कुछ ही समय में मिल सकती है सफलता, मजदूरों की आज होगी दिवाली

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम सुरंग के भीतर पहुंच गई है। थोड़ी ही देर में खुशखबरी मिल सकती है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के भी जल्द टनल पर पहुंचने की सूचना है।
वहीं, कल रात ऑगर ड्रिलिंग मशीन के आगे सरिया बाधा बन गई थी। कुछ देर बाद काम शुरू हुआ, लेकिन फिर पत्थर बीच में आ गया। दसवां और अंतिम पाइप डालने का काम जारी है। मिली जानकारी के मुताबिक दो से चार घंटे में ड्रिलिंग पूरी हो सकती है। अब तक 54 मीटर ड्रिलिंग हो चुकी है। 5 से 6 मीटर ड्रिलिंग ही बाकी है।
कुछ ही देर में चिनूक हेलिकॉप्टर भी चिन्यालीसौड हवाई अड्डे पर लैंड करेगा। मजदूरों को एयरलिफ्ट करने की जरूरत पड़ने पर चिनूक हेलिकॉप्ट मदद के लिए तैयार रहेगा।
पहले सुरंग में 900 मिमी पाइप को ऑगर मशीन के माध्यम से भेजा था, जो 22 मीटर जाने के बाद अटक गया था। इस पाइप में 800 मिमी का पाइप भेजने का फार्मूला काम आ गया। एक तो 22 मीटर तक 800 मिमी पाइप पर मलबे का दबाव नहीं था। दूसरे मलबे के 25 से 45 मीटर हिस्से में जहां दबाव था, उसे बुधवार शाम को पार कर लिया गया।
ऑगर मशीन के आगे कुछ सरिया आ जाने से काम रुका जिन्हें कटर से काटकर मशीन फिर आगे बढ़ गई। रेस्क्यू बचाव अभियान से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक, रात ऑगर मशीन के सामने जो सरियों की बाधा आई थी उसे एनडीआरएफ की टीम की मदद से गुरुवार सुबह करीब 3 बजे हटा दिया गया था। जल्द मजदूरों के बाहर आने की संभावना है।
पीएमओ के पूर्व सलाहकार भाष्कर खुल्बे ने बताया कि जल्द अच्छी खबर मिलेगी। दोपहर तीन बजे मलबा आने से कुछ देर अभियान बाधित जरूर हुआ लेकिन कुछ देर बात फिर शुरू हो गया। जो रात तक जारी रहा। वहीं, रात करीब दस बजे ड्रिल मशीन के सामने सरिया आने से काम फिर रुक गया था, जो सरिया काटने के बाद फिर शुरू हो गया था। विशेषज्ञों का कहना था कि पाइप को आरपार करने के बाद उसमें ऑगर मशीन की ड्रिल बर्मा हटाने में करीब तीन घंटे का समय लगता है।

प्रभावित क्षेत्रों में किये जा रहे बचाव कार्यों की सीएम ने लीं जानकारी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में उच्चाधिकारियों की बैठक लेते हुए निर्देश दिये कि उत्तराखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही अतिवृष्टि के दृष्टिगत सभी अलर्ट मोड पर रहें। उन्होंने अधिकारियों से अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों एवं वहां किए जा रहे राहत व बचाव कार्यों की जानकारी भी प्राप्त की। अतिवृष्टि के दृष्टिगत 2 दिनों के लिए चारधाम यात्रा भी स्थगित कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि मौसम के पूर्वानुमान को देखकर ही यात्रा करें।
मुख्यमंत्री ने अतिवृष्टि के कारण जनपद पौड़ी में हताहत हुए लोगों की आत्मा की शांति एवं शोकाकुल परिवारजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को घायलों को शीघ्र उचित उपचार दिलवाने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाय कि अतिवृष्टि से प्रदेश में जहां भी नुकसान हो रहा है, प्रभावितों को मानकों के अनुसार मुआवजा राशि यथाशीघ्र मिल जाय। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि से प्रदेश में हुई क्षति का पूरा आंकलन किया जाए।
मुख्यमंत्री जिलाधिकारियों से भी अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान एवं राहत एवं बचाव कार्यों की तैयारी के संबंध में लगातार जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि जिला प्रशासन एवं राहत-बचाव में लगे सभी दलों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रखा जाए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, डॉ रंजीत सिन्हा, एडीजी ए.पी.अंशुमान, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी एवं अपर सचिव जगदीश चन्द्र काण्डपाल उपस्थित रहे।

