पौड़ी में अनिल बलूनी के पक्ष में सीएम ने की जनसभा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विकासखण्ड कार्यालय मैदान, जखोली, रुद्रप्रयाग में गढ़वाल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी के पक्ष में अयोजित जनसभा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री ने बाबा केदारनाथ की पुण्य भूमि को प्रणाम करते हुए कहा कि रुद्रप्रयाग, राज्य की वीरधरा है, जिसने भारत माता की रक्षा के लिए अपने कई लाल न्यौछावर किये हैं, ऐसी पावन भूमि को कोटि-कोटि नमन। उन्होंने कहा लोकसभा चुनावों का शंखनाद हो चुका है, और 19 अप्रैल को उत्तराखंड में मतदान होने वाला है। जनता के आशीर्वाद से इस बार हर कोई कह रहा है मोदी सरकार बनने जा रही है। उत्तराखंड के विभिन्न स्थानो में आयोजित कार्यक्रमों में जनता का साफ रुझान भाजपा के प्रति, भाजपा द्वारा किए गए विकास कार्यों के प्रति देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा निश्चित ही गढ़वाल लोकसभा सीट में सबसे अधिक मत प्रतिशत रुद्रप्रयाग क्षेत्र से रहेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा 400 पार का दिया गया नारा विकसित भारत की गारंटी, माता बहनों को लखपति बनाने की गारंटी, कोने कोने तक विकास पहुंचाने और समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक सारी सुविधाएं पहुंचाने की गारंटी है। उत्तराखंड के साथ पूरे देश का विकास हुआ है। 2013 आपदा के बाद केदारनाथ जी के प्रांगण के नवनिर्माण का कार्य प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हुआ। उन्होंने कहा राज्य में हुए मातृशक्ति उत्सव में महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया, महिलाएं आज मल्टीनेशनल कंपनी के से भी अच्छे उत्पाद बना रही है। मातृशक्ति उत्सव का मकसद महिलाओं का आगे लाने से है। हमारे राज्य की महिलाएं कौशल से भरी हुई हैं। हमारा उत्तराखंड देवभूमि के साथ वीर भूमि है। उन्होंने कहा वो सैनिक परिवार की समस्याओं से भली भांति वंचित हैं। शहीद सैनिकों की याद में देहरादून में सैन्य धाम बनाया जा रहा है। वीर जवान हमारे पूर्व सीडीएस. बिपिन रावत उत्तराखंड और भारत की शान हैं, और कांग्रेसियों ने उनके प्रति अपमान जनक शब्दों का प्रयोग किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षियों में चुनाव लड़ने का ही सामर्थ नहीं है। उनके यहां चुनाव लड़ने वाला कोई नहीं है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सेना को और अधिक सशक्त किया गया है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सैनिकों तक अच्छे से अच्छा उपकरण, वर्दी पहुंचाई जा रही है। पीएम मोदी के नेतृत्व के वन रैंक वन पेंशन लागू हुआ। आज दुश्मन की गोली का जवाब गोलो से दिया जा रहा है। केंद्र एवं राज्य सरकार सैनिकों के कल्याण हेतु पूर्ण रूप से समर्पण हैं। जो सैनिक देश की रक्षा में अपनी पूरी जवानी लगाते हैं, उन सैनिकों की सुविधा हमारी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा केदारनाथ की भूमि से प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का बताया था। केंद्र एवं राज्य सरकार ने डबल इंजन की रफ्तार से काम किया है। राज्य में केंद्र की 2 लाख करोड़ से भी ज्यादा योजनाएं स्वीकृत हैं। आज चार धाम की यात्रा सुगम और सुरक्षित हुई है। चार धाम यात्रा में करीब 50 लाख लोग आ रहे हैं। केदारनाथ मंदिर में रोपवे का कार्य पूर्ण होने के बाद यात्रा और तेजी से चलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड और चार धामों के लिए कभी कोई कमी नहीं की है। रेल, रोपवे, रोड़, कृषि बागवानी पशुपालन रोजगार हर क्षेत्र में विकास निरंतर जारी है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री ने 10 साल के काल खंड में कभी छुट्टी नहीं ली। उन्होंने हर पल हर क्षण भारत मां की सेवा में समर्पित किया है।उन्होंने कहा सभी 19 अप्रैल को पहले मतदान करें, फिर जलपान करें। अनिल बलूनी जी को विजयी बनाकर आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक भारत-श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को साकार करने में अपना योगदान सुनिश्चित करें।

