चंपावत पहुंचे सीएम धामी, जिले के विकास को की अनेक घोषणाएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा आज राजकीय बालिका इंटर कॉलेज चंपावत में आयोजित चम्पावत एवं लोहाघाट विधानसभाओं की कुल एक अरब तीन करोड़ सत्तर लाख चौवन हजार रुपये (10370.54 लाख) की लागत की कुल 42 (19 $ 23) योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया। जिसमे चम्पावत की 9 योजनाओं का लोकार्पण व 14 योजनाओं का शिलान्यास के साथ ही लोहाघाट विधानसभा की 3 योजनाओं का लोकार्पण व 16 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा जिले के विकास हेतु अनेक घोषणाएं की गई। जिसमें जिले के 100 सरकारी विद्यालयों का रूपांतरण किया जाएगा। नाबार्ड मद से औद्योगिक विकास किया जाएगा। मुंडयानी में उद्यान फॉर्म बनाया जाएगा। चंपावत में एडवेंचर पार्क का निर्माण, चंपावत में शूटिंग रेंज बनाया जाएगा जिस हेतु जिलाधिकारी भूमि का चयन करेंगे। उनके द्वारा जिला मुख्यालय में पुस्तकालय हेतु अपनी विधायक निधि से ₹10 लाख की घोषणा की गई। इसके साथ ही चंपावत का हेरिटेज सिटी के रूप में निर्माण किया जाएगा। जिले में राष्ट्रीय रिवर राफ्टिंग का आयोजन व पैराग्लाइडिंग के क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। साथ ही पूर्णागिरि राफ्टिंग क्षेत्र में राफ्टिंग का आयोजन कराया जाएगा। जिले के टनकपुर से घाट राष्ट्रीय राजमार्ग के विभिन्न स्थानों पर 7 हिलांस आउटलेट का निर्माण किया जाएगा। चंपावत- एक हथिया नौला- मायावती ट्रैक रुट का निर्माण कराया जाएगा। राजबुंगा किले का पर्यटन की दृष्टि से विकास किया जाएगा। सिप्टी वाटरफॉल का सौंदर्यीकरण एवं सड़क निर्माण आदि का कार्य किया जाएगा। घाट-पंचेश्वर सड़क सौंदर्यीकरण व निर्माण कार्य किया जाएगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा चंपावत जिले के नव सृजित पुल्ला गुमदेश उप तहसील के संचालन का ऑन लाइन शुभारंभ भी किया, आज से उप तहसील पुल्ला गुमदेश का संचालन प्रारंभ हो गया है। इस दौरान विभिन्न विभागों द्वारा सरकार द्वारा संचालित विकासपरक योजनाओं के स्टाल भी लगाए गए जिनका मुख्यमंत्री जी द्वारा निरीक्षण भी किया गया। तथा विभिन्न प्रगतिशील कास्तकारों से वार्ता भी की। उन्होंने स्थानीय फलों के साथ ही बद्री गाय की छास का भी स्वाद लिया,तथा किसानों के उत्पादों को सराहा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में जनसभा कार्यक्रम को भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा राष्ट्रीय आजीविका मिशन में समूह गठन के लिए समूह की आजीविका संबंधी गतिविधियों के प्रोत्साहन हेतु आठ समूह लाभार्थियों को चेक वितरित किए गए। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत मुख्यमंत्री घोषणा में आवास निर्माण कार्य पूर्ण होने पर लाभार्थियों चंद्रकला, लीलावती, रामचंद्र जोशी, देवकी देवी, सुंदर सिंह, रेखा देवी, ममता देवी, हेमा देवी को ₹5000 की धनराशि के चेक साज-सज्जा हेतु प्रदान किए। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री ग्रामीण योजना अंतर्गत प्रति लाभार्थी को प्रथम किस्त ₹ 6000, द्वितीय किस्त 4000 व तृतीय किस्त 3000 की धनराशि के चेक प्रदान किए। साथ ही स्वास्थ्य संवर्धन योजना अंतर्गत ओपन जिम स्थापित किए जाने हेतु युवक मंगल दल के अध्यक्षों को मुख्यमंत्री जी द्वारा ₹ 17960 के धनराशि के चेक वितरित किए गए। स्वावलंबन योजना अंतर्गत महिला मंगल दलों के अध्यक्षों को कुल 626 युवक एवं महिला मंगल दलों को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से दलों की आवश्यकता अनुसार सामग्री आदि के क्रय करने एवं स्वरोजगार उत्पन्न करने के उद्देश्य से प्रति दल को ₹14268 की धनराशि चेक वितरित किए गए।
