विधायक के उत्तराखंड अपमान के बाद बैकफुट पर भाजपा

हाथों में बंदूक और तमंचा लहरा कर नाचने का वीडियो वायरल होने के कारण चर्चा में हुए उत्तराखंड के विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन भाजपा से निष्कासित होंगे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने संसद भवन में प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट से इस दिशा में तत्काल कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि विधायक को पार्टी पहले ही अनुशासनहीनता के आरोप में तीन महीने के लिए निलंबित कर चुकी है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने बुधवार को इस मामले को अध्यक्ष अमित शाह के संज्ञान में लाया। बलूनी ने चैंपियन की कई अन्य करतूतों के बारे में शाह को अवगत कराया। इसके बाद संसद भवन में ही शाह ने प्रदेश अध्यक्ष भट्ट और बलूनी के साथ चर्चा की। इस दौरान पूरे मामले की शाह ने विस्तृत जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि विधायक बनने के बाद से ही चैंपियन लगातार पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे चैंपियन ने वर्तमान मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को प्रवासी पक्षी बताया था। इसी बैठक में शाह ने चैंपियन को पार्टी से निष्कासित करने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया।

निष्कासित हुए तो बढ़ेंगी मुश्किलें
विधायक चैंपियन की असली मुश्किलें पार्टी से निष्काषण के बाद शुरू होगी। वायरल वीडियो की जांच होगी। इस दौरान पता लगाया जाएगा कि जिस बंदूक और तमंचे को लहराते हुए विधायक ने नृत्य किया था वह लाइसेंसी है या नहीं।
इसके अलावा उनके द्वारा सरकारी संपत्ति पर नियम विरुद्ध कब्जा करने की भी जांच होगी। दरअसल शाह ने निष्कासन का आदेश देने के साथ ही उनसे जुड़े मामलों की जांच केभी आदेश दिए हैं।

पहले भी हो चुके हैं निलंबित
भाजपा प्रवक्ता अनिल बलूनी ने कहा कि विधायक के खिलाफ इससे पहले भी कई गंभीर और अस्वीकार्य शिकायतें आ चुकी हैं। वीडियो अत्यंत आपत्तिजनक है। ऐसी शिकायतों के करण ही उन्हें तीन महीने के लिए निलंबित किया गया था। अब इस मामले में उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

अनिल बलूनी के सहारे कौन चला रहा परिर्वतन की अफवाह!

सोशल मीडिया में अर्से से चल रही राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा पर राज्यसभा सदस्य और भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने विराम लगा दिया है। उन्होंने ऐसी अफवाहों को पूरी तरह निराधार बताया और कहा कि राज्य में प्रचंड बहुमत की स्थिर सरकार है। डबल इंजन का संकल्प उत्तराखंड के कायाकल्प के लिए कार्यरत है। फेसबुक पर अपनी पोस्ट में बलूनी ने लिखा-’’मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में सरकार राज्य की भावना के अनुरूप विकास के पथ पर आगे बढ़ रही है। मेरी कामना है कि राज्य का नेतृत्व विकास के नए आयाम छुए।’’

उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य चुने जाने के बाद से अनिल बलूनी राज्य से जुड़े अहम सवालों को लेकर केंद्र में सक्रिय हैं। फिर चाहे वह कोटद्वार और उत्तरकाशी के अस्पतालों में आइसीयू की बात हो अथवा आइटीबीपी के अस्पतालों में आमजन को भी उपचार की सुविधा, काठगोदाम- देहरादून के बीच रेल सेवा, एनसीटीई एक्ट में संशोधन, मसूरी पेयजल योजना अथवा दूसरे कार्य, उन्होंने राज्य हित में कई अहम कार्य केंद्र के स्तर से अब तक करवाए हैं। इन्हें काफी सराहा भी गया।

इसके साथ ही उन्हें लेकर सोशल मीडिया में चर्चा भी शुरू हुई। इन चर्चाओं पर बलूनी ने फेसबुक पर पोस्ट कर ब्रेक लगाया है। उन्होंने लिखा कि कुछ महीनों से वह निरंतर देख रहे हैं कि सोशल मीडिया उत्तराखंड के राजनैतिक परिदृश्य पर अनेक चर्चाएं हो रही हैं। विशेषकर राज्य के नेतृत्व को लेकर कई पोस्ट हैं, जो कि पूर्णतरू निराधार हैं। बलूनी ने लिखा-मैं राज्यसभा सदस्य के नाते राज्य के विषयों पर निरंतर सक्रिय हूं। साथ ही पार्टी के मीडिया प्रमुख के नाते अपने दायित्व का निर्वह्न कर रहा हूं।

प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा दिए गए दायित्वों का निष्ठा से निर्वह्न मेरी प्राथमिकता है। ऐसे में सोशल मीडिया में राज्य के नेतृत्व के विषय में अस्तित्वहीन और निराधार चर्चा हमारी ऊर्जा को व्यय करती है। नेतृत्व द्वारा दिए दायित्व को सभी कार्यकर्ता सफलतापूर्वक निभा रहे हैं। मेरी कामना है कि उत्तराखंड प्रगति करे, विकास के आयामों को छुए और जन आकांक्षाओं को पूर्ण करे।