देहरादून आएं फार्मासिस्ट की स्वाइन फ्लू से मौत!

रामनगर के पीरुमदारा में स्वाइन फ्लू से हुई फार्मासिस्ट की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग मे हडकम्प मचा हुआ है। सीएमओ डा. एचके जोशी ने सोमवार को रामनगर का दौरा किया। उन्होंने मृतक के करीबियों को स्वाइन फ्लू की दवाइयां दी। उन्होंने मृतक की रिपोर्ट देखने के बाद माना कि मौत
स्वाइन फ्लू से ही हुई है। बताया जा रहा है फार्मेसिस्ट अपने निजी काम से देहरादून गया था। जहां भीडभाड वाले इलाके में इस वायरस ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। जिसके बाद दिल्ली में उसकी पुष्टि हुई, और दिल्ली में ही इलाज के दौरान कल उसकी मृत्यु हो गई। सीएमओ ने कहा कि इस क्षेत्र में अभी तक यह वायरस सक्रिय नही है। इसलिए इससे घबराने की कोई जरुरत नही है। यदि सर्दी-जुकाम और बुखार की शिकायत हो तो अस्पताल में अपना इलाज करायें।

स्वाइन फ्लू पीड़ित की मौत, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप

देहरादून।
राजधानी दून में स्वाइन फ्लू पीड़ि‍त 52 वर्षीय एक मरीज की मौत हो गई है। मरीज का हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में उपचार चल रहा था। इसके अलावा सहारनपुर निवासी एक 31 वर्षीय महिला में भी स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। महिला मैक्स अस्पताल में भर्ती है।
राजावाला निवासी 52 वर्षीय व्यक्ति की तबीयत खराब होने पर परिजनों ने उन्हें हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में भर्ती कराया गया था। स्वाइन फ्लू के लक्षण मिलने के बाद उनके सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजे गए। 26 मार्च को मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई। उनकी रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इसके अलावा मैक्स अस्पताल में भर्ती 31 वर्षीय एक महिला में भी स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। मैक्स में भर्ती महिला में स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद विभाग ने उनके नवजात शिशु के भी सैंपल लिए हैं। जिन्हें जांच के लिए दिल्ली भेज दिया गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वाईएस थपलियाल के अनुसार जनपद में अब तक कुल 27 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। जिनमें चार में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इनमें एक महिला की हिमालयन अस्पताल में मौत हुई है।
एक महिला मैक्स अस्पताल में भर्ती है, जबकि दो अन्य स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि समस्त निजी व सरकारी अस्पतालों को इस ओर खास एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें सख्त ताकीद की है कि स्वाइन फ्लू का कोई भी मरीज आने पर तुरंत उसकी रिपोर्टिंग की जाए। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।