केंद्र का अंतरिम बजट सर्वस्पर्शी बजट किसानों, महिलाओं, युवाओं और वंचितों के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगाः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने भारतवासियों के लिए एक गतिशील एवं विकासोन्मुखी बजट पेश किया है। सीएम ने केंद्रीय मंत्री को बधाई देते हुए कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को आर्थिक महाशक्ति के साथ ही विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में यह अंतरिम बजट नई गति प्रदान करेगा।

यह सर्वस्पर्शी बजट किसानों, महिलाओं, युवाओं और वंचितों के उत्थान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही प्रधानमंत्री जी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ की संकल्पना को मूर्त स्वरुप देने में सहायक सिद्ध होगा।

समावेशी विकास के साथ ही यह बजट नए भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी, कृषि, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों को नए आयाम प्रदान करेगा, जिसके द्वारा विकसित भारत /2047 के विजन को सार्थकता मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज देश का चहुंमुखी विकास हो रहा है। यह बजट प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प के अनुरूप भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। बजट में महिला, गरीब, युवा और किसानों को सरकार ने अपनी प्राथमिकता में रखा है।

सीएम धामी ने कहा कि इसमें जहां खेती किसानी के साथ ही पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन पर फोकस किया गया है, वहीं मातृशक्ति को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए लखपति दीदी योजना का लक्ष्य दो करोड़ से बढ़ाकर तीन करोड़ कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि अंतरिम बजट में पर्यटन, उद्योग, हवाई कनेक्टिविटी आदि पर भी खास जोर दिया गया है। इससे उत्तराखंड में पर्यटन विकास को पंख लगेंगे और औद्योगिक निवेश की ग्राउंडिंग में और तेजी आएगी। प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अनुरूप उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए संकल्पित है। यह अंतरिम बजट इस संकल्प को पूरा करने की दिशा में सहायक बनेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के लिए यह अंतरिम बजट महत्वपूर्ण है। वर्ष 2023-24 के संशोधित अनुमान जो आज प्रस्तुत किये गये हैं में केंद्रीय करों में राज्यांश बढ गया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में उत्तराखण्ड राज्य के लिए 11419.78 करोड़ रूपये का प्रावधान था, जो कि संशोधित अनुमान में 12348 करोड हो गया है। इस प्रकार लगभग 928 करोड इस वर्ष में अधिक मिलने की संभावना है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में लगभग 13637 करोड़ हो गया है। यह गत वर्ष के मूल अनुमान से 2217 करोड अधिक है। प्रदेश के आर्थिक विकास के लिए यह केन्द्र सरकार का महत्वपूर्ण उपहार है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम ने फोन पर वार्ता कर टनल मामले पर ली जानकारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पुनः फोन कर सिलक्यारा, उत्तरकाशी में सुरंग में फँसे श्रमिकों के राहत एवं बचाव कार्य के संबंध में जानकारी ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सुरंग में फंसे श्रमिकों का कुशल क्षेम जाना। प्रधानमंत्री ने ड्रिलिंग के संबंध में संपूर्ण जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा अंदर फंसे श्रमिकों के साथ ही बाहर राहत बचाव कार्य में जुटे लोगों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा अंदर फंसे श्रमिकों के परिजनों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो। साथ ही प्रधानमंत्री ने आगामी रणनीति पर भी चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री ने बताया कि मैन्युअली डिगिंग कार्य शुरु कर दिया गया है। अब तक कुल 52 मीटर पाइप को पुश कर लिया गया है। यदि कोई रुकावट नहीं आई तो शीघ्र ही सभी श्रमिकों को बाहर निकाल लिया जाएगा। उन्होंने बताया अंदर फंसे सभी श्रमिकों का स्वास्थ्य सकुशल है। राहत एवं बचाव कार्य में जुटे श्रमिक इंजीनियर विशेषज्ञ अधिकारी हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अंदर फंसे सभी श्रमिकों को नियमित रूप से गुणवत्ता पूर्ण भोजन भेजा जा रहा है। सभी श्रमिकों से निरंतर डॉक्टर एवं मनोचिकित्सको से भी संवाद करवाया जा रहा है। अंदर फंसे श्रमिकों के परिजनों से भी निरंतर बात करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि एसडीआरफ द्वारा स्थापित कम्युनिकेशन सेटअप के अतिरिक्त बीएसएनएल द्वारा टेलिफोनिक कम्युनिकेशन सेटअप को भी स्थापित किया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि फंसे श्रमिकों को निकल जाने के उपरांत सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। उन्होंने बताया एसडीआरएफ, एनडीआरएफ मौके पर तैनात की गई है। डॉक्टर की टीम भी मौके पर मौजूद है। सभी अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट पर रखा गया है।

