कैंपा के कार्यों में तेजी लाएं अधिकारीः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में सशक्त उत्तराखण्ड / 25 के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए वन विभाग एवं लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार की गई अल्प, मध्य एवं दीर्घकालिक रोडमैप की समीक्षा की।
वन विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कैम्पा के तहत होने वाले कार्यों में और तेजी लाई जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि कैम्पा के तहत प्राप्त हो रही धनराशि का समय पर एवं सही तरीके से उपयोग हो। वन सम्पदाओं से लोगों की आजीविका में वृद्धि करने की दिशा में लगातार प्रयास किये जाएं। अखरोट, बांस एवं औषधीय पौधों को बढ़ावा देने के लिए मिशन मोड में कार्य किये जाएं। बांज, सागोन, पॉपुलर को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य किये जाएं। पिरूल नीति से लोगों की आजीविका बढ़ाने के लिए और प्रयास किये जाएं।
मुख्यमंत्री ने बैठक में वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि हरेला पर्व पर प्रदेश में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किया जाए। फलदार एवं औषधीय पौधों के रोपण पर विशेष ध्यान दिया जाय। वृक्षारोपण के लिए जन सहभागिता का होना जरूरी है। इसके लिए सामाजिक संगठनों एवं लोगों का पूरा सहयोग लिया जाए। जल संरक्षण एवं जल स्रोतों के पुनर्जीवीकरण की दिशा में विशेष ध्यान दिया जाय। जल संचय के लिए तालाबों के निर्माण की दिशा में वन विभाग द्वारा कार्य किये जाएं। मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए लगातार प्रयास किये जाएं।
वन विभाग की समीक्षा के दौरान जानकारी दी गई कि विभाग द्वारा 2026-27 तक आर्थिकी को दुगुना करने के लिए ईको टूरिज्म गन्तव्यों का विकास किया जा रहा है। वन पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य किये जा रहे हैं। लीसा उत्पादन में वृद्धि के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। निजी भूमि में स्थित वृक्षों के पातन की प्रक्रिया के सरलीकरण की दिशा में कार्य किये जा रहे हैं।
लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में हो रहे विकास, मन्दिर माला मिशन के तहत हो रहे कार्यों, विभिन्न शहरों के विकास एवं भविष्य की सम्भावनाओं को देखते हुए सड़कों के निर्माण एवं विस्तार की दिशा में कार्य किये जाए। तकनीकि सर्वें के साथ सड़कों के विकास के सुनियोजित तरीके से कार्य किये जाएं। मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देश दिये कि सड़क निर्माण के साथ ही ड्रेनेज की व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की जाएं। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि रोड कटिंग के समय प्राकृतिक जल स्रोत प्रभावित न हों। सड़कों के किनारे फलदार वृक्ष लगाये जाएं।
मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान बारिश से प्रदेश के विभिन्न मार्गों पर सड़क बाधित होने की स्थिति में लोक निर्माण विभाग द्वारा की गई तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिये कि बारिश के कारण यदि सड़क बाधित होती है तो, उनको तुरंत सुचारू करने के लिए पूरी व्यवस्थाएं रखी जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी पुराने पुलों का भी सर्वे किया जाए। सड़क निर्माण के लिए विभिन्न स्थानों पर जो वन भूमि के प्रकरण चल रहे हैं, उनके समाधान के लिए कार्यों में और तेजी लाई जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों के निर्माण एवं सुधारीकरण से संबंधित जो भी कार्य चल रहे हैं, वे सभी निर्धारित समयावधि में पूर्ण किये जाए, इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जाय। उन्होंने सचिव लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिये कि विभाग की ओर से भारत सरकार को जो भी प्रस्ताव भेजे जाने हैं, वे शीघ्र उपलब्ध कराये जाएं।
बैठक के दौरान जानकारी दी गई कि लोक निर्माण विभाग में अगले दो वर्षों में 03 हजार किमी मार्गों का डामरीकरण करने, 3500 किमी मार्गों के नवीनीकरण के कार्य करने का लक्ष्य रखा गया है। दीर्घकालिक योजनाओं के तहत देहरादून, हरिद्वार, रुद्रपुर एवं हल्द्वानी रिंग रोड का निर्माण किया जायेगा। मानसखण्ड योजना के लिए मार्गों के निर्माण हेतु प्रथम चरण के कार्यों की कार्यवाही गतिमान है। वर्षा काल में विभिन्न मार्गों पर 400 जेसीबी लगायी गई है, इनको जीआईएस से कनेक्ट किया गया है।
बैठक में वन मंत्री सुबोध उनियाल, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव डॉ. पंकज कुमार, प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) अनूप मलिक, अपर सचिव विजय कुमार जोगदाण्डे, लोक निर्माण एवं वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

