मुख्यमंत्री ने पिथौरागढ़ देहरादून हवाई सेवा का शुभारंभ कर दी बधाई

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनी सैनी एयरपोर्ट से पिथौरागढ़-देहरादून हवाई सेवा का शुभारंभ किया व स्वयं भी हवाई जहाज में बैठकर देहरादून रवाना हुए। मुख्यमंत्री ने इस हवाई सेवा प्रारंभ होने पर सभी को बधाई दी उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा उत्तराखंड धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण राज्य है। यहां पर धार्मिक पर्यटन व प्राकृतिक पर्यटकों का आना-जाना सहजता से हो, इसके लिए हवाई सेवा अति आवश्यक है। पहले पिथौरागढ़ से देहरादून, दिल्ली जाने में 17 घंटे लगते थे। मोदी के प्रयास से ऑल वेदर सड़क बनने से देहरादून, दिल्ली 11 घंटे लगते हैं, सीमांत जिले में हवाई सेवा प्रारंभ होने के बाद 1 घंटे में देहरादून पहुंच सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जा रहा है, इसके लिए नये टर्मिनल का निर्माण किया जा रहा है। पंतनगर एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा ओएलएस सर्वे कर लिया गया है। पहले जौलीग्रांट एयरपोर्ट से देहरादून-अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ के मध्य हेली सेवा की शुरूआत की गई थी, इसको भी नियमित करने की सरकार की योजना है। निकट भविष्य में चिन्यालीसौड़़ व गौचर से छोटे एयर क्राफ्ट की सेवाओं को शामिल करने के संबंध में भी कार्य किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदि कैलाश और जागेश्वर धाम के दर्शन करने के बाद आदि कैलाश और जागेश्वर धाम में पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। प्रधानमंत्री उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों को देश विदेश में नई पहचान दिला रहे हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह हवाई सेवा जनपद पिथौरागढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मील का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सेवा अभी सप्ताह में तीन दिन के लिए शुरू हुई है, बाद में इसे 05 दिन किया जायेगा। आने वाले समय में पिथौराग़ढ़ से हिंडन के लिए हवाई सेवा शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से अनुरोध किया।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार विकास के लिए हर संभव निरंतर प्रयास के लिए कटिबध है। उन्होंने कहा उत्तराखंड देवभूमि है, व उत्तर भारत का प्रवेश द्वार है उत्तराखंड से मेरा हृदय से जुड़ाव है। मेरे 5 वर्ष उत्तराखंड में ही बीते हैं। उन्होंने कहा कुमाऊं और गढ़वाल दोनों विमान सेवा से जुड़े रहे हैं, यह हमारे लिए हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा कि अभी 19 सीटर जहाज संचालित किया जा रहा है। जो सप्ताह में तीन दिन सोमवार, मंगलवार व शुक्रवार को चलाई जा रही है, 1 घंटे में पिथौरागढ़ से देहरादून पहुंच जाएगा। इससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य में किये जा रहे कार्यों की सराहना की।

सांसद श्री अजय टम्टा ने कहा आज ऐतिहासिक दिन है उन्होंने पिथौरागढ़ से देहरादून हवाई सेवा प्रारंभ होने पर सभी को बधाई दी। उन्होंने मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री नागरिक उड्डयन के विशेष प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने आने वाले समय में पिथौरागढ़ से देहरादून 3 दिन बढ़कर 5 दिन हवाई सेवा बढ़ाने व पिथौरागढ़ से दिल्ली को हवाई सेवा से जोड़ने का आग्रह किया।

कार्यक्रम में सचिव शैलेश बगौली ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हवाई सेवा प्रारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व नागरिक उड्डयन मंत्री का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में राज्य मंत्री गणेश भंडारी, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा, विधायक पिथौरागढ़ मयूख महर, पूर्व विधायक चंद्रा पंत, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह बोहरा, भाजपा जिला अध्यक्ष गिरीश जोशी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष इंद्रर लूंठी, जिलाधिकारी रीना जोशी, मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार, अपर जिलाधिकारी डा एस के वरनवाल, संयुक्त मजिस्ट्रेट आशीष कुमार मिश्रा फ्लाइविंग के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा सहित अनेक जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे।

पिथौरागढ़ः सीएम ने दारमा ब्यास घाटी की महिलाओं के साथ की चरखे व ऊन की कताई, पारंपरिक विधि से की कालीन बुनाई

