कोतवाली पुलिस ने चोरी के आरोप में एक युवक किया गिरफ्तार

आईडीपीएल चौकी के अंतर्गत विस्थापित क्षेत्र में बंद मकान का ताला तोड़कर चोरी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेशकर जेल भेज दिया गया है।

कोतवाली पुलिस के मुताबिक निर्मल ब्लॉक बी, विस्थापित निवासी मनोज कुमार पुत्र प्यारेलाल ने पुलिस को एक तहरीर दी। जिसमें उसने बताया कि वह बीते दो साल से मुकेश जिंदल निवासी गली नंबर 11, बी ब्लॉक विस्थापित के घर पर चौकीदारी करता है। 24 अक्तूबर की रात वह अपने घर दीपावली मनाने के लिए चला गया। अगले दिन वापस लौटा तो चोर ने बंद मकान का ताला तोड़कर उसका आधार कार्ड, एटीएम कार्ड सहित नकदी चोरी कर ली। गुरुवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने शिव चौक विस्थापित कॉलोनी के पास एक युवक को गिरफ्तार किया।

जिसके पास से चोरी का माल भी बरामद किया गया। कोतवाल रवि सैनी ने बताया कि आरोपी की पहचान सूरज पुत्र राजेश निवासी गली नंबर 12, नेहरूग्राम, वीरपुर खुर्द, ऋषिकेश के रूप में हुई है।

चोरी के विक्रम के साथ तीन आरोपी गिरफ्तार


कोतवाली पुलिस ने 21 अक्तूबर की रात ऋषिकेश के कालेकीढाल से चोरी हुए विक्रम के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। वारदात में प्रयुक्त बाइक सीज की है। चिकित्सीय परीक्षण के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।

पत्रकार वार्ता में विक्रम चोरी का खुलासा करते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढौंडियाल ने बताया कि 23 अक्टूबर को मोतीलाल पुत्र स्व. धनवीर, निवासी गली 3 बीसबीघा, ऋषिकेश ने शिकायत दर्ज कराई थी 21 अक्टूबर की रात हरिद्वार रोड पर कालेकीढाल में बाइक शोरूम के सामने खड़ा विक्रम चोरी हो गया है। चोरी का मुकदमा दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुट गई। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और मुखबिर सक्रिय किए। इस बीच चोरी हुए विक्रम की लोकेशन की सूचना हरिद्वार जनपद के भुक्कनपुर में मिली।

पुलिस क्षेत्राधिकारी ने बताया कि सूचना के आधार पर आज सुबह भुक्कनपुर में दबिश देकर चोरी हुए विक्रम के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। हत्थे चढ़े आरोपियों की पहचान शाहिद पुत्र अकबर, निवासी ग्राम घिस्सुपुरा पथरी जिला हरिद्वार, मुर्सलीन पुत्र शाहिद, निवासी धनपुरा पथरी, जनपद हरिद्वार और दिलशाद पुत्र तहसीन, निवासी ग्राम भुक्कनपुर पथरी, जिला हरिद्वार के रूप में कराई है।

चोरी के आरोप में घर का नौकर दोस्त सहित गिरफ्तार

पुलिस ने एक घरेलू नौकर और उसके दोस्त को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। जिन्हें पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक गली नंबर तीन वीरभद्र रोड निवासी देवेंद्र कुमार पुत्र रघुवीर सिंह तोमर ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि शनिवार शाम को वे अपनी पत्नी के साथ रोज की तरह आस्थापथ पर घूमने के निकले थे। जिसके बाद वापस लौटे तो कमरे का ताला टूटा था और सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा था। कमरे की दराज में एक प्लास्टिक के डिब्बे में रखे चांदी के 77 सिक्के, सिंडीकेट बैंक की पासबुक, एक घड़ी और 10 हजार की नकदी गायब थी। उन्होंने अपने नौकर पर चोरी का शक जाहिर किया। पुलिस ने जांच के दौरान आरोपी नौकर लालू कुमार यादव पुत्र राम पुकार यादव, निवासी ग्राम वीरपुर मधेपुर और मनोज यादव पुत्र रामकिशन यादव, निवासी ग्राम सिजौल मैलाम जिला मधुबनी बिहार को भरत विहार के हरिद्वार रोड से गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से पुलिस ने चोरी का माल भी बरामद किया। कोतवाल रवि सैनी ने बताया कि लालू और मनोज आपस में दोस्त है। लालच के चक्कर में लालू ने अपने दोस्त के साथ चोरी का प्लान बनाया। घटना को अंजाम देने के बाद वह बिहार भागने की फिराक में थे।

