वैशाली राणा मिस फेयरवेल और पवन कुमार मिस्टर फेयरवेल

एसआरएचयू मैनेजमेंट कॉलेज में फेयरवेल पार्टी का आयोजन

ऋषिकेश।
स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी के हिमालयन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में एमबीए और बीकॉम ऑनर्स के छात्र-छात्राओं की ओर से फेयरवल पार्टी का आयोजन हुआ। इसमें एमबीए, बीकॉम ऑनर्स और बीबीए के छात्रों ने अपने सीनियर्स के लिए विदाई समारोह का आयोजन कर मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। बीकॉम ऑनर्स फाइनल की छात्रा वैशाली राणा को मिस फेयरवेल और एमबीए फाइनल की छात्रा स्वाति थपलियाल को मिस स्पार्क चुना गया। वहीं एमबीए फाइनल के छात्र पवन कुमार को मिस्टर फेयरवेल का टाइटल मिला।
एसआरएचयू के हिमालयन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के जूनियर छात्र-छात्राओं ने प्रोजेक्टर के माध्यम से कॉलेज में बिताए पलों को आपस में साझा किया। इसमें पुराने दिनों की यादों को याद करते हुए छात्र-छात्राएं भावुक हो उठे। जूनियर छात्र-छात्राओं ने सोलो, गढ़वाली, पंजाबी व गुजराती डांस की मनमोहक प्रस्तुति देकर विदाई समारोह को यादगार बना दिया। कॉलेज के डीन प्रोफेसर एसपी थपलियाल ने छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। मौके पर छात्रों ने गानों की प्रस्तुति दी जिसमें हम रहे ना रहे कल पल याद आएंगे ये पल, यादे याद आती हैं बाते भूल जाते हैं इन गाने गाकर माहौल को खुशनुमा बना दिया। कॉलेज के विभागाध्यक्ष डॉ एसआर शर्मा ने छात्रों को जीवन का मूल्य बताते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

विश्व स्वास्थ्य दिवस पर एसआरएचयू ने किया लोगों को जागरूक

डोईवाला।
विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मानसिक चिकित्सा रोग विभागाध्यक्ष डॉ. रजत रे ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संस्था के आंकड़ों के अनुसार दुनिया भर में 350 मिलियन लोग अवसाद से ग्रसित हैं। बताया कि अवसाद के कई कारण हंै। जिसमें व्यक्ति का विपरीत परिस्थितियों के साथ तालमेल करने में असफल रहने पर नकारात्मक हो जाना प्रमुख है। उन्होंने मरीजों को पुरानी बातें भूलकर तनाव से बचने की सलाह दी।
सामुदायिक चिकित्सा विभाग की ओर से डॉ. एके श्रीवास्तव की अगुवाई में कुड़कावाला डोईवाला में अवसाद को लेकर जागरूकता रैली निकालने के साथ नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। जिसमें एमबीबीएस के छात्रों ने राइका तेलीपाड़ा में नुक्कड़ नाटक व पोस्टर प्रर्दशनी से बच्चों को अवसाद के लक्षणों व उपचार की जानकारी दी। साथ ही रैली से लोगों को सही जीवनशैली अपनाने को जागरूक किया।
सामुदायिक चिकित्सा विभागाध्यक्ष डॉ. जयंती सेमवाल ने बताया कि आजकल के समय में उम्रदराज व व्यस्क व्यक्तियों के अलावा युवा वर्ग भी अवसाद की चपेट में तेजी से आ रहा है। इसका कारण युवकों को अपने करियर में कड़ी प्रतिस्पद्र्धा एक कारण है। जिससे लक्ष्य तय करने में उन्हें अवसाद जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। इस अवसर पर डॉ. एके श्रीवास्तव, डॉ. शिल्पी, डॉ. रजनीश, फरजाना अंसारी, रीता भट्ट व आराधना मौजूद थे।

स्वाइन फ्लू पीड़ित की मौत, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप

देहरादून।
राजधानी दून में स्वाइन फ्लू पीड़ि‍त 52 वर्षीय एक मरीज की मौत हो गई है। मरीज का हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में उपचार चल रहा था। इसके अलावा सहारनपुर निवासी एक 31 वर्षीय महिला में भी स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। महिला मैक्स अस्पताल में भर्ती है।
राजावाला निवासी 52 वर्षीय व्यक्ति की तबीयत खराब होने पर परिजनों ने उन्हें हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में भर्ती कराया गया था। स्वाइन फ्लू के लक्षण मिलने के बाद उनके सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजे गए। 26 मार्च को मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई। उनकी रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इसके अलावा मैक्स अस्पताल में भर्ती 31 वर्षीय एक महिला में भी स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। मैक्स में भर्ती महिला में स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद विभाग ने उनके नवजात शिशु के भी सैंपल लिए हैं। जिन्हें जांच के लिए दिल्ली भेज दिया गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वाईएस थपलियाल के अनुसार जनपद में अब तक कुल 27 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। जिनमें चार में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इनमें एक महिला की हिमालयन अस्पताल में मौत हुई है।
एक महिला मैक्स अस्पताल में भर्ती है, जबकि दो अन्य स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि समस्त निजी व सरकारी अस्पतालों को इस ओर खास एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें सख्त ताकीद की है कि स्वाइन फ्लू का कोई भी मरीज आने पर तुरंत उसकी रिपोर्टिंग की जाए। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।

उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाएं सुधारने को केन्द्र देगा मदद: नड्डा

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने जौलीग्रांट में कैंसर रिसर्च इंस्टीटयूट का उद्घाटन किया

डोईवाला।
शनिवार को जौलीग्रांट स्थित स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री हरीश रावत ने संयुक्तरूप से कैंसर रिसर्च इंस्टीटयूट का उद्घाटन किया। उन्होंने संस्थापक स्वामी राम को श्रद्धांजलि दी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हिमालयन इंस्टीट्यूट प्रदेश ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्यों के मरीजों को भी रियायती दरों पर विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने कहाकि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं सुधारने को मदद केंद्र देगा। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कैंसर लाइलाज नहीं है। पहले रोगियों को उपचार के लिए दिल्ली, मुंबई जैसे महानगर जाना पड़ता था। जौलीग्रांट में कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना के बाद उत्तराखंड ही नहीं बल्कि उत्तर भारत के कैंसर रोगियों को उपचार के लिए महानगरों पर निर्भरता खत्म हो गई। 103
कुलपति डॉ. विजय धस्माना ने संस्थान की भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि संस्थान में सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं के लिए अलग 250 बेड का हॉस्पिटल निर्माणाधीन है। इस दौरान सीआरआई के निदेशक डॉ. सुनील सैनी को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, ऋषिकेश विधायक प्रेमचंद अग्रवाल, डोईवाला विधायक हीरा सिंह बिष्ट, पूर्व मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कुलाधिपति डॉ. मोहन स्वामी, डॉ. विजेंद्र चौहान, डॉ. प्रकाश केशवया, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीपी कालरा, डॉ. पीके सचान, नर्सिंग डॉयरेक्टर डॉ. रेनू धस्माना, रजिस्ट्रार नलिन भटनागर आदि मौजूद रहे।