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देव सिंह मैदान, पिथौरागढ़ में अयोजित ‘दीदी-बैंणा’ नारी शक्ति महोत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कुल ₹ 217.28 करोड़ की कुल 65 विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें ₹ 82.82 करोड़ की कुल 37 योजनाओं का लोकार्पण एवं ₹ 134.45 करोड़ की 28 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद पिथौरागढ़ के विकास को समर्पित विभिन्न घोषणाएं कि जिसमें आंवला घाट फेज-2 पेयजल योजना का निर्माण कार्य किए जाने, फगाली गाड़ से पनार पुल तक वैकल्पिक सड़क मार्ग का निर्माण कार्य किए जाने, मोस्टामानू मंदिर का सौंदर्यकरण किए जाने, नैनी-सैनी से जाजरदेवल तक हॉटमिक्स सड़क व नाली निर्माण कार्य किए जाने की घोषणा शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों एवं स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन के साथ भगवान श्री राम दरबार एवं कन्या पूजन भी किया। मुख्यमंत्री ने धारचूला की दारमा, व्यास घाटियों के वाइब्रेंट विलेज से आई महिलाओं के साथ बागेस्वरी चरखे एवं तकली से ऊन कताई की। साथ ही उन्होंने रांच में पारंपरिक विधि से कालिन भी बनाया। मुख्यमंत्री ने फिरका और बिंडा (मटका) के माध्यम से मट्ठा भी बनाया। साथ ही सिलबट्टे में हरा नून ( नमक) पीसा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बिण सिडकुल आस्थान में 253 उद्यमियों को व्यवसायिक भूखंड आवंटन स्वीकृति पत्र प्रदान किए। उन्होंने पर्यटन विभाग/ जिला प्रशासन की कॉफी टेबल बुक का विमोचन करने के साथ ही मिलेट द्वारा निर्मित भीटोली का शुभारंभ भी किया। मुख्यमंत्री ने 6 मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट, 6 अंतरराष्ट्रीय बालिका खिलाड़ियों को सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित माताओं एवं बहनों का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि अपनी जन्मभूमि पिथौरागढ़ में आना उनके लिए हमेशा भावुक क्षण होता हैं। उन्होंने कहा आज जिन 206 करोड़ से अधिक की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास हुआ है, वो सभी जनपद के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी। इस क्षेत्र के विकास के साथ ही आने वाली पीढ़ियों को भी लाभ होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अन्य जिलों की भांति ही अपनी जन्मभूमि में माताओं बहनों का जो प्यार और दुलार उन्हें मिला है उससे वे अविभूत हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद पिथौरागढ़ के विकास हेतु राज्य सरकार हर संभव कार्य कर रही है। पिथौरागढ़ में जल्द ही मेडिकल कॉलेज बनेगा। जिसके लिए सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। मेडिकल कॉलेज हेतु लगभग 1 हजार से ज्यादा पदों की स्वीकृति पर मंत्रिमंडल द्वारा सहमति प्रदान कर दी है। उन्होंने कहा पिथौरागढ़ में पार्किंग पंपिंग योजनाएं प्रशासनिक भवन सड़कों के निर्माण कार्य में भी तेजी आई है। मानसखंड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत पिथौरागढ़ के मंदिरों को भी जोड़ा गया है। उन्होंने कहा नैनी सैनी हवाई अड्डे में 19 सीटर विमान की ट्रायल लैंडिंग सफल हुई है। डीजीसीए की अनुमति आने पर यह विमान नियमित पिथौरागढ़ से चलेगा। उन्होंने कहा विकास की दौड़ में हमारे सीमांत जनपद सबसे आगे रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की मातृ शक्ति अपनी प्रतिभा एवं कौशल से आगे बढ रही हैं। उत्तराखंड राज्य निर्माण में मातृ शक्ति का सबसे बड़ा योगदान रहा। महिलाएं परिवार के साथ ही समाज और प्रदेश हितों का भी ख्याल रखती हैं। मातृ शक्ति के सहयोग से ही समाज, राज्य, राष्ट्र का संपूर्ण विकास संभव है। महिलाएं जिस भी कार्य को अपने हाथों में लेती हैं, उसे स्वाभाविक तौर पर पूरा करती हैं। परिश्रम और मातृ शक्ति एक दूसरे के पूरक हैं। राष्ट्र की मातृ शक्ति शिक्षित होने से उस राष्ट्र का वर्तमान के साथ भविष्य भी सुरक्षित रहता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न महिला समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा दिए गए ‘’आत्मनिर्भर भारत’‘ के मंत्र को धरातल पर उतारने का कार्य कर रहे है। ’’बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’’ के मंत्र को पूरे उत्तराखंड की बहनों ने आत्मसात किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य हुए हैं, जो नए भारत की शानदार तस्वीर प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ’’सुविधा और सुरक्षा’’ के सिद्धांत पर महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए हैं। गांव-गांव में महिलाओं को घर, शौचालय, गैस, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है। बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण और दूसरी आवश्यक जरूरतों पर भी सरकार पूरी संवेदनशीलता से काम कर रही है। आज देश एवं प्रदेश भर में महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर आत्मनिर्भर बन रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने महिला सशक्तिकरण क्षेत्र में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। उन्होंने बताया राज्य में सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ ही मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, लखपति दीदी योजना, मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक मेधावी योजना, नंदा गौरा मातृवंदना योजना और महिला पोषण अभियान जैसी विभिन्न योजनाएं प्रारंभ की हैं। उन्होंने कहा प्रदेश की जनता के हितों के लिए जो भी आवश्यक कदम हों, बिना देरी के उठाएं जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया गया है।साथ ही धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया गया है। प्रदेश में पहली बार सरकारी जमीनों पर अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई है। भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भी पहली कार्रवाई करने से राज्य सरकार पीछे नहीं हटी है उन्होंने कहा हम उत्तराखंड में समान नागरिक आचार संहिता को भी लागू करने की तैयारी कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ माह पूर्व ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आदि कैलाश और जागेश्वर धाम के दर्शन किये थे, जिसके फलस्वरुप आदि कैलाश और जागेश्वर धाम में पर्यटकों को संख्या बढ़ रही है। यह राज्यवासियों के लिए हर्ष का विषय है कि प्रधानमंत्री जी उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों को देश व दुनिया में नई पहचान दिला रहे हैं। उन्होेंने कहा 22 जनवरी का दिन इतिहास में अमर होने जा रहा है। इस दिन राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा होगी। हम सभी के लंबे वर्षों का इंतजार खत्म होगा।

