मुख्यमंत्री धामी ने बड़े बुजुर्गों तक मोदी का पहुंचाया प्रणाम

खटीमा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुबह की सैर के दौरान स्थानीय जनता से भेंट की, उनका हाल चाल पूछा और बड़े बुजुर्गों तक ’प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रणाम व राम-राम पहुंचाया।’ मुख्यमंत्री ने लोगों से लोकसभा चुनाव में अनिवार्य रूप से मतदान करने का आग्रह भी किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब भी पार्टी कार्यकर्ताओं को कोई कार्य सौंपते हैं तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद अगुवाई करके उस कार्य को अंजाम तक पहुंचाने में जुट जाते हैं। बीते गुरुवार को ऋषिकेश में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को व्यक्तिगत अनुरोध किया था। वह अनुरोध था, घर-घर जाकर बड़े बुजुर्गों को मोदी जी का प्रणाम और राम-राम कहना। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा था कि ’बड़ों का अशीर्वाद मेरे लिए ऊर्जा है।’ साथ ही नवरात्र का पर्व चल रहा है, उत्तराखंड में देवी-देवताओं की महिमा होती है। अपने-अपने क्षेत्र के देवी-देवताओं के मंदिरों में जाकर शीश नवा कर मेरी तरफ से प्रणाम करना है।

ऋषिकेश की जनसभा के समापन के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सीधे खटीमा पहुंचे जहां उन्होंने एक कार्यक्रम में भाग लिया। आज सुबह खटीमा में सैर के दौरान मुख्यमंत्री धामी राह चलते कई लोगों से मिले। खासतौर पर बड़े बुजुर्गों से मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने आपको प्रणाम और राम-राम कहा है। इस दौरान उन्होंने मोदी के उत्तराखण्ड से विशेष लगाव और जुड़ाव को लेकर भी लोगों से चर्चा की। जनता ने भी प्रधानमंत्री मोदी के प्रणाम को सहर्ष से स्वीकार कर मुख्यमंत्री धामी को आशीष दिया।

जी-20 के आयोजन को सफल बनाने पर कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने किया सम्मानित

वित्त एवं संदीय कार्य मंत्री डॉ0 प्रेम चन्द अग्रवाल ने विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में जी-20 में सम्मिलित अधिकारियों तथा कर्मचारियों को सम्मानित किया।
मंत्री ने जी-20 में सम्मिलित अधिकारियों तथा कर्मचारियों को धन्यवाद करते हुए कहा कि आप सभी के अथक प्रयास से बहुत ही कम समय में हम जी-20 का सफल आयोजन कर पाये हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रदेश को जी-20 की तीन बैठकों (एक रामनगर तथा दो ऋषिकेश में) के आयोजन का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
मंत्री ने कहा कि अधिकारियों के कुशल नेतृत्व तथा कर्मचारियों के उत्कृष्ठ कार्य एवं तत्परता के परिणामस्वरूप हम जी-20 जैसे अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों का सफल नेतृत्व कर पाये हैं। उन्होंने कहा कि जी-20 डेलिगेट्स के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर स्वागत से लेकर श्री गंगा आरती तक का कार्यक्रम बहुत ही अद्भुत एवं स्मरणीय रहा।
मंत्री ने कहा कि जी-20 के दौरान सड़क मार्ग, पेयजल सुविधा, लाईट, सीवर लाईन एवं सौन्दर्यीकरण का जो भी कार्य किया गया वह बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने कहा कि श्रीगंगा आरती के आयोजन को लेकर त्रिवेणी घाट के सौन्दर्यीकरण का कार्य अद्भुत रहा।
मंत्री ने अधिकारियों तथा कर्मचारियों को सम्मानित करते हुए कहा कि यदि इच्छाशक्ति हो तो अल्प समयावधि में भी अच्छे से अच्छा आयोजन सफल बनाया जा सकता है। उन्होंने स्थानीय निवासियों तथा पर्यटकों से अनुरोध किया कि जी-20 के दौरान किया गया सौन्दर्यीकरण को बनाये रखना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी, देहरादून सोनिका, उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी, सचिव एमडीडीए मोहन सिंह बर्निया, सीडीओ देहरादून झरना कमठान तथा जी-20 में सम्मिलित अधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे।

