शहीद स्क्वाड्रन लीडर अभिमन्यु राय को सीएम ने दी श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को शहीद स्क्वाड्रन लीडर अभिमन्यु राय के जैनतंवाला स्थित आवास पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और शोकाकुल परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने इस दौरान शहीद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने ईश्वर से पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने और शोक संतप्त परिजनों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की। इस अवसर पर प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी भी उपस्थित रहे।

10 भूतपूर्व सैनिक संगठनों को दिए आर्थिक सहायता के चेक

सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने पूर्व सैनिक संगठनों के साथ बैठक कर उपनल के सीएसआर मद से प्रदेश के 10 भूतपूर्व सैनिक संगठनों को पूर्व सैनिक एवं उनके आश्रितों के कल्याण के लिए आर्थिक सहायता के चेक वितरित किये।

इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा हमारे विभिन्न पूर्व सैनिक संगठनो द्वारा अपने क्षेत्र में मेडिकल केम्प लगाकर जन सेवा की जाती है। सिविल प्रशासन से मिलाप कर सैनिको की समस्याओं का समाधान कराया जाता है। सैनिको के आश्रितों की पेंशन इत्यादि सस्याओं के लिये विभिन्न रिर्काड कार्यालयों से संपर्क स्थापित कर सुलझाया जाता है। मंत्री ने कहा देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में शहीदों और उनके आश्रितों के उत्थान और उनके कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। मंत्री ने कहा राज्य सरकार ने शहीद सैनिक के परिवार के एक सदस्य को रोजगार दिए जाने के क्रम में शहीद सैनिक के 24 आश्रितों को सेवायोजित किया जा चुका है। उन्होंने कहा वीरता पदक धारकों को देय राशि सम्मान राशि में बढ़ोतरी की गई है। पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों के लिए आईटीडीए के माध्यम से एक वर्षीय कम्प्यूटर संचालित किया जा रहा है।

सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा कि शहीद सैनिकों के आश्रितों के लिए छात्रावास का निर्माण कुमाऊ मंडल के जनपद नैनीताल के हल्द्वानी में शहीद सैनिकों भूतपूर्व सैनिकों के आश्रितो के लिए 150 बेड के छात्रावास का निर्माण किये जाने को मजूरी के साथ – साथ सैनिक विश्राम गृहों का जीर्णाेधार किया जा रहा है। उन्होंने कहा दूरस्थ क्षेत्रों में पूर्व सैनिकों को कैंटीन का सामान लेने में कोई असुविधा न हो, इसके लिए कैंटीन का निमार्ण पूर्व सैनिकों की सुविधा अनुसार और भौगोलिक दृष्टि को देखते हुए किया जा रहा है, ताकि कैंटीन में समान लेते वक्त पूर्व सैनिकों कोई असुविधा न हो। मंत्री ने कहा देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जहां सीमा पर खड़े जवान की चिंता करते है, वहीं दूसरी ओर किसान की भी चिंता करते हैं उन्होंने कहा पीएम मोदी ने देश का मान विश्व के पटल पर पहुंचाने का काम किया है। मंत्री ने कहा सैनिकों के सम्मान और उनके कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। मंत्री ने कहा शीघ्र ही कुमाऊं में एक जो प्रतिभावान युवा सेना में जाना चाहता है उनके लिए कुमाऊं में एक कोचिंग संस्थान खोला जाएगा। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार सैनिकों और उनके आश्रितों के उत्थान के लिए संकल्पबद्ध है।