सांसद अजय टम्टा ने सभी अतिथियों व महिलाओं का स्वागत अभिनंदन करते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार सभी जन समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण करने ,व प्रदेश देश का सर्वांगीण विकास के लिए कटिबंध है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री के सहयोग व निर्देशन में नैनी सैनी एयरपोर्ट में 19 सीटर वायुयान की ट्रायल सफलता से हो चुकी है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री के अथक प्रयासों व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद से आदि कैलाश के रूप में हमें नए पर्यटन डेस्टिनेशन मिला है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री का आभार भी व्यक्त किया।

इस दौरान विधायक बिशन सिंह चुफाल, विधायक फकीर राम टम्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोरा, दायित्व धारी गणेश भंडारी, पूर्व मंत्री बलवंत सिंह भोरियाल ब्लॉक प्रमुख सुनीता कन्याल ,बबीता चुफाल, विनीता बाफिला, अर्चना गंगोला, भाजपा जिला अध्यक्ष गिरीश जोशी जिलाधिकारी रीना जोशी, एसपी लोकेश्वर सिंह, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

रोड शो में उमड़ पड़ा पिथौरागढ, सीएम का पुष्प वर्षा कर जताया आभार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ में सुरेंद्र सिंह बल्दिया स्पोर्ट्स स्टेडियम से देव सिंह मैदान तक आयोजित रोड शो में प्रतिभाग किया। इस दौरान क्लॉक टावर टकाना, गुप्ता तिराहा, केमू रोडवेज स्टेशन से देव सिंह मैदान तक आयोजित रोड शो में सम्मिलित होकर हजारों की संख्या में स्थानीय जनता, जनप्रतिनिधियों, रंग कर्मियों, अधिवक्ताओं, पूर्व सैनिकों, विभिन्न क्षेत्र के लोगों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। लोक वाद्य यंत्रों, पारंपरिक लोक नृत्य छोलिया, कलश यात्रा के बीच मुख्यमंत्री ने भी स्थानीय जनता पर पुष्प वर्षा कर सभी का आभार व्यक्त किया।

