विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर प्रेरणास्रोत बनी महिलाओं को सीएम ने किया सम्मानित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम में लोकप्रिय कलाकार हिमानी शिवपुरी, आरुषि निशंक, बसंती बिष्ट, संगीता ढोडियाल, डॉ गीता खन्ना, चित्रांशी रावत, दिलराज कौर, डॉ अलकनंदा अशोक, डॉ रंजना अशोक तथा विभा कपूर सहित उत्तराखंड मूल की अन्य महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु शक्ति अवार्ड 2023 से सम्मानित किया।
कार्यक्रम के दौरान गत 1 वर्ष की उपलब्धियो पर बात करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमने बहुत से महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। हमारे सभी विभाग अगले 10 वर्षों के रोडमैप पर गंभीरता से कार्य कर रहे हैं। हम पर्यटन, कृषि, बागवानी, होम स्टे के क्षेत्र में नई नीतियां एवं योजनाएं लाए हैं। अगले 5 वर्षों में उत्तराखंड की जीएसडीपी दुगनी हो, इसके लिए प्रत्येक वर्ष का एक लक्ष्य निर्धारित कर, उस पर तेजी से कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की मातृशक्ति का उत्तराखंड निर्माण तथा राज्य के विकास और प्रगति में बहुत बड़ा योगदान है। राज्य की मातृशक्ति को आगे बढ़ने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है। हमने राज्य की सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत का क्षेतिज आरक्षण सुनिश्चित किया। हमने वर्ष 2025 तक 125000 महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। मातृशक्ति हेतु हमने 1 वर्ष में 3 सिलेंडर निशुल्क रिफिल की योजना लागू कर दी है। हम होमस्टे को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं, जिससे राज्य की महिलाओं को लाभ पहुंचेगा। हमारा प्रयास है कि मातृशक्ति को आगे आने के समान अवसर मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूसीसी को सभी के हित के लिए लाया जा रहा है। हमें इसमें सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अवैध अतिक्रमण को विधि के अनुसार ही हटाया जा रहा है।
उत्तराखंड वर्ष 2025 तक हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनने जा रहा है। हमारा राज्य विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नकल माफिया को जड़ से समाप्त करने के लिए देश का सबसे कठोर कानून लागू किया गया है। युवाओं का कल्याण हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में से एक है। युवाओं ने हमारे इस निर्णय का स्वागत किया है। राज्य में इतने कठोर नकल विरोधी कानून के लागू होने से राज्य के युवाओं में एक नई आशा और ऊर्जा का संचार हुआ है। इस संबंध में हमें युवाओं तथा प्रदेशवासियों का अपार समर्थन मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार समावेशी विकास एवं संतुलित विकास के मूलमंत्र पर विश्वास करते हुए सभी क्षेत्रों के संतुलित एवं समान विकास के लिए कार्य कर रही है। केदारनाथ व बद्रीनाथ की तर्ज पर कुमायूं के पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन की कार्ययोजना पर कार्य हो रहा है। कुमाँऊ मण्डल में भी तीर्थस्थलों के विकास एवं कनेक्टिविटी के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि केदारनाथ सहित हमारी संपूर्ण चार धाम यात्रा सफलतापूर्वक चल रही है। केदारनाथ धाम में प्रतिदिन तीर्थ यात्रियों की संख्या नए रिकॉर्ड बना रही है। हमने केदारनाथ धाम सहित सभी धामों में तीर्थ यात्रियों के लिए सभी सुविधाओं व्यवस्था की है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज तथा राज्यसभा सदस्य कार्तिक शर्मा भी उपस्थित रहे।