समीक्षा बैठक में अग्रवाल ने लोनिवि के अधिकारियों के कसे पेंच

वित्त, शहरी विकास, संसदीय कार्य मंत्री व क्षेत्रीय विधायक प्रेम चन्द अग्रवाल ने विधानसभा स्थित सभा कक्ष में ऋषिकेश विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत सड़क निर्माण कार्याे की प्रगति से सम्बन्धित समीक्षा बैठक लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ की।
बैठक में उन्होंने ऋषिकेश विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत चल रहे सड़क निर्माण कार्याे के प्रगति की जानकारी अधिकारियों से ली। अधिकारियों द्वारा ऋषिकेश विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत गतिमान निर्माण कार्याे के प्रगति की जानकारी मंत्री को दी गई।
मंत्री ने कहा कि ऋषिकेश विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत सडको का निर्माण हेतु पूर्व में स्वीकृत सड़कों की जानकारी ली और उनकी स्वीकृति तत्काल प्राप्त कराये जाने हेतु प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग को दूरभाष पर निर्देश दिये।
मंत्री ने कहा कि रायवाला प्रतीतनगर, खांड गांव की घनी आबादी है और रायवाला में मिलिट्री कैंप भी है। रेलवे फाटक के कारण सभी को भारी परेशानी होती है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे शुरू होने पर और भी ज्यादा समस्या बढ़ेगी। जिस कारण रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी बनना जरूरी है। जिस पर लोक निर्माण, आर्मी, रेलवे, वन विभाग और नेशनल हाईवे विभागों द्वारा इसका 4 बार भौतिक निरीक्षण किया गया है। जिसे सेंट्रल रोड़ फंड से किया जाना है, बताया कि इसकी प्रक्रिया गतिमान है।
मंत्री ने कहा कि श्यामपुर फाटक बन्द होने के कारण वह पर बहुत बडी समस्या है। यह मुख्यमंत्री की धोषणा में भी सम्मिलित है। राज्य सरकार की ओर से औपचारिकताएं की जा रही है। इसका निर्माण भारत सरकार की ओर से किया जाना है। इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार से पत्राचार विभाग द्वारा किया जा रहा है।
मंत्री ने कहा कि निर्माण कार्याे की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। साथ ही कार्य समय पर करने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिये।
बैठक में लोनिवि अधीक्षण अभियन्ता एएस भण्डारी, अधिशासी अभियन्ता धीरेन्द्र कुमार उपस्थित रहे।

