जिले में नकदी की कमी होने से परेशानी बढ़ी

जिले के बैंकों को आरबीआई से धन नहीं मिल पा रहा है। जिससे जिले में नकदी संकट गंभीर हो गया है। जिले में एक दर्जन से अधिक एटीएम पैसे नहीं होने के कारण बंद पड़े हैं। इससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार को जिला मुख्यालय में सिमलगैर, जीजीआईसी रोड़, केएमओयू स्टेशन, टैक्सी स्टैंड और सिल्थाम व अन्य हिस्सों में भारतीय स्टेट बैंक, केनरा, सेंट्रल, बैंक ऑफ बड़ौदा सहित अन्य बैंकों के 9एटीएम खाली रहे।जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में आए लोग एक बैंक से दूसरे बैंक के एटीएम का चक्कर लगाते रहे। इसके बाद भी उन्हें निराशा हाथ लगी। बेरीनाग, मुनस्यारी, डीडीहाट और अस्कोट में 11 से अधिक एटीएम नकदी संकट के चलते बंद रहे। कई एटीएम में नकदी ड़ालने के कुछ ही समय में भीड़ के कारण वे खाली हो गए। जिससे लोगों को इंतजारी के बाद मायूस लौटना पड़ा। मुनस्यारी में दो सप्ताह से बंद है तीनों एटीएम मुनस्यारी। तहसील मुख्यालय समेत नाचनी और तेजम में पिछले दो सप्ताह से अधिक समय से बैंकों के एटीएम बंद चल रहे हैं। जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही यहां आने वाले पर्यटकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। एटीएम में पैसे नहीं होने से स्थानीय और पर्यटन व्यवसाय और पूरी तरह से ठप हो गया है। जिस कारण ग्रामीणों पर आर्थिक संकट गहराने लगा है। बेरीनाग में लोगों को झेलनी पड़ रही है फजीहत बेरीनाग। क्षेत्र के एसबीआई और यूनियन बैंक के एटीएम नकदी नहीं आने के कारण पिछले एक सप्ताह से बंद चल रहे हैं। जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही व्यापारियों की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। क्षेत्र के ये बैंक ग्राहकों को मांग के अनुरूप धन नहीं दे पा रहे हैं। जिससे लोगों में आक्रोश है। अस्कोट में 15 दिन से बंद चल रहा है एसबीआई का एकमात्र एटीएम अस्कोट। क्षेत्र में स्थित एसबीआई का एकमात्र एटीएम पिछले 15 दिनों से बंद चल रहा है। जिस कारण दूर दराज से आने वाले ग्रामीणों को बैंक में लंबी कतार में अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। जिससे स्थानीय लोगों में खासा आक्रोश है। उन्होंने कहा कि अगर शीघ्र एटीएम में पैसे नहीं डाले गए तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। गंगोलीहाट में एसबीआई ग्राहकों को नहीं दे पा रहा है पैसा गंगोलीहाट। गंगोलीहाट में नोटबंदी के बाद से ही एसबीआई बैंक ग्राहकों को मांग के सापेक्ष नकदी नहीं दे पा रहा है। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने बैंक प्रबंधक से शीघ्र मांग के सापेक्ष नकदी देने की मांग की है।