विश्व योग दिवस पर सीएम ने किया कार्यक्रम का शुभारंभ, योगाभ्यास भी किया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज 9वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पतंजलि योगपीठ फेज-2 हरिद्वार के मैदान में आयोजित कार्यक्रम में योगाभ्यास किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मंत्रोच्चारण के बीच दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
योगाभ्यास के बाद अपने संबोधन में सभी को योग दिवस की हार्दिक बधाई व शुभकामना देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक दृढ़ संकल्प से प्रारंभ हुई ये यात्रा आज आप सभी के समर्पण और दृढ़ता के कारण इस गंतव्य तक पहुंच सकी है।
सनातन संस्कृति का उल्लेख करते हुये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी गौरवशाली सनातन संस्कृति का मूल आधार ’’वसुधैव कुटुम्बकम’’ है और यही हमारे देश की 140 करोड़ जनता का मूल संस्कार भी है, जो सम्पूर्ण विश्व को एक परिवार का रूप मानता है। इसी सिद्धांत को केंद्र में रखते हुए इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम ’’वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग’’ तय की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेकों वैश्विक चुनौतियों और षड्यंत्रों का सामना करने के बावजूद भारत ने कभी भी मानवीय मूल्यों से हटकर आचरण नहीं किया और हमारी इस लोक कल्याणकारी अवधारणा का आधार हमारी संस्कृति है, जिसके मुख्य स्तंभों में से एक योग भी है। इसी वजह से योग आज दुनिया के करोड़ों लोगों की दिनचर्या का अहम हिस्सा बन गया है जो विश्व को भारतीय संस्कृति के साथ और अधिक प्रगाढ़ता से जोड़ने का काम कर रहा है। भारत की संत परंपरा हमेशा से ही ’’देश प्रथम’ की परिकल्पना को साकार करने का माध्यम रही है और पंतजलि योगपीठ की स्थापना भी इसी उद्देश्य के लिए हुई है। योगगुरू स्वामी रामदेव जी ने भारत को पुनः विश्वगुरू बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय चेतना को जगाने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री और महान योग साधक श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज भारत एवं भारतीय संस्कृति का मान, सम्मान और स्वाभिमान संपूर्ण विश्व में बढ़ रहा है तथा भारत विश्व गुरू के पद पर पुनः आरूढ़ होने के लिए तैयार हो रहा है । अर्न्तराष्ट्रीय योग दिवस इसका एक सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सायंकाल अमेरिका में योग दिवस में शामिल होंगे। उन्हीं के आव्हान पर आज विश्व के लगभग सभी देश ’’अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’’ मना रहे हैं तथा चित्त वृत्ति निरोध योगः के माध्यम से हमारे जीवन में जो कमी है, उसे दूर करते हुये सम्पूर्णता की ओर ले जाने का मार्ग दिखाया है।