इस दौरान भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी, विधायक भरत चौधरी, बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय, महावीर पंवार एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने पौड़ी को दी 800 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को पौड़ी में 800 करोड़ लागत की 353 विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इसमें 134.61 करोड़ की 196 योजनाओं का लोकार्पण तथा 666.13 करोड़ की 157 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पौड़ी में विशाल जन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पौड़ी की यह भूमि सांस्कृतिक चेतना के केन्द्र, तीलू रौतैली, वीर माधो सिंह, जसवंत सिंह रावत और भारत के प्रथम सीडीएस रहे विपिन रावत की भूमि है। उन्होंने कहा कि कि यह उनका सौभाग्य है कि आज उन्हें पौड़ी की पवित्र भूमि पर आने और मातृशक्ति को समर्पित कार्यक्रम में जन कल्याण की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने का सुअवसर मिल रहा है। आज पौड़ी गढ़वाल के लिए 800 करोड़ से अधिक की लोक कल्याणकारी परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है। इन योजनाओं से पौड़ी गढ़वाल का और तेजी से विकास होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार द्वारा पूरे उत्तराखंड का विकास किया जा रहा है। महिला समूहों द्वारा स्थानीय उत्पादों पर लगाए गई प्रदर्शनियों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी मातृशक्ति ‘’आत्मनिर्भर भारत’‘ और ’’वोकल फॉर लोकल’’ के मंत्र को धरातल पर उतारने का कार्य कर रही हैं। आज प्रदेश के दुर्गम गावों में महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाकर कुटीर उद्योगों के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति प्रदान कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया गया है। प्रदेश की महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था भी प्रारंभ की। उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता को भी लागू करने की दिशा में सरकार आगे बढ़ रही है। कल ही हमें कमेटी द्वारा इसका ड्राफ्ट भी सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप राज्य सरकार प्रदेश के विकास और कल्याण के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा कण्डोलिया मैदान में महिला सशक्तिकरण को समर्पित ‘दिशा ध्याणी, ब्वै-ब्वारी‘ सम्मेलन कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रांसी स्टेडियम में शहीद जसवंत सिंह रावत की मूर्ति का अनावरण किया। उसके बाद कण्डोलिया पार्क में अर्बन हाट और महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार किये गये उत्पादों का अवलोकन किया। उन्होंने कंडोलिया मंदिर के दर्शन करते हुए देश-प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि की कामना की।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री द्वारा मुख्य कार्यक्रम स्थल कंडोलिया मैदान में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग करते हुए विभिन्न विभागों की ‘‘16 सामान्य स्टॉल, 5 लाइव स्टॉल (भीमल पेंटिंग, पिरूल व खजूर के क्राफ्ट निर्माण, उत्तराखण्ड के भाण्ड-कुण्ड, मथनी से मठ्ठा निकालना, जांदरा व ओखली का प्रदर्शन) तथा फोटो प्रदर्शनी (जी-20, बीट्ल्स फेस्टिवल तथा सिलक्यारा टनल रेस्क्यू) का अवलोकन करते हुए नारी सशक्तिकरण और प्रदेश के विकास के संबंध में केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा किये गये कार्यों और प्रयासों की जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम स्थल में मुख्यमंत्री ने पशुपालन विभाग के स्टॉल में बदरी गाय और बछिया का पूजन कर लाइव स्टॉल में ओखली से अनाज कूटा और जंदरे में भी हाथ अजमाया।
अपने संबोंधन में मुख्यमंत्री ने केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा नारी सशक्तिकरण के लिए चलायी जा रही योजनाओं, कार्यक्रमों, उपलब्धियों और प्रयासों से अवगत कराते हुए नारी शक्ति को इस पर्वतीय राज्य की रीढ़ कहा। कहा कि चाहे उत्तराखण्ड में महिलाओं के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण देने की बात हो अथवा महिलाओं को उज्ज्वला गैस योजना के लाभ की बात हो ऐसी योजनाओं से आज महिलाएं तेजी से आत्मनिर्भर और सशक्त होकर उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्य बनाने में अपना योगदान दे रही हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की गयी गंगा पथ पर आधारित ‘‘कॉफी टेबल बुक‘‘ का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री द्वारा कण्डोलिया में ही स्व0 जनरल बिपिन रावत के पार्क का लोकार्पण किया, जहां पर जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा और 101 फीट ऊंचा तिरंगा आकर्षण का केन्द्र रहा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनमानस को ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ‘ व ड्रग फ्री देवभूमि-2025 की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कंडोलिया थीम पार्क में महिला स्वयं सहायता समूहों की ओर से लगाए गए अर्बन हाट का निरीक्षण के दौरान महिलाओं के स्वरोजगार के प्रयासों से बेहद खुश नजर आए। हाट में लगाए गए स्टॉलों के भ्रमण के दौरान महिलाओं ने सीएम को उत्पाद चखाए। सीएम के आत्मीय व्यवहार और रोजगार के बारे में बारीकी से जानकारी लिए जाने पर मातृशक्ति प्रफुल्लित नजर आई। हाट में महिलाओं ने मोटे अनाज के उत्पाद, अर्से, पकोड़े, अचार, चटनी और दाल के पकोड़े रखे थे। मातृ शक्ति के अनुरोध पर सीएम ने उत्पादों का स्वाद चखा।
मुख्यमंत्री ने प्रत्येक स्टॉल में जाकर उत्पादों की जानकारी लेने के साथ ही इससे हो रहे लाभ के बारे में सवाल किए। मुख्यमत्री ने महिलाओं की सराहना करते हुए कहा कि मातृशक्ति बहुत बढ़िया काम कर रही हैं। इसका लाभ उनके परिवार सहित प्रदेश को मिलेगा। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने सरकार के वोकल फॉर लोकल के नारे का अनुसरण करते हुए स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ाया है। वह चाहती हैं कि आत्मनिर्भर बनने के साथ ही स्थानीय उत्पादों का प्रचार-प्रसार हो।
‘‘दिशा ध्याणी, ब्यै-ब्वारी‘‘ सम्मेलन कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और डॉ0 धन सिंह रावत ने भी प्रतिभाग करते हुए केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा देश-प्रदेश के विकास के किये जा रहे कार्यों से अवगत कराया।
इस दौरान स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी, लैंसडाउन विधायक दिलीप रावत और यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजेन्द्र अंथवाल, आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डे, महानिरीक्षक गढ़वाल के.एस. नगन्याल, जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ0 आशीष चौहान, मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे, प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जया बलूनी, पूर्व विधायक मुकेश कोहली, निवर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम सहित बड़ी संख्या में आम जनमानस उपस्थित रहे।