पीएम ने गौरीकुंड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब दो नई रोपवे परियोजनाओं की आधारशिला रखी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीमा पर स्थित उत्तराखण्ड के माणा गांव में आयोजित कार्यक्रम में 3400 करोड़ रूपए से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें गौरीकुंड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब दो नई रोपवे परियोजनाओं सहित दो सड़क चौड़ीकरण परियोजनाएं-माणा से माणा पास (एनएच – 07) और जोशीमठ से मलारी (एनएच 107बी) शामिल हैं।

यात्रा का कम से कम 5 प्रतिशत स्थानीय उत्पादों पर खर्च करें पर्यटक

प्रधानमंत्री ने माणा गांव के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किये गये स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि माताओं व बहनों ने बहुत अच्छा काम किया है। पैकेजिंग वगैरह में मन प्रसन्न हो गया। प्रधानमंत्री ने वोकल फॉर लोकल का जिक्र करते हुए देशवासियों से आग्रह किया कि जहां भी जाएं एक संकल्प करें कि यात्रा पर जितना भी खर्च करते हैं उसका कम से कम 5 प्रतिशत वहां के स्थानीय उत्पाद खरीदने पर खर्च करें। इन सारे क्षेत्रों में इतनी रोजी रोटी मिल जायेगी, आप कल्पना भी नही कर सकते।

सीमावर्ती गांवों में विकास जीवन का उत्साह हो

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड काल में कोरोना की वैक्सीन पहाड़ों तक पहुंचाई गई। इसमें उत्तराखण्ड और हिमाचल में बेहतर काम किया गया। गरीब कल्याण योजना में उत्तराखण्ड के लाखों लोगों को लाभ मिला। डबल इंजन सरकार ने होम स्टे और स्किल डेवलपमेंट से युवाओं को जोड़ा है। पहाड़ी क्षेत्रों के युवाओं को एनसीसी से जोड़ रहे हैं। विकास कार्यों में तेजी आई है। पर्यटन का विस्तार हो रहा है। जल जीवन मिशन से गांवों तक नल से जल पहुंचाया जा रहा है। मल्टी मॉडल कनेक्टीवीटी प्रदान करने के लिये काम किया जा रहा है। सागरमाला, भारतमाला की तरह अब पर्वतमाला परियोजना पर काम होने जा रहा है। रोपवे पर बहुत बड़ा काम होने जा रहा है। बॉर्डर के गांवों में चहल पहल बढ़नी चाहिए। विकास जीवन का उत्साह होना चाहिए। जो कभी गांव छोड़कर गये है, उनका वापस लौटने का मन करे, हमें ऐसे जिंदा गांव बनाने हैं।

सीमाओं पर बसा हर गांव देश का पहला गांव

प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा माणा को भारत के अन्तिम गांव की बजाय देश का पहला गांव कहे जाने पर मुहर लगाते हुए कहा कि अब तो मेरे लिये भी सीमाओं पर बसा हर गांव देश का पहला गांव ही है। पहले जिन इलाकों को देश के सीमाओं का अंत मानकर नजर अंदाज किया जाता था, हमने वहां से देश की समृद्धि का आरंभ मानकर शुरू किया। लोग माणा आएं , यहां डिजिटल टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि माणा गांव से जुड़ी अपनी पुरानी स्मृति बताते हुए कहा कि आज से 25 वर्ष पहले जब वह उत्तराखण्ड में भाजपा के सामान्य कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते थे एक अनजाने जीवन के रूप में अपना जीवन व्यतीत कर रहे थे तो उस समय उनके द्वारा माणा में उत्तराखण्ड भाजपा कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई थी, तो मेरे कार्यकर्ता नाराज भी हुए थे इतने दूर इतनी मेहनत से जाना पड़ेगा। तब मेरे द्वारा कहा गया कि जिस दिन हमारे दिल में माणा गांव का महत्व पक्का हो जायेगा ना उस दिन उत्तराखण्ड की जनता के दिल में महत्व बन जायेगा। और उसी का परिणाम है, माणा गांव की मिट्टी की ताकत है आप सभी का आशीर्वाद है। माणा की धरती के आशीर्वाद से हमें दोबारा सेवा करने का मौका मिला है।