28 करोड़ 92 लाख रुपए की लागत से ऋषिकेश में बिछाया जायेगा सड़कों का जाल

राज्य योजना के अंतर्गत लोक निर्माण विभाग के माध्यम से ऋषिकेश विधानसभा में नगर निगम क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 28 करोड़ 92 लाख रुपए की लागत से सड़कों का जाल बिछाया जाएगा, जिसकी जानकारी उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने दी।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सभी सड़क मार्गों के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया प्रगति पर है। शीघ्र ही सड़क मार्गों का जीर्णाेद्धार कार्य प्रारंभ होगा। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न सड़कों के निर्माण की वित्तीय स्वीकृति के लिए वो काफी समय से प्रयासरत थे। जिस पर राज्य योजना के अंतर्गत स्वीकृति मिलने पर लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़कों का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा रहा है।
उन्‍होंने कहा कि गुणवत्ता एवं मानकों के आधार पर क्षेत्र में सड़कों का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का चौमुखी विकास करना उनकी प्राथमिकता है जिसके लिए वह लगातार प्रयासरत रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सड़कों के निर्माण होने से क्षेत्रवासियों को आवागमन में सहूलियत मिलेगी। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सड़कें विकास का आईना होती हैं। सड़क का निर्माण होने से लोग मूलभूत सुविधाओं से जुड़ जाएंगे। सड़कों का जाल बिछाकर सरकार ने प्रदेश के विकास को नई दिशा एवं गति प्रदान की है।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 17 साईं विहार मे 165.66 लाख रुपए की लागत से 4.130 किलोमीटर विभिन्न आंतरिक मार्गों का एसडीबीसी द्वारा सुधार एवं इंटरलॉकिंग टाइल द्वारा मार्ग निर्माण, वार्ड नंबर 38 एवं वार्ड 39 इंदिरा नगर में 173.43 लाख रुपए की लागत से 2.6 किलोमीटर विभिन्न आंतरिक मार्गों का निर्माण कार्य, शिवाजी नगर की गली नंबर 18,19, 20, 21, 25 एवं 25 जी में 190.46 लाख रुपए की लागत से 2.6 किलोमीटर आंतरिक मार्गों का निर्माण कार्य, कृष्णानगर कॉलोनी में 317.88 लाख रुपए की लागत से 4.8 किलोमीटर विभिन्न आंतरिक मार्गों का निर्माण कार्य किया जाना है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के अंतर्गत ग्राम पंचायत खदरी मुख्य मार्ग से सामुदायिक भवन मार्ग तक 190.88 लाख रुपए की लागत से 3.2 किलोमीटर आंतरिक मार्गों का निर्माण कार्य, ग्राम पंचायत खदरी के बलजीत फार्म में 197.75 लाख रुपए की लागत से 3.3 किलोमीटर आंतरिक मार्गों का निर्माण कार्य, ग्रामसभा खदरी खड़कमाफ एवं ग्राम सभा श्यामपुर बैटरी फ़ार्म में 123.66 लाख रूपए की लागत से 1.8 किलोमीटर आंतरिक मार्गों का निर्माण कार्य, चोपड़ा फार्म की गली नंबर 3, 4, 5 में 190.19 लाख की लागत से 3.12 किलोमीटर आंतरिक सड़क मार्गों का निर्माण कार्य, ग्राम सभा प्रतीत नगर रायवाला के वार्ड नंबर 7, 8 एवं 9 में 128.13 लाख रुपए की लागत से 1.9 किलोमीटर इंटरलॉकिंग टाइल द्वारा मार्ग का निर्माण, ग्राम सभा छिददरवाला चक जोगीवाला में 216.92 लाख रुपए लागत से 2.90 किलोमीटर संपर्क मार्गों का निर्माण कार्य, श्यामपुर के भल्ला फार्म नंबर 8 में 331.02 लाख की लागत से 4.9 किलोमीटर आंतरिक मार्गों का निर्माण कार्य, श्यामपुर के भल्ला फार्म नंबर 10 एवं 20 में 255.69 लाख रुपए की लागत से 3.8 किलोमीटर आंतरिक मार्गों का निर्माण कार्य, गड़ीमयचक प्राइमरी स्कूल के पास ग्वेला नाले पर 4.35 लाख रुपए की लागत से 24 मीटर आरसीसी सेतु का नव निर्माण कार्य, मुख्य चौक छिददरवाला में 60.07 लाख रुपए की लागत से 1.33 किलोमीटर आंतरिक मार्गों का निर्माण कार्य, ग्राम सभा खदरी खड़क माफ वार्ड संख्या एक में 44.72 लाख की लागत से .69 किलोमीटर आंतरिक मार्गों का निर्माण कार्य, ग्राम सभा खैरी कला में 91.99 लाख की लागत से 1.35 किलोमीटर आंतरिक मार्गों का निर्माण कार्य, ग्रामसभा साहब नगर में 35.80 लाख रुपए की लागत से 5 किलोमीटर आंतरिक सड़क का निर्माण कार्य, श्यामपुर के लकड़घाट में ध्यान योग मंदिर के निकट 74.83 लाख रुपए की लागत से 1.1 किलोमीटर आंतरिक सड़क मार्ग का निर्माण कार्य, ग्राम सभा छिददरवाला के वार्ड संख्या पांच में 98.97 लाख रुपए की लागत से 1.4 किलोमीटर आंतरिक सड़क का निर्माण कार्य शीघ्र किया जाना है।