मुख्यमंत्री ने कोराना काल का जिक्र करते हुये कहा कि योग भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है और कोरोना महामारी के दौरान हम सभी योग के महत्व से परिचित भी हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि दौड़-भाग की जिन्दगी में चुनौती के साथ तनाव भी हैं तथा इस तनाव को दूर करने का साधन योग है, जिसे उत्तरोत्तर आगे बढ़ाने में पतंजलि का महत्वपूर्ण योगदान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा मन अत्यंत चंचल है। यह भौतिक साधनों के पीछे भागता है, यह दौड़ता हुआ मन कभी भी व्यक्ति को चेतना की गहराइयों में नहीं ले जा पाता। हमारे इसी अन्तर्द्वन्द्व को शांत करने की प्रक्रिया योग कहलाती है और योग से ही हमें अपने शुद्ध आत्म स्वरूप को जानने का अवसर मिलता है। यही कारण है कि आज भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी योग की ख्याति बढ़ रही है और प्राचीन भारतीय पद्धतियों की महत्ता एवं वैज्ञानिकता सिद्ध हो रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी देवभूमि की तो पहचान ही एक विश्वस्तरीय योग केंद्र के रूप में है और सरकार का पूर्ण प्रयास है कि इस पहचान को और भी अधिक सशक्त किया जाए। उन्होंने कहा कि हम विकल्प रहित संकल्प के तहत निरंतर इस दिशा में कार्य कर रहे हैं कि देवभूमि उत्तराखण्ड एक उत्कृष्ट व नम्बर वन राज्य बनने के साथ ही सनातन संस्कृति की वैश्विक राजधानी बने।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी प्रदेशवासियों का भी आह्वान किया कि उत्तराखण्ड को हर स्तर पर उत्कृष्ट बनाने के लिए हम सभी प्रतिदिन एक घंटा स्वयं के लिए निकालने का संकल्प लें और प्रतिदिन योग करें, सूरज उगने से पहले जगना होगा और खुद को बदलना होगा, जिससे दवाओं पर आने वाला व्यय भी कम होगा।
योग गुरु स्वामी बाबा रामदेव ने कार्यक्रम का शुभारम्भ सूक्ष्म व्यायाम से किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उल्लेख करते हुये कहा कि यह इतिहास की पहली घटना है कि प्रधानमंत्री आज शाम को यू0एन0ओ0 के हेडक्वार्टर में योग करेंगे। उन्होंने अष्टांग योग-(यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि) ताड़ासन, सूर्य नमस्कार, योगिंग-जोंगिंग, भस्त्रिका प्रणायाम, कपालभाती, अनुलोम-विलोम, मण्डूक आसन, पवन मुक्त आसन, शीतली, मकर आसन, भुजंग आसन, शीर्षासन, सर्वांग आसन, चक्रासन आदि का अभ्यास कराते हुये योग के महत्व के साथ-साथ पंतंजलि की विकास यात्रा पर भी विस्तृत प्रकाश डाला।
आचार्य बालकृष्ण ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि योग ने लोगों को रोग मुक्त करने के साथ ही रोजगार के द्वार भी खोले हैं तथा योग रोगों को दूर रखने में सहायक होने के साथ ही विकारों तथा बुराइयों से भी दूर रखता है तथा एक स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण में भी सहायक होता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, योग गुरु स्वामी रामदेव तथा आचार्य बाल कृष्ण ने कुमाऊंनी रामायण का विमोचन भी किया तथा प्रतिदिन योग करने एवं नशे से दूर रहने का संकल्प भी दिलाया।
पतंजलि योगपीठ पहुंचने पर मुख्यमंत्री का पुष्पगुच्छ भेंटकर तथा शाल ओढ़ाकर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की अभिनव शाह, एसडीएम भगवानपुर बृजेश तिवारी, एसडीएम लक्सर विजयनाथ शुक्ल बड़ी संख्या साधू-सन्त, छात्र-छात्रायें आदि उपस्थित थे।