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अंतर्गत कमला देवी, कविता देवी, दीपा देवी, हीरा देवी व चंचला देवी को उज्जवला योजना के अंतर्गत निशुल्क गैस कनेक्शन वितरित किये गए।
इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विकास की शुरूआत जनपद चंपावत से की जाएगी जिससे उत्तराखंड उत्कृष्ट राज्य बनेगा। यह 100 दिन सरकार का समर्पण और प्रयास का रहा है। हम उत्तराखंड प्रदेश को पूरे देश में अग्रणी राज्य बनाने के साथ ही उत्तराखंड राज्य सरकार विकास की आधारशिला रखने का कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा वे हमेशा चंपावत वासियों के बीच रहकर यहां की जनता की सेवा करते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के इन 100 दिनों के कार्यकाल में अनेक ऐतिहासिक कार्य कराए गए हैं। उत्तराखंड राज्य में सभी धर्मों के लोग निवास करते हैं यहां समान नागरिक संहिता कानून लागू हेतु सरकार द्वारा कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा पर्यावरण मित्रों का मानदेय ₹ 500 करने के साथ ही विभिन्न पेंशन में बढ़ोतरी की गई है। राज्य में भ्रष्टाचार पर पूर्ण लगाम लगाए जाने हेतु 106 टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकल्प रहित संकल्प के तहत देश में उत्तराखंड राज्य उत्कृष्ट राज्य बनेगा। उन्होंने कहा कि शोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय का कैंपस चंपावत में बनेगा, जिसके लिए 5 करोड़ रूपये की धनराशि जारी कर दी गई है। आने वाले समय चंपावत मॉडल जिला बनेगा यहां का चौमुखी विकास होगा। इस क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री द्वारा जिन विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया उनमें विधानसभा चम्पावत अंतर्गत ग्रामीण निर्माण विभाग द्वारा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चंपावत एवं जिला आपातकालीन केद्र, चंपावत का विस्तारीकरण एवं सौंदर्यीकरण का कार्य (68.54 लाख), राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, बनबसा में लाइब्रेरी कक्ष का निर्माण(22.42), खंड विकास अधिकारी आवास चंपावत से सर्किट हाउस चंपावत तक लिंक रोड का निर्माण (14.37), नलकूप खण्ड टनकपुर द्वारा जनपद चंपावत के ग्राम खिरदौरी में सामान्य मत एवं डीएसपी मत के अंतर्गत सोलर चलित लिफ्ट सिंचाई योजना का निर्माण (98.00), नगर पालिका परिषद चंपावत द्वारा माननीय मुख्यमंत्री घोषणा अंतर्गत छतार वार्ड के पूल्ड आवास कॉलोनी में पार्क निर्माण (27.49), आर0एफ0सी0 मोड़ पर पार्क निर्माण (30.62) व डिप्टेश्वर मंदिर के पास पार्क निर्माण (35.47), निर्माण इकाई उत्तराखंड पेयजल संस्थान विकास एवं निर्माण निगम द्वारा जनपद चंपावत के जिला चिकित्सालय में 12 चिकित्सा अधिकारी हेतु ट्रांजिस्ट हॉस्टल का निर्माण (288.27) व इंटीग्रेटेड नर्सिंग संस्थान (जीएनएम एवं बीएससी नर्सिंग) के निर्माण अंतर्गत प्रशासनिक भवन हॉस्टल बी (2362.32) का लोकार्पण किया गया। व सिंचाई खंड लोहाघाट द्वारा मुख्यमंत्री घोषणा अंतर्गत फ्लड प्रोटक्शन वॉल टू प्रोटेक्ट