सीएम ने दी पिथौरागढ़ में बहुमंजिला पार्किंग निर्माण को विभिन्न स्वीकृति

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ के तहसील/पंचायत बेरीनाग अंतर्गत छड़ौली में बहुमंजिला पार्किंग निर्माण हेतु 7 करोड़ 24 लाख धनराशि की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने जौलजीबी मेले के लिये की 10 लाख देने की घोषणा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने काली एवं गोरी नदी के संगम पर आयोजित 110 वर्ष पुराने जौलजीबी मेले का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जौलजीबी मेला भारत, नेपाल व तिब्बत के मध्य आपसी सौहार्द, व्यापारिक, सास्कृतिक व परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य करता है। यह मेला धार्मिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास में बहुत महत्व रखता है। यह मेला भारत एवं नेपाल देश के बीच संस्कृति, सभ्यता के साथ-साथ व्यापारिक संबंधों को बढ़ाता आ रहा है। उन्होंने कहा कि वे बचपन से ही यहां के रीति-रिवाज और संस्कृति को देखते आ रहे हैं तथा इस मेले से उन्हें बहुत लगाव रहा है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जौलजीबी मेले हेतु रुपए 10 लाख दिए जाने की घोषणा की तथा केएमवीएन द्वारा काली नदी पर युवाओं हेतु आयोजित राफ्टिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई विकास प्रदर्शनी का शुभारंभ कर सभी स्टालों का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने चॉकलेट देकर बच्चों को बाल दिवस की बधाई दी तथा उन्हें आशीर्वाद दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सांस्कृतिक मेला हमारी विलुप्त होती लोक विरासत को संरक्षण प्रदान कर रहा है और आने वाली पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से परिचित कराने का कार्य भी कर रहा है। राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला यह सांस्कृतिक मेला, निश्चित रूप से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का कार्य करेगा। ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को भी एक मंच प्राप्त होता है और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के सीमान्त गांवों के विकास के प्रति बहुत गंभीर है, इसका सीधा उदाहरण विगत दिनों उनके द्वारा आदि कैलाश व गुंजी की यात्रा है, जिससे आज पूरा विश्व इस क्षेत्र को जानने लगा है, यहां की यात्रा के उपरांत स्वयं प्रधानमंत्री द्वारा ट्वीट कर पवित्र आदि कैलाश की सुंदरता, धार्मिक महत्ता का वर्णन किया गया, जिससे अब यहां आवाजाही लगातार बढ़ रही है। अभिनेता अमिताभ बच्चन ने भी इसके बाद इसे लेकर ट्वीट किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में यह पूरा क्षेत्र आवागमन का बहुत बड़ा केंद्र बनेगा।

उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्र के गांवों का सतत विकास हमारी प्राथमिकता में शामिल है, जिसे लगातार बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ जनपद के इस सीमान्त क्षेत्र के विकास के लिए काली नदी पर डबल लेन मोटर पुल का निर्माण किया जा रहा है। जिससे भारत और नेपाल देश के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग का भी निर्माण व चौड़ीकरण किया जा रहा है, इससे व्यापार बढ़ेगा तथा क्षेत्र का विकास होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ से हवाई सेवा संचालित करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है और बहुत जल्द हवाई सेवा शुरू करने वाले हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून में एयरक्राफ्ट खड़ा है। पायलट के लिए 100 घंटे की फ्लाइंग आवश्यक होती है, इस प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में यहां मेडिकल कॉलेज भी बनने जा रहा है। जो सब आज यहां हो रहा है, वो पहले किसी ने सोचा भी नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए हम समर्पित भाव से दिन-रात कार्य कर रहे हैं, और जब तक अपने ‘‘विकल्प रहित संकल्प‘‘ को पूरा नहीं कर लेते तब तक हम चौन से नहीं बैठेंगे, आराम से नहीं बैठेंगे।

इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद अजय टम्टा, अध्यक्ष जिला पंचायत दीपिका बोहरा, विधायक डीडीहाट बिशन सिंह चुफाल, भाजपा जिलाध्यक्ष गिरीश जोशी, ब्लॉक प्रमुख धारचूला धन सिंह धामी, डीडीहाट बबीता चुफाल, कनालीछीना सुनीता कन्याल नगर पालिका अध्यक्ष धारचूला राजेश्वरी देवी, डीडीहाट कमला चुफाल, सदस्य जिला पंचायत गंगोत्री दताल, जिलाधिकारी रीना जोशी, एस.पी. लोकेश्वर सिंह, नेपाल के दारचूला जिले की प्रमुख जिलाधिकारी किरन जोशी, सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, दोनों देशों के नागरिक संस्कृति कर्मी आदि उपस्थित रहे।

मयूर महर से सीएम ने की फोन पर बात, उनकी नाराजगी दूर करने का किया प्रयास

पिथौरागढ़ की नैनी सैनी हवाई पट्टी से नियमित हवाई सेवा के संचालन और बेस अस्पताल की व्यवस्थाओं को ठीक करने के मामले में आज मुख्यमंत्री ने कांग्रेस विधायक से फोन पर बातचीत कर राज्य सरकार द्वारा की जा रही कार्यवाही के बारे में बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार गंभीर है।
आपको बता दें कि विगत दिवस कांग्रेस विधायक मयूर महर पिथौरागढ़ की नैनीसैनी हवाई पट्टी से नियमित हवाई सेवा व बेस अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर जिला प्रशासन में धरने पर बैठ गए थे। इस मामले में मुख्यमंत्री ने आज विधायक मयूख महर से फोन पर वार्ता की और बताया कि सरकार पिथौरागढ़ के लिए हवाई सेवा शुरू करने और बेस हॉस्पिटल की सारी व्यस्थाओं को ठीक करने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने विधायक को कहा कि हॉस्पिटल को निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के साथ संबद्ध किया जाना है। मेडिकल कॉलेज के पदों की स्वीकृति और नियुक्ति के संबंध में भी कार्यवाही किये जाने की उन्होंने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ से हवाई सेवा के लिए एक एयरलाइन ने इस हेतु अपनी सहमति भी दे दी है। इसके लिए लाइसेंस दिये जाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और उनके द्वारा लगातार इसकी समीक्षा की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के विजन को साकार करने के अधिकारियों को दिये निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पिथौरागढ़ जिले के भ्रमण के दौरान दिए गए विजन को साकार करने के लिए शासन के उच्चाधिकारियों को निर्देश दिये है। मुख्यमंत्री आवास में अधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सीमावर्ती क्षेत्रों में चलाए जा रहे विकास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।

राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा सीमान्त क्षेत्रों के विकास के लिये संचालित योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये समेकित प्रयासों की भी मुख्यमंत्री ने जरूरत बतायी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का समूचे उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव रहा है। यह समय समय पर उनके उत्तराखण्ड भ्रमण के दौरान स्पष्ट नजर भी आता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में डबल इंजन सरकार उत्तराखण्ड को वर्ष 2025 तक देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए कटिबद्ध है। हम सबको इस दिशा में प्राण प्रण से जुटना होगा।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूडी, सचिव मुख्यमंत्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम, शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

पीएम ने 4 हजार 200 करोड़ रूपये की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखण्ड को लगभग 4 हजार 200 करोड़ रूपये की सौगात दी। पिथौरागढ़ में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने राज्य की 23 महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। राज्य की जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया उनमें 21 हजार 398 पॉलीहाउस निर्माण, उच्च घनत्व वाले सघन सेब बागानों की योजना, राष्ट्रीय राजमार्गों पर 2 लेन एवं ढलान उपचार के 5 कार्य, राज्य में 32 पुलों का निर्माण, एसडीआरएफ के तहत अग्नि सुरक्षा बुनियादी ढांचे और बचाव उपकरणों को मजबूत करना, देहरादून में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र का अपग्रेडेशन, बलियानाला, जनपद नैनीताल में भूस्खलन की रोकथाम हेतु उपचार, 20 मॉडल डिग्री कॉलेजों में हॉस्टल और कंप्यूटर लैब का निर्माण, सोमेश्वर, अल्मोडा में 100 बिस्तरों वाला उप जिला अस्पताल, चंपावत में 50 बिस्तरों वाले अस्पताल ब्लॉक का निर्माण, रूद्रपुर में वेलो-ड्रोम निर्माण कार्य, स्पोर्ट्स स्टेडियम, हल्द्वानी में एस्ट्रो टर्फ हॉकी मैदान का निर्माण, चार धाम की भांति मानसखंड के मंदिर क्षेत्रों का विकास, मानसखंड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत जागेश्वर धाम, हाट कालिका एवं नैना देवी मंदिर में अवस्थापना सुविधाओं का विकास शामिल हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा जिन योजनाओं का लोकार्पण किया गया उनमें पीएमजीएसवाई के तहत 76 सड़कें, पीएमजीएसवाई के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 25 पुल, 9 जिलों में 15 ब्लॉक कार्यालय भवन, केन्द्रीय सड़क निधि के अन्तर्गत 3 सड़क सुदृढ़ीकरण कार्य, कौसानी-बागेश्वर रोड, धारी-डोबा- गिरेचिना रोड, नगला-किच्छा एस एच रोड डबल लेन, राष्ट्रीय राजमार्गों को 2 लेन एवं सुदृढ़ीकरण करने का कार्य, एन एच 309 बी-अल्मोड़ा-पेट्सल-पनुआनौला- दन्या एन एच- टनकपुर-चल्थी, प्रदेश में 39 पुल एवं देहरादून में यूएसडीएमए भवन, 38 ग्रामीण पंपिंग पेयजल योजनाएं और 3 ट्यूबवेल आधारित पेयजल योजनाएं, 419 ग्रामीण ग्रेविटी पेयजल योजनाएं, थरकोट, पिथौरागढ़ में कृत्रिम झील, 132 केवी पिथौरागढ़-लोहाघाट-चंपावत ट्रांसमिशन लाइन के कार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड की सवा करोड़ देवतुल्य जनता की ओर से दो अन्तरराष्ट्रीय सीमाओं से लगे सीमान्त जनपद पिथौरागढ़ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केदारखंड में मंदिरों तथा पौराणिक स्थलों का विकास हो रहा है। उनकी मानसंखंड की इस यात्रा द्वारा इस क्षेत्र का भी संपूर्ण विकास सुनिश्चित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज भारत पुनः विश्वगुरू बनने की ओर अग्रसर है। आज जहां एक ओर देश में आंतरिक सुरक्षा मजबूत हुई है, वहीं विश्व में भारत का मान-सम्मान बढ़ रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच हुए युद्ध के समय भारत द्वारा दिखाई गई कूटनीतिक परिपक्वता हो या जी-20 सम्मेलन के अध्यक्ष के रूप में विश्व के सभी प्रमुख देशों को एक मंच पर लाकर दिल्ली घोषणा पत्र पर सहमति स्थापित करना हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति की। यह स्वर्णिम कालखंड भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना के पुनरुत्थान का कालखंड भी है। आज नया भारत न केवल एक राष्ट्र के रूप में संपन्न और समर्थ बन रहा है, बल्कि विश्व का नेतृत्व करने के लिए भी तैयार हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव किसी से छुपा नहीं है। पिछले 9 वर्षों में केन्द्र सरकार द्वारा राज्य के लिए 1 लाख 50 हजार करोड़ रूपये से अधिक की परियोजनाएं स्वीकृत की गई, जिनमें से अनेक योजनाओं पर तेजी से कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व और मार्गदर्शन में राज्य सरकार द्वारा उत्तराखण्ड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने का विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नारायण आश्रम की प्रतिकृति, ऐपण स्टॉल और बोधिसत्व विचार श्रृंखला-एक नई सोच, एक नई पहल पुस्तक भेंट की।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्री उत्तराखण्ड सतपाल महाराज, गणेश जोशी, प्रेमचंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, डॉ. धन सिंह रावत, रेखा आर्या, सौरभ बहुगुणा, सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, अजय टम्टा, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, कल्पना सैनी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट आदि उपस्थित रहे।