गंगा के तेज बहाव में बहे दिल्ली के दो पर्यटक

मुनिकीरेती थाना क्षेत्र में गंगा में नहाते समय पानी के तेज बहाव में आकर दिल्ली के दो पर्यटक डूब गए। गहरे पानी में लापता लोगों की तलाश में एसडीआरएफ की टीम ने गंगा में तलाश की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका। अंधेरा होने पर तलाशी अभियान बीच में ही रोकना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक शनिवार को वीकेंड पर दिल्ली से एक युवती समेत पांच युवक सैर सपाटे के लिए ऋषिकेश आए थे। इन्होंने दोपहर में राफ्ट हायर कर ब्रह्मपुरी से मुनिकीरेती तक राफ्टिंग की। बताया जा रहा है कि दल में शामिल दो युवक राफ्टिंग करने के बाद लाइव जैकेट के बगैर नहाने के लिए गंगा में उतर गए। इसी बीच पानी के तेज बहाव में आकर डूबने लगे। उन्हें संकट में देख साथी बचाने का प्रयास करते इससे पहले ही दोनों पानी की गहराई में ओझल हो गए।
सूचना पाकर एसडीआरएफ निरीक्षक कविंद्र सिंह सजवाण रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंचे। राफ्ट और आपदा उपकरणों से गंगा में सर्च आपरेशन चलाया, लेकिन पानी में लापता पर्यटकों का कोई सुराग नहीं मिला। एसडीआरएफ निरीक्षक ने गंगा में लापता पर्यटकों की पहचान वंश कौशल (26) पुत्र अनिल शर्मा निवासी प्रशांत विहार, दिल्ली और कुमार गौरव (26) निवासी छत्तरपुर, फतेहपुर, दिल्ली के रूप में की है। बताया कि दोनों दिल्ली में प्राइवेट जॉब करते हैं। रविवार सुबह इनकी तलाश में फिर से सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा।

हाई एटीट्यूड वेलफेयर स्कूल गुलमर्ग की रेस्क्यू टीम पहुंची उत्तरकाशी

जिला प्रशासन ने छह से आठ अक्तूबर तक ट्रेकिंग और पर्वतारोहण गतिविधियों पर रोक लगा दी है। मौसम विभाग की ओर से अगले तीन दिन भारी बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के अलर्ट को देखते हुए जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने यह निर्णय लिया। आज सुबह जनपद मुख्यालय में हाई एटीट्यूड वेलफेयर स्कूल गुलमर्ग की रेस्क्यू टीम पहुंच गई है। यह अपने आप में एक विशेषज्ञ टीम है। क्योंकि पूरे देश में गुलमर्ग में एकमात्र ऐसा संस्थान है जहां बहुत अधिक ऊंचाई पर रेस्क्यू के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है।
टीम मातली हेलीपैड से घटनास्थल के लिए रवाना हुई। घटनास्थल पर मौसम खराब होने के कारण बरामद हुए शव मातली हेलीपैड नहीं लाए जा पा रहे हैं। अब टीम को मौसम के ठीक होने का इंतजार किया जा रहा है। निम के अनुसार अभी तक 16 शव बरामद हो चुके हैं। चार शव मंगलवार को मिले थे, 12 शव आज बरामद किए गए हैं। 29 लोग अभी भी फंसे हुए हैं।
बहुत अधिक ऊंचाई के कारण बुधवार को रेस्क्यू टीम घटनास्थल नहीं पहुंच पाई थी। बुधवार शाम को जो अपडेट मिला था उसके अनुसार रेस्क्यू टीम घटनास्थल से तीन घंटे की दूरी पर थी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले तीन दिन गढ़वाल मंडल के कुछ जनपदों में भारी बारिश की आशंका है। वहीं जनपद के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है।

आपदा कंट्रोल रुम पहुंचे सीएम, अधिकारियों से पल-पल की जुटाई जानकारी

पौड़ी जिले में बस दुर्घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को देर सांय सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से दुर्घटना के बारे मे विस्तार से जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने डीएम पौड़ी से फोन पर बात कर उन्हें पूरी सतर्कता के साथ राहत और बचाव कार्य करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा कंट्रोल रूम के अधिकारीयों को हालात पर लगातार नजर बनाए रखने और जिले के अधिकारीयों से लगातार सम्पर्क में रहने के निर्देश दिये। कहा कि शासन स्तर से हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराई जाए।
बस दुर्घटना के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने फोन पर विधायक लैंसडाउन से भी वार्ता की तथा स्थिति की पूरी जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने बस दुर्घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए घायलों का हर संभव उपचार की व्यवस्था तथा राहत एवं बचाव कार्यों में समन्वय के साथ तेजी लाये जाने के निर्देश दिये है।
मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा डॉ. रणजीत सिन्हा को निर्देश दिये कि आपदा प्रबन्धन तंत्र को निरन्तर सक्रियता से संचालित किया जाए तथा आपदा की स्थिति पर बराबर नजर रखी जाय। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तरकाशी में हुई घटना की भी अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की। इन दुर्घटनाओं के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ने अपने कल के पूर्व प्रस्तावित सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिये हैं।

गंगा के तेज बहाव की चपेट में आकर युवती डूबी

मुनिकीरेती स्थित योग निकेतन के पास गंगा घाट पर टिहरी की युवती का अचानक पैर फिसल गया। गंगा के तेज बहाव की चपेट में आकर वह डूब गई। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम ने युवती की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन उसका पता नहीं चल पाया।
एसडीआरएफ के मुताबिक, सोमवार को चार युवतियां और एक युवक मुनिकीरेती स्थित योग निकेतन के पास गंगा घाट पर पहुंचे। इस दौरान ग्राम पाटा, टिहरी गढ़वाल निवासी आयुषी (18) पुत्री दीपक चमोली का पैर अचानक फिसल गया। गंगा के तेज बहाव की चपेट में आने वह डूबने लगी। इस दौरान उसके साथ आई युवतियों में चीख-पुकार मच गई। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम ने आयुषी की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल पाया। एसडीआरएफ निरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया कि ये लोग परीक्षा देने के लिए टिहरी से आए थे। युवती की तलाश को मंगलवार को फिर से सर्च ऑपरेशन चलाया जायेगा।

