200 ट्रेनें 1 जून से भरेंगी रफ्तार, कराएं बुकिंग, जानिए कैसे

सरकार 1 जून से 200 नॉन एसी ट्रेनें चलाने जा रही है। इनकी बुकिंग 21 मई को सुबह 10 बजे से शुरू हो जाएगी। ये ट्रेनें 1 मई से चल रहीं श्रमिक स्पेशल ट्रेनों और 12 मई से चल रही स्पेशल एसी ट्रेनों से अलग हैं। इनमें बुकिंग और यात्रा को लेकर रेलवे ने नई गाइडलाइन जारी की है। रेलवे ने कहा है कि ये ट्रेनें मजदूरों के घर पहुंचाने के लिए चलाई जा रही श्रमिक ट्रेनों से अलग होंगी और इनमें बुकिंग ऑनलाइन ही करवाई जा सकेगी।

ध्यान रखने की बात जो आपके काम आएगी…
इन ट्रेनों में एक भी अनरिजर्व्ड कोच नहीं होगी।
जनरल बोगी में भी सभी यात्रियों को सीट उपलब्ध कराई जाएगी और उनसे टू एस क्लास का किराया लिया जाएगा।
आईआरसीटीसी की वेबसाइट या ऐप से ई-टिकट ही बुक किये जा सकेंगे। किसी भी रेलवे स्टेशन पर काउंटर टिकट नहीं बेचा जाएगा।
जिस डेट पर यात्रा करना चाहते हैं उससे अधिकतम 30 दिन पहले ही टिकट बुक कर सकते हैं।
टिकटों में दिव्यांगजनों और मरीजों को छूट दी जाएगी, इसके लिए कुछ कैटेगिरीज तय हैं।
तय सीमा तक आरएसी और वेट लिस्ट टिकटें भी बुक होंगी, लेकिन वेट लिस्ट वाले यात्रियों को स्टेशन में एंट्री नहीं मिलेगी।
इन ट्रेनों के लिए तत्काल या प्रिमियम तत्काल बुकिंग की सुविधा नहीं दी जाएगी।
यात्रियों को ट्रेन के तय समय से 90 मिनट पहले स्टेशन पहुंचना होगा।
जिन यात्रियों के पास कंफर्म्ड टिकट होगी, केवल उन्हें रेलवे स्टेशनों में घुसने दिया जाएगा।
बोर्डिंग से पहले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी, केवल उन्हें ही स्टेशन के अंदर जाने दिया जाएगा जिनमें कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं हैं।
यात्रा के दौरान सभी यात्रियों के लिए मास्क और फेस कवर अनिवार्य होगा।
ट्रेन में ब्लैंकेट, पर्दे और चादरें उपलब्ध नहीं कराई जाएंगी।
यात्रा पूरी होने के बाद यात्रियों को उस राज्य के हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
टिकट कैंसिलेशन के सामान्य नियम लागू रहेंगे।
स्क्रीनिंग के दौरान अगर किसी यात्री में बुखार, जुकाम या खांसी जैसे लक्षण मिलते हैं तो उसे यात्रा करने नहीं दिया जाएगा। इस स्थिति में उसकी टिकट कैंसिल करके रीफंड दिया जाएगा। इस स्थिति में उसके साथ यात्रा कर रहे लोग अगर यात्रा करना न चाहें, तो उनकी टिकट का भी पूरा रीफंड मिलेगा।
ट्रेनों में केटरिंग सुविधा नहीं होगी. कुछ ट्रेनों में पीने का पानी और खाने का सामान पेमेंट बेसिस पर दिया जाएगा।
इस बात पर जोर दिया जाएगा कि यात्री घर से अपना खाना लेकर आएं।
स्टेशन प्लेटफॉर्म्स पर लगने वाली दुकानें खुली रहेंगी। फूड प्लाजा में खाना पैक करके खरीदने की सुविधा होगी। वहां बैठकर खाने की मनाही रहेगी।