272 अभ्यर्थियों को सीएम ने प्रदान किये नियुक्ति पत्र

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्राविधिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 272 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। प्राविधिक शिक्षा विभाग द्वारा पॉलिटेक्निक के विद्यार्थियों के लिए मई 2023 में देहरादून में रोजगार मेले आयोजन किया गया था। विभिन्न कंपनियों में इन विद्यार्थियों के चयन के बाद आज नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये।
मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को बधाई दी एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 9 वर्षों से देश में युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के क्षेत्र में जो अभियान चल रहा है, उसमें रोजगार मेले की एक कड़ी और जुड़ी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार के उचित अवसर मिले इसके लिए विभिन्न तकनीकी संस्थाओं में प्रशिक्षण हेतु आधुनिक सुविधायें, ढांचागत विकास, उच्च स्तरीय ई-लर्निंग केन्द्रों की स्थापना, विभिन्न तकनीक के विस्तार, अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्रों की स्थापना के लिए सरकार द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं। सरकार का उद्देश्य प्रदेश को सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विकसित करते हुए जनमानस की समस्याओं का पारदर्शिता पूर्ण निराकरण कर गुड गवर्नेंस देना है। इस कार्य में तकनीकी शिक्षा विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन छात्र-छात्राओं को आज नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए हैं उनके अन्दर जो जोश एवं प्रतिभा परिलक्षित हो रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वे इसी जोश के साथ अपनी लगन, ज्ञान एवं स्किल के बल पर उन्हें रोजगार देने वाली कम्पनियों की अपेक्षाओं में खरा उतरेंगे। मुख्यमंत्री ने उद्योगों के प्रतिनिधियों से अपेक्षा की है कि वे इंटर्नशिप, इण्डस्ट्रियल ट्रेनिंग के साथ-साथ हैण्डस आन प्रैक्टिकल के लिए राज्य सरकार को सहयोग देंगे एवं उत्तराखण्ड के छात्र-छात्राओं को इस क्षेत्र में और अधिक अवसर प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की स्थापना की रजत जयन्ती हेतु सरकार ने 25 संकल्प लिए हैं, इसी कड़ी में तकनीकी शिक्षा विभाग को वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली व्यावसायिक शिक्षा मिशन योजना के क्रियान्वयन हेतु जिम्मेदारी दी गयी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस प्रयास से प्रदेश में व्यावसायिक व तकनीकी शिक्षा के माध्यम से रोजगार व स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
तकनीकि शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले सभी अभ्यर्थियों को शुभकामना देते हुए कहा कि आज इन युवाओं का पढ़ाई करने के बाद नौकरी करने का सपना पूरा हो रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जिन प्रतिष्ठानों द्वारा इनको नियुक्ति दी जा रही है, सभी अभ्यर्थी इन प्रतिष्ठानों में पूरी लगन के साथ कार्य करेंगे। हमारे ये अभ्यर्थी लगन से कार्य करेंगे, तो औद्योगिक संस्थानों का झुकाव हमारे युवाओं की ओर तेजी से बढ़ेगा। तकनीकि शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य के पॉलिटेक्निक के बेहतर अवस्थापना सुविधाओं के लिए 1 साल में 300 करोड़ रूपये दिये गये। इंडस्ट्री के साथ बैठक कर उनकी मांग के आधार पर राज्य में कोर्स बढ़ाये गये हैं। उन्होंने कहा कि रोजगार मेलों के माध्यम से 60 प्रतिशत युवाओं का चयन हो रहा है। कुछ पॉलिटेक्निक से लगभग शत प्रतिशत छात्रों का भी चयन हो रहा है।
इस अवसर पर जानकारी दी गई कि 25 अप्रैल 2023 को कुमांऊ क्षेत्र के विभिन्न पॉलीटेक्निक संस्थाओं में अध्ययन कर रहे छात्र-छात्राओं हेतु राजकीय पॉलिटेक्निक काशीपुर में जो रोजगार मेले का आयोजन कराया गया था, उसमें 430 छात्र -छात्राओं ने रोजगार प्राप्त किया। इसी प्रकार गढ़वाल क्षेत्र के लिए 8 मई 2023 को आयोजित कराए गए रोजगार मेले में करीब 608 युवाओं को रोजगार प्राप्त हुआ। ऑनलाईन प्लेसमेंट सेल के माध्यम से 401 एवं विभिन्न संस्थाओं में आयोजित कैंपस प्लेसमेंट द्वारा 669 छात्रों को रोजगार प्रदान किये जाने के साथ ही कुल 2108 छात्रों को रोजगार प्राप्त हुआ है।
इस अवसर पर विधायक प्रमोद नैनवाल, सुरेश सिंह चौहान, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव रविनाथ रमन, निदेशक प्राविधिक शिक्षा आर.पी.गुप्ता, महानिदेशक यू कॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत एवं प्राविधिक शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