21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज का दिन बाबा केदार और बाबा बद्री विशाल के दर्शन करके उनका आर्शीवाद प्राप्त करके जीवन धन्य हो गया है तथा यह पल पल मेरे लिये चिरंजीवी हो गये हैं। उन्होंने कहा कि बाबा के सानिध्य में, बाबा के आदेश से, बाबा के कृपा से पिछले बार जब मैं आया था तो कुछ शब्द मेरे मुंह से निकले थे कि 21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का है। मैं आप सभी को बताना चाहूंगा कि वह शब्द मेरे नहीं थे, वे शब्द बाबा के आशीर्वाद से मेरे मुख से निकले थे। आज मैं आप सभी के बीच इन नई परियोजनाओं के साथ फिर वही संकल्प दोहराने आया हू।

विकसित भारत के दो प्रमुख स्तंभ, अपनी विरासत पर गर्व और विकास के लिए प्रयास

प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के विकसित भारत के दो प्रमुख स्तंभ है, पहला अपनी विरासत पर गर्व और विकास के लिए हर संभव प्रयास। उत्तराखण्ड इन दोनो ही स्तम्भों को मजबूत कर रहा है। आज मुझे दो रोपवे के शिलान्यास का मौका मिला है। इससे केदारनाथ जी और हेमकुण्ड साहिब के दर्शन करना और आसान हो जायेगा। इन रोपवे से काम करने वाले लोगों पर देश के 130 करोड़ लोगों का आर्शीवाद बरसने वाले हैं। श्रमिकों और एंव इंजिनियरों से बात करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि वे भगवान का काम कर रहे हैं। उन्होंने क्षेत्रवासियों से इन काम में लगे मजदूरों का ध्यान रखने का आग्रह किया।

आस्था के केंद्र हमारे लिये प्राणशक्ति

प्रधानमंत्री ने कहा कि गुलामी की मानसिकता ने लोगों को ऐसा जकडा हुआ है कि प्रगति का हर कार्य कुछ लोगों को अपराध की तरह लगता है। विदेशों में संस्कृति से जुड़े ऐसे कार्यों की तारीफे की जाती थी और भारत में नहीं। गुलामी की मानसिकता ने हमारी पूजनीय आस्था स्थलों को जर्जर स्तर पर ला दिया था। दशकों तक हमारे धार्मिक स्थलों की अवहेलना हुई। आस्था के यह केन्द्र सिर्फ ढ़ांचा नही बल्कि हमारे लिये यह प्राणशक्ति है। वह हमारे लिये ऐसे शक्तिपूंज है जो कठिन से कठिन परिस्थतियों में भी हमें जीवंत बनाये रखते हैं। आज अयोध्या, काशी, उज्जैन अपने गौरव को पुनः प्राप्त कर रहे है। केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम को श्रद्धा के साथ आधुनिकता से जोडा जा रहा है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है, गुजरात के पावागढ़ में मां काली के मंदिर से लेकर देवी विंध्यांचल कोरिडोर तक भारत अपने सांस्कृतिक उत्थान का आह्वान कर रहा है। आस्था के इन स्थलों पर पहुंचना, हर श्रद्धालु के लिए सुगम एवं आसान हो गया है। विश्वास है कि देश की नई पीढ़ी के लिए भी यह श्रद्धा का आकर्षण का केन्द्र बनेंगे। अब हमारे दिव्यांग साथी भी दर्शन कर रहे हैं। गिरनार में जब रोपवे बनाया तो 80 साल के बुजुर्ग भी यात्रा करने लगे, कई लोगों ने मुझे चिट्ठी भेज कर धन्यवाद दिया।