तीर्थनगरी में नशे की सप्लाई करने वाला साजिद बरेली से गिरफ्तार

ऋषिकेश पुलिस ने बरेली से एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के बैंक खाते में जमा 10 लाख रुपये भी फ्रीज कर दिए हैं।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक बीते साल 10 दिसंबर को पुलिस ने चंद्रेश्वरनगर, ऋषिकेश निवासी रेखा साहनी पत्नी सुरेंद्र साहनी को 6.05 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था। महिला के पास से स्मैक से बेचकर कमाए गए 2870 रुपये भी बरामद किए थे। पुलिस को पूछताछ में महिला ने बताया कि वह स्मैक यूपी के बरेली से साजिद हुसैन नाम के व्यक्ति से खरीदती है। स्मैक की रकम वह उसके बैंक एकांउट में जमा कर देती है। जांच के दौरान महिला की बात सच निकली। इसके बाद पुलिस ने साजिद हुसैन के बारे में जानकारी जुटाई। पुलिस ने पहले आरोपी के बैंक अकाउंट में जमा 10 लाख रुपये फ्रीज करवाए। रविवार को पुलिस ने मुखबिर की मदद से नशा तस्कर साजिद हुसैन पुत्र नबी हुसैन निवासी मोहम्मद गोरिफ बिठोलिया, थाना सीबीगंज बरेली को गिरफ्तार किया। सीओ डीसी ढौड़ियाल ने बताया कि आरोपी को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।

नाबालिग लड़की के अपहरण और दुष्कर्म के आरोपी गिरफ्तार

नाबालिग लड़की का अपहरण कर दुष्कर्म के आरोपी सहित दो को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
रायवाला थाना पुलिस के मुताबिक 27 जून को एक व्यक्ति ने तहरीर देकर बताया कि नयन नाम के युवक ने उनकी नाबालिग बेटी का घर से अपहरण कर लिया है। पिता ने पुलिस से बेटी के सकुशल वापसी की गुहार लगाई। पुलिस ने नामजद तहरीर के आधार पर युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। साथ ही नाबालिग की तलाश शुरू की। दो दिन बाद लड़की को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया। उसके बयानों के आधार पर दुष्कर्म और पॉक्सो की धारा बढ़ा दी गई। जबकि, मामले में आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए। थानाध्यक्ष भुवन चंद्र पुजारी ने बताया कि गुरुवार को मुखबिर की सूचना पर काशाीपुर, जिला ऊधमसिंह नगर में दबिश देकर आरोपी नयन पुत्र संजय निवासी मौ. गंज घासमंडी चौकी कटोराताल और साथ देने वाले हन्नी कश्यप पुत्र सुखदेव कश्यप निवासी निवासी ग्राम मौ. बासफोडान, काशीपुर को गिरफ्तार कर लिया।

केरल के लापता युवक को पुलिस ने परिजनों से मिलाया

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने जिलेभर में समस्त थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्र अंतर्गत सत्यापन अभियान चलाकर किरायेदारों/मजदूरों/थैली-फड़-रेडी लगाने वाले व्यक्तियों/संदिग्ध बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन की कार्यवाही करने हेतु आदेशित किया गया है। जिसके तहत सत्यापन कार्यवाही करने हेतु थाना एवं चौकी क्षेत्र में अलग-अलग टीमें गठित की गई, जिनके द्वारा लगातार प्रत्येक दिवस सत्यापन कार्यवाही की जा रही है।
29 जुलाई को यातायात उपनिरीक्षक प्रकाश चंद्र के नेतृत्व में पुलिस टीम सत्यापन कार्यवाही के लिए नटराज चौक के आस पास के क्षेत्र में सत्यापन कार्रवाई कर रही थी। तो संदिग्ध/लावारिस अवस्था में मिले एक व्यक्ति से पूछताछ की गई तो ज्ञात हुआ कि उक्त व्यक्ति केरल का रहने वाला है, जिसका नाम पता बाईजू पुत्र वारकी निवासी कोलिथड़ संथीगिरी, जिला कन्नूर, केरल है। जिससे गहनता से पूछताछ के दौरान उक्त व्यक्ति से उसके परिजनों का फोन नंबर लेकर बात की गई तो ज्ञात हुआ की उक्त व्यक्ति 6 माह पहले अपने परिजनों के साथ कुछ कहासुनी हो जाने पर घर से चला गया था जो कि भटकते हुए ऋषिकेश पहुंच गया।
यातायात उपनिरीक्षक प्रकाश चंद्र के द्वारा तत्काल पूरी घटना से प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश को अवगत कराया गया, जिनके आदेशानुसार उक्त व्यक्ति को कोतवाली ऋषिकेश में लाया गया। उक्त व्यक्ति से प्राप्त फोन नंबर पर संपर्क कर उसके परिजनों को स्थिति से अवगत कराया गया तथा परिजनों के आग्रह पर गुमशुदा व्यक्ति बाईजू को कोतवाली ऋषिकेश में ही सकुशल संरक्षण में रखा गया। जिसके पश्चात आज े गुमशुदा उपरोक्त के बड़े भाई थॉमस पुत्र वारकी कोतवाली ऋषिकेश पर आए तथा गुमशुदा व्यक्ति बाईजू को उनके बड़े भाई थॉमस को सकुशल सुपुर्द किया गया। 6 माह पश्चात अपने भाई को सकुशल पाकर थॉमस के द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गई तथा उत्तराखंड पुलिस की प्रशंसा करते हुए सहृदय आभार प्रकट किया गया।