रोजगार मेले में मुख्यमंत्री ने 42 युवाओं को दिए नियुक्ति पत्र

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत एवं संसदीय कार्य, शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत ने संयुक्त रूप से वृहद कौशल एवं सेवायोजन रोजगार मेले का दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 42 युवाओं एवं युवतियों को नियुक्ति पत्र भी प्रदान किये।
कौशल रोजगार मेले मे जनपदों से आये युवाओं एवं युवतियों को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी युवा ऊर्जावान हैं। युवा जिन क्षेत्रों में जायें वहां आपका नेतृत्व हो यही हमारी कामना है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पूरे प्रदेश के जनपदों में रोजगार मेले का आयोजन लगातार किया जा रहा है। इन मेलों से युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे है। रोजगार मेले के लिए प्रदेश के बेरोजगार युवा घर बैठे पंजीकरण करा सकते है। मुख्यमंत्री ने कहा सरकार का मुख्य उद्देश्य रोजगार के साथ-साथ स्वरोजगार को बढाना है। उन्होंने कहा प्रदेश मे 3700 होम स्टे पंजीकृत हैं जिसके अन्तर्गत 8000 युवा एवं युवतियों को स्वरोजगार मिल रहा है। उन्होंने कहा प्रदेश मे लम्बे समय से पुलिस विभाग की भर्तियां नहीं निकली थी, सरकार ने 1764 पुलिस की भर्तियां निकाल दी हैं इसके साथ ही सभी विभागों की भर्तियां प्रारम्भ हो चुकी है। उन्होने कहा जिन विभागों में पद रिक्त है जल्दी से जल्दी भरने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा सरकार रोजगार के साथ-साथ स्वरोजगार के लिए वीर चन्द्र गढ़वाली योजना में धनराशि को 25 लाख तक बढ़ाने का प्रावधान किया है साथ ही होमस्टे में और सब्सिडी बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होने कहा सरकार ने सरकारी नौकरियों के लिए एक वर्ष की आयु सीमा बढ़ा दी है तथा प्रदेश में परीक्षा के फार्म के आवेदन शुल्क भरने के लिए आवेदक को कोई शुल्क नहीं देना होगा इसके साथ ही आईएएस, पीसीएस, एमबीबीएस, लोक सेवा आयोग की तैयारियों हेतु जो बच्चे प्री-क्वालीफाई कर देते है उन्हें आगे की तैयारियों हेतु 50 हजार रूपये सरकार द्वारा दिये जा रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा वोकल फॉर लोकल के लिए हमारी सरकार कटिबद्ध है। सरकार इसके लिए क्षेत्रीय उत्पादों को बाजार तक लाने के लिए स्वयं सहायता समूहों के द्वारा इसको बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के सभी युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ा जायेगा इसके लिए सरकार कृत संकल्प है।
एचएन इन्टर कॉलेज मे वृहद कौशल एवं सेवायोजन मेले में प्रदेश की 35 कंपनियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। रोजगार मेले में विभिन्न जनपदों से आये 1150 युवा एवं युवतियों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया। इस अवसर पर तीन कम्पनियों द्वारा 162 युवाओं का वर्चुअल ऑनलाइन इंटरव्यू कर 7 लोगों की नियुक्ति दी गई।
इसके उपरांत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने होटल क्रिस्टल परिसर में बतौर मुख्य अतिथि दीप प्रज्वलित करते हुये कार्यक्रम का शुभारम्भ कर प्रान्तीय उद्योग व्यापार मण्डल के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शुभकामनाएं एवं बधाई दी। उन्होंने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। व्यापार मण्डल द्वारा मुख्यमंत्री का स्मृति चिन्ह एवं शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि व्यापारियों की जो भी मांग है सरकार उनकी मांगों को पूरा करने का प्रयास करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रत्येक वर्ग के हित के लिए कार्य कर रही है। व्यापार प्रदेश के विकास के लिए अहम है। इस अवसर पर नवनिर्वाचित अध्यक्ष योगेश शर्मा, उपाध्यक्ष सचिन गुप्ता, महामंत्री मनोज,गीता काण्डपाल संदीप सक्सेना आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश अध्यक्ष नवीन शर्मा द्वारा किया गया।
रोजगार मेले में महापौर डॉ जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, जिलाध्यक्ष भाजपा, प्रदीप बिष्ट, ब्लाक प्रमुख रूपा देवी, प्रकाश हर्बाेला, शंकर कोरंगा के अलावा आयुक्त दीपक रावत, डीआईजी नीलेश आन्नद भरणे, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल,एसएसपी पंकज भटट,निदेशक सेवायोजन प्रशिक्षण विनोद गिरी गोस्वामी, संयुक्त निदेशक जेएम नेगी, उपनिदेशक चन्द्रकान्ता, स्मिता अग्रवाल, सहायक निदेशक वाई एस रावत, ममता चौहान, जिला सेवायोजन अधिकारी राजेश दुर्गापाल के साथ ही जनपदों से आये हजारों की संख्या में युवा एवं युवती रोजगार मेले में उपस्थित रहे।