आदिकैलाश से विश्व को आध्यात्म का संदेश देने आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारखंड के बाद मानसखंड के विकास को नई दिशा देने के लिए 12 अक्टूबर को दो दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। यात्रा की शुरुआत प्रधानमंत्री अल्मोड़ा में स्थित जागेश्वर धाम से करेंगे। जागेश्वर धाम अपने पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।

जागेश्वर धाम पतित पावन जटागंगा के तट पर समुद्रतल से लगभग 6200 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शिवजी तथा सप्तऋषियों ने यहां तपस्या की थी।

जागेश्वर मंदिरों का निर्माण कत्यूरी राज के कालखंड में हुआ था। जागेश्वर धाम के प्राचीन मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर इस क्षेत्र में सदियों से आध्यात्म के दर्शन करा रहे हैं। यहां लगभग छोटे-बडे 224 मंदिर स्थित हैं। मंदिरों का निर्माण लकडी तथा सीमेंट की जगह पत्थर की बडी-बडी शिलाओं से किया गया है। दरवाजों की चौखटें देवी देवताओं की प्रतिमाओं से सुशोभित हैं। मंदिरों के निर्माण में तांबे की चादरों और देवदार की लकडी का भी इस्तेमाल किया गया है।

…..कैसे पहुंचे जागेश्वर धाम….
यहां पहुंचने के लिए काठगोदाम अंतिम रेलवे स्टेशन है। दिल्ली आनंद विहार आईएसबीटी और देहरादून से हल्द्वानी व अल्मोड़ा के लिए बस सेवा भी हैं। दिल्ली और देहरादून से वहां की दूरी लगभग 400 किलोमीटर है। अल्मोड़ा से जागेश्वर धाम के लिए टैक्सी सेवा उपलब्ध है। अल्मोड़ा से जागेश्वर धाम की दूरी 35 किलोमीटर है। इसी तरह हवाई जहाज से पंतनगर एयरपोर्ट तक नजदीकी सेवा है। पंतनगर से टैक्सी से जागेश्वर धाम 150 किलोमीटर का सफर तय कर पहुंच सकते हैं।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा उत्तराखंड के मनोरम पिथौरागढ़ जिले में अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में होने वाली है। पीएम मोदी 12 अक्टूबर को इस महत्वपूर्ण यात्रा पर निकलेंगे और अपने प्रवास के दौरान उन्हें प्रसिद्ध मायावती आश्रम में ठहराया जाएगा।

वह चीन सीमा के पास स्थित पवित्र स्थल आदि कैलाश पर आशीर्वाद लेने का अवसर प्राप्त करेंगे। यह पवित्र तीर्थ स्थान अपनी लुभावनी सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है जो हर साल अनगिनत भक्तों को आकर्षित करता है। प्रधानमंत्री की उपस्थिति निसंदेह पवित्रता को बढ़ाएगी और समाज के सभी पक्षों का ध्यान आकर्षित करेगी।

इसके अतिरिक्त, पीएम मोदी ने अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान व्यास घाटी के भीतर बसे जोलिकांग के विस्मयकारी वैभव को देखने की इच्छा व्यक्त की है। यह अभूतपूर्व प्राकृतिक आश्चर्य सुरम्य परिदृश्यों का प्रतीक है जो आगंतुकों के मस्तिष्क और ह्रदय पर एक अमिट छाप छोड़ने के लिए बाध्य है।

प्रधानमंत्री, कुल 4194 करोड़ की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।

