मंत्री ने संजय झील सहित विभिन्न मुद्दों की जानकारी जुटाई

जिला वन अधिकारी देहरादून नीतीश मणि त्रिपाठी के साथ आज क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने समीक्षा बैठक की। इस दौरान अधूरी जानकारी व पूर्व में दिए गए निर्देश का पालन न करने पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की।
मंत्री डॉ अग्रवाल ने सर्वप्रथम संजय झील की प्रगति जानी। उन्होंने संजय झील में आ रहे दूषित पानी के निस्तारण के लिए निर्देशित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा कैम्पा से की गई घोषणा को अमल में लाने के निर्देश दिए।
इस दौरान मंत्री डॉ अग्रवाल ने बड़कोट रेंज में स्थित हाइवे किनारे फेंके जा रहे कूड़े के सम्बंध में जानकारी जुटाई। इस पर डीएफओ द्वारा जानकारी न दिए जाने पर कड़ी फटकार लगाई गई। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार स्वच्छता अभियान को बढ़ावा दे रही है। ऐसे में हाईवे पर जागरूकता सन्देश संबंधित बोर्ड लगाना चाहिए। उन्होंने पूर्व में इस सम्बंध में दिये गए निर्देश पर अमल न करने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही कूड़ा न फेकने सम्बंधित बोर्ड लगाया जाए।

संजय झील से पर्यटन की अपार संभावनाएं, युवाओं को मिलेगा रोजगार-अग्रवाल

हरिद्वार मार्ग पर काले की ढाल के समीप प्रस्तावित संजय झील के सौंदर्यीकरण को लेकर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने वन विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान अग्रवाल ने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत वन क्षेत्र से सटे संपर्क मार्गों का कैंपा योजना के माध्यम से निर्माण किए जाने के संबंध में भी अधिकारियों को निर्देशित किया।
शनिवार को बैराज स्थित विधानसभा अध्यक्ष के कैंप कार्यालय में आयोजित बैठक में अग्रवाल ने अधिकारियों से संजय झील के सौंदर्यीकरण एवं विस्तारीकरण के संबंध में बनाई गई कार्ययोजना के संबंध में प्रगति आख्या ली।इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों पर नाराजगी भी व्यक्त करते हुए कहा कि संजय झील के सौंदर्यीकरण के संबंध में पहले भी अधिकारियों को इस पर शीघ्रता से कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया था।
इस अवसर पर प्रमुख मुख्य वन संरक्षक राजीव भरतरी ने विधानसभा अध्यक्ष को बताया कि उनके द्वारा संजय झील का निरीक्षण किया गया है साथ ही कई कार्य मौके पर प्रारंभ कर दिए गए हैं। उन्होंने अवगत किया कि संजय झील में प्रारंभिक कार्यों हेतु राज्य सेक्टर योजना के अंतर्गत 10 लाख रुपए की धनराशि प्रभाग को प्राप्त हो गई है जिससे झील के आसपास उगी खरपतवार को साफ किया जा चुका है ट्रेल का निर्माण कार्य, प्रवेश गेट का निर्माण, फेंसिंग कार्य प्रारंभ कराए जा रहे हैं।वर्तमान समय में संजय झील में वर्ड वाचिंग के कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए जा चुके हैं।
इस अवसर पर डीएफओ राजीव धीमान ने विधानसभा अध्यक्ष को अवगत किया कि संजय झील के सौंदर्यीकरण कार्य हेतु तकनीकी विशेषज्ञता को देखते हुए विस्तृत प्राकल्लन/आगणन तथा कार्ययोजना तैयार करने हेतु विशेषज्ञों की सेवाएं ली जानी प्रस्तावित है जिस पर 10 लाख रुपए की धनराशि का व्यय भी प्रस्तावित है। डीएफओ ने बताया कि 5 लाख रुपये की धनराशि प्रभाग को प्राप्त हो चुकी है इस धनराशि से संजय झील के सौंदर्यीकरण कार्य के लिए डीपीआर तैयार करने की कार्यवाही गतिमान है शीघ्र ही डीपीआर तैयार कर इसका प्रस्तुतिकरण किया जाना है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि संजय झील प्राकृतिक रूप से अत्यंत सुंदर है व शहर के बीच में इस प्रकार के स्थान को विकसित करने से तीर्थाटन एवं पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही अध्यात्म के साथ-साथ पर्यटक भी इस स्थान का लुफ्त उठा सकेंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शीघ्र ही संजय झील के सौंदर्यकरण का कार्य प्रारंभ किया जाए जिससे लंबित इस योजना का लाभ स्थानीय लोगों को मिल सके। इस दौरान अग्रवाल ने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत वन क्षेत्र से सटे संपर्क मार्गों का कैंपा योजना के माध्यम से निर्माण किए जाने के संबंध में भी अधिकारियों से चर्चा की। अग्रवाल ने कहा कि वन क्षेत्र से सटे इन सभी संपर्क मार्गों का पक्का निर्माण करना अति आवश्यक है, क्योंकि संपर्क मार्ग पक्के ना होने के कारण स्थानीय लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
बैठक में वन विभाग के प्रमुख मुख्य वन संरक्षक राजीव भरतरी, राजाजी नेशनल पार्क के निदेशक डीके सिंह, डीएफओ राजीव धीमान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