गूलर-ब्यासी के पास देर रात एक कार खाई में गिरा, एक की मौत

बदरीनाथ मार्ग पर गूलर-ब्यासी के पास सोमवार देर रात एक कार खाई में गिर गई। हादसे में कार में सवार एक युवक की मौत हो गई। जबकि तीन लोग घायल हो गए। घायलों को एसडीआरएफ की टीम ने ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया है।
एसडीआरएफ निरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया कि सोमवार रात बदरीनाथ धाम से एक कार लौट रही थी। इसी बीच अचानक गूलर-ब्यासी के पास कार अनियंत्रित होकर 30 मीटर खाई में गिर गई। कार में सवार निशांत (22) निवासी गाजियाबाद की मौके पर मौत हो गई। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम ने घायलों को खाई से बाहर निकाला। इन्हें ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया। घाायलों की पहचान वर्षा (25) पुत्र शेर सिंह निवासी दिल्ली, संगीता दास अधिकारी निवासी चाई फाईन ग्रेटर नोएडा, चालक अंकित निवासी गाजियाबाद, यूपी के रूप में हुई। एम्स के चिकित्सकों के अनुसार घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए एम्स भेज दिया है।

वृद्ध महिला का शव बैराज जलाशय से हुआ बरामद

यमकेश्वर पौड़ी निवासी एक महिला का शव संदिग्ध हालात में पशुलोक बैराज में मिला। एसडीआरएफ की टीम ने शव को गंगा से बाहर निकला। पुलिस ने अनुसार महिला ऋषिकेश स्थित आवास विकास कॉलोनी में अपनी बेटी के घर पर रह रही थी।

एसडीआरएफ निरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया कि रविवार को उनकी टीम को पशुलोक बैराज में एक महिला का शव दिखाई देने की सूचना मिली। एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और शव को गंगा से बाहर निकाला। वहीं एम्स चौकी प्रभारी शिवराम ने बताया कि शव की पहचान वृद्ध महिला सारा देवी (75) पत्नी कुलानंद निवासी किमसार,अमोला, यमकेश्वर जिला पौड़ी गढ़वाल के रूप में हुई है। बताया की वे यहां पर आवास विकास कॉलोनी स्थित अपनी बेटी के घर पर रह रही थी। शनिवार शाम से वे लापता चल रही थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

मासूम का फिसला पैर, गंगा के तेज बहाव में बही, लापता

मुनिकीरेती के शीशमझाड़ी क्षेत्र में एक आश्रम के घाट के पास पांच साल की मासूम बच्ची गंगा के तेज बहाव में बह गई। सूचना पर एसडीआरएफ की टीम मौके पहुंची और बच्ची की तलाश को गंगा में सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया।
कैलाश गेट चौकी प्रभारी योगेश पांडेय ने बताया कि रविवार सुबह दिल्ली का एक परिवार वेदांत आश्रम घाट पर स्नान कर रहा था। इस दौरान परिवार की पांच वर्षीय बच्ची आशी पुत्री अमरनाथ निवासी अशोक नगर, दिल्ली का अचानक पैर फिसला और वह पानी के तेज बहाव में बह गई। जब तक उसे बचाने का प्रयास करते देखते ही देखते वह गंगा की तेज लहरों में ओझल हो गई। घटना के बाद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस दी। सूचना पाकर एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर तत्काल सर्च ऑपरेशन शुरू किया। लेकिन मासूम बच्ची का कहीं पता नहीं चल पाया। एसडीआरएफ उपनिरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया कि सोमवार को फिर से सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा।

रजिस्ट्रेशन के दौरान गुम हुआ मोाबईल एसडीआरएफ टीम ने लौटाया

चार धाम यात्री रजिस्ट्रेश सेंटर आईएसबीटी ऋषिकेश मे रजिस्ट्रेशन के दौरान पंजाब कपूरथला के एक यात्री निर्मल सिंह उम्र 60 वर्ष का मोबाइल रजिस्ट्रेशन ड्यूटी मे तैनात एसडीआरएफ टीम के जवानो को जमीन पर गिरा हुवा मिला। जिस पर जवानों द्वार तुरंत लाऊड हेलर से पुकरा गया तो यात्री निर्मल सिंह तुरंत टीम के पास आकर मोबाइल के बारे मे पूछने लगा। जिसके द्वारा बताया गया कि मेरा ओपो मोबाइल नंबर 7901730746 कहीं खो गाया हैं। टीम द्वारा जांच पड़ताल के बाद यात्री को मोबइल दिया गया जिस पर यात्री द्वारा एसडीआरएफ टीम (अनूप रावत, सागर, संदीप गोस्वामी) का धन्यबाद किया गया।