सीएम धामी ने स्वर्गाश्रम, यमकेश्वर, पौड़ी में ‘दि बीटल्स एण्ड दि गंगा फेस्टिवल 2023’ का किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वर्गाश्रम, यमकेश्वर, पौड़ी में ‘दि बीटल्स एण्ड दि गंगा फेस्टिवल – 2023’ का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने जनपद पौड़ी की रू0 422.44 लाख की 3 योजनाओं का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण की गई योजनाओं में रू0 224 लाख की लागत से स्वर्गाश्रम में जानकी सेतु से परमार्थ निकेतन तक आस्था पथ निर्माण कार्य। रू0 48.03 लाख की लागत से गंगा पद यात्रा के अंतर्गत चारधाम पौराणिक हरिद्वार-बद्रीनाथ पैदल मार्ग के विभिन्न स्थानों पर रेलिंग कार्य एवं रू0 150.41 लाख की लागत से क्षतिग्रस्त वेद निकेतन घाट की मरम्मत कार्य, आपदा राहत बचाव कार्य हेतु हैलीपैड एवं पार्किंग निर्माण कार्य शामिल है। उन्होंने यमकेश्वर विधानसभा की विभिन्न विकास योजनाएं का प्रशिक्षण करवा उन्हें अग्रिम कार्रवाई हेतु प्रेषित किए जाने की बात कही।

इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड विश्व की आध्यात्मिक राजधानी के तौर पर आगे बढ़ रहा है। दि बीटल्स एण्ड दि गंगा फेस्टिवल का आयोजन भारतीय संस्कृति के विभिन्न घटकों योग, शास्त्रीय संगीत, नृत्य, कला, प्रतिष्ठित परम्पराओं आदि को उत्सव के रूप में मनाने का एक प्रयास है। तथा स्थानीय सभ्यता एवं परम्पराओं को विश्व में प्रदर्शित करने की एक पहल है। फेस्टिवल के माध्यम से उत्तराखण्ड को एक नई ऊर्जा मिलेगी, एवं माँ गंगा के आशीर्वाद से अपनी लोक संस्कृति को वैश्विक स्तर पर फैला सकेगें।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि संस्कृति, अध्यात्म तथा संगीत में एक गहरा सम्बन्ध है। विश्व प्रसिद्ध बीटल्स बैंड ने पाश्चात्य सभ्यता को यह दिखाया कि किस प्रकार आत्मा तथा संगीत मिश्रित होकर अध्यात्म में विलीन हो सकते हैं। 50 वर्ष पूर्व बीटल्स के सदस्यों ने इसी पावन भूमि से प्रेरित होकर ऐसा संगीत बनाया जिसकी महक पूरे विश्व ने महसूस की। उन्होंने कहा योग तथा मनोसाधना से मानव जीवन के किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल की जा सकती है। हमारे देश की प्राचीन और महान संस्कृति ने ही सर्वप्रथम ’’वसुधैव कुटुम्बकम’’ अर्थात ’’समस्त विश्व एक परिवार है’’ की अवधारणा विश्व के समक्ष रखी थी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देश के महापुरुषों ने एकता व सद्भावना के माध्यम से मानव समाज को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया है। ऋषियों और मुनियों ने समाज में अध्यात्म और ज्ञान का प्रचार-प्रसार किया तथा अध्यात्म के संदेश से लोगों का हृदय परिवर्तन कर सद्भावना का मार्ग प्रशस्त किया। राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए प्रेम व अहिंसा के रास्ते पर चलकर समाज में एकता की भावना को मजबूत करना होगा। सद्भावना से ही राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा मिल सकता है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का मान-सम्मान पूरे विश्व में बढ़ रहा है। वो दिन दूर नहीं जब हमारा देश पुनः ‘विश्व गुरु’ पद पर आरूढ़ होगा। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में आज ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ और ‘आत्मनिर्भर’ भारत की भावना को मजबूत करते हुए सामाजिक, आर्थिक एवं संवैधानिक एकीकरण का कार्य चल रहा है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश ने अनावश्यक और पुराने कानूनों से छुटकारा पाया है। एकता के आदर्शों को मजबूत किया है और कनेक्टिविटी एवं बुनियादी ढांचे पर जोर देकर भौगोलिक तथा सांस्कृतिक दूरियां घटाई हैं। देश को शक्तिशाली बनाने का अभियान निरंतर जारी है। देश सुरक्षित होगा तभी हम एकजुट होकर विकास के मार्ग पर आगे बढ़ सकते हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। लोगों की भागीदारी को देश की ताकत बनाया है। प्रत्येक व्यक्ति को देश के सर्वांगीण विकास के लिए अपना बहुमूल्य योगदान देना होगा। सभी के सहयोग से ही हम अपने देश को विश्व का ‘सर्वश्रेष्ठ देश’ बनाने में सफल हो सकेंगे। राज्य सरकार उत्तराखंड वासियों के सपनों के अनुरूप देवभूमि उत्तराखंड को भी देश के ‘सर्वश्रेष्ठ राज्य’ के रूप में प्रतिस्थापित करने हेतु वचनबद्ध है ।