रेलवे पहुंचायेगा प्रवासी भारतीयों को उनके घर

लॉकडाउन में जगह-जगह फंसे लोगों के लिए राहत की खबर है। रेलवे ने देशभर के पंद्रह स्टेशनों के लिए कुछ स्टॉपेज के साथ चुनिंदा ट्रेनें चलाने की तैयारी कर ली है। 12 मई से ये ट्रेनें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से चलेंगी। सभी ट्रेनें वातानुकुलित होंगी। सोमवार शाम 4 बजे से बुकिंग शुरू की जाएगी। यात्रा किराया राजधानी एक्सप्रेस के बराबर होगा। डायनेमिक फेयर भी लागू किया जा सकता है। हालांकि, यात्रियों को लॉकडाउन में सार्वजनिक परिवहन नहीं होने से परेशान होना पड़ सकता है। इन 15 रूटों पर ट्रेन शुरू होने के बाद रेलवे कुछ और रूटों पर विशेष ट्रेन चलाएगा। गौरतलब है कि 25 मार्च से सभी यात्री ट्रेन सेवा बंद कर दी गई थीं। 
इन ट्रेनों के टिकट की बुकिंग स्टेशन काउंटर से नहीं होगी। आईआरसीटीसी की वेबसाइट से ही टिकट बुक हो सकेगा। सिर्फ आरक्षित टिकट वाले ही यात्रा कर सकेंगे। तत्काल कोटा नहीं होगा। किसी तरह की छूट भी नहीं मिलेगी। प्लेटफार्म पर वे ही प्रवेश कर पाएंगे जिनके पास कन्फर्म टिकट होगा। 
फेस मास्क पहने बगैर प्लेटफार्म पर यात्रियों को प्रवेश नहीं मिलेगा। थर्मल स्कैनर से चेकिंग के बाद ही यात्रा की इजाजत दी जाएगी। किसी तरह का लक्षण पाए जाने पर यात्रा नहीं कर पाएंगे।
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे रोज 300 ट्रेनें चलाकर प्रवासी कामगारों को घर पहुंचाने को तैयार है। गोयल ने ट्वीट किया, मैं सभी राज्यों से अपील करता हूं कि वे अपने लोगों को वापस लाने की अनुमति दें ताकि 3-4 दिन में उन्हें घर पहुंचाया जा सके। रेल मंत्रालय ने इसे लेकर एक विस्तृत योजना का निर्माण किया है। शुरुआत में कम संख्या में ही ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इस दौरान लोगों के स्वास्थ्य और कोरोना संक्रमण की जांच भी की जाएगी।

दिल्ली से 15 शहरों के लिए चलेंगी ये ट्रेन
नई दिल्ली-डिब्रूगढ़
नई दिल्ली-अगरतला
नई दिल्ली- हावड़ा
नई दिल्ली-पटना
नई दिल्ली-बिलासपुर
नई दिल्ली-रांची
नई दिल्ली-भुवनेश्वर
नई दिल्ली-सिकंदराबाद
नई दिल्ली-बंगलुरू
नई दिल्ली-चेन्नई
नई दिल्ली-तिरुवनंतपुरम
नई दिल्ली-मडगांव
नई दिल्ली-मुंबई सेंट्रल
नई दिल्ली-अहमदाबाद
नई दिल्ली-जम्मू तवी 

ट्रेन की टिकट सस्ती होने के आसार

रेलवे में खाने को लेकर आए दिन कोई न कोई शिकायत मिलती रहती है। ऐसे में बहुत से यात्री चाहते थे कि टिकट के साथ खाना लेना अनिवार्य नहीं होना चाहिए। अगर आप भी ऐसे लोगों में से हैं जो ट्रेन का खाना पसंद नहीं करते हैं, तो आपके लिए रेलवे एक बड़ी खुशखबरी लेकर आया है।
खाने के नहीं देने होंगे पैसे बुधवार को रेलवे ने घोषणा करते हुए कहा है कि अब आपको ट्रेन टिकट खरीदते समय खाने के पैसे देना जरूरी नहीं होगा। यह नया नियम 26 जुलाई से प्रभावी हो चुका है। इसका फायदा सबसे अधिक उन लोगों को होगा, जिन्हें ट्रेन का खाना पसंद नहीं आता था और वह उसका पैसा नहीं देना चाहते थे। अब आप टिकट बुक करते समय चाहें तो खाने का पैसा दें या चाहें तो खाने को टिकट से हटा दें, आपकी मर्जी।
इन ट्रेनों में मिलेगी सुविधा रेलवे ने कैटरिंग को फिलहाल 31 प्रीमियम ट्रेनों में वैकल्पिक बनाया है। इन 31 प्रीमियम ट्रेनों में 7 राजधानी, 6 शताब्दी और दूरंतो शामिल हैं। फिलहाल रेलवे की तरफ से उन 31 प्रीमियम ट्रेनों में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाया गया है। इसका सीधा मतलब यह है कि इन ट्रेनों की टिकटें सस्ती हो जाएंगी, क्योंकि आपके लिए खाने के पैसे देना वैकल्पिक कर दिया जाएगा।
ये भी होगा बदलाव कैटरिंग सेवा को बेहतर बनाने के लिए आईआरसीटीसी यात्रियों से उनके फीडबैक लेगी। इसके अलावा, भारतीय रेलवे के तहत चल रहे 100 किचन को आईआरसीटीसी को दे दिया जाएगा और साथ ही 20 नए मॉडर्न किचन भी खोले जाएंगे। यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि आईआरसीटी के ग्राहकों को बेहतर सेवाएं दी जा सकें।