प्रदेश के इन 10 पूर्व सैनिक संगठनों के अध्यक्षों को सहायता राशि की गई प्रदान

1. उत्तराखंड पूर्व सैनिक एवं पूर्व सैनिक संगठन, देहरादून।
2. अध्यक्ष एक्स सरविसैज लीग बिन्दुखत्ता, नैनीताल।
3. प्रसाद विहार वेलफियर मैन्टीनेन्स सोसाइटी, रुड़की।
4. पीबीओआर पूर्व सैनिक वेलफेयर एसोसिएशन, देहरादून।
5. उत्तराखंड पूर्व सैनिक एवं अर्धसैनिक संगठन, डोईवाला, देहरादून।
6. उत्तराखंड पूर्व सैनिक एवं अर्धसैनिक संयुक्त समिति, देहरादून।
7. राठ पूर्व सैनिक जन कल्याण समिति, पौड़ी गढ़वाल।
8. देवभूमि पूर्व सैनिक कल्याण समिति, हरिद्वार।
9. एक्स सर्विसमैन वेलफेयर कमिटी जोहड़ी गाँव, देहरादून।
10. अमर शहीद सैनिक सेवा समिति, सवाड, चमोली

इस अवसर पर उपनल के चेयरमैन मेजर जनरल सम्मी सबरवाल, प्रबन्ध निदेशक ब्रिगेडियर जेएनएस बिष्ट, निदेशक ब्रिगेडियर अमृत लाल सहित विभिन्न पूर्व सैनिक सगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