सीएम ने दिया टास्क, 15 दिसम्बर तक स्वरोजगार योजनाओं में लक्ष्य पूरा करें

जिलाधिकारी प्रत्येक सप्ताह विभिन्न योजनाओं के तहत दिये जाने वाले लोन की समीक्षा करें।
केन्द्र एवं राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
लोन के लिए अनावश्यक आपत्ति लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
जिला स्तरीय अधिकारियों एवं बैंकर्स द्वारा कैंप लगाकर जन समस्याओं का समाधान किया जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में स्वरोजगार योजनाओं की प्रगति बैठक ली
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को सचिवालय में स्वरोजगार योजनाओं की प्रगति बैठक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस वर्ष विभिन्न योजनाओं के तहत जो लोन देने का लक्ष्य रखा गया है, उस लक्ष्य को 15 दिसम्बर 2021 तक पूर्ण किया जाय। संबंधित विभागीय अधिकारी एवं बैंकर्स आपसी समन्वय स्थापित कर हर हाल में लक्ष्य पूर्ण करें। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि विभिन्न योजनाओं के तहत जो लोन दिये जा रहे हैं, उनकी प्रत्येक सप्ताह प्रगति समीक्षा की जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की विभिन्न माध्यमों से लोगों को जानकारी दी जाए। विभिन्न योजनाओं के तहत जो लोन दिये जा रहे हैं, उनकी आम जन को जानकारी हो। इसके लिए जिलाधिकारियों एवं बैंक के अधिकारियों द्वारा अभियान चलाया जाय। एक ही जगह पर लोगों की लोन की समस्या का समाधान हो, जिला स्तरीय अधिकारी एवं बैंक के अधिकारी कैंपों के माध्यम से जन समस्याओं का समाधान करें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि 15 दिसम्बर 2021 तक निर्धारित लक्ष्य पूर्ण करने के साथ ही जिन योजनाओं में अधिक आवेदन प्राप्त हो रहे हैं, लक्ष्य से अधिक लोन स्वीकृत करने के लिए प्रयास किये जाए। अनावश्यक आपत्तियां लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई भी की जाय। बैंकों द्वारा आवेदन प्राप्त होने के एक सप्ताह के अन्दर लोन की सम्पूर्ण कार्यवाही की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि योजनाओं का लाभ लोगों को समय पर मिले। अनावश्यक रूप से कार्यालयों के चक्कर न लगाना पड़े।
मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत बढ़ाये गये लक्ष्य को भी समय पर पूर्ण कर लें। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत लोन स्वीकृति की स्थिति पर निगरानी के लिए जिलाधिकारी निरन्तर बैंकर्स के साथ समन्वय स्थापित करें। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एनआरएलएम, वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना, होम स्टे, स्पेशल कम्पोनेंट प्लान, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, एन.यू.एल.एम, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन प्रोग्राम, स्टैण्ड अप इण्डिया, पीएम स्वनिधि, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की प्रगति की समीक्षा की।
बैठक में अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव एल. फैनई, सचिव अमित नेगी, शैलेश बगोली, एस. ए. मुरूगेशन, राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के वरिष्ठ अधिकारी, वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी एवं बैंकर्स उपस्थित थे।

महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए 55.75 करोड़ रूपये की स्वीकृति

राज्य सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें स्वावलंबी बनाने के लगातार प्रयास कर रही है। राज्य के महिला स्वयं सहायता समूहों को कोरोना के प्रतिकूल प्रभाव से उबारने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तकरीबन 55.75 करोड़ रूपये की वित्तीय स्वीकृति जारी की है।
असंगठित ग्रामीण महिलाओं को संगठित करने और उन्हें स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से राज्य में ‘मुख्यमंत्री महिला स्वयं सहायता समूह सशक्तिकरण योजना’ संचालित की जा रही है। सरकार महिलाओं को समूह में छोटी-छोटी बचत करने तथा अपनी छोटी-मोटी जरूरतों की पूर्ति के लिए समूह में ही न्यूनतम दर पर लेन-देन हेतु सक्षम बनाने में सहयोग प्रदान कर रही है। लेकिन पिछले दो सालों से कोरोना महामारी का प्रभाव इन समूहों की व्यवसायिक गतिविधियों पर भी पड़ा है। हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महिला स्वयं सहायता समूहों और राज्य सरकार की स्वरोजगार योजनाओं से जुड़े लाभार्थियों को 118 करोड़ 35 लाख रुपये की राशि का राहत पैकेज घोषित किया था। बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसमें से महिला स्वयं सहायता समूहों की सहायता के लिए 55.75 करोड़ का बजट जारी कर दिया है। उनका कहना है कि सूबे की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में स्वयं सहायता समूहों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। इनसे मुख्यरूप से पहाड़ की लाखों महिलाएं जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर हाल में महिला स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहित करती रहेगी। आयुक्त ग्राम्य विकास आनंद स्वरूप ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री द्वारा घोषित राहत पैकेज से 42989 महिला स्वयं सहायता समूहों को छह माह के लिए दो-दो हजार रुपये की दर से सहायता राशि दिया जाना, 30365 महिला स्वयं सहायता समूहों को पिछले वित्तीय वर्ष में लिये गए बैंक ऋण के ब्याज की प्रतिपूर्ति करना और 159 क्लस्टर लेवल फेडरेशन (सीएलएफ) को एकमुश्त 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देना शामिल है। इसके लिए कुल 84 करोड़ का बजट चाहिए जिसमें से मुख्यमंत्री ने फिलहाल 55.75 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।

