केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिले कैबिनेट मंत्री अग्रवाल

क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी से मुलाकात की। इस दौरान डा. अग्रवाल ने श्यामपुर, रायवाला, प्रतीतनगर गांव की ओर रेलवे फाटक से होने वाले जाम की समस्याओं को भी रखा। जिस पर केंद्रीय मंत्री गड़करी ने सकारात्मक आश्वासन दिया।
शुक्रवार को नई दिल्ली में मंत्री डा. अग्रवाल ने केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी से मुलाकात की। इस दौरान डा. अग्रवाल ने बताया कि ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत नेशनल हाइवे पर श्यामपुर एवं रायवाला, प्रतीत नगर गांव की ओर रेलवे फाटक से आम जनता को कठिनाइयों का सामना लंबे समय से करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि बीते चार मार्च को ऋषिकेश आगमन पर भी इस समस्या को रखा गया था।
डा. अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान समय में अनेकों वाहनों का ऋषिकेश से हरिद्वार की ओर आवागमन रहता है। साथ ही ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का काम भी प्रगति पर है। बताया कि ऐसे में भविष्य में अनेकों रेल गाड़ियों का आवागमन इस मार्ग से ओर बढ़ेगा।
डा. अग्रवाल ने बताया कि चारधाम यात्रा, कांवड यात्रा सहित तीर्थयात्री, पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों के आवागमन के कारण इस मार्ग पर यातायात का भारी दबाव रहता है। ऐसे में रेलवे फाटक बंद होने से दोनों ओर सैंकड़ों गाड़ियां रूक जाती है, जिससे रेल गाडी जाने के बाद घंटों तक यातायात बाधित रहता है।
इस पर केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने डा. अग्रवाल को पूरी तरह आश्वासन देते हुए कहा कि श्यामपुर फाटक पर आरओबी बनाया जाएगा। उन्होंने रायवाला फाटक पर राज्य सरकार की रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही करने का आश्वासन भी दिया।

धार्मिक स्वरूप से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं, संत समाज

संत समिति (रजि.) ऋषिकेेश ने महानंद आश्रम रेलवे रोड़ में बैठक की। बैठक में ऋषिकेश तीर्थनगरी क्षेत्र में तेजी से बदले जा रहे तीर्थनगरी के धार्मिक स्वरूप पर संत समिति ने चिंता जताई।

संत समिति के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत महाराज की अध्यक्षता में समिति की बैठक आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महंत विनय सारस्वत महाराज ने कहा कि तीर्थनगरी ऋषिकेश का धार्मिक स्वरूप लगातार बिगड़ता जा रहा है। यहां मौजूद सैकड़ों धर्मशालाओं, मठ और मंदिरों से तीर्थनगरी की पहचान पूरे विश्व में धार्मिक क्षेत्र के रूप में जानी जाती थी। मगर, दुर्भाग्य का विषय है कि लगातार कुछ भू-माफियाओं द्वारा धार्मिक संपत्तियों को खुर्द-बुर्द कर उन्हें व्यवसायिक स्वारूप में तब्दील किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश चारधाम यात्रा का प्रमुख स्थल और प्रवेश द्वार है, यहां पूरे वर्ष भर लाखों की संख्या में तीर्थयात्री पहुंचते हैं। मगर, मंदिर, मठ और धर्मशालाओं के अभाव में तीर्थयात्रियों को अन्न क्षेत्र और धर्मशालाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। लगातार खुर्द-बुर्द हो रही धर्मशालाओं व अन्न क्षेत्रों के कारण विगत कुछ वर्षों से यात्रियों को सड़कों पर खुले आसमान के नीचे सोते हुए देखा जा सकता है।

महंत विनय ससरस्वत महाराज ने आरोप लगाया कि पूर्व में भी कई धार्मिक संपत्तियों का स्वरूप बदला जा चुका है। जबकि वर्तमान में भी स्वामी विशुद्धानंद महाराज द्वारा स्थापित काली कमली ट्रस्ट द्वारा यात्रियों के निवास स्थान को व्यवसायिक उपयोग के लिए उसका स्वरूप बदला जा रहा है। टाल वाली धर्मशाला तथा स्थित न्यू बिल्डिंग में भी दुकानदारों को ऊपर के यात्री कमरों को भीतर से ही रास्ता देकर गोदाम बनाकर बेचा जा रहा है। इसी तरह सुभाष चैक स्थिति जिंदबाड़ा जो, राजा जिंद द्वारा संस्कृत विद्यालय, गोशाला व अन्य धार्मिक कार्यों के लिए दान दिया गया था, उसमें भी व्यवसायिककरण करने का प्रयास किया जा रहा है, पूरी तरह से निंदनीय है।

