सीएम ने सुशीला तिवारी अस्पताल में आने वाले रोगियों को बेहतर उपचार देने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुशीला तिवारी चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने पंजीकरण काउंटर, कैंटीन एवं वार्डों का निरीक्षण कर वार्ड में भर्ती मरीजों एवं ओपीडी में आये वाहृय रोगियों से मुलाकात की एवं उनकी समस्याओं से रूबरू हुये।

मुख्यमंत्री ने कहा यह कुमाऊं का सबसे बड़ा चिकित्सालय है यहां पर्वतीय क्षेत्र के साथ ही उत्तर प्रदेश के रोगी अपना उपचार हेतु आते है। उन्होंने प्राचार्य डा0 अरुण जोशी को निर्देश दिये कि चिकित्सालय में आने वाले रोगियों को बेहतर उपचार दें। उन्होंने कहा चिकित्सालय हेतु जिन वस्तुओं की आवश्यकता है उनका प्रस्ताव बनाकर शासन को प्रेषित करें ताकि कार्याे हेतु शीघ्र धन आवंटित किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी ब्लॉक/न्यायपंचायत स्तर पर समाधान चौपाल का आयोजन कर जनता की समस्याओं से रूबरू होकर मौके पर समस्याओं का समाधान करें। उन्होंने कहा अधिकारी अपने मनोयोग के साथ कार्य कर अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करें।

इस अवसर पर मेयर डा0 जोगेन्दर पाल सिंह रौतेला, विधायक राम सिंह कैडा, जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, डा अनिल कपूर डब्बू, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र बिष्ट, पूर्व दर्जा मंत्री हेमन्त द्विवेदी, चन्दन बिष्ट, योगेश रजवार, सुरेश तिवारी, संजय दुम्का, विकास भगत,भुवन जोशी, नवीन पंत, चतुर बोरा, प्रताप बिष्ट, दिनेश आर्य, प्रदीप जनौटी के साथ ही आयुक्त दीपक रावत,डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, एसएसपी पंकज भटट, प्राचार्य डा0 अरुण जोशी, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह के साथ अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

कोरोना से बचाव और सुरक्षा को लेकर सीएम ने दिए निर्देश

चुनाव अधिसूचना जारी होने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के निजी दौरे से हल्द्वानी पहुंचे। उन्होंने कोरोना की गाइड लाइन के बीच आम जनता के स्वास्थ्य व सुरक्षा के दृष्टिगत आवश्यक जानकारी भी ली। निजी दौरे पर आए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसी क्रम में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर हल्द्वानी के सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में मरीज़ों से अस्पताल की व्यवस्थाओं की जानकारी लेने के साथ मरीज़ों के तिमारदारों से भी बात की। उन्होने वहाँ मौजूद लोगों से कोरोना व अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं और दवाइयों की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी हासिल की। मुख्यमंत्री धामी ने जन औषद्धि केंद्र का निरीक्षण कर जनता को सस्ते दामों में मिल रही दवाइयों की जानकारी भी ली। सुशीला तिवारी हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मुख्यमंत्री को जनपद स्तर पर चल रही स्वास्थ्य सेवाओ की जानकारी भी दी। उन्होने कोविड के खतरों को लेकर आम जनता के स्वास्थ्य सुविधाओं की और विशेष ध्यान देने को भी कहा।
सीएम धामी ने अस्पताल के बाहर सपजजसम उपतंबसमे विनदकंजपवद के द्वारा आम मरीजों व तीमारदारों के लिए 5 रुपये में भोजन सुविधा सेवा में शामिल हुए और इस सेवा कार्यक्रम के संचालन को बारीकी से समझा। इस दौरान मकर संक्रांति के उत्सव पर बनी विशेष खिचड़ी भी ग्रहण करने के साथ प्रदेश की समस्त जनता व उपस्थित जनता को मकर संक्रांति के उत्सव की भी बधाई दी। इसके उपरांत निजी दौरे पर आए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने डीआरडीओ द्धारा संचालित कोविड अस्पताल पहुँच कर वहाँ व्यवस्थाओं की जानकारी भी ली। इस दौरान उन्होने अस्पताल में मौजूद सीसीटीवी कैमरों से संस्थान में चल रहे स्वास्थ्य सुविधाओं को भी देखा। विदित हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 दिन पूर्व कोरोना से संबंधित मामलों को लेकर देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ इस दिशा में वर्चुअल बैठक की थी। वही सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को इस महामारी के खतरे से निपटने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन देने के साथ घबराने की नहीं बल्कि सतर्कता बरतने पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया था।

आखिर इंदिरा ने मुख्यमंत्री को कौन सा पद छोड़ने की नसीहत दी

नेता प्रतिपक्ष डॉ.इंदिरा हृदयेश ने राज्य में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के विरोध में एक दिन का उपवास रखकर धरना दिया। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधा और कहा कि मुख्यमंत्री को स्वास्थ्य विभाग छोड़ देना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि सीएम के पास विभाग होने के बावजूद पूरे उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। कोरोना संक्रमित अस्पताल जाने तक से डर रहे हैं। उन्हें डर है कि अस्पताल जाने पर उन्हें इलाज तो नहीं मिलेगा मगर लापरवाहियों के कारण उनकी जान जरूर चली जाएगी। पहाड़ों में न संक्रमितों को इलाज मिल रहा है और न बाकी रोगों से जूझ रहे लोगों को। पहाड़ के जिलों में गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड तक नहीं हो पा रहा है। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि भाजपा को 56 विधायकों में एक स्वास्थ्य मंत्री नहीं मिल पा रहा है तो ऐसी सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए।
वहीं, उपवास में पहुंचे पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीशचंद्र दुर्गापाल ने कहा, कोरोनाकाल में कोई व्यक्ति बीमार हो जाए तो उसके पास इलाज का कोई विकल्प नहीं है। एआईसीसी सदस्य सुमित हृदयेश ने कहा कि कुमाऊं के सबसे बड़े सुशीला तिवारी अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया गया है। पांच माह से अस्पताल में बाकी सुविधाएं बंद है। पहाड़ों में इलाज पहले उपलब्ध नहीं था। अब एकमात्र इलाज का सहारा भी छिन गया है। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव महेश शर्मा ने कहा कि कोरोना के नाम पर सरकारी की सभी योजनाएं जनता के साथ छलावा साबित हो रही हैं। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।