शहीद केसरी चन्द के जन्मोत्सव आयोजन को सीएम ने की 5 लाख रूपये देने की घोषणा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आजाद हिन्द फौज के महानायक वीर शहीद केसरी चन्द को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि आजाद हिन्द फौज के महानायक शहीद केसरी चन्द जौनसार भावर के साथ ही सभी उत्तराखण्ड वासियों के गौरव है। वीर शहीद केसरी चन्द युवा समिति को शहीद केसरी चन्द के जन्मोत्सव पर इस आयोजन के लिए बधाई देते हुए समिति को 5 लाख रुपये प्रदान किये जाने की घोषणा की। उन्होंने राज्य के संग्रहालय में वीर शहीद केसरी चन्द का चित्र स्थापित किए जाने की घोषणा के साथ ही देहरादून स्थित लैंसडाउन चौक का नाम शहीद केसरी चन्द के नाम पर रखे जाने संबंधी समिति की मांग पर विचार किये जाने की भी बात कही।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सायं पवेलियन ग्राउंड में वीर शहीद केसरी चन्द के 103वें जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से विशेषकर उत्तराखण्ड के युवाओं को हमारे वीर शहीदों के जीवन से प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने राष्ट्रीय स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिक पुत्र होने के नाते वीर सैनिकों के कार्यक्रमों में आना उनके लिए हमेशा एक गौरव का क्षण होता है। नेताजी सुभाष चंद बोस ने जब आजाद हिन्द फौज का गठन किया तो उत्तराखण्ड के बहुत से वीर सपूत भी इसमें शामिल हुए तथा नेताजी के आह्वाहन पर हमारे राज्य के बहादुर सैनिक भी अपना सर्वाेच्च बलिदान देने के लिए आगे आए। हमें अपनी सैनिक विरासत पर गर्व है। उत्तराखंड के वीर सपूत शहीद केसरी चन्द जी ने भी आजाद हिन्द फौज में शामिल होकर भारत की आजादी के संघर्ष में अपना सर्वाेच्च बलिदान दिया। उनका बलिदान उत्तराखण्डवासियों को सदैव याद रहेगा तथा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी वीरभूमि सैनिक बाहुल्य राज्य है और सैन्य परम्पराएं हमारी महान विरासत है। जिनमें एक बड़ा योगदान जनजातीय समाज का है, जिसका प्रतिनिधित्व शहीद केसरी चन्द ने बखूबी किया। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय समाज के इसी योगदान को देखते हुए प्रधानमंत्री ने प्रत्येक वर्ष 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा पिछले वर्ष की थी जिसे हमारी सरकार ने पिछले वर्ष अत्यंत धूमधाम से मनाया और मुझे आप सभी को बताते हुये हर्ष हो रहा है कि इस वर्ष भी यह कार्यक्रम हमारे प्रदेश में हर्षाेल्लास के साथ मनाया जाएगा। आजादी के अमृत महोत्सव के आयोजन में देश के लिये अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले वीर सैनानियों का स्मरण करने का पुनीत कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रदेश देश की सुरक्षा में सबसे बड़ा योगदान देने वाला राज्य है। यही कारण है कि उत्तराखंड के नौजवान हमेशा से ही देश की रक्षा के लिए सदैव उत्साहित रहते हैं। हमारी नई पीढ़ी भी उत्साह के साथ अपनी सैनिक विरासत को आगे ले जा रही है और देवभूमि का नाम भी रोशन कर रही है। राज्य के सैनिक तथा उनके परिवारों का कल्याण हमारी सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। हम सैनिकों व उनके परिवारों की मदद के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार द्वारा सैनिक परिवारों की हर संभव मदद के लिए जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लिए अपना सर्वाेच्च बलिदान देने वाले हमारे अमर शहीद सैनिकों के आश्रितों के लिए राजकीय सेवाओं में नौकरी का भी प्रावधान किया गया है, ताकि हमारे सैनिक परिवारों को भविष्य में किसी भी तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े, इसके लिये हमारी सरकार, शहीद सैनिकों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी में भी समायोजित कर रही हैं। प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में देहरादून में भव्य सैन्य धाम की स्थापना भी की जा रही है, जो शीघ्र ही बनकर तैयार हो जाएगा, जिसमें सभी शहीदों की स्मृतियों को संजोया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 21 अक्टूबर को माणा में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने उनके इस कथन को कि हमारे सीमांत गांव देश के अंतिम नहीं बल्कि पहले गांव है अपनी सहमति प्रदान कर हमारे सीमांत गांवों को पहचान दिलाने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमान्त क्षेत्रों के समग्र विकास के लिये हमारी सरकार प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। इसी के साथ-साथ हमारी सरकार ने वीरता पदक से सम्मानित सैनिकों को प्रदान किए जाने वाले अनुदान में वृद्धि की तथा परमवीर चक्र विजेताओं को 30 लाख से 50 लाख, महावीर चक्र विजेताओं को 20 लाख से 35 लाख, कीर्ति चक्र विजेताओं को 20 लाख से 35 लाख, वीर चक्र और शौर्य चक्र विजेताओं को 15 से 25 लाख और सेना गेलेन्ट्री मेडल 7 लाख से 15 लाख करने का प्रावधान किया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वीर शहीद केसरी चन्द के पौत्र टी आर शर्मा एवं युवा गायक अभिनव चौहान आदि को भी सम्मानित किया तथा हारूल नृत्य पर आधारित पोस्टर भी जारी किया। इस अवसर पर विधायक सविता कपूर सहित बड़ी संख्या में जौनसार क्षेत्र के जन प्रतिनिधि एवं आम जनता उपस्थित रही।