विधायक रेनू बिष्ट ने कहा कि दि बीटल्स एण्ड दि गंगा फेस्टिवल से क्षेत्र वासियों का मनोबल बढ़ा है। इस आयोजन से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा एवं इस महत्वपूर्ण स्थान को एक नई पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में पर्यटन, धार्मिक स्थलों का निरंतर विकास हो रहा है। आज उत्तराखंड विकास की नई ऊंचाइयों को छूने का काम कर रहा है।

इस दौरान कार्यक्रम में परमार्थ निकेतन के प्रमुख चिदानंद जी सरस्वती महाराज, उत्तराखंड गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान, एसएसपी श्वेता चौबे, सीडीओ अपूर्वा पाण्डे, बीजेपी जिलाध्यक्ष वीरेंद्र रावत एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

योगी आदित्यनाथ के परिजनों की सुरक्षा बढ़ाई

माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या का मामला
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ कें परिजनों की बढ़ाई गई सुरक्षा

वाई श्रेणी की सुरक्षा कें घेरें में हैँ योगी आदित्यनाथ कें परिजन

यमकेश्वर ब्लॉक कें पंचूर गांव में आने जानें वालों पर लगी रोक
परिजनों से मुलाकात पर भी लगाई गई है रोक

यमकेश्वर थाने की पुलिस कों भी अलर्ट रहने कें दिए गए हैँ निर्देश

चौबट्टाखाल पहुंचे सीएम ने 9159.04 लाख रुपये से 11 योजनाओं का किया शिलान्यास

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चौबट्टाखाल पहुंचे, जहां उन्होंने कुल धनराशि 129 करोड़ 11 लाख 74 हजार रुपए की 22 योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। उन्होंने धनराशि 9159.04 लाख रुपये से 11 योजनाओं का शिलान्यास तथा धनराशि 3752.70 लाख रुपये से निर्मित 11 कार्यों का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा विभाग के अन्तर्गत राजकीय महाविद्यालय चौबट्टाखाल में लागत 290.55 लाख के पुस्तकालय भवन एवं बहुउद्देशीय हॉल, चौबट्टाखाल में लागत 308.20 लाख से 24 शय्याओं के पर्यटक आवास गृह, नगर पंचायत सतपुली के कार्यालय भवन लागत 161.44 लाख, विकासखण्ड बीरोंखाल के आवासीय भवन टाइप-2 संख्या-2 का निर्माण लागत 45.00 लाख, राज्य योजना के अंतर्गत विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल के विकासखण्ड बीरोंखाल के अन्तर्गत फरसाडी-गएकोट-छाछरो मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य (द्वितीय चरण) लम्बाई 2.00 किमी0 लागत 127.19, विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल के विकास खण्ड पोखड़ा के अन्तर्गत देवराजखाल जयखाल मोटर मार्ग के मध्य धरतीली बैण्ड तक डामरीकरण सुदृढीकरण, विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल के विकास खण्ड पोखड़ा के अंतर्गत देवराजखाल-जयखाल के मध्य घरतोली बैंड तक लागत 62.45 लाख के डामरीकरण सुदृढीकरण तथा विकासखंड पोखड़ा के लटीबो दलीबो नाई मोटर मार्ग का लागत 142.71 लाख से डामरीकरण सुदृढीकरण, हलूणी पेयजल योजना लागत 112.93 लाख, भूमियाखांडा किंगोडीधार ग्रा०स०पं०यो० लागत 2501.32 लाख, वेदीखाल ग्रा०स०प०प०यो० लागत 2284.84 लाख, बरसुण्डा देवता ग्रा०स०प०प०यो० लागत 3122.41 लाख की योजनाओं से संबंधित कार्यों का शिलान्यास किया।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा विभाग के अन्तर्गत राजकीय महाविद्यालय खेरासेण सतपुली भवन निर्माण कार्य लागत 306.40 लाख का लोकार्पण, तहसील चौबट्टाखाल के अनावासीय मुख्य भवनों का निर्माण कार्य लागत 224.00 लाख का लोकार्पण, विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल के अन्तर्गत विकासखण्ड पोखड़ा में देवराठी सेडियाखाल, लखोली, उबोट, गवांणी मोटर मार्ग में डामरीकरण का कार्य लागत 142.60 लाख, विकासखण्ड खाल के आवासीय भवन टाईप 4 भवन कर निर्माण कार्य का लागत 50.00 लाख, एकेश्वर श्रोत सवर्द्धन पेयजल योजना लागत 493.46 लाख, विधानसभा चौबट्टाखाल में कोट मल्ला से कोट तल्ला कड़िया कुलासू रीठाखाल मोटर मार्ग पर 70 मी० स्पान स्टील ट्रस मोटर सेतु का निर्माण कार्य 955.74 लाख, सतपुली से उलखेत मोटर मार्ग स्टेज-1 व 02 लम्बाई 5.117 किमी० का 327.30 लाख, सतपुली से हलूणी मोटर मार्ग स्टेज-1 व 02 लम्बाई 1.975 किमी0 लागत 123.30 लाख, 244.37 लाख से निर्मित सासों से मासो इण्टर कॉलेज मोटर मार्ग स्टेज-02 लम्बाई 6.500 किमी0, 279.54 लाख से निर्मित चम्पेश्वर झंगरबो मोटर मार्ग स्टेज 02 लम्बाई 5.575 किमी0, 605.99 लाख से निर्मित झवेरा लिंक जजेड़ी मोटर मार्ग स्टेज 02 लम्बाई 11.950 किमी० कार्य का लोकार्पण किया।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चौबट्टाखाल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में जितनी योजनाएं संचालित व क्रियान्वित हो रही है वे अभूतपूर्व है। आज भारत का सांस्कृतिक उत्थान हो रहा है भारत का पुरातन वैभव पुनः लौट रहा है, अनेक पुराने स्थानों, भूले बिसरे नायको, गौरवशाली क्षणों को स्मरण किया जा रहा है। भारत के विश्व गुरु बनने की छवि का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में नई खेल नीति लाई गई है। नई शिक्षा नीति लागू करने वाला उत्तराखंड देश में पहला राज्य है। समान नागरिक संहिता कानून जल्दी ही लागू कर दिया जाएगा जिसके संबंध में पूर्व में कमेटी गठित की जा चुकी है। कहा कि नकल विरोधी कानून में 10 वर्ष की सजा तथा नकल माफिया की संपत्ति को जब्त करने का प्रावधान किया गया है, नकल में सम्मिलित कई लोगों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है, इसलिए तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को बिना संदेह की तैयारी करनी चाहिए।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने निम्न घोषणाएं की-
विकास खण्ड पोखड़ा के अन्तर्गत राजकीय डिग्री कॉलेज पोखड़ा में भवन निर्माण की स्वीकृति।
राजकीय डिग्री कॉलेज वेदीखाल में भवन मरम्मत तथा स्नातक स्तर पर विज्ञान वर्ग में गणित व भौतिक विज्ञान विषयों की स्वीकृति।
सतपुली के निकट दंगलेश्वर महादेव मन्दिर के निकट स्नान घाट व मन्दिर का स्थलीय विकास किये जाने की स्वीकृति।
नगर पंचायत सतपुली में कन्या हाई स्कूल सतपुली का राजकीय इण्टर कॉलेज सतपुली में एकीकरण की स्वीकृति प्रदान की।
स्थान चौबट्टाखाल में केन्द्रीय विद्यालय की स्वीकृति के संबंध में केंद्र को प्रस्ताव भेजने तथा राजकीय डिग्री कॉलेज चौबट्टाखाल में स्टेडियम निर्माण की स्वीकृति।
विकास खण्ड पाबों के अन्तर्गत राजकीय इण्टर कॉलेज गडिगांव में भवन निर्माण तथा विकास खण्ड बीरोंखाल के अन्तर्गत राजकीय हाईस्कूल कोठा में 03 अतिरिक्त कक्षा-कक्षों के निर्माण की स्वीकृति की।
विकास खण्ड पोखड़ा के अन्तर्गत जनता इण्टर कालेज कोलाखाल इण्टर स्तर पर पद सनृत वित्त की मान्यता की स्वीकृति।
विकास खण्ड एकेश्वर के अन्तर्गत एकेश्वर महादेव में क्षतिग्रस्त पुश्ते के निर्माण की स्वीकृति।

कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा ने धारा 370 व 35 (ए) को हटाने का कार्य किया है, सड़कों की स्थिति को बेहतर करने के साथ-साथ राज्य में महिलाओं के लिए 30 आरक्षण का कानून बनाया है। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत का आरक्षण देने का कार्य किया है, धर्म परिवर्तन करने पर कठोर सजा के कानून का प्रावधान किया है। पंचायतों को 29 विषय हस्तांतरित करने की कार्यवाही की जा रही है, इसके साथ ही ग्राम प्रधानों को तत्कालिक कार्य करने के लिए दस हजार रूपए देने का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाने की छवि का मार्ग प्रशस्त हो रहा है।
सैन्य बहुल क्षेत्र होने के कारण कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने लैंसडाउन का नाम पूर्व सीडीएस शहीद बिपिन रावत के नाम पर रखने का आग्रह किया, जिस पर मुख्यमंत्री ने लैंसडाउन का नाम शहीद बिपिन सिंह रावत के नाम पर रखने की सहमति प्रदान की। कार्यक्रम के दौरान चमाली निवासी अजय बिष्ट व संजय बिष्ट को भीमल से शैंपू बनाने के लिए सम्मानित किया गया।
आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन भी किया गया, इसके साथ ही कार्यक्रम में संस्कृति विभाग के कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दी।
आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, विधायक लैंसडाउन महंत दिलीप रावत, विधायक पौड़ी राजकुमार पोरी, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा महेंद्र भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पांडे, एसएसपी श्वेता चौबे, अपर जिलाधिकारी इला गिरी, अध्यक्ष भाजपा सुषमा रावत, प्रमुख एकेश्वर नीरज पाथरी सहित पार्टी पदाधिकारी, अधिकारी, कर्मचारी व भारी संख्या में जनसमूह उपस्थित रहा।