आस्था केंद्रों के पुनर्निर्माण से पहाड़ में ईज ऑफ लिविंग

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की देवभूमि, इस परिवर्तन का साक्षी बन रहे हैं। डबल इंजन की सरकार बनने से पहले एक सीजन में ज्यादा से ज्यादा 5 लाख श्रद्धालु आया करते थे अब इस सीजन में यह संख्या 45 लाख हो गई है। आस्था और आध्यात्मिकता के पुनर्निर्माण का एक और पक्ष है। पहाड़ के लोगों के ईज ऑफ लिविंग का, उनके रोजगार का, जब पहाड़ में रोड, रेल और रोपवे पहुंचते तो अपने साथ रोजगार लेकर आते हैं और पहाड़ का जीवन भी शानदार, जानदार और आसान बना देते हैं। अब तो हमारी सरकार ड्रोन का उपयोग सामान ढोने में भी करने की योजना पर काम कर रही है। इससे पहाड़ के लोगों को अपने फल और सब्जी बाजार तक पहुंचाने में सुविधा मिलेगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हमें आदरणीय प्रधानमंत्री जी जैसे महामुनि का सानिध्य प्राप्त हो रहा है। जिनके विचारों से सम्पूर्ण विश्व लाभान्वित हो रहा है। साथ ही हमें गर्व है कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हम उस महान यात्रा के सहयात्री हैं जिस यात्रा का गंतव्य भारत को पुनः विश्व गुरु बनाना है। प्रधानमंत्री जी एक तपस्वी की भांति किस प्रकार से नए भारत के निर्माण की अग्नि को सफलतापूर्वक प्रज्जवलित किये हुये हैं। उत्तराखंड की समस्त जनता की ओर से विश्वास दिलाता हूं कि इस महायज्ञ की सफलता के लिए जिस भी आहुति की आवश्यकता होगी उत्तराखंड उसके लिए सदैव तत्पर रहेगा। हम उत्तराखंड को ’’उत्कृष्ट उत्तराखंड’’ बनाने के ’’विकल्प रहित संकल्प’’ के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने सदैव उत्तराखंड के विकास को प्राथमिकता दी है और उनके नेतृत्व में उन्नति और उत्थान की एक अभूतपूर्व गाथा देवभूमि में लिखी जा रही है। वर्ष 2013 की उस अति भयावह त्रासदी के बाद का, गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सर्वप्रथम आपने ही उत्तराखंड की सहायता के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में, आज अभूतपूर्व रूप से भारत का सांस्कृतिक उत्थान हो रहा है। सनातन संस्कृति का परचम विश्व में लहरा रहा है और हमारी आस्था के केन्द्रों का इतिहास और महत्व उसी गौरव के साथ प्रदर्शित किया जा रहा है, जिसके साथ इसे किया जाना चाहिए था।चाहे श्री राम मंदिर का निर्माण हो, बाबा विश्वनाथ मंदिर का अविस्मरणीय पुनरुद्धार हो, केदारपुरी व बद्रीनाथ पुरी का पुनर्निर्माण व सौन्दर्यीकरण हो या हाल ही में राष्ट्र को समर्पित श्री महाकाल लोक हो। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत की अस्मिता के प्रतीकों व सांस्कृतिक धार्मिक- धरोहरों को जिस प्रकार से संरक्षित व संवर्धित किया जा रहा है उसकी शब्दों में व्याख्या संभव नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा भोलेनाथ की असीम कृपा तथा प्रधानमंत्री के दिशानिर्देशों के अनुसार की गई तैयारियों के कारण इस वर्ष कांवड़ यात्रा के दौरान 4 करोड़ शिव भक्तों को हरिद्वार से गंगा जल ले जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ तथा अभी तक 45 लाख भक्तों ने चारधाम यात्रा में प्रतिभाग किया है। इस वर्ष की कावड़ यात्रा व चारधाम यात्रा कई अर्थों में ऐतिहासिक रही हैं।सदियों से तिरस्कृत किये गये अपने तीर्थ क्षेत्रों को विकसित और आधुनिक बना रहे हैं, वह अपने आप में अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में यह स्वर्णिम कालखंड भारत की सांस्कृतिक-आध्यात्मिक चेतना के पुनरुत्थान का कालखंड है। आधुनिकता के संतुलित समावेश के साथ आज सनातन संस्कृति का वैभव पुनर्जीवित हो रहा है तथा भारत पुनः विश्वगुरु के स्थान पर स्थापित हो समूचे विश्व का मार्गदर्शन करने के लिये तैयार है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विश्व के समक्ष जो भी समस्याएं हैं उनके समाधान के लिये सभी विश्व शक्तियां भारत की ओर देख रही हैं तथा भारत की नीतियों का अनुसरण कर रही हैं।
यह प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शी नीतियों का ही परिणाम है कि कोरोना की गंभीर मार के बावजूद आज भारतीय अर्थव्यवस्था न केवल मजबूत बनी हुई है बल्कि कई विकसित देशों से बेहतर प्रदर्शन भी कर रही है। प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शिता आर्थिक मोर्चे पर ही नहीं, सामरिक मोर्चे पर भी बेहद स्पष्ट है। आज किसी दुश्मन की हिम्मत नहीं है कि वो भारत की तरफ आंख उठा कर भी देख ले। आज जहां एक ओर सेना आधुनिक हथियारों से सुसंपन्न हो रही है, सैनिकों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं वहीं दूसरी ओर रक्षा क्षेत्र में धीरे-धीरे भारत की भूमिका आयातक की जगह निर्यातक की बन रही है। सेना के इस सशक्तिकरण से हमारा उत्तराखंड सर्वाधिक लाभान्वित हुआ है। आज सेना में अपनी सेवा दे रहा देवभूमि का प्रत्येक जवान इस बात से निश्चिंत है कि उसके परिवार का ख्याल रखने के लिए देश व प्रदेश में डबल इंजन की राष्ट्रवादी सरकारें हैं।