पीडब्ल्यूडी कार्यों में तेजी के साथ गुणवत्ता का रखें विशेष ध्यान-मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में लोक निर्माण विभाग, एन.एच.ए.आई, एन.एच.आई.डी.सी.एल एवं बी.आर.ओ के कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी कार्य निर्धारित समयावधि के अन्दर पूर्ण किये जाये। कार्यों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाय। लोक निर्माण विभाग द्वारा जल्द ही सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाए। वर्षाकाल पूर्ण होते ही 15 सितम्बर से यह कार्य अभियान के रूप में किये जाए। जिन स्थानों पर स्मार्ट सिटी एवं लोक निर्माण विभाग के कार्य साथ-साथ चल रहे, ऐसे स्थानों के लिए प्रोपर प्लान तैयार किये जाय। रोप वे कनेक्टिविटी नेटवर्क बढ़ाने के लिए लोक निर्माण विभाग में रोप वे डिविजन का गठन किया जाय। सचिव लोक निर्माण विभाग एवं सचिव स्मार्ट सिटी इस संबध में संबधित अधिकारियों की शीघ्र बैठक लें। गाड़ियों की पार्किंग हेतु टनल पार्किंग के लिए पायलट बेस पर एक स्थान चिन्हित किया जाए।

सड़क कनेक्टिविटी में केन्द्र से मिल रहा है राज्य को पूरा सहयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क कनेक्टिविटी को बढ़ाने में केन्द्र सरकार से राज्य सरकार को काफी सहयोग मिल रहा है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार भी व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑल वेदर रोड, एन.एच.ए.आई. एवं भारतमाला जैसी परियोजनाओं से राज्य में सड़क कनेक्टिविटी को काफी मजबूती मिली है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि एन.एच के तहत सड़को एवं पुलों के लिए, रोपवे और टनल के लिए और प्रपोजल बनाये जाय। जल्द ही सभी प्रपोजल केन्द्र सरकार के समक्ष रखे जायेंगे।

देहरादून एवं हल्द्वानी रिंग रोड की कार्यवाही में तेजी लाई जाय
मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून एवं हल्द्वानी रिंग रोड की कार्यवाही में तेजी लाई जाय। देहरादून रिंग रोड 114.9 किमी एवं हल्द्वानी में 50.43 किमी रोड बनाई जानी प्रस्तावित है। जसपुर बाई पास एवं भवाली बाईपास का कार्य सितम्बर 2021 तक एन.एच.ए.आई को पूर्ण करने के निर्देश दिये गये हैं। चारधाम परियोजना, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं भारतमाला परियोजना के तहत किये जा रहे कार्यों में सभी कार्यदायी संस्थाओं द्वारा तेजी लाई जाय।

सी.आर.आई.एफ के तहत पिछले चार वर्षों 1124 करोड़ रूपये की स्वीकृतियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रीय सड़क अवस्थापना निधि के तहत स्वीकृत कार्यों में भी तेजी लाई जाय। सी.आर.आई.एफ के तहत राज्य स्थापना से मार्च 2017 तक 615 करोड़ रूपये के कार्य स्वीकृत हुए,जबकि पिछले चार वर्षों 1124 करोड़ रूपये की स्वीकृतियां प्रदान हुई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक निर्माण विभाग की सीएम घोषणाओं को निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाय।

