आयोग की नकलची अभ्यर्थियों पर बड़ी कार्रवाई

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग हरिद्वार ने जेई भर्ती पेपर लीक में शामिल 61 अभ्यर्थियों पर पांच साल का बैन लगा दिया है। इन सभी को कारण बताओ नोटिस भेजे गए थे। कुछ ने जवाब दिया था, जबकि बाकी ने नहीं दिया था। अब ये सभी आयोग की किसी भी परीक्षा में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। उत्तराखंड पब्लिक सर्विस कमीशन (प्रोसिजर एंड कंडक्ट ऑफ बिजनेस) रूल्स-2013 के बिंदु 23-ए के उप बिंदु 14 के तहत इन सभी को परीक्षाओं से पांच साल के लिए प्रतिबंधित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके बाद आयोग को पुलिस ने जेई भर्ती परीक्षा पेपर लीक में शामिल 49 अभ्यर्थियों की सूची दी, जिसे आयोग ने दो मार्च को वेबसाइट पर जारी करते हुए बताया कि सभी को कारण बताओ नोटिस भेजकर परीक्षाओं से डिबार करने की प्रक्रिया चल रही है। पेपर लीक के आरोपी अभ्यर्थी जवाब नहीं दे रहे थे। आयोग जेई भर्ती के पेपर लीक में शामिल सभी 61 अभ्यर्थियों को पांच साल के लिए परीक्षा से डिबार कर दिया गया। आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया, ये सभी उम्मीदवार अब आयोग की किसी भी भर्ती परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। माना जा रहा है कि जल्द ही पटवारी/लेखपाल भर्ती मामले में आयोग कोई बड़ा फैसला ले सकता है।

1 लाख 3 हजार 730 अभ्यर्थियों ने दी पटवारी और लेखपाल भर्ती परीक्षा

प्रदेश में पटवारी और लेखपाल के कुल 563 पदों पर आयोजित भर्ती परीक्षा रविवार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई। कुल 65.6 प्रतिशत अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परीक्षा के शांतिपूर्ण संपन्न होने पर उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के साथ ही शासन-प्रशासन को बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं का अहित नहीं होने देगी। नकल माफिया पर नकेल कसने के लिए प्रदेश में हिन्दुस्तान का सबसे सख्त नकलरोधी कानून बनाया गया है। नए अध्यादेश में नकल करने और कराने वाले दोनों सलाखों के पीछे होंगे,उनकी सम्पत्तियों को जब्त करने और भारी जुर्माना लगाने संबंधी प्राविधान किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न भर्तियों का परीक्षा कैलेंडर जारी किया जा चुका है। आगामी भर्ती परीक्षाओं के लिए अभ्यर्थी पूरे मनोयोग से जुट जाएं।
रविवार को प्रदेश के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर लेखपाल के 172 और पटवारी के 391 पदों पर भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया। पंजीकृत कुल 158210 अभ्यर्थियों में से 103730 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए।
गौरतलब है कि उक्त पदों पर 8 जनवरी 2023 को पहली बार परीक्षा का आयोजन किया गया था। जिसमें पेपर लीक की शिकायत मिलने के बाद उक्त परीक्षा को रद्द कर दोबारा से रविवार को परीक्षा का आयोजन कराया गया।
परीक्षा को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने पूरी कमर कसी हुई थी। पूरे प्रदेश में परीक्षा केंद्रों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चैबंद रखा गया था। सघन चेकिंग के बाद ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों में प्रवेश की अनुमति दी प्रदान की गई। परीक्षा के पूरी तरह से संपन्न होने तक पुलिसकर्मी केंद्रों पर ही तैनात रहे। समय-समय पर केंद्रों से जरूरी देता कंट्रोल रूम से साझा किया जाता रहा।