ऋषिकेश और हरिद्वार का ट्रेफिक प्लान को देखते हुए कार्ययोजना बनाने के निर्देश

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने बुधवार को सचिवालय में ऋषिकेश और हरिद्वार शहर के बाईपास मार्गों के सम्बन्ध में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एवं सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक ली। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों को ऋषिकेश एवं हरिद्वार शहरों को जोड़ते हुए संयुक्त रूप से योजना तैयार करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि हरिद्वार और ऋषिकेश तीर्थ और योगा कैपिटल की दृष्टि से विश्वभर में प्रसिद्ध हैं। हरिद्वार और ऋषिकेश अलग-अलग शहर होने के बावजूद उसका ट्रेफिक प्लान पृथक-पृथक नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने कहा कि इन दोनों शहरों को जोड़ते हुए संयुक्त प्लान पर कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि इन सड़कों को कम से कम 50-60 सालों के यातायात संकुलन को देखते हुए तैयार किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु एवं प्रबन्ध निदेशक उत्तराखण्ड मेट्रो रेल कॉर्पाेरेशन जितेन्द्र त्यागी सहित भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एवं सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारी उपस्थित रहे।

योग साधकों ने लठमार और अवधि शैली की मनाई होली

ऋषिकेश में स्थित मुनि की रेती में पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित ‘अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव’ का मंगलवार को समापन हो गया है। सात दिवसीय योग महोत्सव के आख़िरी दिन फूलों की होली के साथ विदेशी पर्यटक खूब झूमें। इस योग महोत्सव में 1600 से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया।
योग महोत्सव के अंतिम दिन के कार्यक्रमों में पर्यटन विभाग के सहयोग से योग स्कूलों में से एक हार्टफुलनेस संस्थान की छवि सिसोदिया ने रक्तचाप उपचार के लिए एक योग सत्र का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने योग साधकों को बल्ड प्रेशर नियंत्रण के लिए अनेक योग प्रणायामों के बारे में बताया व इनके करने की विधि समझाई। इस दौरान उन्होंने बताया कि बल्ड प्रेशर अनेक रोगों का कारक है। आज रोजमर्रा के जीवन में लोगों की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्या हाई बल्ड प्रेशर है, जो अनेक रोगों का जनक है, जिनमें हृदय, किडनी एवं आँख संबंधी रोगों के साथ मेटाबॉलिक सिन्ड्रोम, सांस लेने में कठिनाई, नींद की समस्या, थायरॉइड समस्या आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा अन्य दूसरे सत्र में छवि सिसोदिया के मार्गदर्शन में साधकों ने ध्यान योग किया। अन्य सहयोगी योग संस्थान में चेन्नई स्थित कृष्णामचार्य योग मंदिरम के योगाचार्य एस श्रीधरण ने भक्ति सत्र का आयोजन किया।
योग महोत्सव के समापन कार्यक्रम पर उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद निदेशक विपणन व प्रचार सुमित पंत ने योग महोत्सव में आये सभी योग विद्यालयों के गुरूओं को प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह भेंट किए। योग महोत्सव के समापन कार्यक्रम का संचालन पर्यटन विभाग के जनसंपर्क अधिकारी कमल किशोर जोशी ने किया।
समापन कार्यक्रम में डॉ. सुनील जोशी उप कुलपति आयुर्वेद विश्वविद्यालय, डॉ. छवि सिसौदिया हार्टफुलनेस संस्थान, राजीव कालरा ईशा फाउंडेशन, वीपी सिंह कैवल्यधाम, अरूण पेरूमल कृष्णामचार्य योग मंदिरम, सुश्री एकता राममणि स्मृति योग संस्थान, नंदलला शिवानंद आश्रम, कुमार नारायण आर्ट ऑफ लिविंग, सुनील भगत नारायण स्वामी सहित देश-विदेश के पर्यटक मौजूद रहे।
अंतिम दिन के कार्यक्रमों में दैनिक आधार पर चल रहे सहयोगी योग संस्थानों द्वारा 2 घंटे का योग, हास्य योग विशेषज्ञ मनोज रंगढ़ द्वारा हास्य योग सत्र, आयुर्वेद विश्वविद्यालय द्वारा नाड़ी परीक्षण का आयोजन किया गया। इसके अतिरिक्त होली के उपलक्ष्य में शाम को इस्कॉन द्वारा राधा कृष्ण की मूर्ति का पुष्पाभिषेक किया गया, जिसके बाद फूलों की होली खेली गई।
गौरतलब है कि पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का शुभारंभ एक मार्च को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा किया गया। सात दिनों के इस महोत्सव में योगाभ्यास, भक्ति के अलावा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन किए गये।
महोत्सव में आए पर्यटकों ने ईशा फाउंडेशन, शिवानंद आश्रम, आर्ट ऑफ लिविंग, कृष्णामचार्य योग मंदिरम, कैवल्यधाम, राममणि स्मृति योग संस्थान, हार्टफुलनेस संस्थान के योगाचार्यों व प्रशिक्षकों के सान्निध्य में विभिन्न प्रकार के योगाभ्यास व योगकलाएं सीखी। साथ नाड़ी परीक्षण, ध्यान योग एवं भक्ति सत्रों से आरोग्य एवं भक्ति का लाभ कमाया। विदेशी योग साधकों में राज्य के परिधानों व स्वादिष्ट व्यंजनों एवं लोक कलाओं को लेकर खासी दिलचस्पी देखी गई। इसके अलावा विभिन्न विषयों पर पैनल परिचर्चाओं एवं रात्रि के सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने आगंतुकों को ज्ञान अर्जन के साथ मनोरंजन का भी सुख प्रदान किया।
योग महोत्सव के दौरान उत्तराखण्ड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय द्वारा मर्म चिकित्सा, नाड़ी परीक्षण, चिकित्सीय परामर्श एवं निःशुल्क औषधि वितरण किया गया। विश्वविद्यालय के चिकित्सक डॉ. विपिन चंद्र ने बताया कि 1 मार्च से 7 मार्च तक ओपीडी में 500 से अधिक लोगों ने अपना परीक्षण करवाया एवं चिकित्सीय परामर्श प्राप्त किया।

सीएम ने दिये जी-20 समिट के आयोजन की व्यवस्थाओं में तेजी लाने के दिये निर्देश

आगामी 25 से 28 मई एवं 26 से 28 जून 2023 में उत्तराखण्ड में प्रस्तावित जी-20 की बैठकों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं में तेजी लाई जाए। उत्तराखण्ड में होने वाली जी-20 की बैठकों के जिस विभाग को जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, संबंधित विभागीय सचिव उसकी नियमित समीक्षा करें। उत्तराखण्ड में होने वाली जी-20 की बैठकों की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री प्रत्येक 15 दिन में स्वयं समीक्षा करेंगे। यह बात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में जी-20 समिट की तैयारियों की बैठक के दौरान कही। मुख्यमंत्री ने कहा इस आयोजन से उत्तराखण्ड को वैश्विक पटल पर नई पहचान मिलेगी। जी-20 देशों के प्रतिनिधि ऋषिकेश में गंगा आरती में भी प्रतिभाग करेंगे। इससे मां गंगा के धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व से भी सम्मेलन के प्रतिभागी परिचित हो सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में मई एवं जून में होने वाली जी-20 की दोनों बैठकों में जी-20 एवं आमंत्रित देशों के जो प्रतिनिधि शामिल होंगे। उनके सामने जो भी प्रस्तुतीकरण दिया जाना है, उसकी समय पर पूरी तैयारियां कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का यह हमारे पास एक अच्छा अवसर है। यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि जिन उत्पादों को हम व्यापक स्तर पर वैश्विक पहचान दिला सकते हैं, उनकी विशिष्टता की पहचान कर ली जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में जी-20 की जो दो बैठकें आयोजित होंगी, इसमें प्रयास किये जायेंगे कि एक बैठक गढ़वाल मण्डल एवं एक बैठक कुमांऊ मण्डल में हो। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में होने वाली जी-20 संबंध में जन जागरूकता के लिए शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, सूचना विभाग एवं पुलिस द्वारा व्यापक स्तर पर जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाए। जनपदों में बहुद्ेशीय शिविरों के माध्यम से भी लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि जी-20 की बैठकों में आयोजन स्थल पर उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों पर आधारित स्टॉल लगाये जाएं। उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएं। आयोजन स्थल पर योग एवं पंचकर्म की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड योग की धरती है, योग एवं आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए जो कार्य किये जा रहे हैं, समिट में इसका प्रस्तुतीकरण भी दिया जाए। उन्होंने कहा कि जी-20 की बैठकों में अनेक देशों से प्रतिनिधि आयेंगे, इसके लिए विदेशी भाषाओं के जानकारों की भी सेवाएं ली जाएं। उन्होंने कहा कि राज्य में होने वाले जी-20 की बैठक के बेहतर आयोजन के लिए राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों के सुझाव भी लिए जायेंगे।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, अपर पुलिस महानिदेशक वी. मुरूगेशन, ए.पी अंशुमन,सचिव आर.मीनाक्षी सुंदरम, अरविन्द सिंह ह्ंयाकी, सचिन कुर्वे, बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, डॉ. आर. राजेश कुमार, विनोद कुमार सुमन, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी टिहरी डॉ. सौरभ गहरवार वर्चुअल माध्यम से गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका, जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चैहान एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