धोखाधड़ी के आरोपी को सजा, जुर्माना नही देने पर होगी अतिरिक्त कारावास

धोखाधड़ी के मामले में दोष सिद्ध होने पर अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने आरोपी को एक साल की सजा और 15 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है। अर्थदंड नहीं देने पर तीन महीने का अतिरिक्त कारावास भुगतना पड़ेगा।
वादी पक्ष के अधिवक्ता अमित अग्रवाल ने बताया कि मायाकुंड क्षेत्र में दिगंबर अवस्थानंद पुरी की संपत्ति है, जिसमें एक दुकान पिछले कई सालों से विकास कुमार गोयल ने किराए पर ले रखी है। विवाद के चलते गोयल किराया कोर्ट के माध्यम से जमा करता आ रहा है। आरोप है कि वर्ष 2014 में गोयल ने संपत्ति स्वामी के फर्जी हस्ताक्षर कर किराया जमा करने की रसीद बनाकर प्रस्तुत की। जबकि दुकान की किराया धनराशि को जमा कराया नहीं। संदेह होने पर जांच करने पर हस्ताक्षर फर्जी निकले।
संपत्ति स्वामी ने धोखाधड़ी से कूट रचित दस्तावेज तैयार करने का वाद कोर्ट में दर्ज कराया। कोर्ट में विचाराधीन मामले की अंतिम सुनवाई अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट भवदीप रावते की अदालत में हुई। दोष साबित होने पर अदालत ने आरोपी विकास कुमार गोयल को भादंसं की धारा 420 में एक साल की सजा और 5 हजार रुपवये अर्थदंड के साथ धारा 467 और धारा 468 में क्रमशरू 1-1 साल की सजा और 5-5 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। अधिवक्ता के मुताबिक सभी सजाएं एक साथ चलेंगी। अर्थदंड 15 हजार रुपये अदा करना होगा।

ऋषिकेश पुलिस ने शांति भंग के आरोप में पांच को किया अरेस्ट


कोतवाली पुलिस ने बीती देर रात ऋषिकेश-लक्ष्मणझूला हाईवे पर चंद्रभागा पुल के पास कुछ लोग आपस में झगड़ रहे लोगों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया है।

पुलिस के अनुसार, दोनों ओर से जमकर लात घूंसे चलने से अफरा तफरी का माहौल है। आसपास के लोगों के बीच-बचाव करने पर मारपीट करने वाले गाली गलौज कर रहे हैं। इससे क्षेत्र में शांति भंग हो रही है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे बाज नहीं आए। इस पर पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया। इनके खिलाफ शांति भंग में कार्रवाई की गई।

कोतवाल रवि सैनी ने आरोपियों की पहचान रवि कुमार, प्रदीप तिवारी, विनोद, नचारी साहनी, उमेश साहनी सभी निवासी ऋषिकेश के रूप में कराई है।

140 प्रतिबंधित इंजेक्शन के साथ एक गिरफ्तार

कोतवाली पुलिस ने 140 प्रतिबंधित इंजेक्शन के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मामले में आरोपी पर एनडीपीएस ऐक्ट में केस दर्ज किया है।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक बुधवार देर शाम को पुलिस टीम आईडीपीएल क्षेत्र स्थित मीरा नगर तिराहे पर अवैध नशे के खिलाफ चेकिंग कर रही थी। इसीबीच एक व्यक्ति को चेकिंग के लिए रोका। उसके पास से 140 प्रतिबंधित इजेक्शन बरामद हुए। कोतवाली के एसएसआई डीपी काला ने आरोपी की पहचान राजेश कुमार पुत्र किशनलाल निवासी मीरानगर, गली नंबर 17, आईडीपीएल के रूप में कराई है। आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। टीम में आईडीपीएल चौकी प्रभारी चिंतामणि मैठाणी, कांस्टेबल सचिन राणा, विकास शामिल रहे।

धर्मस्थल में तोड़-फोड़ करने के मामले में युवक को गिरफ्तार

कोतवाली पुलिस ने आस्थापथ स्थित धर्मस्थल में तोड़-फोड़ करने के मामले में आरोपी युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। ठेकेदार के भुगतान न करने पर युवक डिप्रेशन में चल रहा था।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक मंदिर के पुजारी बुद्धि प्रकाश निवासी गुमानीवाला ने पुलिस को तहरीर दी थी कि वीरभद्र रोड गली नंबर तीन में आस्थापथ के किनारे एक धर्मस्थल में असामाजिक तत्वों ने तोड़-फोड़ की है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू की। मामले में मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने सोमवार को भरत विहार तिराहे के पास से एक आरोपी को गिरफ्तातर किया। उसके पास से तोड़-फोड़ में प्रयोग किए गए औजार भी बरामद हुए। एसएसआई डीपी काला ने आरोपी की पहचान श्यामल यादव पुत्र इंद्रदेव यादव निवासी ग्राम नूरिया, हुसैनपुर, जिला पीलीभीत यूपी के रूप में कराई है। बताया कि आरोपी ऋषिकेश में शादियों में वेटर का काम करता है। ठेकेदार ने उसके काम के पैसे नहीं दिए थे। इस वजह से वह डिप्रेशन में चला गया। आवेश में आकर उसने धर्मस्थल में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया।