सफलता के लिए संयमए नियम और अनुशासित जीवन जरूरी

श्री भरत मन्दिर इंटर कॉलेज ऋषिकेश में परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेम चंद अग्रवाल ने शिरकत की और छात्रों से संवाद किया। इस अवसर पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने पेंटिंग प्रतियोगिता के प्रतिभागी छात्रों को पुरस्कार भी प्रदान किये।

शनिवार को विद्यालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री डॉ अग्रवाल ने माँ शारदा के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इसके बाद विद्यालय की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि सफलता के लिए संयमए नियम और अनुशासित जीवन जरूरी है।

डॉ अग्रवाल ने छात्रों को उत्तराखण्ड एवं देश का भविष्य निर्माता बताते हुए उन्हें परीक्षा की तैयारियों के लिये ज्ञानवर्धक सलाह देकर उनकी शंकाओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि छात्रों के साथ इस आयोजन में शामिल होकर वे स्वयं को और अधिक ऊर्जा से भरा हुआ अनुभव कर रहे हैं। बच्चों की परीक्षाएं आने वाली हैं और उनके साथ इस विषय पर संवाद करना भी एक सुखद अनुभव है। इससे उन्हें अपने स्कूल के दिनों का भी स्मरण करने का अवसर मिला है।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि उनके एक शिक्षक ने बचपन में उन्हें विद्यार्थी के पांच मुख्य गुणों के बारे में एक श्लोक के माध्यम से बताया था कि उसमें कौवे की तरह जानने की चेष्टाए बगुले की तरह ध्यान लगाने की क्षमताए श्वान निद्रा और अल्पाहारी और गृहत्यागी गुण पांच गुण होने चाहिये।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि परीक्षाओं में थोड़ा तनाव होना स्वाभाविक बात हैए परन्तु जब यह तनाव बहुत अधिक बढ़ जाता है तो न केवल परीक्षा के परिणाम में इसका विपरीत असर पड़ता है बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है।

उन्होंने कहा कि आप लोग डा कलाम या हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अनेक महान लोगों की जब जीवनी पढ़ेंगे तब पाएंगे कि उनमें एक बात समान है और वो है सकारात्मक सोच। जब मेहनत के साथ सकारात्मक सोच का मिश्रण हो जाता है तो व्यक्ति को सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि परीक्षा की तैयारियों से संबंधित प्रधानमंत्री जी ने भी एक किताब लिखी हैए इसका नाम है श्एग्जाम वॉरियर्सश् यह किताब अत्यंत ही रूचिपूर्ण और ज्ञानवर्धक है।

इस मौके पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने सभी छात्रों को आने वाली परीक्षाओं की सफलता के लिये शुभकामना दी।

इस मौके पर श्री भरत मन्दिर ट्रस्ट के प्रबंधक हर्षवर्धन शर्माए महंत वत्सल प्रपन्नाचार्यए जिला उपाध्यक्ष भाजपा दिनेश सतीए मंडल अध्यक्ष सुमित पवारए विद्यालय अभिभावक संघ के अध्यक्ष रामकृपाल गौतमए जिला शिक्षा अधिकारी सुदर्शन सिंह बिष्टए खंड शिक्षा अधिकारी सुमन अग्रवालए प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावतए जिला कार्यालय प्रभारी देवदत्त शर्माए पार्षद शिव कुमार गौतमए युवा मोर्चा के अध्यक्ष नितिन सक्सेनाए विजय जुगलानए मनीष भट्टए सुनील थपलियाल आदि उपस्थित रहे।

श्री भरत मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा का हुआ शुभारंभ

श्री भरत मंदिर में ब्रह्मलीन महंत अशोक प्रपन्नाचार्य जी की पुण्य स्मृति मे नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हुआ। व्यास पीठ पर काशी विश्वनाथ की पावन धरती से आए पूज्य संत डा रामकमलदास वेदांती जी महाराज के ने कथा का श्रवण कराया।

