स्कूली बच्चों को दी मानसिक रोग से बचाव की शिक्षा

ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट ने मानसिक रोग से बचाव को जागरूकता अभियान चलाया। विशेषज्ञों ने छात्र-छात्राओं को मानसिक रोग से बचाव को जागरूक किया।

ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट द्वारा सरस्वती विद्या निकेतन जूनियर हाई स्कूल वीरभद्र में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. ग्रेस सिंह ने विश्व मानसिक रोग दिवस की अवधारणा, स्थापना, मानसिक रोगों के लक्षण, मानसिक रोगों के प्रकार, उनके कारक व उनसे उबरने व बचावों के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि जागरूकता व समय से उचित इलाज ही इस रोग से छुटकारा दिला सकता है। उन्होंने विभिन्न चार्ट व पोस्टरों, प्रश्नोत्तरी, खेल व रोल प्ले द्वारा मानसिक रोगों पर विस्तृत चर्चा की एवं मानसिक रोगों पर विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर बहुत ही सरल भाषा में दिए। प्रिंसिपल विमला रावत ने मानसिक रोगों की जागरूकता को बहुत ही आवश्यक कदम बताया। कहा कि अब समय आ गया ही कि मानसिक रोगों को छुपाने की बजाए उचित उपचार किया जाए। मौके पर ट्रस्ट सचिव सैमुएल हर्बर्ट, अनिता पयाल, पूनम, सावित्री थापा, गिडियन सिंह, रमा घपोला आदि उपस्थित रहे।

पूर्णानंद घाट में धूमधाम से मनाई गई हरतालिका तीज

ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट, पूर्णानंद घाट में देवभूमि मां गंगे स्वयंसेवी चौरिटेबल ट्रस्ट से जुड़ी महिलाओं ने हरतालिका तीज कार्यक्रम हर्षाेल्लास से मनाया। कार्यक्रम में पं. हरिओम शर्मा ज्ञानी के आचार्यत्व में यज्ञ एवं पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की गई। साथी ही गंगा की अविरलता तथा निर्मलता के लिए अग्नि को साक्षी मानते हुए संकल्प लिया गया। सुशील गुप्ता ने कहा भादो के महीने में जब संपूर्ण धरा पर हरियाली की चादर बिछी रहती है, प्रकृति के इस मनोरम क्षण का आनंद लेने के लिए लोग लोक गीत अथवा तीज के गीत गाकर उत्सव मनाया जाता है।
देवभूमि मां गंगे स्वयंसेवी चौरिटेबल ट्रस्ट संस्थापक अध्यक्ष रीना उनियाल ने बताया कि संस्था की ओर से समय-समय पर मनाए जाने वाले त्योहार धूमधाम से मनाए जाते हैं, समाजसेवा के क्षेत्र में काम करने के साथ-साथ मिलजुलकर महिलाओं के साथ त्योहार मनाने में अपना योगदान देती हैं।
सुशीला सेमवाल ने बताया कि सबका साथ हो, गंगा साफ हो के संकल्प को साध कर पूर्णानंद धाट पर उपस्थित लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई व गंगा स्वच्छता की अपील की गई।
डॉक्टर ज्योति शर्मा ने बताया कि लुप्त होती संस्कृति व परंपरा को अमली जामा पहनाने और रिश्तों की कड़वाहट को दूर करने की जिम्मेदारी ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट निभा रहा है।
अमिता उनियाल ने बताया कि मंडल की ओर से महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रम भी समय-समय पर किए जाते हैं व अपनी गढ़वाल की संस्कृति बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रोग्राम किये जाते हैं।
कार्यक्रम में आनंद गुप्ता, सुशील गुप्ता, सुषमा बहुगुणा, योगेश उनियाल, ज्योति उनियाल, बबीता सकलानी एवं सैला खंडूरी, सुमन, मधुर रतूड़ी ममता नेगी, सुनीता बिष्ट आदि मौजूद रहे।

