जंगल में मासूम बच्चे को यूं ही छोड़ नहीं पिघली मां

आज आरती की यह पंक्ति की पुत्र कुपुत्र सुने हैं पर न माता सुनी कुमाता, गलत साबित हो गया। कलियुग में एक माता कुमाता ही भांति हरकत की ंहै। मामला एक मां द्वारा अपने मासूम नवजात बेटे को यूं ही जंगल में छोड़े जाने का है।

घटना लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र की है। यहां मानवता को शर्मशार करने वाली घटना हुई है। यहां दो दिन के एक नवजात को उसकी माता जंगल के गदेरे में फेंक कर चलती बनी। सुबह वाॅक करने के दौरान स्थानीय युवक ने मासूम नवजात को देखा तो रौंगटे खड़े हो गए। सुबह की ठंड में कहराता हुए मासूम रो रहा था। स्थानीय युवक ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस भी मुस्तैदी से वहां पहुंची और नवजात को लेकर अस्पताल पहुंची। जहां चिकित्सकों ने मासूम की हालत गंभीर बताई है। चिकित्सकों ने मासूम को हायर सेंटर रेफर कर दिया है। वहीं, लक्ष्मणझूला पुलिस अब घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुट गई है।