प्रधानमंत्री का यह कथन कि ‘‘21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा’’ हमें एक नए उत्साह और ऊर्जा से भर देता है। एक तरफ जहां यह हमें गर्व की अनुभूति कराता है वहीं दूसरी तरफ यह हमें हमारे कर्तव्यों का भी बोध कराता है। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप हम राज्य के विकास और कल्याण के लिए पूरी निष्ठा के साथ कार्य करने हेतु संकल्पबद्ध हैं। हमने राज्य को वर्ष 2025 तक हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए ’’विकल्प रहित संकल्प’’ का मूलमंत्र अपनाया है।

इस अवसर पर राज्यपाल ले0ज0 श्री गुरमीत सिंह (से.नि.), कैबिनेट मंत्री डा0 धन सिंह रावत, सौरभ बहुगुणा, पूर्व मुख्यमंत्री व क्षेत्रीय सांसद श्री तीरथ सिंह रावत, उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेन्द्र भट्ट सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

शिलान्यास की गई परियोजनाओं का विवरण

3400 करोड़ रुपये से अधिक की रोपवे और सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास किया गया। जिनमें गौरीकुंड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब दो नई रोपवे परियोजनाओं भी शामिल थी। केदारनाथ रोपवे लगभग 9.7 किलोमीटर लंबा होगा। यह गौरीकुंड को केदारनाथ से जोड़ेगा, जिससे दोनों स्थानों के बीच यात्रा का समय वर्तमान में 6-7 घंटे से कम होकर लगभग 30 मिनट का रह जाएगा। हेमकुंड रोपवे गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ेगा। यह लगभग 12.4 किलोमीटर लंबा होगा और यात्रा समय को एक दिन से कम करके केवल 45 मिनट तक सीमित कर देगा। यह रोपवे घांघरिया को भी जोड़ेगा, जो फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान का प्रवेश द्वार है। इन दोनों रोपवे को लगभग 2430 करोड़ रुपये की संचयी लागत से विकसित किया जाएगा। यह परिवहन का एक पर्यावरण अनुकूल साधन होगा, जो आवागमन को सुरक्षा और स्थिरता प्रदान करेगा। इस अहम बुनियादी ढांचे का विकास धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा, जिससे क्षेत्र में आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी और साथ ही साथ रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे।
कार्यक्रम के दौरान करीब 1000 करोड़ रुपये की सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया गया। दो सड़क चौड़ीकरण परियोजनाएं – माणा से माणा पास (एनएच – 07) और जोशीमठ से मलारी (एनएच107बी) तक – सीमावर्ती क्षेत्रों में हर मौसम में सड़क संपर्क प्रदान करने की दिशा में एक और कदम साबित होंगी। कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के अलावा, ये परियोजनाएं रणनीतिक दृष्टि से भी फायदेमंद साबित होंगी।

प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर सीएम ने स्वच्छता अभियान की शुरूआत की

प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर भारी बारिश के बीच दून में शहीदों के आवास पहुँचकर सीएम ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत की। शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट और शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल को श्रद्धांजलि दी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में भारी बारिश के बीच शहीद परिवारों के घर के बाहर स्वच्छता अभियान की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया।

प्रधानमंत्री के जन्मदिवस को इस बार सेवा पखवाड़े के रूप में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज सुबह सबसे पहले शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट और फिर नेशविला रोड पर शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल के आवास पर पहुँचे। मुख्यमंत्री ने शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। यहां उनके द्वारा शहीदों के घर के बाहर स्वच्छता अभियान चलाया गया। जिसके उपरांत उन्होंने दोनों शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देश के वीर सपूतों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के इन लालों को मैं नमन करता हूं। इस दौरान उन्होंने दोनों शहीदों के परिजनों का हाल-चाल भी लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस पर देशभर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने देवभूमि उत्तराखंड की जनता की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जन्म दिवस की शुभकामना दी। उन्होंने बाबा केदार एवं भगवान बद्रीविशाल से प्रधानमंत्री के दीर्घायु एवं शतायु होने की कामना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत शक्तिशाली, समृद्ध एवं समरस भारत के रूप में आगे बढ़ रहा है। आज विश्व स्तर पर भारत का मान, सम्मान एवं स्वाभिमान बढ़ा है। प्रधानमंत्री जी का जन्मदिवस सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर स्वच्छता, रक्तदान, संगोष्ठियां एवं सेवा के अन्य कार्यक्रम किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा भी उपस्थित थे।

