श्री भरत मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा के षष्ठ दिवस पर बाल लीलाओं का हुआ वर्णन

ब्रह्मलीन पूज्य महंत अशोक प्रपन्नाचार्य जी महाराज की पुण्य स्मृति मे आयोजित नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के पष्ठ दिवस श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन हुआ।

कथा व्यास डा. राम कमल दास वेदांती ने कहा कि भगवान कृष्ण ने सबसे पहले पूतना का उद्धार किया था। कृष्ण जन्म पर नंदबाबा के घर खुशी मे जब उत्सव मनाया जाने लगा और नंद बाबा को कंस राजा के पास कर देने जाने मे देरी हो गई। उन्होंने राजा के पास पहुंच कर निवेदन किया की महाराज मेरे घर पुत्र ने जन्म लिया है। इसलिए आने मे देरी हो गई। राजा कंस ने पुत्र जन्म की खबर पर पुत्र को चिरंजीव होने का वचन बोला। उसे पता नहीं था जिसे तू चिरंजीव बोल रहा है वो ही तेरा काल है। उधर भगवान मन ही मन मुस्करा रहे है और सोच रहे है की राम जन्म मे ताड़का कृष्ण जन्म मे पूतना से पाला पड़ा है। माता यशोदा का दुलारा अपनी बाल लीलाओं से आनन्द विभोर होते है और अपनी लीलाओं के माध्यम से ही पूतना का वध करते है। कृष्णजी की बाल लीलाओं का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को हमेशा धर्म के मार्ग पर चलकर समाज सेवा में लोगों को आगे आना चाहिए। मानव जब इस संसार में पैदा लेता है तो चार व्याधि उत्पन्न होते हैं। रोग, शोक, वृद्धापन और मौत मानव इन्हीं चार व्याधियों से धीर कर इस मायारूपी संसार से विदा लेता है।

सांसारिक बंधन में जितना बंधोगे उतना ही पाप के नजदीक पहुंचेगा। इसलिए सांसारिक बंधन से मुक्त होकर परमात्मा की शरण में जाओ तभी जीवन रूपी नैय्या पार होगी। आज के दौर में परेशानी और अविश्वास बढ़ता जा रहा है। इससे समाज में खींचतान, स्वार्थ, लोभ, दुख. पतन, विकृतियों का अम्बार लगा हुआ है। ऐसे में समाज को युग के अनुरूप दिशा चिंतन, व्यवहार, परमार्थ के लिए हृदय में परिवर्तन के लिए श्रीमद भागवत कथा पुराण का आयोजन किया जा रहा है।

षष्ठ दिवस की पावन पवित्र कथा मे श्री भरत मंदिर के महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य, हर्ष वर्धन शर्मा, वरुण शर्मा, रोशन धस्माना, मधुसूधन शर्मा, रवि शास्त्री आदि उपस्थित रहे।

महंत अशोक प्रपन्नाचार्य की स्मृति में तीन मार्च को विशाल रक्तदान शिविर होगा आयोजित

दिवंगत पुण्य आत्मा महंत अशोक प्रपन्नाचार्य महाराज जी की पुण्य स्मृति में तीन मार्च को विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह निर्णय आज हुई बैठक में विधिवतरूप से लिया गया।

श्री भरत मंदिर झंडा चौक प्रांगण में आज विशेष बैठक आयोजित हुई। इसमें रक्तदान शिविर का आयोजन को लेकर रूपरेखा तैयार की गई। शिविर में एम्स ऋषिकेश हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट, शांति प्रपन शर्मा राजकीय चिकित्सालय और आईएमए देहरादून की मेडिकल टीम के द्वारा रक्त रक्तदान शिविर में रक्त एकत्र किया जाएगा।

इस अवसर पर श्री भरत मंदिर के महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने बताया कि संपूर्ण ऋषिकेश के जनमानस के सहयोग से प्रतिवर्ष विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है इस वर्ष शिविर का आयोजन 03 मार्च 2022 को किया जाएगा। जिससे जरूरतमंद व्यक्ति को समय पर रक्त प्रदान करके जीवन बचाया जा सके और समाज को रक्तदान के लिए प्रेरित किया जा सके। क्योंकि एक रक्तदान से चार जीवन बचाए जा सकते हैं क्योंकि रक्त में लाल रुधिर कण, सफेद रुधिर कण,प्लेटलेट्स और प्लाज्मा पाए जाते हैं जिसकी अलग-अलग आवश्यकता अलग-अलग तरह के जरूरतमंद व्यक्तियों को पड़ती रहती है ।इस अवसर पर श्री भरत मंदिर सोसायटी के सचिव श्री हर्षवर्धन शर्मा जी ने कहा कि इस प्रकार का यह तीसरा रक्तदान शिविर है जो आने वाले समय में शहर के जनमानस के सहयोग से निरंतर चलता रहेगा जिसका उद्देश्य किसी भी प्रकार की दुर्घटना से ग्रस्त व्यक्ति और गर्भवती महिलाओं तथा कैंसर पीड़ितों के अतिरिक्त अन्य बीमारियों से जूझ रहे व्यक्तियों के जीवन को बचाना है क्योंकि ईश्वर के द्वारा दिया गया जीवन अनमोल है हमें इसकी रक्षा करनी है।

इस अवसर पर वरुण शर्मा, श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत, पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट, प्रधानाचार्य सुरेंद्र भट्ट, प्रधानाचार्य धीरेन्द्र जोशी, महंत रवि शास्त्री, लेफ्टिनेंट लखविंदर सिंह, डॉक्टर सुनील दत्त थपलियाल, जितेंद्र बिष्ट, रेडक्रॉस प्रभारी रंजन अंथवाल, विवेक शर्मा, खेल कोच प्रवीण रावत और रचित अग्रवाल आदि उपस्थित थे।