पूर्णागिरि मेला एरिया निकट मां आदिशक्ति मंदिर ऑन राइट बैंक ऑफ शारदा रिवर (459.65), विधानसभा क्षेत्र चंपावत अंतर्गत शारदा नदी के दाएं पार सुपर घसियारा मंडी बस्ती पर शारदा नदी के किनारे बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य (607.48), जिला पर्यटन विभाग द्वारा जनपद चंपावत के श्यामलाताल में हाईटेक शौचालय निर्माण (32.14),व जनपद चंपावत में सुलभ इंटरनेशनल द्वारा संचालित 7 शौचालय ( टनकपुर, बनबसा, लोहाघाट, ठुलीगाड़, सुखीढाक, शारदाचुंगी व भैरव मंदिर) की मरम्मत एवं उच्चीकरण (92.71), राज्य योजना अंतर्गत जनपद चंपावत के विधानसभा क्षेत्र चंपावत में चंपावत- खेतीखान मोटर मार्ग के 16 किलोमीटर से धामीसौन-डिगडाई मोटर मार्ग के तोककारी तक मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य द्वितीय चरण (58.19), निर्माण शाखा उत्तराखंड पेयजल निगम द्वारा छीनीगूठ तल्ली पंपिंग पेयजल योजना (98.26), सल्ली पेयजल योजना (111.77), बनलेख (रेट्रो) पेयजल योजना (81.90), बस्तियां पंपिंग पेयजल योजना (111.40), जल संस्थान द्वारा बनबसा क्षेत्र अंतर्गत बमनपुरी, पंचपकरिया, चंदनी, भैंसियाखाल, देवीपुरा, भजनपुर, गुदनी, फ़ागपुर पंपिंग पेयजल योजना एवं भूलवाकोट सोलर पंपिंग पेयजल योजना का निर्माण (1770.61), व टनकपुर क्षेत्र अंतर्गत ज्ञानखेड़ा, मनिहारगोठ, बिचाई, बागडोराखास, थ्वालखेड़ा, देवीपुरम पंपिंग पेयजल योजना एवं अमिया थपलियाखेड़ा सोलर पंपिंग पेयजल योजना (677.75) निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया।
वहीं लोहाघाट विधानसभा क्षेत्र की नलकूप खंड, टनकपुर द्वारा एसीपी मद के अंतर्गत सिब्योली लिफ्ट सिंचाई योजना(245.81), निर्माण खंड लोक निर्माण विभाग लोहाघाट द्वारा राज्य योजना अंतर्गत लमताल से आगर व खकौड़ा पोखरा मोटर मार्ग का पुनः निर्माण व सुधार कार्य (255.10), खूना बलाई क्षेत्र में विभिन्न मोटर मार्गाे का पुनः निर्माण व सुधार कार्य (240.38) का लोकार्पण तथा मुख्यमंत्री घोषणा अन्तर्गत नाबार्ड मद से विकासखंड पाटी के लदिया नदी के दाएं एवं बाए पार्श्व पर स्थित ग्राम गागरी की सुरक्षा हेतु बाढ़ सुरक्षा योजना (407.37), विकासखंड पाटी के ही लदिया नदी के दाएं पार्श्व तथा किवाड़ी नाले के दाएं एवं बाय पार्श्व पर स्थित ग्राम परेवा (कलोता) सुरक्षा हेतु बाढ़ सुरक्षा योजना (402.63), निर्माण शाखा उत्तराखंड पेयजल निगम द्वारा कलीगांव पेयजल योजना(228.10), कोलिढेक पेयजल योजना (76.01), मोड़ा रेट्रो पेयजल योजना(39.53), सुल्ला फेज-2 पेयजल योजना (35.23), खरकागाड़ धूरा (मंगोली) सोलर पंपिंग पेयजल योजना (32.58), बनोली पेयजल योजना(36.18), बैरख पेयजल योजना(40.57), मनटंडे पेयजल योजना तक नेपाल रेट्रो पेयजल योजना(41.93), तापनिपाल रेट्रो पेयजल योजना (32.81), संगों एवं घिनगारूकोट पेयजल योजना (36.40) योजनाओं का शिलान्यास किया।
इस दौरान अध्यक्ष वन विकास निगम कैलाश गहतोड़ी, अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, विधायक लोहाघाट खुशाल सिंह अधिकारी, पूर्व दर्जा राज्यमंत्री हयात सिंह मेहरा, शिवराज सिंह कठायत, चंपावत नगर पालिका अध्यक्ष विजय वर्मा, लोहाघाट गोविंद वर्मा, सतीश पांडे, भाजपा जिला अध्यक्ष दीप चन्द्र पाठक, जिलाधिकारी नरेद्र सिंह भण्डारी, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र सिंह पींचा समेत अन्य जनपदीय अधिकारी, स्थानीय नागरिक व जनता मौजूद रही।