पुरोला और आस पास के क्षेत्र को विशेष बागवानी क्षेत्र बनाने के किए जाएँगे प्रयास

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी के जखोल स्थित सोमेश्वर मंदिर के प्रांगण में आयोजित बिशु मेले का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में अपने सम्बोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा इस मेले का महत्व धर्म और आस्था के साथ ही लोक संस्कृति और संवर्धन से भी जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि रवांई-जौनसार क्षेत्र की लोक संस्कृति अपने आप में एक विशेष संस्कृति का परिचायक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के साथ ही उत्तराखंड का चहुमुखी विकास हो रहा है। प्रधानमंत्री की सोच के अनुरूप उत्तराखंड में हुए विकास कार्यों पर पुरोला की जनता ने मोहर लगाई है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए स्थानीय जनता का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 2 सालों से चार धाम यात्रा पर कोरोना का प्रभाव रहा है, लेकिन इस बार यात्रा बड़े स्तर पर यात्रा चलेगी, जिसके लिए सरकार पूरी तरीके से तैयार है। सरकार का उद्देश्य है कि इस बार चार धाम यात्रा में आने वाले देश दुनिया के श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा ना हो मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अतिथि देवो भवः के ध्येय वाक्य को लेकर चल रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। जिसमें हर एक प्रदेशवासी को अपना योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जो वादे जनता से किए हैं उनको पूरा किया जा रहा है। प्रदेश में समान नागरिक संहिता को लेकर एक ड्राफ़्ट तैयार किया जाएगा, उसके लिए जल्द कमेटी गठित होगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने जनता से वादा किया था कि गरीब परिवार को साल भर में 3 सिलेंडर मुफ्त दिए जाएँगे। इसे जल्द लागू किया जा रहा है। इसके साथ ही वृद्धावस्था पेंशन में बढ़ोतरी और दोनों पात्र दंपतियों को वृद्धावस्था पेंशन दिए जाने का शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। इसके अलावा सफाई कर्मचारियों के मानदेय बढ़ोतरी और राज्य आंदोलनकारियों के अस्पताल में मुफ्त इलाज की व्यवस्था का शासनादेश भी जारी कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि पुरोला और आसपास के क्षेत्र को बागवानी क्षेत्र घोषित करने के लिए सरकार काम करेगी। विकासखंड मोरी के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोरी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में उच्चीकृत किया जाएगा। पुरोला विकासखंड में स्वर्गीय बर्फिया लाल जुवांठा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उप जिला चिकित्सा अस्पताल के रूप में उच्चीकृत किया जाएगा। विकासखंड नौगांव में स्थित बर्नीगार्ड में नए सत्र में डिग्री कॉलेज स्थापित किया जाएगा। मोरी-नेटवाड़-सांकरी-जखोल मोटर मार्ग को यथोचित योजना में शामिल कर बनाया जाएगा।

कार्यक्रम में विधायक पुरोला दुर्गेश्वर लाल, भाजपा जिला अध्यक्ष रमेश चौहान, भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान, विशु मेला समिति (जखोल) के अध्यक्ष गंगा सिंह रावत आदि मौजूद रही।

हल्द्वानी में पीएम के कार्यक्रम के लिए सीएम ने जानी व्यवस्थाएं


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी 30 दिसम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्तावित हल्द्वानी भ्रमण के मद्देनजर गुरुवार को कार्यक्रम स्थल एमबी इन्टर कॉलेज मैदान का जनपद प्रभारी मंत्री यतीश्वरानन्द, केन्द्रीय पर्यटन रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत व अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