सड़क परियोजना के तहत हो रहे कार्यों का ड्रोन सर्वे भी किया जाय- मुख्य सचिव
मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु ने कहा कि विभिन्न सड़क परियोजनाओं के तहत जो भी कार्य हो रहे हैं, उन सबका ड्रोन सर्वे भी किया जाय। सड़कों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना लोगों तक हो, इसके लिए प्लेटफॉर्म विकसित किया जाय। इसकी लगातार मॉनिटरिंग भी की जाय। सभी कार्यदायी संस्थाएं आपसी समन्वय के साथ कार्य करें।
बैठक में अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, मुख्यमंत्री के विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग हरि ओम शर्मा, रिजनल ऑफिसर एन.एच.ए.आई सी.के. सिन्हा एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

प्रदेश में सड़कों को पेचलैस मुक्त करे विभाग-मुख्य सचिव

मुख्य सचिव डॉ.एस.एस.सन्धु ने उनके सचिवालय सभागार में प्रदेश में सड़कों को पेचलैस मुक्त किये जाने के सम्बन्ध में आयोजित बैठक में सम्बन्धित विभागों को उपरोक्त दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने लोक निर्माण विभाग, एनएचआई (डीसीएल), एनएचएआई और बीआरओ के विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेश में जहा पर यातयात अधिक है और सड़कों की कंडीशन भी खराब हैं उनको उच्च प्राथमिकता में लेते हुए सड़क सुधारीकरण के कार्य पूर्ण करें। उसके पश्चात् सड़क की दशा के अवरोही (घटते) क्रम में सुधारीकरण के कार्य पूर्ण करें। उन्होंने चारों विभागों के अधिकारियों से सड़कों की वस्तुस्थिति की जानकारी लेते हुए प्रमुख अभियन्ता लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (डीसीएल), राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एआई) और सडक सीमा संगठन (बीआरओ) तीनों विभागों की सड़कों की वस्तुस्थिति और सुधारीकरण कार्य की गुणवत्ता का ड्रोन सर्वे कराते हुए शीघ्रता से रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
मुख्य सचिव ने निर्माणदायी विभागों और एजेंसियों को सड़क की वास्तविक दशा और सुधारीकरण की जरूरत के अनुसार पुनर्निर्माण और सुधारीकरण के प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये। साथ ही निर्माण कार्य के दौरान ये सुनिश्चित करने को कहा कि सडक पर यातायात के आवागमन में और लोगों को मूवमेंट के दौरान अनावश्यक परेशानी ना हो। अव्यवस्थित तरीके की कार्यप्रणाली को स्वीकार नहीं किया जायेगा। उन्होंने विभागों से सड़क को पेचलैस (गड्ढा मुक्त) करने और सुधारीकरण की हेतु टाइमलाइन तय करते हुए निर्धारित अवधि में उस कार्य को पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने सडकों की रियल टाइम मॉनिटरिंग करने हेतु रोड असेस्मेंट सॉफ्टवेयर को एक्टिव करते हुए सभी स्टेटस को ऑनलाइन मोड पर प्रजेंट करने को कहा। उन्होंने प्रमुख सचिव आर.के.सुधांशु को निर्देशित किया कि पर्वतीय क्षेत्रों में पार्किंग की समस्या के संबंध में टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन से समन्वय करते हुए समाधान तलाशें।
इस दौरान बैठक में प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, अपर सचिव अतर सिंह, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग हरिओम शर्मा, निदेशक बीआरओ विवेक श्रीवास्तव, परियोजना निदेशक एनएचएआई पी.एस गोसाईं, डीजीएम प्रोजेक्ट एनएच (डीसीएल) प्रेमचन्द सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।

