन, एच.सी. सेमवाल, प्रभारी सचिव डॉ. वी. षणमुगम, विनोद कुमार सुमन, महानिदेशक सूचना रणवीर सिंह चैहान सहित सम्बंधित विभागीय अधिकारी बैठक में उपस्थित थे तथा सभी जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे।

स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग और बलिदान को युवा पीढ़ी का बताया जाये-मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित कैम्प कार्यालय में देश की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित हो रहे आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की आयोजन व्यवस्थाओं की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृत महोत्सव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ’राष्ट्र सर्वप्रथम’ के विजन को बताता है। इस आयोजन के लिये भारत सरकार द्वारा जो निर्देश दिये गये हैं उसके अनुसार कार्यक्रमों का गरिमा व भव्यता के साथ आयोजन किया जाए। उन्होंने कहा कि अब इसकी समयावधि वर्ष 2023 तक बढ़ाई गई है। अतः इस अवधि में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की स्पष्ट रूप रेखा निर्धारित कर ली जाय। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव का संदेश आमजन तक पहुंचे, इसकी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।

गरिमामयी आयोजन हो

मुख्यमंत्री ने इस आयोजन के तहत अब तक हुए कार्यक्रमों की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि भावी कार्यक्रमों के आयोजन के लिये सभी जिलाधिकारियों एवं विभागाध्यक्षों को स्पष्ट निर्देश दिये जाय। आयोजन गरिमा के साथ आयोजित हो इसके लिये सभी सम्बन्धित विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें।

युवा जानें स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सम्मान हमारे लिये सर्वोपरि है। इस अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम, आजादी के लिये हमारे पूर्वजों द्वारा दिये गये बलिदान से भावी पीढ़ी को परिचित कराने में भी मददगार होंगे। उन्होंने इस आयोजन में विभिन्न संस्थानों, संगठनों, स्वयं सेवी संस्थाओं, एन.सी.सी, एन.एस.एस. की भी भागीदारी सुनिश्चित कराने को कहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी महान विभूतियों के जीवनवृत्त पर प्रदर्शनी आदि के साथ ही उनके जीवन दर्शन पर आधारित लघु फिल्में भी तैयार की जाय। उन्होंने इस आयोजन के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान आदि से सम्बन्धित राज्य स्तरीय गीत तैयार कर उसके माध्यम से भी प्रचार प्रसार के निर्देश दिये।

हर घर झंडा

मुख्यमंत्री ने इस आयोजन के तहत आयेजित होने वाले ‘‘हर घर झंडा कार्यक्रम’’ के सम्बंध में प्रभावी कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने इस सम्बंध में आवश्यक दिशा निर्देशों का भी अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा।

इस सम्बंध में सचिव संस्कृति हरि चन्द्र सेमवाल ने बताया कि इस आयोजन के तहत पूरे देश में 75 ऐतिहासिक महत्व के विशिष्ट स्थलों से प्रत्येक राज्य से दो या तीन विशिष्ट स्थलों को शामिल किये जाने की प्रक्रिया में राज्य से अल्मोड़ा एवं देहरादून को चयनित किया गया है। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में समिति का भी गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि इस आयोजन के अंतर्गत अब तक सभी जनपदों में संबंधित विभागों द्वारा मैराथन दौड़, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर प्रदर्शनी, नशा मुक्ति कार्यक्रम, विचार गोष्ठी, सम्मेलनध्सेमिनार, वृक्षारोपण का आयोजन किया गया है, जबकि खादी प्रदर्शनी, क्विज कार्यक्रम स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के जीवनवृत्त पर नुक्कड़ नाटक पेंटिंग प्रतियोगिता स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से सम्बन्धित स्थलों का भ्रमण, निबंध प्रतियोगिता, साइकिल रैली के कार्यक्रम प्रस्तावित हैं।

इस अवसर पर पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव राधिका झा, प्रभारी सचिव डॉ. वी षणमुगम, महानिदेशक सूचना रणवीर सिंह चैहान, अपर सचिव युगल किशोर पंत, निदेशक उद्योग सुधीर नौटियाल, निदेशक संस्कृति वीणा भट्ट सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।