यूटयूब में वेस्ट मेटिरियल से उपयोगी वस्तुएं बनाना सीखा और जीत लिया राष्ट्रीय पुरस्कार

केशव भट्ट (वरिष्ठ पत्रकार)
आज के वक्त में कोई भी चीज बेकार नहीं होती हैं, घर के पुराने वेस्ट मेटिरियल हों या पुराने अखबार। इनसे भी घर को नया लुक दिया जा सकता है, बशर्ते उसका बखूबी इस्तेमाल करने का हुनर आपके पास हो। इस बात को सच साबित करने में लगी है बागेश्वर जिले के मेलाडुंगरी गांव की अर्चना भंडारी। लॉकडाउन में ऑनलाइन शिल्पकला के अपने हुनर से अर्चना ने न केवल राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय शिल्पकला प्रतियोगिता में दूसरा स्थान प्राप्त किया, बल्कि अब वो स्वयं शिल्पकला में अभिनव प्रयोग करने के साथ 20 अन्य बालिकाओं को भी पुराने अखबार, गत्ते व अन्य वैस्ट मैटीरियल का सदुपयोग कर उपयोगी सामान बनाने का प्रशिक्षण देने में जुटी पड़ी है।
कोरोना काल के लॉकडाउन में अर्चना की प्रतिभा निखर कर सामने आई। शुरूआत में उसने कोरोना वायरस से बचाव के लिए घर में ही मॉस्क बनाकर बांटने शुरू कर दिए। समय था तो उसने यूटयूब से वेस्ट मेटिरियल से उपयोगी वस्तुएं बनाना भी सीखना शुरू कर दिया और ऑनलाइन शिल्पकला में राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में द्वितीय पुरूष्कार भी हांसिल कर लिया। इससे उसके सांथियों ने भी शिल्पकला सीखने की बात कही तो अब वो 20 बालिकाओं को भी पुराने अखबार, गत्ते व अन्य वैस्ट मैटीरियल का सदुपयोग कर उपयोगी सामान बनाने का प्रशिक्षण देने में लगी है। अर्चना, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के सांथ ही स्वरोजगार अभियान को लेकर काफी जागरूक है। कई नुक्कड़ नाटकों में प्रतिभाग कर वो इसका संदेश भी दे चुकी हैं। अभी रक्षाबंधन के त्यौहार पर उन्हें पांच सौ राखियों की डिमांड मिली है तो वो सभी राखियां बनाने में जुटी पड़ी हैं।

हर दिन सुबह आठ से दस बजे तक के प्रशिक्षण में हाईस्कूल, ग्रेजुएशन कर रहे छात्राओं के सांथ ही नौकरीपेशा भी अर्चना से कलमदान, पेन स्टैंड, न्यूज पेपर होल्डर, फोटो फ्रेम, ज्यूलरी बॉक्स समेत राखी बनाना सीख रहे हैं। लगातार अभ्यास से वो अब पारंगत होते जा रहे हैं और अभी तक उन्होंने तीन हजार से भी ज्यादा सजावटी सामान बना दिए हैं। गुजरात सूरत के एक स्कूल में सुपरवाईजर पोस्ट पर तैनात भावना नयाल लॉकडाउन में स्कूल बंद होने पर गांव आ गई और अब वो भी यहां शिल्पकला का प्रशिक्षण ले खुश हैं।
अर्चना की इस पाठशाला में हर कोई अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए पूरी मेहनत से जुटे हैं। वहीं अर्चना भी उनका उत्साहवर्धन कर बेटियों की प्रतिभा को सामने लाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने को सच साबित कर समाज को नया संदेश देने में लगी है।