पौड़ी में कनेक्टिविटी बढ़ाकर पलायन रोका जा सकता हैः मुख्य सचिव

मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने सचिवालय में देवप्रयाग और ऋषिकेश के मध्य पौड़ी क्षेत्र से कनेक्टिविटी बढ़ाए जाने के सम्बन्ध में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों और जिलाधिकारी पौड़ी के साथ बैठक आयोजित की।

मुख्य सचिव ने कहा कि कनेक्टिविटी को बढ़ाकर इस क्षेत्र में पलायन को रोका जा सकता है, साथ ही, कनेक्टिविटी बढ़ने से इन क्षेत्रों का विकास हो सकेगा और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उन्होंने जिलाधिकारी पौड़ी से देवप्रयाग से ऋषिकेश के मध्य ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित करने के निर्देश दिए जहां मोटर पुल बनाकर अधिक से अधिक जनसंख्या को लाभान्वित किया जा सकता है या ऋषिकेश – देहरादून से कनेक्टिविटी बढ़ाई जा सकती है।
मुख्य सचिव ने लोक निर्माण विभाग को भी निर्देश दिए कि इस सम्बन्ध में अपने स्तर पर भी प्रस्ताव तैयार किए जाएं। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में पहले से झूला पुल हैं इन्हें विकसित कर मोटर पुल बनाकर अपग्रेड भी किया जा सकता है। इसके लिए संभावनाएं तलाशी जाएं।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान उपस्थित थे।

समीक्षा बैठक में सीएम के निर्देशों को त्वरित गति से करने के निर्देश

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पौड़ी के विकास के लिए समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।

अपर सचिव मुख्यमंत्री जगदीश काण्डपाल ने सचिव घोषणा उत्तराखण्ड शासन को अवगत कराया है कि दिनांक 27 फरवरी, 2023 को मुख्यमंत्री जी द्वारा पौड़ी गढ़वाल के मण्डल मुख्यालय के साथ-साथ गढ़वाल की ऐतिहासिकता, पौराणिकता एवं पर्यटन की दृष्टि से सर्वागीण विकास हेतु बैठक आहूत की गई थी।

उक्त बैठक में की गई समीक्षा एवं चर्चा के उपरान्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा अन्य विषयों में अग्रेत्तर कार्यवाही के साथ-साथ प्रथम चरण में जिन विषयों को मुख्यमंत्री घोषणा में सम्मिलित करते हुये तत्काल अग्रेत्तर कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये हैं उनमें पौड़ी के पुराने कलेक्ट्रेट भवन को हेरिटेज भवन में परिवर्तित करते हुए उक्त भवन को पौड़ी के ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्व के प्रतीक के रूप में विकसित किया जायेगा, रांसी स्टेडियम को ‘‘राष्ट्रीय हाई एल्टीट्यूड सेन्टर’’ के रूप में विकसित किया जायेगा। लैन्सडाउन में स्थापित सिंचाई विभाग के पुराने अतिथि गृह का जीर्णाेधार करते हुए म्यूजियम एवं पर्यटन की दृष्टि से आकर्षण केन्द्र के रूप में विकसित किया जायेगा। लैन्सडाउन क्षेत्र की पानी की समस्या के निदान हेतु लैंसडाउन क्षेत्र में 4.50 लाख लीटर से अधिक क्षमता के पेयजल टैंक का निर्माण कराया जायेगा। फतेहपुर – लैन्सडाउन – गुमखाल तक 29.8 किमी0 मोटर मार्ग में एच० टू एच० ब्लैक टॉप का कार्य कराया जायेगा। क्यूंकालेश्वर मंदिर के लिए रोपवे स्थापित किये जाने के लिए सर्वेक्षण कार्य कराया जायेगा। कोटद्वार प्रवेशद्वार का सौंदर्यीकरण रू(क) कौड़िया (ख) सिद्धबली मंदिर (ग) चिल्लरखाल (घ) पाखरौं का कार्य कराया जायेगा। कोटद्वार स्थित राजकीय परिवहन निगम के बस अड्डे का पुनरोद्वार का कार्य के साथ कोटद्वार के सभी 7 मोटर पुलों पर स्ट्रीट लाईट की व्यवस्था सम्बंधी कार्य कराया जायेगा।

अपर सचिव मुख्यमंत्री द्वारा इस सम्बन्ध में अग्रेत्तर कार्यवाही करने का अनुरोध भी सचिव घोषणा से किया गया है।