अग्निपथ योजना का विरोध रोकने के लिए सीएम भी उतरे मैदान में, गिनाई खूबियां

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा स्थित पंत भवन में केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के सम्बन्ध में प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। एक तरफ जहां दुनिया के कई बड़े देश विभिन्न संकटों से घिरे हुए हैं। वहीं भारत न केवल हर चुनौती से सफलतापूर्वक पार पा रहा है बल्कि विश्व का मागदर्शन भी कर रहा है। आज कूटनीति से लेकर आर्थिक मोर्चे तक भारत की नीतियों को आदर्श माना जा रहा है और विकसित देश भी इनका अनुसरण करने को बाध्य हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में व्याप्त आर्थिक संकट से हम सभी भली भांति परिचित हैं। लेकिन इन हालातों के बीच एक भारत ही है जो अपने नागरिकों और विशेषकर युवाओं को आशा की किरण दिखाने में सफल हो रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा अगले 18 माह में दस लाख नौकरियां देने के निर्णय ने युवाओं के सपनों को उड़ान देने का कार्य किया है।
इस महाअभियान की शुरुआत ’अग्निपथ’ योजना को प्रारम्भ कर की गयी है। जिसके तहत सेना में ’अग्निवीरों’ को नियुक्त किया जाएगा। इससे ना केवल देश के युवाओं को बड़े स्तर पर रोजगार मिलेगा बल्कि हमारी सेनाएं भी और अधिक युवा व सशक्त होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की पहचान वीर भूमि के रूप में भी है। उन्होंने अग्नि पथ योजना के लिए प्रदेश की सवा करोड़ जनता की ओर से प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सैनिक पुत्र होने के नाते स्वंय भी अपने को गौरवान्वित महससू कर रहा हूं कि मुख्य सेवक के रूप में इस योजना को उत्तराखण्ड में लागू करने का अवसर प्राप्त होगा। इस योजना के तहत 17 वर्ष से 21 वर्ष के युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा और इसकी शुरुआत आगामी 90 दिनों में हो जाएगी।
भारतीय सेना इस योजना के लागू होने के पश्चात आने वाले समय में और अधिक जोश के साथ तिरंगे की आन-बान और शान को बढ़ाने का कार्य करेगी। साथ ही इस योजना द्वारा देश को ऐसे युवाओं की एक बड़ी सौगात भी मिलेगी जो अनुशासित होंगे, राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत होंगे और जिनके लिए राष्ट्र सर्वाेपरि होगा।
ऐसे ही युवा, नए भारत की नींव रखेंगे और जिस नींव पर उस नए भारत का निर्माण होगा जो पुनः विश्व गुरु कहलाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना में भर्ती होने का सपना रखने वाले उत्तराखण्ड के युवाओं के लिए तो ये योजना अत्यंत लाभकारी सिद्ध होने वाली है। इस योजना के ऐलान के बाद मुझे प्रदेश के अलग अलग हिस्सों से युवाओं के संदेश मिल रहे हैं जिनमें उन्होंने राष्ट्र सेवा की दिशा में किए गए इस अनुपम प्रयास के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया है। इस योजना को लेकर देश का युवा अत्यंत उत्साहित है।
एक अग्निवीर ने तो मुझे दो लाइनें भी लिख कर भेजी हैं जिसे मैं आप सभी के साथ साझा करना चाहता हूं। उन्होंने लिखा कि-
“अग्निमय हूं, अग्निरूप मैं अग्नि से आकंठ हूं हां मैं अग्निवीर हूं……
धधक रही राष्ट्र भक्ति की ज्वाला हृदय में धधक रही राष्ट्र भक्ति की ज्वाला हृदय में
मैं उसी में आसक्त हूं, हां मैं अग्निवीर हूं…. हां मैं अग्निवीर हूँ……“
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना से उत्तराखण्ड का जुड़ाव सर्वविदित है, हमारे यहां के वीर सैनिकों की शौर्य गाथाओं से भारतीय सेना का इतिहास भरा पड़ा है। यहां के हर घर से कोई न कोई वीर सैनिक अवश्य ही भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे रहा होता है।
अतः हमने यह तय किया है कि अग्निपथ योजना के अंतर्गत मां भारती की सेवा के उपरांत अग्निवीरों को राज्य सरकार उत्तराखण्ड पुलिस आपदा प्रबन्धन, चार धाम यात्रा प्रबन्धन सहित अनेक सेवाओं में प्राथमिकता प्रदान करेगी, तत्सम्बन्धी नियम शीघ्र ही तय किये जायेंगे।
प्रदेश के युवाओं के सर्वांगीण विकास व उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने हेतु हमारी सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है और हम निरंतर इस दिशा में प्रयासरत रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के युवा को अग्निवीर बन राष्ट्र व राज्य का नाम रोशन करेंगे और अपने शौर्य व पराक्रम का परचम चारों दिशाओं में फहराएंगे।