सीएम ने ऋषिकेश को दी कई सौगातें, की 12 महत्वपूर्ण घोषणाएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश में जन आशीर्वाद रैली में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने 12 घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्यामपुर रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा। ऋषिकेश स्थित संजय झील का सौन्दर्यीकरण कर पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। बैराज स्थित झील पर साहसिक पर्यटन एवं वाटर स्पोर्ट्स प्रारंभ कराएं जाएंगे। ऋषिकेश में बहुमंजिला पार्किंग का निर्माण कराया जाएगा। ऋषिकेश में मां गंगा की धारा को निरंतर व व्यवस्थित स्वरूप में त्रिवेणी घाट पर लाया जाएगा।
कैम्पा योजना के अन्तर्गत वनों से सटे गांवों जैसे सत्यनारायण मंदिर से गौहरीमाफी, साहबनगर, भट्टोवाला, रूषाफार्म (गुमानीवाला) में सड़क तथा विद्युत एवं अन्य जरूरी सुविधायें उपलब्ध कराई जाएगी। गुलदार प्रभावित क्षेत्र रायवाला, साहबनगर, खदरी के निवासियों की जानमाल की सुरक्षा का प्रबन्ध किया जाएगा। खदरी, लक्कडघाट, गुमानीवाला, रूषाफार्म, भट्टोंवाला, छिद्दरवाला आदि क्षेत्रों में हाथी व अन्य वन्यजीवों से सुरक्षा के प्रबन्ध किए जाएंगे। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र गौहरीमाफी, साहबनगर, ठाकुरपुर (खैरीखुर्द), गढ़ीमयचक में बाढ़ सुरक्षा के लिए प्रभावी कार्यवाही यथाशीघ्र आरम्भ की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में हाईटेक मिनी स्टेडियम की स्थापना की जाएगी। ऋषिकेश में सड़कों के निर्माण के लिए राज्य योजना से 20 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। निराश्रित गौवंश को आश्रय हेतु गौशाला की स्थापना कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा योग नगरी में आकर जहां एक ओर मैं स्वयं को गौरवान्वित अनुभव कर रहा हूँ वहीं दूसरी ओर आप सभी का प्रेम देखकर भावविभोर भी हूँ। इस योग ओर आध्यात्मिक भूमि को माँ गंगा का आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम छोर तक विकास की धारा को पहुंचाया जा रहा है। डबल इंजन की सरकार में सराहनीय कार्य हो रहे हैं। ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक रेल लाइन का कार्य तेजी से चल रहा है। इस रेल लाइन का निर्माण डबल इंजन की सरकार में ही संभव था। ऋषिकेश हमारी ऐतिहासिक धरोहर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। युवाओं को प्रदेश में रोजगार एवं स्वरोजगार के पर्याप्त अवसर मिले इसके लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। राज्य में रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। ये भर्ती प्रक्रिया जल्द पूर्ण की जाएगी। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास सरकार का मूलमंत्र है। जन समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए अधिकारियों को प्रत्येक कार्यदिवस में प्रातः 10 से 12 बजे तक जन समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। कार्यों के सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को जिलों में शिविरों के माध्यम से आम जनमानस तक पहुंचाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश को अगले 10 सालों में विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बनाया जाएगा। कोविड के दौरान अनेक क्षेत्रों से जुड़े लोगों का कार्य प्रभावित हुआ। सरकार द्वारा उनको राहत देने का कार्य किया जा रहा है। चिकित्सा क्षेत्र के लिए 205 करोड़ का पैकेज दिया गया है। पर्यटन एवं परिवहन से जुड़े लोगों को भी 200 करोड़ का राहत पैकेज दिया गया है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक एवं जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।