मुख्य सचिव ने मानसखंड कॉरिडोर के विकास को लेकर जिलाधिकारियों की ली बैठक

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने मानसखण्ड कॉरिडोर के विकास के सम्बन्ध में बैठक ली। मुख्य सचिव ने कुमाऊं क्षेत्र के सभी जिलाधिकारियों को अपने क्षेत्र के महत्त्वपूर्ण मंदिरों को विकसित करने हेतु सम्बन्धित विभागों को साथ में लेते हुए, क्षेत्रों का भ्रमण कर एक प्लान तैयार किए जाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि सभी मंदिरों को कैटेगरी में बाँटते हुए, कैटेगरी ‘ए‘ में अतिमहत्त्वपूर्ण मंदिरों एवं पर्यटन स्थलों को रखें। कैटेगरी ‘बी‘ में ऐसे मंदिरों को चयनित किया जाए जिनमें पर्यटन की दृष्टि से काफी अधिक पोटेंशियल है, साथ ही, कैटेगरी ‘सी‘ में अन्य मंदिरों एवं पर्यटक स्थलों को शामिल किया जाए जिसमें भविष्य में कार्य किया जाना है।

मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को इन क्षेत्रों का मास्टर प्लान तैयार करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान में समस्त प्रकार की अवस्थापना सुविधाओं का ख्याल रखा जाए, जिससे भविष्य में आने वाली समस्याओं से बचा जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि सड़कों का चौड़ीकरण, फॉरेस्ट क्लीयरेंस, पार्किंग की व्यवस्था, बिजली-पानी एवं सफाई की उचित व्यवस्था हेतु प्लान तैयार कर लिए जाएं।

मुख्य सचिव ने चारधाम और मानसखण्ड कॉरिडोर के अन्तर्गत आने वाले ऐसे मंदिरों और पर्यटन स्थलों, जिनमें अत्यधिक श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं, के आसपास के क्षेत्रों में नए पर्यटक स्थल विकसित किए जाने के भी निर्देश दिए ताकि उन मंदिरों एवं पर्यटक स्थलों का दबाव कम हो सके। इससे नए रोजगार भी उपलब्ध होंगे।

मुख्य सचिव ने रोप-वे प्रोजेक्ट्स को भी साथ-साथ शुरू करते हुए कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य मंदिरों एवं पर्यटक स्थलों को प्राथमिकता पर लेते हुए कैटेगरी ए में रखते हुए शीघ्र प्रस्ताव तैयार किए जाने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु एवं सचिव दिलीप जावलकर, सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयुक्त कुमाऊं श्री दीपक रावत एवं सभी सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी सहित अन्य उच्चाधिकारी भी उपस्थित थे।

रूद्रपुर में सीएम ने दिए निर्देश, ग्राम सभाओं में मेडिकल टीम जाकर करे जांच


रूद्रपुर में एक दिवसीय भ्रमण पर पंहुचे प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने एपीजे अब्दुल कलाम सभागार कलेक्ट्रेट में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर जिले में कोविड संक्रमण की रोकथाम, उपचार एवं उससे बचाव आदि हेतु किए जा रहे कार्यों के साथ ही आगामी मानसून काल के मद्देनजर पूर्व तैयारी तथा जनपद में संचालित विकास कार्यों की विस्तृत रूप से जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु अधिक से अधिक सैम्पलिंग बढ़ाई जाए। इस हेतु सभी ग्राम सभाओं में मेडिकल टीम जाकर जांच करे। जांच के दौरान लक्षण वाले प्रत्येक व्यक्ति को तत्काल दवा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें एवं ग्राम स्तर पर निगरानी टीम को और अधिक एक्टिव रखते हुए संक्रमण की रोकथाम हेतु कार्य करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था मुहैया कराना सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के साथ ही आगामी वर्षा के दौरान जल जनित रोग, डेंगू की रोकथाम हेतु व्यापक स्तर पर सभी नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में नगर निकाय व पंचायती विभाग सेनेटाइजेसन का कार्य लगातार जारी रखें, साथ ही जनता को इसके प्रति जागरूक भी करें। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केद्रों में भी में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में कोरोना से संबंधित आवश्यक दवा की किट का भी वितरण शीघ्रता से कराया जाये।