उन्होंने श्रीमद् भागवत कथा के महत्व बताते हुए कहा कि कथा की सार्थकता जब ही सिध्द होती है, जब इसे हम अपने जीवन में व्यवहार में धारण कर निरंतर हरि स्मरण करते हुए अपने जीवन को आनंदमय, मंगलमय बनाकर अपना आत्म कल्याण करें। अन्यथा यह कथा केवल मनोरंजन कानों के रस तक ही सीमित रह जाएगी। भागवत कथा से मन का शुद्धिकरण होता है। इससे संशय दूर होता है और शंाति व मुक्ति मिलती है। इसलिए सद्गुरु की पहचान कर उनका अनुकरण एवं निरंतर हरि स्मरण, भागवत कथा श्रवण करने की जरूरत है।

श्रीमद भागवत कथा श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है। जहां अन्य युगों में धर्म लाभ एवं मोक्ष प्राप्ति के लिए कड़े प्रयास करने पड़ते हैं, कलियुग में कथा सुनने मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है। सोया हुआ ज्ञान वैराग्य कथा श्रवण से जाग्रत हो जाता है। कथा कल्पवृक्ष के समान है, जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है।

भागवत पुराण हिन्दुओं के अट्ठारह पुराणों में से एक है। इसे श्रीमद् भागवत या केवल भागवतम् भी कहते हैं। इसका मुख्य विषय भक्ति योग है, जिसमें श्रीकृष्ण को सभी देवों का देव या स्वयं भगवान के रूप में चित्रित किया गया है। इस पुराण में रस भाव की भक्ति का निरूपण भी किया गया है। भगवान की विभिन्न कथाओं का सार श्रीमद्भागवत मोक्ष दायिनी है। इसके श्रवण से परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई और कलियुग में आज भी इसका प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को मिलते हैं। श्रीमदभागवत कथा सुनने से प्राणी को मुक्ति प्राप्त होती है

सत्संग व कथा के माध्यम से मनुष्य भगवान की शरण में पहुंचता है, वरना वह इस संसार में आकर मोहमाया के चक्कर में पड़ जाता है, इसीलिए मनुष्य को समय निकालकर श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए। बच्चों को संस्कारवान बनाकर सत्संग कथा के लिए प्रेरित करें। भगवान श्रीकृष्ण की रासलीला के दर्शन करने के लिए भगवान शिवजी को गोपी का रूप धारण करना पड़ा। आज हमारे यहां भागवत रूपी रास चलता है, परंतु मनुष्य दर्शन करने को नहीं आते। वास्तव में भगवान की कथा के दर्शन हर किसी को प्राप्त नहीं होते। कलियुग में भागवत साक्षात श्रीहरि का रूप है। पावन हृदय से श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही प्राणी मात्र का कल्याण संभव है।

कथा के प्रथम दिवस पर श्री भरत मंदिर के महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य जी महाराज, श्री हर्षवर्धन शर्मा, वरुण शर्मा जी, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, जयराम आश्रम के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारीजी महामंडलेश्वर स्वामी ललिता नंद जी महाराज, हरी चेतनानंद जी महाराज, महामंडलेश्वर ईश्वर दास जी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास जी महाराज, महामंडलेश्वर अरुण दास जी, सतपाल ब्रह्मचारी जी आदि संत महात्मा की उपस्थिति में श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ।

स्कूली बच्चों को बताया डेंगू से बचाव का रास्ता

श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज ऋषिकेश में डॉ संतोष कुमार के द्वारा छात्र छात्राओं को डेंगू वायरस और डेंगू को रोकने की विधियों से अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि हम किस तरह से डेंगू से अपने और अपने परिवार तथा अपने समाज की रक्षा करेंगे।