स्वावलंबी महिला की मदद को आगे आया लायंस क्लब ऋषिकेश डिवाइन

लायंस क्लब ऋषिकेश डिवाइन के सदस्यों ने क्लब के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए अति निर्धन महिला को जीविकोपार्जन के लिए 25 हज़ार रुपए का सामान उपलब्ध कराया है।
क्लब के अध्यक्ष लायन रजत भोला और संस्थापक ललित मोहन मिश्र ने बताया कि कुंजापुरी मन्दिर के समीप एक महिला प्रसाद बेचकर किसी तरह जीवन यापन करती है। क्लब के सदस्यों ने पाया कि महिला मेहनती तो बहुत है किन्तु आर्थिक रूप से काफी कमजोर है। उन्होंने महिला की आर्थिक स्थिति कमजोर देखते हुए उसकी मदद करने का मन बनाया। उन्होंने बताया कि क्लब का उद्देश्य यह है कि व्यक्ति को रोजगार देना चाहिये जिससे वह अपने पैरों पर खड़ा हो सके। नगद सहायता कुछ समय में खत्म हो जाती है किन्तु रोजगार से वह स्वावलंबी हो सकेगा।
लायन रजत भोला और लायन ललित मोहन मिश्र ने बताया कि मदद के क्रम में क्लब की ओर से महिला को 25 हजार रुपए का सामान दुकान चलाने के लिए दिया गया। मिश्र ने बताया कि सामान में इंडक्शन चूल्हा, पानी बोतल की पेटियां, चिप्स व नमकीन की पेटियां, चायपत्ती, चीनी, दूध के पेकेट की पेटी, मैगी की पेटीयां, डिस्पोजल सामान जिसमे खाने की प्लेट, ग्लास, चम्मच की पेटीयां, बैठने के लिए छह स्टूल व मेज, एक बड़ी मेज, कड़ाई, फ्रायपेन सहित बर्तन तथा दो माह का राशन भी दिया।
मिश्र ने बताया कि लायंस क्लब ऋषिकेश डिवाइन की स्थापना जरूरतमंद, निर्धन लोगों की मदद करने के उद्देश्य से की गई है। बताया कि क्लब का उद्देश्य किसी जरूरतमंद के चेहरे पर मुस्कान लाना है और इसी दिशा में क्लब कार्यरत भी है।
इस मौके पर संस्थापक अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र, रजत भोला, महेश किंगर, घनश्याम डंग, आशु डंग, योगेश कालरा, अमित सूरी, जगदीश पनेसर, शिवम अग्रवाल, विनीत चावला, नवीन गांधी आदि मौजूद रहे।

चोरी के आरोप में घर का नौकर दोस्त सहित गिरफ्तार

पुलिस ने एक घरेलू नौकर और उसके दोस्त को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। जिन्हें पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक गली नंबर तीन वीरभद्र रोड निवासी देवेंद्र कुमार पुत्र रघुवीर सिंह तोमर ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि शनिवार शाम को वे अपनी पत्नी के साथ रोज की तरह आस्थापथ पर घूमने के निकले थे। जिसके बाद वापस लौटे तो कमरे का ताला टूटा था और सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा था। कमरे की दराज में एक प्लास्टिक के डिब्बे में रखे चांदी के 77 सिक्के, सिंडीकेट बैंक की पासबुक, एक घड़ी और 10 हजार की नकदी गायब थी। उन्होंने अपने नौकर पर चोरी का शक जाहिर किया। पुलिस ने जांच के दौरान आरोपी नौकर लालू कुमार यादव पुत्र राम पुकार यादव, निवासी ग्राम वीरपुर मधेपुर और मनोज यादव पुत्र रामकिशन यादव, निवासी ग्राम सिजौल मैलाम जिला मधुबनी बिहार को भरत विहार के हरिद्वार रोड से गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से पुलिस ने चोरी का माल भी बरामद किया। कोतवाल रवि सैनी ने बताया कि लालू और मनोज आपस में दोस्त है। लालच के चक्कर में लालू ने अपने दोस्त के साथ चोरी का प्लान बनाया। घटना को अंजाम देने के बाद वह बिहार भागने की फिराक में थे।

नेशनल हाईवे के अधिकारियों के साथ मंत्री अग्रवाल ने की बैठक, जाम से निजात को लेकर हुई वार्ता

कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने नेशनल हाईवे के अधिकारियों के साथ श्यामपुर फाटक व मनसा देवी फाटक पर रेलवे ओवरब्रिज सहित ढालवाला से खारा स्रोत तक टलन निर्माण कार्यों के संदर्भ में समीक्षा बैठक की।

बैठक में डॉ अग्रवाल में श्यामपुर और मनसा देवी फाटक पर आरओबी बनाने सम्बंधी स्थिति जानी। एनएच की अधिशासी अभियंता रचना थपलियाल ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 58 पर चार धाम ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत श्यामपुर फाटक पर आरओबी बनाया जाना है उन्होंने बताया कि यह आरओबी 900 मीटर लंबा होगा। जो बंगाल नाला पुल के पहले से रेलवे लाइन के ऊपर से होता हुआ श्यामपुर की और हाईवे पर उतरेगा।