स्थानीय अधिकारी पीएम मोदी के लिए न केवल एक सुचारु यात्रा कार्यक्रम सुनिश्चित करने के लिए बल्कि उनकी पूरी यात्रा के दौरान एक अविस्मरणीय अनुभव सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे लगन से काम कर रहे हैं।

इस महत्वपूर्ण अवसर को लेकर उत्साह दूर-दूर तक महसूस किया जा सकता है, लोग इस ऐतिहासिक यात्रा की झलकियों और अपडेट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। क्षेत्र के भीतर ऊर्जा स्पष्ट है, स्थानीय लोग और पर्यटक दोनों ही पीएम मोदी को अपनी उपस्थिति से इन उल्लेखनीय स्थानों की शोभा बढ़ाते हुए देखने की संभावना से समान रूप से रोमांचित हैं।

प्रधानमंत्री की यह महत्वपूर्ण यात्रा न केवल उत्तराखंड के पर्यटन उद्योग के लिए एक जीवंत तस्वीर पेश करती है, बल्कि इस विविधतापूर्ण राष्ट्र के सबसे दूरस्थ कोनों की खोज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के प्रमाण के रूप में भी काम करती है।

एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय के चौथे राष्ट्रीय सांस्कृति उत्सव का हुआ रंगारंग आगाज