डॉक्टर संतोष कुमार ने कहा कि एम्स के द्वारा जो भी सहयोग चाहिए वह मिलेगा और डेंगू फ्री मोहल्ले को एम्स की तरफ से पुरस्कृत भी किया जाएगा और बताया गया है कि डेंगू का मच्छर संक्रमित व्यक्ति से बहुत तेजी से संक्रमण को अन्य स्वस्थ व्यक्तियों में भी फैलाता है जिसकी कोई प्रमुख दवाई अभी तक नहीं है लेकिन डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों को समाप्त करना ही एकमात्र विकल्प है अपने घरों के आसपास पानी एकत्र ना होने दें साथ ही डेंगू हो जाने पर तरल पेय पदार्थ और बुखार आने पर पेरासिटामोल का सेवन करें और पौष्टिक भोजन अपने आहार में शामिल करें।

प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत ने कहा कि डॉक्टर संतोष कुमार के द्वारा बताई गई बातों का पालन करवाया जाएगा और सभी छात्र छात्राओं को जागरूक किया जाएगा कि वह अपने घर परिवार और पास पड़ोस को जागरूकता के द्वारा डेंगू के प्रसार को रोकें ताकि ऋषिकेश में यह महामारी का रूप ना ले पाए। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य यमुना प्रसाद त्रिपाठी, लेफ्टिनेंट लखविंदर सिंह, जितेंद्र बिष्ट, जयकृत रावत, डॉक्टर सुनील दत्त थपलियाल, रंजन अंथवाल, प्रवीण रावत, विकास नेगी, विवेक शर्मा आदि उपस्थित थे।

40 प्रतिभागियों ने योग क्रियाओं का किया प्रदर्शन

श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज में नगरस्तरीय योग प्रतियोगिता हुई। इसमें 40 प्रतिभागियों ने योग क्रियाओं का प्रदर्शन किया।
गुरुवार को श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज में प्रतियोगिता का शुभारंभ प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत ने किया। उन्होंने कहा कि योग जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। इससे शारीरिक, मानसिक समृद्धि तो होती ही है, साथ ही यह रोजगार के साधन के रूप में भी संपूर्ण विश्व मे प्रसारित हो रहा है। यहां तक कि बड़े-बड़े मेडिकल साइंस के कॉलेजों से लेकर पांच सितारा होटलों में भी स्पेशल योगाचार्य नियुक्त किए जाते हैं। योग चित वृति को एकाग्र करने के साथ आरोग्यता प्रदान करने का स्रोत है। यह विधा स्कूलों से ही निरंतर अभ्यास के साथ आगे बढ़ती है। विद्यालय के योगाचार्य जगदम्बा प्रसाद थपलियाल ने कहा कि नगर से चयनित होकर प्रतिभागी जनपद और राज्य स्तर पर प्रतिभाग करेंगे। इस दौरान प्रतियोगिता में नगर क्षेत्र के 6 विद्यालयों से लगभग 40 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया और योग क्रियाओं का प्रदर्शन किया।
मौके पर यमुना प्रसाद त्रिपाठी, विकास नेगी, प्रवीण रावत,पंकज सती, चरणपाल, रवीन्द्र बहुगुणा, मोनिका चौहान, मंगलेश , पूनम बिष्ट आदि उपस्थित रहे।