निरीक्षण के उपरान्त मुख्यमंत्री ने संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि आयोजन से सम्बन्धित सभी व्यवस्थायें समय पर पूर्ण कर ली जाए। बैठक दौरान मुख्य विकास अधिकारी एवं लोनिवि के अधिकारियों द्वारा प्रधानमंत्री कार्यक्रम स्थल में मंच,बैठने की व्यवस्था का लेआउट प्लान के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया साथ ही पार्किंग स्थल के बारे में भी बताया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम स्थल से जितना सम्भव हो सके उतने नजदीक पार्किंग स्थल चयनित किये जाये ताकि कार्यकर्ताओं व जनता को कार्यक्रम स्थल तक आने-जाने में परेशानियों का सामना ना करना पडे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पार्किग स्थल व पार्किंग स्थल रूट पर वॉलिंटियर लगाये जायेंगे ताकि बाहर से आने वाले कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम स्थल तक आने में परेशानी ना हो।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 30 दिसम्बर को प्रधानमंत्री हल्द्वानी में कुमाऊं क्षेत्र के लिये करोडों रूपये की लागत की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी करेंगें। उन्होंने कहा कि टनकपुर-बागेश्वर ब्रॉडगेज रेल लाइन सर्वे हेतु 29 करोड़ की धनराशि भारत सरकार से जारी हो चुकी है। जमरानी बांध की सैद्धान्तिक स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है।

निरीक्षण दौरान अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, मेयर डॉ. जोगेन्द्र पाल सिह रौतेला, विधायक नवीन दुम्का, दीवान सिंह बिष्ट, रामसिह कैडा, राजकुमार ठुकराल, प्रदेश महामंत्री भाजपा सुरेश भट्ट, संगठन मंत्री अजय कुमार, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. संदीप तिवारी आदि उपस्थित थे।

पीएम मोदी का ऐलान, कृषि कानून वापस लेने की घोषणा

देश के लिए आज की सबसे बड़ी खबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी तीनों कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा आगामी संसद सत्र में इन तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया जाएगा प्रधानमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि हमारी कोशिश देश के प्रगतिशील किसानों की आय बढ़ाने और किसानों को राहत देने की थी लेकिन हम कुछ किसानों को मना नहीं पाए या फिर उन्हें समझा नहीं पाए।
लेकिन हमारी कोशिश यही है थी कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को राहत मिल सके और उनकी आर्थिक स्थिति ठीक हो सके लेकिन अब हमने इन तीनों कानूनों को वापस लेने का बड़ा फैसला ले लिया है आपको बता दें पंजाब सहित कई राज्यों में इन कृषि कानूनों का जमकर विरोध हो रहा है जिसके चलते अब मोदी सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है आज प्रकाश पर्व है ऐसे में प्रधानमंत्री के बड़े ऐलान से पंजाब पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों को राहत मिलने जा रही है

कोविड रोकथाम को लेकर देशभर के डीएम, सीएम की हुई वर्चुअल बैठक, सीएम और दून डीएम भी जुड़े


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में कोविड-19 की रोकथाम के लिए उत्तराखंड समेत 10 राज्यों के 46 जिलाधिकारी एवं आयुक्तगणों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फीडबैक लिया। ’इसमें मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वर्चुअल जुड़ते हुए प्रतिभाग किया।’ उत्तराखंड से जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने इस वर्चुअल बैठक में प्रतिभाग करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी को राजधानी देहरादून में कोविड की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में अवगत कराया।

बैठक में प्रधानमंत्री ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों से फीडबैक लिया और भविष्य में भी कोविड-19 की रोकथाम हेतु सुझाव माँगे।

इस दौरान जिलाधिकारी देहरादून ने राज्य सरकार द्वारा देहरादून कम्युनिटी सर्विलांस, डिसेंट्रलाइजेशन टेस्टिंग, होम आइसोलेशन किट और टेली मेडिसन जैसी व्यवस्थाओं के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, मुख्यसचिव ओम प्रकाश, स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी व अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री एवं अधिकारी मौजूद रहे।

’वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में संक्रमण रोकने के लिए और माइक्रो लेवल प्लान तैयार किए जाएं। प्रदेश में टेस्टिंग अधिक से अधिक बढ़ाई जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी स्तर पर जनप्रतिनिधियों के माध्यम से विधानसभा से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक समितियों का गठन किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि नौजवानों के वैक्सीनेशन के साथ ही प्रदेशभर के दिव्यांग जनों के वैक्सीनेशन हेतु अलग से प्लान तैयार किया जाए। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में मानसून की चुनौती को देखते हुए प्रदेश के सभी अस्पताल, कोविड केअर सेंटर में विद्युत आपूर्ति एवं जरूरी सुविधाओं की अभी से तैयारी कर ली जाए, ताकी समय से परेशानियों को दूर किया जा सके।’

देश रक्षा में शहीद पुलिसकर्मियों को पीएम ने दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस स्मृति दिवस 2020 के अवसर पर देश की रक्षा में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी है। बता दें कि वर्ष 1959 में चीन से सटी भारतीय सीमा की रक्षा में बलिदान देने वाले दस पुलिसकर्मियों की याद में प्रत्येक वर्ष पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है।