आत्मनिर्भर भारत से ही बनेगा श्रेष्ठ भारत

ऋषिकेश, हरिद्वार क्षेत्र में बैन लैब्स राजकोट गुजरात के सहयोग से ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के विशाल भट्ट के नेतृत्व में अति पिछड़े गरीब मजदूरों व किराए के रिक्शा चालकों को सक्षम व आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से आज निशुल्क 50 साइकिल रिक्शा बांटे गए।
बैन लैब्स के प्रबंध निदेशक मौलेश उकानी ने बताया कि पिछले साल कोरोना महामारी देश में फैली और सरकार को लॉकडाउन लागू करना पड़ा। इस दौरान बड़ी संख्या में दिहाड़ी मजदूरों व किराए के रिक्शा चालकों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया था। ऐसे में उनके द्वारा 100 रिक्शे बांटने का निर्णय लिया गया।
मौलेश उकानी ने बताया कि उनका मकसद आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को रिक्शे के जरिए रोजी-रोटी का जरिया देना है। कार्यक्रम में पंडित हरिओम शर्मा ज्ञानी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अगर आपके पास पैसा है, तो उसे किसी फालतू चीज में बर्बाद ना करें, बल्कि उससे किसी जरूरतमंद की मदद उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में करें।
विशाल भट्ट ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत से ही श्रेष्ठ भारत की कल्पना की जा सकती है। आजादी के बाद से ही देश विभिन क्षेत्रों में तेजी से विकास कर रहा है व आज की आवश्यकता एक दूसरे को साथ आगे ले जाने की है। ये रिक्शा चालक अभी तक किसी और मालिक के रिक्शे दैनिक किराए पर लेकर चलाते थे पर अब ये सभी स्वयं का रोजगार कर पाएंगे। संस्था आगे भी ऐसे लोकहित व जनहित कार्य जारी रखेगी।
ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट से सैमुएल हर्बर्ट, विशाल भट्ट व मनीष पाल आदि ने सहयोग किया व सभी लोगों से इस नेक शुरुआत में सहभागी होने की अपील की।

पर्यावरण बचाए बिना धरती पर जीवन की कल्पना नहींः भगवती रतूड़ी

ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट, पूर्णानंद घाट में महिलाओं द्वारा की जा रही गंगा आरती की महिलाओं तुलसी के पौधे गिफ्ट कर शान्ति सिहं के पुत्र अहान राव सिकरवार का 5 वां जन्मदिन गंगा स्थल में हरित जन्मदिन के रूप में मनाया।
ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के कार्यकर्ता पौधा लगाने के बाद दो वर्ष तक उसका जन्मदिन भी मनायेंगे। इससे पौधा लगाने वाले का पौधे से लगाव बढ़ता है और उसकी नियमित देखभाल भी होती है। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने अपने घर को फाइव स्टार हरित घर बनाने का संकल्प भी लिया।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता भगवती रतूड़ी ने कहा कि पर्यावरण बचाए बिना धरती पर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। जन जन को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना ही हमारा लक्ष्य है। हर किसी को चाहिए कि जन्मदिन पर पौधरोपण कर हरित जन्मदिन मनाने की अपील की।
सुशीला सेमवाल ने कहा पर्यावरणके संरक्षण को लेकर लोगों में अब जागरूकता आने लगी है। इसके तहत अब बच्चों के जन्मदिन पर लोगों ने पौधरोपण करने का बीड़ा उठाया है ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट की महिलाएं धन्यवाद के पात्र हैं।
डॉ ज्योति शर्मा ने कहा मनुष्य को थोड़ी देर ऑक्सीजन देने वाले डॉक्टर को हम पैसे देकर भगवान मानते हैं, लेकिन जीवनभर मुफ्त ऑक्सीजन देने वाले पेड़-पौधों की कद्र नहीं करते हैं।
इस मौके पर डॉ. ज्योति शर्मा, शान्ति सिहं, सुशीला सेमवाल, आचार्य अभिनव पोखरियाल डायरेक्टर नमामि गंगे स्पिरिचुअल, हरिओम शर्मा ज्ञानी, सहित अन्य मौजूद थे।