चिह्नित अतिक्रमण पर कार्रवाई नही करने का आरोप, टीम को बैरंग लौटाया

नगर के अंदर कोयलघाटी तिराहे से चंद्रभागा पुल तिराहे तक हरिद्वार-ऋषिकेश राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण कार्य में बाधा बन रहे अतिक्रमण को हटाने पहुंची विभागीय टीम को विरोध के चलते वापस लौटना पड़ा। विरोध करने वालों ने टीम पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।
सोमवार दोपहर राष्ट्रीय राजमार्ग खंड डोईवाला के सहायक अभियंता शिव सिंह रावत और तहसीलदार डा. अमृता शर्मा के नेतृत्व में टीम हाईवे पर एसबीएम कॉप्लेक्स के पास पहुंची। यहां एसबीएम इंटर कॉलेज के मेन गेट को अतिक्रमण के रूप में चिह्नित करने के बाद जेसीबी से उसे ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की गई।
विभागीय कार्रवाई की भनक लगते ही कॉलेज के प्रधानाचार्य कुछ लोगों के साथ मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का विरोध करने लगे। कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला ने अतिक्रमण की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि पिछले दो-तीन साल से हाईवे प्रशासन ने कोयलघाटी तिराहा से चंद्रभागा पुल तक दर्जनों अतिक्रमण चिह्नित किए हैं। नियमानुसार चिह्नित सभी अवैध कब्जों पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन विभाग मनमर्जी से एक-दो अतिक्रमण हटाकर खानापूर्ति कर रहा है।
इंटर कॉलेज के मेन गेट को ध्वस्त करने की कार्रवाई के बाद टीम ने आसपास के अतिक्रमण को छोड़ दिया। विरोध करने वालों ने अतिक्रमण की कार्रवाई को बीच में ही रुकवा दिया। लिहाजा विभागीय टीम को कार्रवाई बीच में ही छोड़कर वापस लौटना पड़ा।

गुरुवार को सख्ती से हटेगा अतिक्रमण
राष्ट्रीय राजमार्ग खंड डोईवाला के अपर सहायक अभियंता छत्रपाल सिंह ने बताया कि कोयलघाटी तिराहे से चंद्रभागा पुल तिराहे तक हाईवे चौड़ीकरण का कार्य जल्द पूरा करना है। लिहाजा चौड़ीकरण में बाधक बन रहे अतिक्रमण को गुरुवार से सख्ती से हटाया जाएगा। भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर रहेगा। पहले चरण में कोयलघाटी तिराहे से मुखर्जी मार्ग पर निर्मल आश्रम के गेट तक और दूसरे चरण में निर्मल आश्रम गेट से चंद्रभागा पुल तिराहे तक अतिक्रमण पर कार्रवाई होगी। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है।

तीन दिवसीय रस महोत्सव का काबीना मंत्री ने किया शुभारंभ

इंडियन हुमिनिटी फाउंडेशन और पंथी जन कल्याण समिति की ओर से आजादी का अमृत महोत्सव के तहत कलाकारों को प्रोत्साहित करने हेतु तीन दिवसीय कार्यक्रम श्री रस महोत्सव आयोजित हुआ। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में कैबिनट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने शिरकत की और कलाकारों का हौसला बढ़ाया।

शुक्रवार को श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज के परशुराम सभागार में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम श्री रस महोत्सव का शुभारंभ मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि पहाड़ों व मैदानी क्षेत्रों में हमारी बहुत सी प्रतिभाएं हैं। उत्तराखंड से बहुत से युवा रंगमंच पर अपनी छाप रहे है, यही नहीं छोटे और बड़े पर्दे पर हमारे युवा सराहनीय अभिनय करते हुए प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल से पिछले दो वर्षों से हमारे कलाकारों को कोई काम नहीं मिल पाया। उनके लिए ऋषिकेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर का मंच प्रदान कर इंडियन हुमिनिटी फाउंडेशन और पंथी जन कल्याण समिति ने अच्छी पहल की है। इस तरह के आयोजन समय दर समय आयोजित किये जाने चाहिए। इससे कलाकारों के अभिनय में भी निखार आता है। साथ ही उनका मनोबल भी बढ़ता है। इसके अलावा उन्हें प्रतिभा के बल पर कार्य भी मिलता है।

इस मौके पर उड़ीसा, गुजरात, अलीगढ़, बनारस, अहमदाबाद, झारखंड सहित देशभर के विभिन्न प्रान्तों से कलाकारों ने प्रतिभाग किया। बात दें कि तीन दिवसीय चलने वाले कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कोरोना काल से हतोत्साहित हो चुके कलाकारों को मंच प्रदान कर उनकी प्रतिभा को पुनः जगाना है। इस मौके पर विभिन्न प्रान्तों से पहुंचे कलाकारों ने अपनी संस्कृतिक प्रस्तुति दी।