ट्वीट के जरिए पीएम मोदी ने कहा कि हम कर्तव्य की पंक्ति में शहीद हुए सभी पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि देते हैं। उनके बलिदान और सेवा को हमेशा याद किया जाएगा।

पीएम ने कहा कि भयावह अपराधों को सुलझाने और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने, आपदा प्रबंधन में सहायता से लेकर कोरोना महामारी से लड़ने तक हमारे पुलिस कर्मी हमेशा बिना किसी हिचक के अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं। हमें नागरिकों की सहायता के लिए उनके परिश्रम और तत्परता पर गर्व है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस स्मृति दिवस पर राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि अब तक 35,398 कर्मियों ने शहादत दी है, मैं सभी शहीदों के परिवार जनों को कहना चाहता हूं कि ये स्मारक (राष्ट्रीय पुलिस स्मारक) सिर्फ ईंट, पत्थर और सीमेंट से बना स्मारक नहीं है।

कोविड-19 पर प्रधानमंत्री मोदी ने समय पर लिए सही फैसलेः त्रिवेन्द्र

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि मोदी 2.0 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने बड़े ऐतिहासिक फैसले लिए। देश के रक्षा क्षेत्र को मजबूत किया। धारा 370 और 35 ए को खत्म कर नया इतिहास लिखा। तत्काल तीन तलाक को खत्म कर मुस्लिम बहनों को बड़ी राहत दी। नागरिकता संशोधन कानून को मंजूरी दी गई। राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया गया। कारपोरेट टैक्स और आयकर में रियायत दी गईं। सामाजिक सुरक्षा के दायरे को बढ़ाते हुए छोटे दुकानदारों के लिए पेंशन योजना की शुरूआत की गई। हर घर जल हर घर नल योजना पर टाईमबाउंड तरीके से काम चल रहा है। एक देश एक राशन कार्ड योजना लागू की गई है।

स्काईप के माध्यम से मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सही समय पर लिए गए सही निर्णय से भारत में कोरोना वायरस से उतना नुकसान नहीं हुआ जैसी कि सम्भावना जताई जा रही थी। लॉकडाउन से संक्रमण की दर को नियंत्रित किया गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रूपए का पैकेज प्रदान किया। इससे आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। इस पैकेज द्वारा मजदूरों, किसानों और गांवों को मजबूती मिलेगी। इसमें एमएसएमई सेक्टर को भी बूस्ट करने के लिए बहुत से महत्वपूर्ण प्रावधान किए गए हैं। इसका फायदा राज्य के एमएसएमई क्षेत्र को भी मिलेगा। विशेष तौर अपने गांव लौटे प्रवासी श्रमिकों को काम मिलेगा। कर्मचारियों को राहत देते हुए अब अगले तीन माह तक पीएफ में अंशदान का भुगतान सरकार करेगी जिसपर 2500 करोड़ का खर्च आएगा। स्वास्थ्य क्षेत्र में सार्वजनिक व्यय को बढ़ाने से स्वास्थ्यगत ढांचा मजूबत होगा। हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों में सुविधाएं बढेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अभी तक लगभग 2 लाख के करीब लोग वापस लौटे हैं। इनका विवरण तैयार किया जा रहा है। प्रदेश में केंद्र सरकार की गाईडलाईन के अनुसार आने वालों की स्क्रिनिंग, टेस्टिंग और क्वारेंटाईन की व्यवस्था की जा रही है। राज्य में कोराना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, परंतु हमारी पूरी तैयारी है। लगभग 14 हजार बैड संस्थागत फेसिलिटी में उपलब्ध हैं। आईसीयू, वेंटिलेटर के साथ ही चिकित्सकों और पेरामेडिकल स्टाफ की संख्या में इजाफा किया गया है।

भारत सरकार ने 8 जून से धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति दी है। चारधाम यात्रा को सीमित, नियंत्रित और सुरक्षित रूप से शुरू करने पर विचार किया जाएगा। परिस्थितियों के अनुरूप इसे लेकर निर्णय लिया जाएगा। पर्यटन से जुड़े लोगो को राहत देने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दोबारा गति देने के लिए बहुत सी आर्थिक गतिविधियों को शुरू किया गया है। रजिस्ट्री, स्टाम्प आदि से सरकार को राजस्व मिलने लगा है। युवाओं और प्रदेश में लौटे लोगों के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना प्रारम्भ की गई है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। औद्योगिक इकाईयों को संचालन की अनुमति दी गई है।