मुख्यमंत्री ने सभी विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से कहा कि गांव में जाकर लगातार दवाई एवं अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधाओं की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी लेते रहें। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु कड़ाई से कर्फ्यू का अनुपालन कराना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि ब्लैक फंगस की रोकथाम को दृष्टिगत रखते हुए राज्य सरकार ने इंजेक्शन की पर्याप्त व्यवस्था कर ली है एवं कोविड-19 की तीसरी लहर से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। उन्होने कहा कि आवश्यकतानुसार अस्पतालों के साथ ही होटल, धर्मशाला की भी व्यव्स्था करना सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री ने कोविड कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण भी किया, कन्ट्रोल रूम की व्यस्थाओं की सराहना करते हुए होम आईशोलेशन में रह रहे मरीजों से विडियो कॉल के माध्यम से बातचीत कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली एवं जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की। उन्होने कहा कि कोविड संक्रमण में जो बच्चे अनाथ हो गये है ऐसे बच्चों को 3000 रुपए प्रतिमाह दिए जायेंगे। उन्होने कहा कि ऐसे अनाथध्असहाय बच्चे जब तक बालिग न हो तब तक जिलाधिकारियों की देखरेख में रहेंगें ताकि उनकी सम्पत्ति को कोई भी नुकसान न पहुंचा सके। उन्होने कहा कि कोरोना संक्रमण में बजट की कोई कमी नही है जिसके लिए जिलाधिकारी को भी अधिकार दिये गये है कि वह अपने फण्ड से भी इस महामारी में खर्च कर सकते है।

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा आगामी मानसून काल के मद्देनजर सम्बन्धित अधिकारियों से आगामी मानसून के लिए तैयारियों की जानकारी ली। उन्होने निर्देश दिए कि सभी विभाग किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने हेतु पूर्व तैयारी करते हुए अलर्ट रहें तथा किसी भी प्रकार की आपदा की घटना होने पर तत्काल राहत एवं बचाव कार्य किए जाये, सभी तहसील व थाना स्तर पर आवश्यक उपकरण राहत पैकेट आदि की भी व्यवस्था के साथ ही राहत कैम्प चिह्नित कर उनमें आवश्यक व्यवस्था पूर्व से रखी जाए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए सहयोग से कार्य करें। विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने पेयजल, ऊर्जा विभाग, लोक निर्माण विभाग,सिंचाई समेत विभिन्न कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह निर्माण कार्यों को समयबद्धता से पूर्ण करें। अधिकारी मुख्यालय में न बैठकर फील्ड में जाकर विकास कार्यों को आगे बढ़ाएं, कार्य धरातल पर दिखने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि एक दूसरे के पूरक हैं वह मिलकर कार्य कर जिले को विकास के क्षेत्र में आगे ले जाएं। वह एक टीम भावना के साथ कार्य करें।

बैठक में सांसद अजय भट्ट, विधायक राजकुमार ठुकराल, राजेश शुक्ला, हरभजन सिंह चीमा, प्रेम सिंह राणा एवं पुष्कर सिंह धामी ने जिले के विकास के संबंध में अपनी बात रखी। उन्होने कहा कि जिनका राशन कार्ड अभी तक ऑनलाइन नही हुआ है उन लोगों को भी राशन देना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार का मकसद है कि प्रदेश में कोई भी भुखा न रहे।
बैठक में जिलाधिकारी रंजना राजगुरू व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से जिले में कोविड संक्रमण एवं डेंगू की रोकथाम हेतु किए जा रहे कार्यों के अतिरिक्त वर्तमान में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं के एवं आगामी मानसून काल के दौरान किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने हेतु की गई पूर्व तैयारी के साथ ही जिले में संचालित विकास कार्यों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी।

