बागेश्वर के दिव्यांग युवक को नीरजा देवभूमि ट्रस्ट ने उपलब्ध कराई व्हील चेयर

नीरजा देवभूमि चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से बागेश्वर निवासी दिव्यांग युवक को व्हील चेयर उपलब्ध कराई है। युवक के बांये पैर में इंफेक्शन होने के कारण उसे काटना पड़ा था।

ट्रस्ट की संस्थापक व पैरा ओलंपिक खिलाड़ी नीरजा गोयल ने बताया कि बागेश्वर निवासी विनोद राम परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने कारण दिल्ली में किसी तरह लघु कार्य कर अपना जीवन यापन कर रहे थे। लॉकडाउन में नौकरी छूट जाने के बाद उनके बांये पैर में इंफेक्शन हुआ। विनोद राम किसी तरह ऋषिकेश पहुंचे। यहां एम्स अस्पताल में उनका लंबा इलाज चला। उनके पास दो वक्त की रोटी खाने और रहने के लिए रूपयों तक का इंतजाम नहीं था।

नीरजा ने बताया कि इसी बीच देवदूत बनकर पूर्व प्रधान वीरपुर खुर्द गिरीश चंद सोरठा जी ने अपने यहां विनोद राम की स्थिति को देखते हुए शरण दी। बताया कि इलाज के दौरान इंफेक्शन ज्यादा होने के कारण एम्स में डॉक्टर्स को उनका बायां पैर काटना पड़ा। पूर्व प्रधान गिरीश चंद और उनके साथी आलोक गुप्ता जी ने उनके लिए व्हील चेयर के संबंध में ट्रस्ट को अवगत कराया।

बताया कि नीरजा देवभूमि चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से विनोद राम को व्हील चेयर की व्यवस्था कर भेंट की गई है। ट्रस्ट की ओर से विषम परिस्थितियों में तीन माह तक विनोद राम को आश्रय देने वाले पूर्व प्रधान का आभार जताया गया। इस मौके पर ट्रस्ट की सह संस्थापक नुपूर गोयल भी उपस्थित रहीं।

नीरजा देवभूमि चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित शिविर में पहुंचे कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल

नीरजा देवभूमि चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित दो दिवसीय न्यूरो थेरेपी व स्वास्थ्य जांच शिविर का आज समापन हो गया। समापन दिवस पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने स्वास्थ्य की जांच कर रही टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

लक्ष्मण झूला रोड स्थित कबीर चैरा में आयोजित शिविर में मायाकुंड, चंद्रेश्वर नगर, शीशम झाड़ी 14 बीघा आदि जगहों से 110 लोगो ने रजिस्ट्रेशन कराया। जिनकी निशुल्क न्यूरो थेरेपी और रक्त जांच की गई।

दूसरे दिन शिविर का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, कबीर चैरा आश्रम के महंत कपिल मुनि ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि नीरजा गोयल ऐसे लोगो के लिए उदाहरण है जो सम्पन्न होने के बाद भी दरियादिल नहीं होते। नीरजा से ऐसे लोगो को सीख लेनी चाहिए। उन्होंने चिकित्सक की टीम को बिना दवाई उपचार करने पर बधाई दी। कहा कि मानव सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है, जिसे नीरजा ट्रस्ट बखूबी निभा रहा है। उन्होंने नीरजा गोयल को सामाजिक कार्यो के लिए धन्यवाद दिया। इस मौके कैबिनेट मंत्री ने स्वास्थ्य की जांच कर रही टीम को प्रमाण पत्र भी दिए गए।

महंत कपिल मुनि ने कहा कि जरूरत मंद लोगों के लिए समय समय पर ऐसे स्वास्थ्य जांच शिविर लगाये जाने चाहिए। जिससे निर्धन वर्ग को लाभ मिलता है, साथ ही मानव सेवा करने का मौका भी मिलता है।