नई रोड धंसी, विस अध्यक्ष का चढ़ा पारा, मौके पर बुलाकर लगाई लताड़

एम्स रोड, ऋषिकेश में सामान से भरे ट्रक के रोड में धँस जाने की सूचना मिलते ही स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विपुल सैनी को दूरभाष पर एम्स रोड में डामरीकरण में हुई अनियमिता के लिए खूब फटकार लगायी और कहा कि विभाग की इस घोर लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने विभाग के अधिशासी अभियंता को निर्देशित करते हुए कहा है कि शीघ्र एम्स रोड का निरीक्षण कर खामियों का पता लगाया जाए और जानकारी दी जाए ताकि दोषियों पर दंडात्मक कार्रवाई की जा सके।
निरीक्षण के दौरान लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता उपेंद्र गोयल को मौके पर बुलाया गया और स्पीकर ने ट्रक फंसने की वजह पूछी। उपेंद्र गोयल ने कहा है कि सड़क के नीचे पानी की पाइपलाइन की वजह से यह घटना हुई है जिस पर स्पीकर ने कहा कि मोटर मार्ग निर्माण से पूर्व तकनीकी जांच कराई जानी चाहिए थी ताकि इस प्रकार की घटना ना होती। इस दौरान स्पीकर ने सड़क मार्ग निरीक्षण करते हुए दोनों तरफ पानी से भरे हुए गड्ढों पर भी नाराजगी व्यक्त की।
ज्ञात हो कि नवंबर माह मे एम्स रोड के डामरीकरण का कार्य पूर्ण हुआ था। उस दौरान निर्माणाधीन कार्य का विधानसभा अध्यक्ष द्वारा बीच-बीच में निरीक्षण भी किया गया और साथ ही विभाग के अधिकारियों को कार्य में गुणवत्ता के सख्त निर्देश दिए थे। मौके पर लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता उपेंद्र गोयल सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह नेगी आदि उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने दिया, सीमांत क्षेत्र की सड़क कनेक्टिविटी को सुधारने पर जोर

(एनएन सर्विस)
उत्तराखंड सरकार ने चीन और नेपाल सीमा की सामरिक महत्व की सड़कों को लेकर समीक्षा की। सीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में सड़कों के निर्माण को तय समय में पूरा करने और मानसून में सड़कों पर यातायात को बनाए रखने के लिए हरसंभव कोशिश करना तय किया गया। 
सामरिक महत्व को देखते हुए सीमा सड़क की समीक्षा बैठक को गोपनीय रखा गया। शासन के आला अफसरों से लेकर सूचना विभाग ने तक जानकारी देने से इनकार किया। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में सीमा सड़क संगठन के अधिकारी भी शामिल थे। तय किया गया कि केंद्र के संबंधित मामलों पर केंद्रीय स्तर पर बातचीत की जाएगी। यह भी कहा गया कि मानसून में भूस्खलन से सीमा की सामरिक महत्व की सड़कें अगर बंद होती हैं तो इन सड़कों को जल्द से जल्द खोला जाए।
यह भी बताया गया कि इस तरह के मामलों में चीन सीमा से लगी चमोली जिले की नीति घाटी में मलारी मार्ग के लिए 35 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण होना है। इसमें राजस्व विभाग से कहा गया है कि मुआवजे की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। इसी तरह नेपाल सीमा से लगी सड़कों के प्रस्ताव पर भी सीएम ने तेजी से काम करने को कहा है। बैठक में सीमांत क्षेत्र विकास योजना के तहत सीमांत क्षेत्र की सड़क कनेक्टिविटी को सुधारने के लिए अधिक प्रस्ताव बनाने पर जोर दिया गया।
बाद में सचिवालय में मीडिया कर्मियों से बातचीत में सीएम ने कहा कि सामरिक महत्व की सड़कों को मानसून में बंद न होने देने के लिए अधिकारियों को कहा गया है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार के साथ ही राजस्व, लोक निर्माण विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, बीआरओ के अधिकारी शामिल थे।