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महाराणा प्रताप स्पोर्टस कॉलेज रायपुर में आयोजित एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय के चौथे राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव 2023 में प्रतिभाग किया। नेशनल एजुकेशन सोसायटी फॉर ट्राइबल स्टूडेन्ट तथा स्टेट एकलव्य विद्यालय संगठन समिति उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में देश के 22 राज्यों से आए एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) के छात्र एवं शिक्षकों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न राज्यों से आये छात्रों की उपस्थिति में यह उत्सव भारत की विविधता में सांस्कृतिक एकता का जश्न मनाने का एक मंच बन गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह चार दिवसीय आयोजन ईएमआरएस में शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों के सर्वांगीण विकास को गति देने के साथ एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना के अनुरूप है, जो निरंतर सांस्कृतिक जुड़ाव को बढ़ावा देगा, और समृद्ध भारत की सांस्कृतिक परंपराओं और विरासत को राष्ट्रीय एकीकरण के माध्यम से विविधता में एकता की मिशाल बनेगा। उन्होंने कहा कि यह अवसर वास्तव में छात्रों के बीच उत्साह की भावना, सांस्कृतिक जुड़ाव और विभिन्न राज्यों से आने वाले छात्रों के बीच राष्ट्रीय एकता के भाव को भी मजबूत करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में मुख्य रूप से पांच प्रकार की जनजातियाँ निवास करती हैं। उनकी भौगोलिक, आर्थिक तथा ऐतिहासिक स्थितियाँ लगभग समान है। उन्होंने स्वयं जीवन का एक महत्वपूर्ण कालखंड थारू जनजाति के बीच में बिताया है। उन्होंने कहा कि जनजाति समुदाय के पंडित नैन सिंह रावत के जीवन की शुरुआत भी एक महान सर्वेयर के रूप में इसी देवभूमि से हुई है, जिन्होंने तिब्बत की यात्रा के दौरान अपने कदमों की नाप से दुनिया को बताया कि ल्हासा की समुद्र तल से ऊंचाई कितनी है साथ ही दुनिया को तिब्बत के कई अनदेखे और अनसुलझे रहस्यों से भी रूबरू कराया तथा तिब्बत के नक्शे को दुनिया के सामने रखा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विगत 09 वर्षों के कार्यकाल में देश में अनुसूचित जनजातियों का समेकित सामाजिक-आर्थिक विकास हुआ है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आज़ादी के इस अमृतकाल में भारत की जनजातीय परम्पराओं एवं शौर्य गाथाओं को भव्य पहचान दिलाई है। जनजातीय समाज के अस्तित्व, अस्मिता और आत्मनिर्भरता का सपना साकार किया है।
मुख्यमंत्री ने सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में एक अतिरिक्त एकलव्य विद्यालय की स्थापना हेतु केन्द्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा से अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अनुसूचित जनजातियों के कल्याण एवं उनके जीवन स्तर में सुधार को उच्च प्राथमिकता दी जा रही है। इनका आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षिक उत्थान और सर्वांगीण विकास कर उन्हें समाज के मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में चार एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय, कालसी, मेहरावना, बाजपुर व खटीमा में संचालित है। प्रतियोगी परीक्षा पूर्व कोचिंग की निःशुल्क व्यवस्था के साथ युवक-युवतियों को प्रतिमाह छात्रवृत्ति भी प्रदान की जा रही है। अनुसूचित जनजाति की पुत्रियों की शादी हेतु 50 हजार का अनुदान प्रदान किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा जनजातीय संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु प्रतिवर्ष राज्य जनजाति महोत्सव तथा खेल महोत्सव आयोजित किये जाने का निर्णय लिया गया है। जनजातीय शोध संस्थान के लिये 01 करोड के कार्पस फण्ड की भी व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की गई है। केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा एवं कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने भी इस आयोजन में अपने विचार रखे।
उन्होंने कहा कि राज्य में जनजातीय छात्रों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने हेतु उन्हें प्राइमरी से स्नातकोत्तर स्तर तक छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। शैक्षिक उत्थान एवं विकास हेतु वर्तमान में 16 राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है, शैक्षिक विकास हेतु धारचूला, गोपेश्वर, काशीपुर, खटीमा एवं धनपौ (चकराता) में छात्रावास संचालित है, अनुसूचित जनजाति के शिक्षित बेरोजगार युवक/युवतियों को तकनीकी शिक्षा हेतु प्रदेश में 03 आई.टी.आई. का संचालन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि गत वर्ष कर्नाटक में आयोजित ईएमआरएस राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव के तीसरे संस्करण में, देवभूमि के जनजातीय छात्रों की अद्वितीय प्रतिभा और क्षमताओं के बल पर उत्तराखण्ड राज्य समग्र श्रेणी में प्रथम स्थान पर रहा। उन्होंने इस उत्सव के चौथे संस्करण में देवभूमि के छात्रों को सभी श्रेणियों में बेहतर प्रदर्शन की भी शुभकामना दी।
इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक उमेश शर्मा काउ, राजकुमार पोरी, निदेशक जनजाति निदेशालय संजय सिंह टोलिया, छात्र-छात्राओं सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने विभिन्न विस क्षेत्रों में सीएम घोषणा की धनराशियां की स्वीकृत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत विकासखण्ड देवाल के अंतर्गत नन्दादेवी राजजात स्थल पंचायती चौक वाण के सौन्दर्यीकरण एवं विस्तारीकरण हेतु एक करोड़ धनराशि की स्वीकृति प्रदान की है। इसके साथ ही विधानसभा क्षेत्र डीडीहाट के ग्राम बारमौ में श्री खण्डेनाथ स्वामी मंदिर के प्रांगण में शिवलिंग की स्थापना हेतु भी रूपये 56.80 लाख की स्वीकृति उन्होंने प्रदान की है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री घोषणा के तहत जनपद अल्मोड़ा कि देवी मंदिर एवं जौरासी देवी मंदिर के सौन्दर्यीकरण हेतु रूपये एक करोड़, विधानसभा क्षेत्र खटीमा के अन्तर्गत ग्राम देवरी बाबा दरिया नाथ प्रांगण में बहुउद्देशीय भवन निर्माण हेतु रूपये 84.43 लाख, विधानसभा क्षेत्र चंपावत के सप्तेश्वर महादेव मंदिर स्थल के सौन्दर्यीकरण एवं स्नान घाट के निर्माण हेतु रूपये 93.38 लाख, उत्तरकाशी के विधानसभा पुरोला के अंतर्गत विकासखण्ड मोरी के ग्राम पंचायत सरास में जागा माता मंदिर के पास सौन्दर्यीकरण एवं सार्वजनिक शौचालय का निर्माण हेतु रूपये 91.11 लाख की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने गढ़वाल एंव कुमाऊं मण्डल में एक-एक नशामुक्ति केन्द्र की स्थापना के लिए भी इस वित्तीय वर्ष के लिए रूपये 57 लाख की स्वीकृति प्रदान की है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र पिथौरागढ में पतों से नगनीधुरा एवं मिलम से मिलम ग्लेशियर तक ट्रैकिंग रूट हेतु रूपये 80.46 लाख की धनराशि स्वीकृत की है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र चंपावत में ‘‘बनबसा-टनकपुर-चंपावत-घाट तक राष्ट्रीय राजमार्ग में 07 स्थानों में हिलांस आउटलेट के निर्माण हेतु रूपये 8.66 लाख की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र अल्मोड़ा हेतु मुंशी हरि प्रसाद टम्टा धर्मशाला और क्राफ्ट म्यूजियम के निर्माण हेतु रूपये 69.82 लाख की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है। मुख्यमंत्री ने पशुपालन विभाग के अंतर्गत पैरावेट कर्मियों द्वारा विभाग द्वारा संचालित जनहित योजनाओं पशुगणना, टीकाकरण एवं राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान आदि कार्यों में सहयोग करने वाले कार्मिकों को पर्वतीय एवं मैदानी क्षेत्रों हेतु निर्धारित मानक को दोगुना (अर्थात् पर्वतीय क्षेत्र हेतु रूपये 100/- तथा मैदानी क्षेत्र हेतु रूपये 80/-) किये जाने की स्वीकृति प्रदान की है।