इस अवसर पर प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज, परिवहन मंत्री यशपाल आर्य, शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय, सांसद अजय भट्ट, विधायक राजकुमार ठुकराल, राजेश शुक्ला, सौरभ बहुगुणा, प्रेम सिंह राणा, पुष्कर सिंह धामी, आदेश चैहान, कुमाऊं आयुक्त अरविन्द सिंह हयांकि, डीआईजी कुमाऊ अजय रौतेला, मेयर रूद्रपुर रामपाल, जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, नोडल अधिकारी हॉस्पिटल मैनेमेंट बंशीधर तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 डीएस पंचपाल, अपर जिलाधिकारी उत्तम सिंह चैहान, जगदीश चन्द्र काण्डपाल आदि उपस्थित थे।

हल्द्वानी कोविड केयर सेंटर में 375 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था, सीएम ने किया वर्चुअल उद्धाटन


मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हल्द्वानी में डी.आर.डी.ओ द्वारा स्थापित 500 बेड के अस्स्थाई कोविड केयर सेंटर (जनरल विपिन चन्द्र जोशी) का वर्चुअल उद्घाटन किया।

10 हजार वर्गफीट में बनाये गये इस आधुनिक सुविधायुक्त कोविड केयर सेंटर में 375 ऑक्सीजन बेड, 125 आईसीयू एवं वेंटिलेटर की व्यवस्था की गई है। बच्चों के लिए अलग वार्ड के साथ ही उनके अभिभावकों के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। इसमें ब्लैक फंगस (म्यूकरमायोसिस) के मरीजों के लिए भी अलग वार्ड बनाया गया है। डीआरडीओ द्वारा यह कोविड केयर सेंटर मात्र तीन सप्ताह में तैयार किया गया है। अब इसका क्लीनिकल मैनेजमेंट डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल द्वारा किया जायेगा।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य के समन्वित प्रयासों से यह कोविड केयर सेंटर जल्द बनकर तैयार हुआ है। मुख्यमंत्री ने इस कोविड केयर सेंटर की स्थापना के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में इस कोविड केयर सेंटर के बनने से कुमायूं मण्डल के लोगों को ईलाज कराने में काफी सुविधा होगी। देवभूमि उत्तराखण्ड की परम्परा हमेशा सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय की रही है। जो भी मरीज यहां ईलाज के लिए आयेंगे, उन्हें उचित ईलाज दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य में ऑक्सीजन, आईसीयू, वेंटिलेटर एवं अन्य आवश्यक दवाओं की पूर्ण उपलब्धता है। कोविड की तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी पुख्ता व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में हल्द्वानी में यह एक महत्वपूर्ण कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि कुमायूं क्षेत्र के लिए यह एक बड़ी सौगात है। कोरोना की तीसरी लहर के दृष्टिगत भी यह कोविड केयर सेंटर बहुत मददगार साबित होगा।

सांसद अजय भट्ट ने कहा कि सीएम तीरथ सिंह रावत के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं। राज्य के पर्वतीय एवं दूरस्थ क्षेत्रों में भी ऑक्सीजन, कन्संट्रेटर आदि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उन्होंने कोविड केयर सेंटर की बहुत कम समय में स्थापना करने पर डी.आर.डी.ओ के अधिकारियों का भी आभार व्यक्त किया।

नेता प्रतिपक्षध्विधायक डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि हल्द्वानी में इस कोविड केयर सेंटर के बनने से मरीजों को ईलाज करने में काफी सुविधा होगी। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। हल्द्वानी में कुमांयू एवं उत्तर प्रदेश से अनेक मरीज ईलाज के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल ऐसा क्षेत्र है, जिसमें हमेशा सुधार की गुंजाइश रहती है। उन्होंने कहा कि कोविड लड़ने के लिए सबको मिलजुल कर प्रयास करने होंगे।

इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से मेयर हल्द्वानी डॉ. जोगेन्द्रपाल सिंह रौतेला, नैनीताल के भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार शत्रुघ्न सिंह, मुख्य सचिव ओम प्रकाश, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी, मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी जे. सुंद्रियाल, कुमायूं कमश्निर अरविन्द सिंह ह्यांकी, जिलाधिकारी नैनीताल धीराज गर्ब्याल, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा, डॉ सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज के प्रिन्सिपल डॉ. सी.पी. भैंसोड़ा एवं सीएमएस सुशीला तिवारी मेडिकल अस्पताल डॉ. अरूण जोशी आदि उपस्थित थे।