शनिश्चरी अमावस्या पर विशेष पूजा अर्चना कर प्रार्थना की

ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट, पूर्णानंद घाट में महिलाओं द्वारा की जा रही गंगा आरती में महिलाओं द्वारा शनिश्चरी अमावस्या उत्साह के मनाई। पूर्णानंद घाट में सुबह ब्रह्ममुर्हुत में यज्ञ के बाद भक्तों द्वारा पूजा-अर्चना की। सुबह नवग्रह पूजन के साथ हवन और भंडारा हुआ कुंभ मेला पार्किंग मुनि की रेती में दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। काफी संख्या में आये श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर शनि देव से प्रार्थना कर सुख समृद्धि की कामना की। इस मौके पर जप, अनुष्ठान और अन्य धार्मिक कार्यक्रम हुए।
अमेरिका से 94 वर्ष की दादी ध्रुव अमर के सौजन्य से भंडारा का आयोजन हुआ। दादी ध्रुव अमर ने कहा कि सत्यम शिवम् सुंदरम् भगवान शिव भारतीय जीवन की ऊर्जा और रचनात्मक शक्ति के प्रतीक हैं। शिव भारत की धरती की संस्कृति में समाहित हैं। सत्यम, शिव, सुंदर भारतीय संस्कृति का आदर्श है। सत्य ही शिव, शिव ही सुंदर हैं। शिव स्वास्थ्यप्रद औषधियों के परम ज्ञाता, ज्ञान, योग, विद्या, व्याख्यान तथा सभी शास्त्रों में पारंगत होने के साथ ही कुशल नर्तक तथा प्रवर्तक भी हैं। काम, लोभ, गुस्से आदि गलत आदतों का त्याग करना चाहिए। भगवान शिव की पूजा के साथ गरीबों की मदद करनी चाहिए।
ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट ने पूर्णानंद घाट में महिलाओं ने किया हवन पूजन साथ ही शनिश्चरी अमावस्या पर विशेष गंगा आरती की गई।
महिला गंगा आरती में मुख्य रूप से ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट की सदस्य डॉ. ज्योति शर्मा, शान्ति सिहं, संध्या, आचार्य अभिनव पोखरियाल डायरेक्टर नमामि गंगे स्पिरिचुअल, सावित्री चौधरी पूर्व वाइस चेयरमैन मुनीकीरेती, प्रवीण गोस्वामी आदि ने हवन एवं भंडारे में सहभागिता की।

ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट ने पूर्णानंद घाट में महिलाओं ने किया हवन पूजन

ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट, पूर्णानंद घाट में महिलाओं द्वारा की जा रही गंगा आरती में महिलाओं द्वारा धरती मां का पूजन कर अग्नि देव, वायु देव, वरुण देव, सूर्य देव तथा इंद्र देव की उपासना कर मनाया विश्व पृथ्वी दिवस। विश्व पृथ्वी दिवस पर गंगा के पावन तट पूर्णानंद घाट पर महिलाओं ने सभी जीवों की रक्षा करना तथा धरती माता को बचाना जरूरी एवं उत्तम स्वास्थ्य की प्रार्थना की गई। ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट ने पूर्णानंद घाट में महिलाओं ने किया हवन पूजन साथ ही विश्व पृथ्वी दिवस पर विशेष गंगा आरती की गई।

शान्ति सिहं ने कहा कि हमें सभी जीवों की रक्षा करना चाहिए तथा उन्हें संरक्षति रखने के लिए धरती माता को बचाना जरूरी है।

डॉ. ज्योति शर्मा ने कहा कि कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण पिछले एक वर्ष में नदियों में बाढ़, जंगलों में आग और समुद्रों में तूफान ने पूरे विश्व में भीषण तबाही मचाई है। कोरोना महामारी भी इसका एक रूप है। सौर ऊर्जा और शाकाहार से ही पृथ्वी का अस्तित्व बचेगा।

ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के हरिओम षर्मा ज्ञानी जी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण पिछले एक वर्ष में नदियों में बाढ़, जंगलों में आग और समुद्रों में तूफान ने पूरे विश्व में भीषण तबाही मचाई है। कोरोना महामारी भी इसका एक रूप है। विश्व इकोनामिक फोरम का हवाला देते हुए ज्ञानी जी ने बताया कि साल 2030 तक विश्व भर में ढाई लाख से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु होने की आशंका है। ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन के कारण श्वास संबंधी रोगों, हृदय रोगों, डायबिटीज और कैंसर सहित अन्य शारीरिक रोगों के मामलों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। ऐसे में मानसिक रोगों के रोगी भी लगातार बढ़ रहे हैं। इसलिए लोगों को पर्यावरण बचाव के लिए आगे आने की जरूरत है। पर्यावरण को बचाकर ही स्वस्थ जीवन की कल्पना कर सकते हैं।

महिला गंगा आरती में मुख्य रूप आचार्य अभिनव पोखरियाल डायरेक्टर नमामि गंगे स्पिरिचुअल, सुनीता जी, अनीता जी, प्रमिला जी, सरिता जी आदि महिलाओं ने पर्यावरण बचाने में मदद की अपील की।