गंगा तट पर हुई दूरगामी धामी को समर्पित महिला गंगा आरती

ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट द्वारा महिलाओं द्वारा की जा रही गंगा आरती में पूर्णानंद घाट में महिलाओं ने पूजन-अर्चना कर पुष्कर सिंह धामी को दोबारा मुख्यमंत्री बनाए जाने गंग सबलाओं ने की विशेष गंगा आरती। इस विशेष अवसर पर विशेष प्रार्थना पूजा व कामना की गई कि ईश्वर व गंगा माँ पुष्कर सिंह धामी को शक्ति दें और स्वस्थ रखें इसके साथ ही महिला साधकों ने हवन कर आहुतियां दी।

शांति सिंह जी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आपके नेतृत्व में उत्तराखंड में समृद्धि लौटेगी। बहुत प्रगति होगी, और लोगों के मुद्दों को हल किया जाएगा। गंगा मैया आपके साथ है। पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री कार्यकाल में अनेकों जनकल्याणकारी योजनाएं प्रदेश को मिली।

डॉ. ज्योति शर्मा ने धामी को शुभकामनाएं देते हुए उनकी दीर्घायु की कामना की है। उन्होंने कहा है कि अब उन्हें पहाड़ से पलायन रोकने और युवाओं को रोजगार देने की दिशा में काम करके दिखाना होगा साथ ही उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व की कार्यशैली पर प्रशंसा जतायी। इसी क्रम में ऋषिकेश गंगा आरती की गंग सबलाओं ने नारी शक्ति व नेतृत्व को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों को सराहा व सरकार की विभिन्न योजनाओं को बढ़ावा देने हेतु शृद्धालुओं से जन संकल्प करवाया।

टापू में फंसे आठ लोगों को जल पुलिस ने कड़ी मशक्कत से बचाया

मुनिकीरेती में आठ लोगों की जान तब आफत में आ गई, जब गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से सभी टापू में फंस गए। मौके पर चीख पुकार मच गई। गनीमत रही कि जल पुलिस के जवानों से समय रहते राफ्ट से रेस्क्यू अभियान चलाया और सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।

दरअसल, अलग-अलग क्षेत्रों के आठ लोग जिनमें सिमरन निवासी रायवाला, सलीना राणा, कनू क्षेत्री दोनों निवासी डोईवाला, विवेक थापा निवासी मियांवाला, देवेंद्र, महेन्द्र दोनों निवासी गुड़गांव, बीरबल सिंह, हर्ष दोनों निवासी शीशमझाड़ी दोपहर दो बजे करीब जानकी सेतु के समीप गंगा नदी में बने टापू पर पहुंचे। सभी घूमने में व्यस्त रहे, तभी अचानक करीब दो बजकर 35 मिनट पर गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ गया। जलस्तर बढ़ने के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। तभी जल पुलिस के जवानों ने राफ्ट से अभियान चलाया और काफी मशक्कत करने के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।

जल पुलिस के जवानों में उत्तम सिंह, सुनील रावत, मनोज बिष्ट और शिवम सिंह शामिल रहे।

रविवार को प्रदेश को मिलेगा सूर्यधार झील का तोहफा

पहले डोबराचांठी, जानकी सेतु और अब सूर्यधार। विकास की इबारत लिखते मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत रविवार को प्रदेशवासियों को सूर्यधार झील के रूप में एक नया तोहफा देने जा रहे हैं। सूर्यधार में झील बनकर तैयार हो गई है जिसका रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लोकार्पण करेंगे।

सूर्यधार झील मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्टों में से एक है। इस झील से क्षेत्र को पेयजल और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा। इससे लगभग 18 गांवों को सिंचाई और 19 गांवों को पेयजल मिलेगा, जो कि पूरी तरह से ग्रैविटी आधारित होगी। बता दें कि इस क्षेत्र में लंबे समय से पेयजल और खेतों की सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता न होने की समस्या रही है। क्षेत्रवासियों की इसी दिक्कत को समझते हुए मुख्यमंत्री ने सूर्यधार में झील बनाने का ऐलान किया था।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र द्वारा समय-समय पर सूर्यधार में निर्माणाधीन झील के निरीक्षण किए जाते रहे। अब, रिकार्ड समय में यह झील बनकर तैयार हो गई है। यह झील आने वाले दिनों में देहरादून जिले में नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर भी उभरेगी। यहां पर सरकार की योजना नौकायन के साथ ही लोगों को प्रकृति का दीदार कराने व अन्य पर्यटन गतिविधियां संचालित करने की है। इस बहुउद्देशीय योजना के माध्यम से प्रति वर्ष 7 करोड़ रुपये की बिजली की बचत भी होगी. इससे किसानों को बारह महीने पानी मिलेगा।