धामी की अधिकारियों को दो टूक-मंडलीय कार्यालय में नियमित बैठे अधिकारी

पौड़ी के मण्डल कार्यालयों को सशक्त बनाने के लिए मण्डल स्तरीय अधिकारी नियमित मण्डलीय कार्यालयों में बैठें। मण्डलायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र भी मण्डल कार्यालयों में बैठने का अपना पूरा रोस्टर जारी करें। जिससे जन समस्याओं का समाधान मण्डल स्तर पर भी हो सके। जिन मण्डलीय अधिकारियों को विभागीय निदेशालयों में भी अतिरिक्त प्रभार दिये गये हैं, यदि अति आवश्यक न हो तो उन्हें सिर्फ मण्डलीय कार्यालय में ही तैनात किया जाए। मण्डल मुख्यालय में संचालित विभागीय कार्यालयों में कार्यरत अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी अन्यत्र सम्बद्ध न किया जाए। ये निर्देश मुख्यमंत्री ने सचिवालय में जनपद पौडी़ के मण्डलीय मुख्यालय में मण्डल स्तरीय कार्यालयों के संचालन एवं पौड़ी के सर्वांगीण विकास के सबंध में समीक्षा बैठक के दौरान दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मण्डल कार्यालयों को सशक्त बनाना जरूरी है, यह सुनिश्चित किया जाए कि अधिकांश जन समस्याओं का समाधान मण्डल स्तर तक अवश्य हो जाए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के सफल संचालन की गढ़वाल मण्डल के अधिकारियों पर बड़ी जिम्मेदारी है। चारधाम यात्रा के दौरान सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से हों इसकी भी मण्डलायुक्त द्वारा नियमित समीक्षा की जाए। तकनीकि विभागों के अधिकारियों जिनका कार्यक्षेत्र गढ़वाल मण्डल है, उन्हें नियमित मण्डल मुख्यालय में रखा जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा पर जो श्रद्धालु आते हैं, उनको चारधामों के अलावा इसके आस-पास के प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटन आधारित क्षेत्रों की भी जानकारी दी जाए। प्रमुख स्थलों को और विकसित किया जाए। श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा के बाद कुमाऊॅ मण्डल के प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों के बारे में भी जानकारी दी जाए, ताकि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु देवभूमि उत्तराखण्ड का पूरा भ्रमण कर सकें। सड़क कनेक्टिविटी को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी पौड़ी को निर्देश दिये कि जनपद के विकास के लिए जनपद स्तर पर जो कार्ययोजना बनाई गई है, इस कार्ययोजना पर तेजी से कार्य हो इसके लिए शासन स्तर पर संबंधित विभागीय सचिवों से सम्पर्क में रहकर जनपद में कार्य तेजी से किये जाएं। उन्होंने कहा कि जनपद के विकास के लिए जो कार्ययोजना बनाई गई है इसमें धार्मिक स्थलों, पर्यटन स्थलों, विभिन्न क्षेत्रों की कनेक्टिविटी एवं लोगों के आजीविका बढ़ाने के उद्देश्य से अच्छी कार्ययोजना बनाई गई है। पौड़ी को हवाई कनेक्टिविटी से जोड़ने की योजना भी बनाई जाए।
जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान ने वर्चुअल माध्यम से पौड़ी जनपद के सर्वांगीण विकास के लिए तैयार की गई योजना का विस्तार से प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने कहा कि प्रेमनगर, गडोली, बुआखाल बाईपास बनना जरूरी है, इसके बनने से जाम की समस्या का समाधान होगा और चारधाम यात्रा के लिए कोटद्वार की साइड से जाने में भी श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। ज्वालपा देवी-गडोली, सतपुलि-दुगड्डा एवं गडोली पाबो के बीच टनल बन जायेगा तो इससे लोगों को काफी सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि पौड़ी में बस डिपो के लिए दो स्थानों का चयन किया गया गया है। जिलाधिकारी पौड़ी ने कहा कि कोटद्वार तहसील में मल्टीस्टोरी प्लाजा के लिए काफी जगह है, इसमें तहसील के अलावा मल्टीस्टोरी बिल्डिंग एवं पार्किंग की अच्छी व्यवस्था हो सकती है।
जिलाधिकारी पौड़ी ने कहा कि रांसी स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुरूप हाई अल्टीट्यूड स्पोर्ट्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के रूप में विकसित किये जाने की योजना बनाई जा रही है। पौड़ी में माउण्टेन म्यूजियम का प्रस्ताव भी रखा गया है।
ल्वाली एवं सतपुली लेक में वाटर स्पोर्ट्स की अच्छी संभावनाएं हैं, इसके लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है। कोडियाला एवं देवप्रयाग में रिवर राफ्टिंग को बढ़ावा दिया जायेगा। लैंसडाउन में 4.5 लाख लीटर के वाटर टेंक बनाने की आवश्यकता है।
बैठक में विधायक रेनू बिष्ट, राजकुमार पोरी, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, बी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम, अरविन्द सिंह ह्यांकी, एच.सी. सेमवाल, गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, अपर सचिव विनीत कुमार, उदयराज, जगदीश चन्द्र काण्डपाल एवं सबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

पौड़ी में सीवरेज सिस्टम के विकास को प्लान तैयार करें जिलाधिकारीः मुख्य सचिव

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने पौड़ी जनपद में मूलभूत अवसंरचना विकास के सम्बन्ध में अधिकारियों एवं जिलाधिकारी पौड़ी के साथ बैठक की। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी पौड़ी से जनपद के अन्तर्गत सभी सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने कहा कि पौड़ी में सीवरेज सिस्टम के विकास एवं पार्किंग की समस्या के समाधान के लिए प्लान तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि जनपद में सोलर प्रोजेक्ट्स की अत्यधिक सम्भावनाएं हैं। सोलर प्रोजेक्ट्स के क्षेत्र में अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने जनपद में ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिए जाने हेतु प्रस्ताव भेजे जाने के भी निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी पौड़ी से सभी विभागों से वार्ता कर सुझाव मांगे जाने हेतु भी निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि जनपद के विकास के लिए व्यवहारिक प्रस्ताव भेजे जाएं। उन्होंने रांसी स्टेडियम के लिए व्यवहार्य प्रस्ताव तैयार किए जाने हेतु भी निर्देशित किया।

जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चैहान ने माउंटेन म्यूजियम, वाटर स्पोर्ट्स, जंगल बेस्ड ईको टूरिज्म और रोप-प्रोजेक्ट्स की सम्भावनाओं पर चर्चा की। मुख्य सचिव ने कहा कि इस दिशा में तेजी से कार्य करते हुए शीघ्र से शीघ्र प्रस्ताव तैयार किया जाए। उन्होंने सभी मंडल स्तरीय अधिकारियों को लगातार अनावश्यक देहरादून के चक्कर लगाने से बचने के लिए निर्देशित किया।

इस अवसर पर सचिव शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर, अरविन्द सिंह ह्यांकी, कमिश्नर गढ़वाल सुशील कुमार एवं सचिव विनोद कुमार सुमन सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चैहान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

खटीमा के लाल ने पौड़ी की पीड़ा को समझकर खोई रौनक को लाने का किया प्रयास

देहरादून। पौड़ी की खोई हुई रौनक फिर से लौटेगी। जिले का मंडल मुख्यालय गुलजार होगा। खटीमा के लाल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने दो दिवसीय दौरे में पौड़ी के उस दर्द को गहराई से महसूश किया जिसको पूर्ववर्ती मुख्यमंत्रियों ने या तो समझा नहीं या फिर समझने की कोशिश नहीं की। यूपी के समय पौड़ी जनपद का जो जलवा हुआ करता था, अलग राज्य गठन के बाद पौड़ी जिले की रौनक धीरे-धीरे कम होने लगी। सब्बि धाणी देहरादून के तहत सरकारी ऑफिस धीरे-धीरे देहरादून या मैदानी जनपदों में खिसकने लगे। पौड़ी जिले से मूल निवासी कई नेता, विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री बने लेकिन बावजूद उसकी खोई रौनक लौटाने में कामयाब नहीं हुए। मुख्यमंत्री धामी ने पौड़ी के दर्द को समझते हुए खोई हुई रौनक को लौटाने का बेड़ा उठाया है। पौड़ी से देहरादून पहुंचते ही अधिकारियों को इसको लेकर विस्तार से कार्य योजना बनाने के निर्देश जारी कर दिये हैं।

मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा दिनांक 12 एवं 13 फरवरी 2023 को गढ़वाल मण्डल में मुख्यालय पौड़ी का सघन दौरा किया गया। इस दौरान जहाँ एक और मुख्यमन्त्री द्वारा अन्त्योदय निःशुल्क गैस रिफिल योजना का पूरे प्रदेश में एक साथ शुभारम्भ करने हेतु पौड़ी को चुना गया, वहीं दूसरी और करोड़ों की लागत के विभिन्न विभागीय योजनाओं का शुभारम्भ एवं लोकार्पण भी किया गया। मुख्यमन्त्री द्वारा पौड़ी क्षेत्र के विकास के लिए कई घोषणा भी की गयी। साथ ही पौड़ी की निरन्तर हुई उपेक्षा के दर्द को गहराई से महसूस किया गया।

दिनांक 14 फरवरी को पौड़ी दौरे के अवसर पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा करते हुए मुख्यमन्त्री द्वारा पौड़ी के ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्व के साथ-साथ प्राकृतिक सुन्दरता की और अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया और पौड़ी के सर्वागीण विकास के लिए विशेष कार्य योजना बनाये जाने के निर्देश दिये। साथ ही पौड़ी के गढ़वाल मण्डल मुख्यालय होने के बावजूद मण्डलीय स्तरीय कार्यालयों का मण्डल मुख्यालय से संचालित न होने का संज्ञान लेते हुए सचिव, मा० मुख्यमन्त्रीध् जनपद के प्रभारी सचिव को निर्देशित किया है कि एक सप्ताह में अध्ययन करके यह रिपोर्ट प्रस्तुत करें कि कौन-कौन से ऐसे मण्डल स्तरीय कार्यालय है, जिनका कार्यालय भवन पौड़ी में स्थापित है या स्थापित होना चाहिए और उनका संचालन मण्डल कार्यालय से न होकर राजधानी देहरादून या अन्यत्र से हो रहा है।

उल्लेखनीय है कि ऐतिहासिक दृष्टि से प्रशासनिक रूप से पौड़ी का विशेष महत्व रहा है और इसी ऐतिहासिकता की दृष्टि से पौड़ी को गढ़वाल मण्डल का मण्डल मुख्यालय बनाया गया। समय के साथ पौड़ी से धीरे-धीरे मण्डल स्तरीय कार्यालयों का देहरादून या अन्यन्त्र स्थानों से संचालित होने की परम्परा शुरू हुई, जिससे पौड़ी मण्डल मुख्यालय का महत्व कम होने लगा।

मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा पौड़ी की इस पीड़ा को महसूस किया है और पौड़ी का भ्रमण खत्म होने के तत्काल बाद ही राजधानी देहरादून में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पौड़ी के विकास की कार्य-योजना के साथ-साथ पौड़ी की ऐतिहासिकता और गौरव को पुनः स्थापित किये जाने की आवश्यकता पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमन्त्री के इस प्रयास से उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले वर्षों में पौड़ी अपने गौरव को पुनः प्राप्त कर सकेगा।