महंत विनय सारस्वत महपराज ने कहा कि संत समिति इस मामले को लेकर पूर्व में भी कई बार सरकार व प्रशासन को चेता चुकी है। मगर, इस पर अमल नहीं किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया गया कि जो भी धार्मिक संस्थाएं व ट्रस्ट, धार्मिक संपत्तियों का व्यवसायीकरण कर रहे हैं, संत समिति उसका विरोध करती है। संतों ने मांग की कि धार्मिक संपत्ति को बेचने और खरीदने वाले दोनों पक्षों के खिलाफ सरकार रासूका व गुंडप एक्ट के तहत कार्रवाई करे। इस अवसर पर प्रस्ताव पास किया गया कि संत समिति शीघ्र ही इस संबंध में मुख्यमंत्री व राज्यपाल से मुलाकात कर पूर्व में खुर्द-बुर्द हुई धार्मिक संपत्तियों को उनके पुराने स्वरूप में लाने तथा वर्तमान में खरीद-फरोक्त की जा रही संपत्तियों की जांच की मांग करेगी। साथ ही ऐसी संपत्तियों को सरकारी नियंत्रण में लेने की मांग करेगी। यदि सरकार ने कार्रवाई नहीं की तो संत समिति उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर करेगी।

बैठक में प्राचीन सिद्ध सोमेश्वर महादेव मंदिर के शिवरात्रि के उपरांत भव्य शोभायात्रा में भी सभी संतों ने सहयोग करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर समिति के महामंत्री महंत रामेश्वर गिरी महाराज, महंत पूर्णानंद, महंत कृष्णानंद महाराज, महंत राजेंद्र गिरी, महंत हरिनारायणाचार्य, महंत केवल्यानंद महाराज, महंत नित्यानंद गिरी, महंत निर्मल दास, महंत कृष्णकांत, स्वामी धर्मवीर दादूपंथी, महंत धर्मदास, महंत नित्यानंद पुरी, महंत बलवीर सिंह, महंत इंदर गिरी, महंत हृयग्रीवाचार्य, महंत सुंदरानन्द, महंत हरिदास महाराज, महंत धर्मानंद गिरी, महंत कृष्णकांत आदि संत उपस्थित थे।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा-2022 में सरकार बनाने का लक्ष्य लेकर कार्य करे कार्यकर्ता

तीर्थनगरी ऋषिकेश में मंगलवार को कांग्रेस ने परिवर्तन यात्रा निकाली। यात्रा के दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने ऋषिकेश पहुंचकर कार्यकर्ताओं में उत्साह भर दिया। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पार्टी का लक्ष्य 2022 में कांग्रेस को सत्ता में लाना है। आने वाला समय कांग्रेस का है और भाजपा के राज का अंत निश्चित है।
मंगलवार को कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा चंद्रभागा पुल से शुरू हुई। यह यात्रा हरिद्वार मार्ग, आईडीपीएल, गुमानीवाला होकर शहीद अमित सेमवाल स्मारक पर संपन्न हुई। बड़ी संख्या में बाइक सवार युवक रैली के आगे चल रहे थे। यात्रा के जरिये कांग्रेस ने एकजुटता, संगठनात्मक क्षमता और जनसमर्थन दिखाते हुए भाजपा पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाथ में पार्टी का झंडा और अपने चहेते नेता के पक्ष में नारेबाजी कर प्रीतम सिंह का ध्यान भी आकृष्ट किया। प्रीतम सिंह ने महंगाई, बेरोजगारी का हवाला देकर भाजपा को असफल करार देते हुए कांग्रेस को जिताने की अपील की। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में कांग्रेस को नहीं बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने की जरूरत है। कहा कि कांग्रेस ही विकास करने में सक्षम है। इसलिये कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर चुनाव में जुटना चाहिए।
कांग्रेस प्रदेश महासचिव विजय सारस्वत ने भाजपा सरकार को वादाखिलाफी वाली सरकार करार दिया। कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस रोजगार उपलब्ध करायेगी। इस बीच विभिन्न स्थानों पर परिवर्तन यात्रा का स्वागत किया गया।
परिवर्तन यात्रा की कमान संभाल रहे कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेक तिवारी ने कहा कि ऋषिकेश विधानसभा से लगातार 15 साल से भाजपा जीतते आ रही है। लेकिन यहां के मुद्दे सुलझने के बजाया और अधिक उलझ गये है। समस्याओं का समाधान नही हो पा रहा है। लेकिन भाजपा अपना कुनबा बढ़ा रही है। आम आदमी बेरोजगार है, सुविधाओं के नाम पर सिर्फ दिखावा किया जा रहा है। उन्होंने 15 साल का वनवास खत्म करने और कांग्रेस को मौका देने की अपील की।
यात्रा में वरिष्ठ कांग्रेस नेता ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज, कार्यकारी अध्यक्ष भुवन कापडी, पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण, प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला, एआईसीसी सदस्य जयेन्द्र रमोला, विजयपाल रावत, महंत विनय सारस्वत, सुधीर राय, शैलेन्द्र बिष्ट, मनोज गुंसाई, संजय पालीवाल, सरोज देवराडी, देव पोखरियाल, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष रॉबिन त्यागी, प्रवीण सरदार, अंशुल त्यागी, संदीप चौहान, अनंत कुकरेती, अमरजीत धीमान, अजय धीमान, कपिल शर्मा, मनप्रीत सिंह,माधुरी, जीतपाल, विशाल तिवारी, गीतम वर्मा, देवेंद्र विक्रम साहू आदि कांग्रेसी मौजूद रहे।