इस मौके पर इंडियन हुमिनिटी फाउंडेशन के अध्यक्ष नवीन शर्मा, पंथी जन कल्याण समिति के अध्यक्ष रीति सकलानी, मंडल अध्यक्ष भाजपा ऋषिकेश दिनेश सती, महामंत्री सुमित पंवार, वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र दत्त सकलानी, संजय शास्त्री, प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत, मंडल अध्यक्ष महिला मोर्चा उषा जोशी, अनिता तिवाड़ी, पुष्पा नेगी, जयंत शर्मा, पार्षद शिव कुमार गौतम, डॉ विभोर कुकरेती, माधवी गुप्ता, रूपेश गुप्ता आदि कलाकार उपस्थित रहे।

जयंती पर याद किए गए श्रीदेव सुमन

श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज में श्री देव सुमन की जयंती पर उन्हें याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।

विद्यालय प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत ने कहा कि जुल्मों और अत्याचार के विरुद्ध उन्होंने जीवन को समर्पित कर दिया। 84 दिन की ऐतिहासिक भूख हड़ताल करके राजशाही को समाप्त करने का संकल्प लिया था। मौके पर खंड शिक्षा अधिकारी डोईवाला उमा पंवार, राजकीय इंटर कॉलेज खत्री के प्रधानाचार्य देवेंद्र कंडारी, उप प्रधानाचार्य यमुना प्रसाद त्रिपाठी, शिव प्रसाद बहुगुणा, जितेंद्र बिष्ट, डॉ सुनील दत्त थपलियाल, एनएसएस प्रोग्राम अधिकारी जयकृत सिंह रावत, रेडक्रॉस प्रभारी रंजन अंथवाल, संजीव चौधरी, संजीव कुमार, विकास नेगी, अजय सिंह, धनंजय रांगड़, भगवती जोशी, नीलम जोशी, सुशीला बर्थवाल, रमेश बुटोला, सुनीता कोहली, प्रवीण रावत, विवेक शर्मा, विनीता गवाड़ी आदि उपस्थित रहे।

एसबीएम इंटर कॉलेज में मातृ सम्मेलन का आयोजन

श्रीभरत मंदिर इंटर कॉलेज में प्रतिभा दिवस पर मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने छात्र-छात्राओं को उनकी प्रतिभा को सबके समक्ष लाने को जागरूक किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत, पार्षद राधा रमोला, पूर्व सभासद बृजपाल राणा, कविता शाह ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया। प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत ने कहा कि प्रतिभाएं कभी अवसर की तलाश नहीं करती है। हमारे विद्यालय में अनेक प्रकार की प्रतिभाएं हैं। इन प्रतिभाओं को खोजने की आवश्यकता है। इस दौरान छात्र छात्राओं ने सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, अंताक्षरी प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, संभाषण प्रतियोगिता एवं काव्य पाठ में अपनी अपनी प्रतिभा दिखाई।
मौके पर यमुना प्रसाद त्रिपाठी, शिवप्रसाद बहुगुणा, शालिनी कपूर, सुखदेव कंडवाल, शकुंतला आर्य, सुशीला बड़थ्वाल, विकास नेगी, विवेक शर्मा, खेल कोच प्रवीण रावत, जगदंबा थपलियाल, सुनीता कोहली, निधि पांडे, नीलम मनोडी, रेहा ध्यानी, विनीता गवाड़ी, उषा आदि उपस्थित रहे।

नव प्रवेशी छात्र-छात्राओं का विद्यालय परिवार ने किया स्वागत

श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज में प्रवेश उत्सव के तहत कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसका शुभारंभ विद्यालय प्रबंधक हर्षवर्धन शर्मा, प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत, अभिभावक संघ अध्यक्ष रामकृपाल गौतम, पार्षद शिवकुमार गौतम ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया।