ट्रस्ट संस्थापक नीरजा गोयल ने कहा कि स्वास्थ्य शिविर का यह पहला आयोजन था। उन्होंने इसकी सफलता को देखते हुए पुनः स्वास्थ्य शिविर लगाए जाने की घोषणा की। मौके ओर उन्होंने निराश्रित गौवंश के लिए भी काम करने की बात भी कही।

न्यूरो थैरेपिस्ट देवेंद्र आहुजा ने लोगो को मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के टिप्स दिए। मौके पर मोटापे, गैस की दिक्कत, माइग्रेन की दिक्कत, जोड़ों के दर्द, कमर दर्द आदि की थेरेपी की गई। उन्होंने थेरेपी कराने पहुंचे लाभार्थियों को मांसाहार का उपयोग खाने में ना करने की भी सलाह दी।

डॉक्टर सुनील थपलियाल के संचालन में आयोजित शिविर में ट्रस्ट सह संस्थापक नूपुर गोयल, वरुण जैन, डीपी रतूड़ी, रवि जैन, स्पर्श गंगा अभियान की सदस्य सरोज डिमरी, व्यापारी नेता पंकज गुप्ता, भाजपा नेता कपिल गुप्ता, हैप्पी सेमवाल, भूपेंद्र राणा, बीना जोशी, गीता मित्तल, बलराम शाह, मनोज गुप्ता, शाकुंतला व्यास, हरीश आनंद, संतोष व्यास, कमल चतुर्वेदी, सुभाष, आशु, ध्रुव, दिवाकर मिश्रा, भावना सिंधी, अन्नू आदि मौजूद रहे।

विश्व दिव्यांग दिवस पर राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित हुई तीर्थनगरी की पैरा ओलंपिक खिलाड़ी

विश्व दिव्यांग दिवस पर तीर्थनगरी की पैरा ओलंपिक खिलाड़ी नीरजा गोयल को जिलाधिकारी देहरादून आशीष श्रीवास्तव ने राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान किया। पुरस्कार पाकर नीरजा भावुक हो उठी और उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता कुसुम गोयल और बैडमिंटन कोच जितेंद्र बिष्ट को बताया। वहीं, श्री भरत मंदिर इंटर काॅलेज की ओर से भी नीरजा गोयल को सम्मानित किया गया।

आज देहरादून में जिलाधिकारी देहरादून आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि दिव्यांग लोग हमारे समाज का महत्वपूर्ण अंग है, उनके बिना यह समाज अधूरा है। दिव्यांगों को आगे बढ़ाने के लिए कई प्रयास किये जा रहे है। मौके पर तीर्थनगरी की पैरा ओलंपिक खिलाड़ी नीरजा गोयल को सम्मानित किया गया। दौरान उनकी बहन नूपुर गोयल भी मौजूद रही।

नीरजा गोयल का अब तक का खेल इतिहास
1- वर्ष 2017 में जयपुर में आयोजित राष्ट्रीय पैराओलंपिक में सिटिंग बॉलीबाल में जीता कांस्य पदक
2- वर्ष 2018 में बनारस में आयोजित राष्ट्रीय पैराओलंपिक में पैरा बैडमिंटन में जीता कांस्य पदक
3- वर्ष 2018 में राज्य सरकार की ओर से आयोजित खेल महाकुंभ में पैरा बैडमिंटन में जीता स्वर्ण पदक
4- वर्ष 2018 में राज्य सरकार की ओर से आयोजित खेल महाकुम्भ में व्हीलचेयर रेस में जीता रजत पदक
5- चंडीगढ़ में आयोजित रास्ट्रीय स्तर की शूटिंग प्रतियोगिता में जीता रजत पदक
6- 2019 में रुद्रपुर में राज्य सरकार की ओर से आयोजित खेल महाकुम्भ में पैरा बैडमिंटन व भाला फेंक में रजत पदक
7- वर्ष 2019 में रुद्रपुर में रास्ट्रीय पैरा ओलंपिक में पैरा बैडमिंटन सिंगल व डबल में क्रमशः रजत व कांस्य पदक जीता
8- वर्ष 2019 में थाईलैंड में आयोजित अंतरराष्ट्रीय स्तर का ओलंपिक में पैरा बैडमिंटन खेल में भारत का प्रतिनिधित्व किया
9- वर्ष 2020 माह फरवरी में आयोजित राज्य स्तर प्रतियोगिता में बेडमिंटन में सिंगल व डबल में स्वर्ण पदक