उन्होंने बताया कि यह आरओबी दुर्गा मंदिर आईडीपीएल के कुछ आगे से शुरू होकर वीरभद्र स्टेशन से योग नगरी और ऋषिकेश को आने वाली रेल लाइनों के ऊपर से होता हुआ मनसा देवी तिराहे से आगे बाईपास मार्ग पर जोड़ा जाएगा।

सहायक अभियंता शिव सिंह रावत ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग खंड डोईवाला ने इन दोनों आर आओबी के लिए एलाइंमेंट सर्वे का काम पूरा हो चुका है इसकी स्वीकृति भारत सरकार से एनएच को मिल चुकी है।

अपर सहायक अभियंता छत्रपाल सिंह ने बताया कि एनएच-58 पर ढालवाला से खारा स्रोत तक टनल का निर्माण किया जाना है। बताया कि पुराना आरटीओ कार्यालय से आगे की पहाड़ी से एक किमी लम्बी टनल होगी। जो तपोवन हाईवे पर खुलेगी।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि चार धाम यात्रा, कावंड़ यात्रा और पर्यटन सीजन में वाहनों का अत्यधिक दवाब बन जाता है। साथ ही रेल के आवागमन के चलते फाटक पर और भी भयावह स्थिति पैदा हो जाती है। डॉ अग्रवाल ने एनएच अधिकारियों को स्वीकृति मिलने के बाद अब डीपीआर माह अक्टूबर तक जल्द तैयार करने को कहा है। कहा कि उसके उपरांत टेंडर की प्रक्रिया तय समय के भीतर पूरी कर निर्माण कार्य शुरू किया जाए। जिससे आने वाले डेढ़ साल बाद ऋषिकेश में जाम की समस्या से पूरी तरह निजात सके।

समीक्षा बैठक में अग्रवाल ने लोनिवि के अधिकारियों के कसे पेंच

वित्त, शहरी विकास, संसदीय कार्य मंत्री व क्षेत्रीय विधायक प्रेम चन्द अग्रवाल ने विधानसभा स्थित सभा कक्ष में ऋषिकेश विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत सड़क निर्माण कार्याे की प्रगति से सम्बन्धित समीक्षा बैठक लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ की।
बैठक में उन्होंने ऋषिकेश विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत चल रहे सड़क निर्माण कार्याे के प्रगति की जानकारी अधिकारियों से ली। अधिकारियों द्वारा ऋषिकेश विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत गतिमान निर्माण कार्याे के प्रगति की जानकारी मंत्री को दी गई।
मंत्री ने कहा कि ऋषिकेश विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत सडको का निर्माण हेतु पूर्व में स्वीकृत सड़कों की जानकारी ली और उनकी स्वीकृति तत्काल प्राप्त कराये जाने हेतु प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग को दूरभाष पर निर्देश दिये।
मंत्री ने कहा कि रायवाला प्रतीतनगर, खांड गांव की घनी आबादी है और रायवाला में मिलिट्री कैंप भी है। रेलवे फाटक के कारण सभी को भारी परेशानी होती है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे शुरू होने पर और भी ज्यादा समस्या बढ़ेगी। जिस कारण रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी बनना जरूरी है। जिस पर लोक निर्माण, आर्मी, रेलवे, वन विभाग और नेशनल हाईवे विभागों द्वारा इसका 4 बार भौतिक निरीक्षण किया गया है। जिसे सेंट्रल रोड़ फंड से किया जाना है, बताया कि इसकी प्रक्रिया गतिमान है।
मंत्री ने कहा कि श्यामपुर फाटक बन्द होने के कारण वह पर बहुत बडी समस्या है। यह मुख्यमंत्री की धोषणा में भी सम्मिलित है। राज्य सरकार की ओर से औपचारिकताएं की जा रही है। इसका निर्माण भारत सरकार की ओर से किया जाना है। इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार से पत्राचार विभाग द्वारा किया जा रहा है।
मंत्री ने कहा कि निर्माण कार्याे की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। साथ ही कार्य समय पर करने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिये।
बैठक में लोनिवि अधीक्षण अभियन्ता एएस भण्डारी, अधिशासी अभियन्ता धीरेन्द्र कुमार उपस्थित रहे।