हर्षवर्धन शर्मा ने कहा कि बच्चे कुम्हार की मिट्टी की तरह होते है। उनको इस अवस्था में जो आकार दिया जाएगा, उसका वे जीवन भर अनुकरण करते हैं। माता पिता व शिक्षकों की नैतिक जिम्मेदारी है कि बच्चों के सर्वागीर्ण विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत ने कहा कि बच्चे परिवार का दर्पण होते हैं।

मौके पर पार्षद राधा रमोला, पार्षद अनीता रैना, पार्षद बृजपाल राणा, डॉ. सुनील दत्त थपलियाल, यमुना प्रसाद त्रिपाठी, लेफ्टिनेंट लखविंदर सिंह, शिवप्रसाद बहुगुणा, जितेन्द्र बिष्ट, शालिनी कपूर, रंजन अंथवाल, विकास नेगी, धनंजय सिंह रांगड, अजय कुमार, रमेश बुटोला, नीलम जोशी, सुशीला बड़थ्वाल, रंजना, सुनीता, सुखदेव कंडवाल, ऋचा अमोली, ज्योतिर्मय शर्मा, हरि सिंह, पवन शकुंतला, नीलम मनोड़ी, विवेक शर्मा, प्रवीण रावत आदि उपस्थित रहे। उधर, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय घमंडपुर में प्रवेशोत्सव के तहत छात्र-छात्राओं को पाठ्य सामग्री बांटी गई। मौके पर ग्राम प्रधान अभिषेक कृषाली, मानसी खत्री, प्रधानाचार्य संजय जैन, अर्चना गुसाईं, पुष्पा बिष्ट, मधु सेमवाल, दीप्ति आदि उपस्थित रहे।

श्री भरत मंदिर में अध्ययनरत 80 निर्धन विद्यार्थियों को डा. रांगड़ ने बांटे स्वेटर


भारतीय साहित्य संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजसेवी व पर्यावरणविद डॉ धीरेंद्र रांगड़ ने श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज की कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के निर्धन विद्यार्थियों को 80 से अधिक स्वेटर वितरित किये।

श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत ने आमंत्रित अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया उन्होंने डॉ धीरेंद्र रांगड़ का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आप जैसे समर्पित समाजसेवियों के कारण समाज के उपेक्षित व निर्धन वर्ग के लोगों को सबल मिलती है। उन्होंने बताया कि इस ठिठुरती सर्दी में है गर्म कपड़ों के अभाव से असहाय व निर्धन बच्चे विद्यालय आ पाने में असमर्थ थे। जिसके कारण उनका पढ़ाई का भी नुकसान हो रहा था।

डॉ धीरेंद्र रांगड़ ने कहा श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज देश की प्राचीनता शिक्षण संस्थान है। इस विद्यालय ने चिकित्सक, वैज्ञानिक, शिक्षक, इंजीनियर, सेना के जवान सहित अच्छे राजनेता दिए हैं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में प्रसिद्धि के साथ ही उच्च आदर्श भी स्थापित किए हैं, डॉ रांगड़ ने कहा कि धन के अभाव से किसी गरीब की शिक्षा नहीं रुकनी चाहिए यही हमारा प्रयास है।
इस अवसर पर गजेंद्र सिंह कंडियाल ने कहा कि विद्यालय, बालकों का मानसिक, चारित्रिक, सामुदायिक, राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय विकास करता है तथा व्यक्तित्व का सामंजस्य पूर्ण विकास करने में विद्यालय का महत्वपूर्ण योगदान है।

कार्यक्रम में मनसा देवी जन कल्याण समिति की अध्यक्ष उषा भंडारी, यतेंद्र कंडियाल, महिपाल बिष्ट, शिव प्रसाद बहुगुणा, घनश्याम नौटियाल, रंजन अंथवाल आदि उपस्थित थे।