उधर, श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज ऋषिकेश में प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत ने भी नीरजा गोयल को सम्मानित किया। इस अवसर पर यमुना प्रसाद त्रिपाठी, लखविंदर सिंह, शिव प्रसाद बहुगुणा, जितेंद्र बिष्ट, डॉ सुनील दत्त थपलियाल, रंजन अंथवाल, सुशीला बर्थवाल, शालिनी कपूर, नीलम जोशी, विकास नेगी, नवीन मैंदोला, संजीव कुमार, प्रवीन रावत आदि उपस्थित थे।

घर पर रहकर ही दीपावली मनाने की नीरजा देवभूमि ट्रस्ट ने अपील

नीरजा देवभूमि चेरिटेबल ट्रस्ट ने निर्धन बच्चों के साथ दीपावली त्योहार मनाया। मौके पर करीब 100 बच्चों को ट्रस्ट की ओर से गिफ्ट पैकेज दिए गए। साथ ही जिन बच्चों के साथ कपड़े नहीं थे, वह भी उपलब्ध कराए गए। इसके अलावा ट्रस्ट की ओर से दीपावली त्योहार पर स्थानीय व्यक्तियों द्वारा निर्मित दीयों को खरीदने और लोकल फोर वोकल में सहयोग करने की अपील भी की गई।

ट्रस्ट की संस्थापक व पैरा ओलंपिक खिलाड़ी नीरजा गोयल ने कहा कि इस वर्ष वैसे ही देश कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है। इसके चलते दीपावली त्योहार को सादगी से घर पर ही रहकर मनाना होगा। उन्होंने कहा कि हमें स्थानीय लोगों की ढाल बनकर उन्हें रोजगार भी देना है, इसके लिए दीपावली में स्थानीय लोगों द्वारा निर्मित दीयों, गणेश, लक्ष्मी की मूर्तियों को खरीदना होगा। इससे जहां उनकी आर्थिक स्थिति को बल मिलेगा, वहीं प्रधानमंत्री के आह्वान लोकल फोर वोकल में भी सहयोग हो सकेगा।

इस मौके पर ट्रस्ट के सदस्यों ने परशुराम चैक स्थित शांतिनगर क्षेत्र व आसपास की झुग्गी झोपड़ियों के करीब 100 बच्चों के साथ दीपावली पर्व भी मनाया। ट्रस्ट सदस्यों ने सभी बच्चों को उपहार बांटें। साथ ही अति निर्धन बच्चों में कपड़े भी वितरित किए। ट्रस्ट की ओर से बच्चों को आतिशबाजी से दूर करने की शपथ भी दिलाई। इस मौके पर ट्रस्ट की सह संस्थापक नुपूर गोयल, सदस्य मनीष अग्रवाल, कमल, गीता, दिवाकर, अमित जायसवाल, पंकज गुप्ता, विपिन, ध्रुप बंसल, आचार्य संतोष आदि उपस्थित रहे।

निर्धन बच्चों की मदद करने पर हेमलता दीदी को नीरजा देवभूमि ट्रस्ट ने किया पुरस्कृत

टीबी से पीड़ित बच्चों के लिए प्रत्येक बृहस्पतिवार को पोषण आहार उपलब्ध कराने वाली हेमलता दीदी को नीरजा देवभूमि चैरिटेबल ट्रस्ट ने सम्मानित किया। राजकीय अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में हेमलता दीदी को ट्रस्ट की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मौके पर टीबी रोग से ग्रस्त बच्चों को पोषण आहार की किट भी वितरित की गई।

ट्रस्ट की संस्थापक व पैरा ओलंपिक खिलाड़ी नीरजा गोयल ने कहा कि हेमलता दीदी कई वर्षों से ऐसे निर्धन बच्चों के लिए काम कर रही हैं जो टीबी जैसे गंभीर रोग से पीड़ित हैं और परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण इलाज भी सही से नहीं करा पाते हैं। उन्होंने कहा कि हेमलता दीदी वर्षों से प्रत्येक बृहस्पतिवार राजकीय चिकित्सालय में आ रही है। वह एक एनजीओ से जुड़ी हुई है और वह टीबी से ग्रस्त बच्चों को प्रत्येक सप्ताह पोषण किट उपलब्ध कराती हैं। इसके अलावा अन्य कार्यों में भी मदद करती हैं। वर्तमान में हेमलता दीदी करीब 25 बच्चों के लिए कार्य कर रही है।

नीरजा ने बताया कि हेमलता दीदी के इस पुनीत कार्य को देखते हुए ट्रस्ट ने उन्हें सम्मानित किया है। बताया कि हेमलता दीदी ने लॉक डाउन के दौरान भी इन बच्चों को जरूरत के सामान उपलब्ध कराए थे। इस दौरान 25 बच्चों को पोषण आहार किट वितरित की गई है। इस मौके पर नूपुर गोयल, आशु तथा दिवाकर मिश्रा भी उपस्थित रहे।

आर्थिक रूप से कमजोर मजदूर के आपरेशन में पैरा खिलाड़ी नीरजा ने की मदद

नीरजा देवभूमि चेरिटेबल ट्रस्ट ने सड़क दुर्घटना में चोटिल व्यक्ति के आॅपरेशन में मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है। अमित ग्राम निवासी संतोष कुमार पुत्र बांके बिहारी लाल मूल निवासी चंपारण, पटना बिहार का करीब एक माह पूर्व सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए थे। राजकीय अस्पताल में उनका कच्चा प्लास्टर कराया गया, इसी बीच वह कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए। कोरोना से उबरने के बाद घुटने का ऑपरेशन के लिए उनके पास रुपए नहीं थे। इसकी जानकारी नीरजा देवभूमि चेरिटेबल ट्रस्ट की संस्थापक नीरजा गोयल को लगी। उन्होंने संतोष कुमार से संपर्क साधा और डॉक्टरों से बातचीत करने के बाद ऑपरेशन की तिथि तय की। नीरजा गोयल ने बताया कि गुरुवार को उनके घुटने का सफल ऑपरेशन कर प्लेट डाली गई है। जिसका खर्च 8500 रूपए आया है। नीरजा ने गुरुवार को चेक डॉक्टर को सौपा। बताया कि संतोष कुमार माह फरवरी से यहाँ रह रहा था। पेशे से वह मजदूरी का काम करता है। लॉक डाउन में काम न हो पाने के कारण आर्थिक समस्या से जूझ रहे थे।

पैरा ओलंपिक खिलाड़ी नीरजा दिव्यांग अधिकार समिति में बतौर सदस्य नामित

तीर्थनगरी की पैरा ओलंपिक खिलाड़ी नीरजा गोयल अब देहरादून में समाज कल्याण विभाग के समक्ष दिव्यांगों की समस्याओं के निराकरण के लिए काम करेंगी। देहरादून जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव के निर्देश पर उन्हें जनपद देहरादून की दिव्यांग अधिकार समिति में बतौर सदस्य नामित किया गया है।

जिला समाज कल्याण अधिकारी हेमलता पांडेय ने नीरजा गोयल को भेजे पत्र में बताया कि बीती 30 जुलाई को जिलाधिकारी देहरादून की अध्यक्षता में दिव्यांगता अधिकार समिति की बैठक हुई थी। इसमें जिलाधिकारी ने समिति में 2 सदस्यों को आमंत्रित करने का निर्देश दिया था। इसी क्रम में नीरजा गोयल (पैरा ओलंपिक खिलाड़ी) को समिति का सदस्य नामित किया गया है