वाइल्डलाइफ व नमामि गंगे की टीमों ने किया गंगा अवलोकन केंद्र, गंगा वाटिका व संजय झील का निरीक्षण

विकास के रथ पर सवार नगर निगम के तीन महत्वपूर्ण प्रोजेक्टों पर विभागीय अधिकारियों ने स्वीकृति की मुहर लगा दी है। आज निगम कार्यालय में वाइल्ड लाइफ व नमामि गंगे के टीम के अधिकारियों के साथ मेयर की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन हुई।

नूतन वर्ष में नगर निगम प्रशासन ने योग नगरी ऋषिकेश को पर्यटन हब के रूप में विकसित कर शहर वासियों को एक नायाब तोहफा देने की तैयारी पूरी कर ली है। संजय झील के जीर्णोद्धार के साथ साथ गंगा तट त्रिवेणी घाट पर गंगा अवलोकन केंद्र एवं आस्था पथ पर गंगा वाटिका के निर्माण के लिए विभागीय कवायद शुरू हो गई है। सब कुछ योजना मुताबिक रहा तो वर्ष 2021 में शहर की अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं के साथ यह तीनों योजनाएं भी धरातल पर उतरती हुई नजर आयेंगी।सोमवार की दोपहर नमामि गंगे की सेंट्रल टीम ने उत्तराखंड की वाइल्डलाइफ टीम के साथ तीनों महत्वाकांक्षी प्रोजेक्टों का स्थलीय निरीक्षण किया। नगर निगम आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल ने भारतीय वन्यजीव संस्थान भारत सरकार के वरिष्ठ वैज्ञानिक श्रेयश, भारतीय पर्यटन विकास निगम के चिन्मय शर्मा, नमामि गंगे उत्तराखण्ड के सामाजिक विशेषज्ञ डॉ पूरन चन्द्र जोशी एवं संदीप उनियाल को मौका मुआयना करा कर तीनों योजनाओं की विस्तृत जानकारी अधिकारियों को दी। इसके पश्चात तमाम अधिकारी निगम कार्यालय में पहुंचे जहां महापौर को उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि तीनों प्रोजेक्टों का कांसेप्ट बहुत शानदार है ।इन योजनाओं को धरातल पर लाने के बाद पर्यटन के साथ-साथ तीर्थाटन को भी इसका लाभ मिलेगा। महापौर ममगाई ने बताया कि उनके द्वारा भारतीय वन्यजीव संस्थान उत्तराखंड की विभागाध्यक्ष डॉ रुचि बडौला को त्रिवेणी घाट पर अवलोकन केन्द्र, आस्था पथ पर गंगा वाटिका एवं संजय झील के जीर्णोद्धार के लिए पत्र प्रेषित किया गया था ।उनके द्वारा तुरंत पत्र का संज्ञान लेकर आज जिस रफ्तार के साथ मौका मुआयना कराने के लिए टीमों को भेजा गया है उससे साफ है कि जल्द ही यह योजनाएं धरातल पर उतर कर ऋषिकेश को पर्यटन हब के रुप में विकसित कराने के लिए मील का पत्थर साबित होगी।