नियमित कूड़ा कलेक्शन, वार्ड में साफ-सफाई नहीं होने आदि से जुड़ी जन शिकायतें अब टोल फ्री नंबर 0135-2973460 पर दर्ज करा सकते हैं। नगर निगम प्रशासन ने टोल फ्री नंबर जारी किया है। साथ ही शहर को प्रतिबंधित पॉलीथिन से मुक्त कराने के लिए व्यापक अभियान शुरू होगा।
ऋषिकेश नगर निगम में एक दिन पहले सहायक नगर आयुक्त का पदभार संभालने वाले बद्री प्रसाद भट्ट ने शहर की सफाई व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के लिए निगम के सफाई निरीक्षक, यूएनडीपी अधिकारी, जीआईजेड अधिकारी और डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन कंपनी के प्रतिनिधियों की बुधवार को बैठक ली। ऋषिकेश वेस्ट मेनेजमेंट के प्रबंधक शशांक सिंह से कूड़ा प्रबंधन की जानकारी ली। साथ ही प्रत्येक कूड़ा कलेक्शन वाहन में 20 किलो के बैग सूखा कूड़ा एकत्रीकरण के लिए अलग से लगाए जाने के निर्देश दिए।
सहायक नगर आयुक्त ने डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन वाहनों के रूटों की दैनिक निगरानी के लिए वाहनों में लगे जीपीएस सिस्टम को पोर्टल कंप्यूटर से जोड़ने की बात कही। साथ ही अधीनस्थों को उनके क्षेत्रों में सोर्स सेग्रीगेशन, प्रतिबंधित पॉलीथिन की रोकथाम के लिए अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए। सहायक नगर आयुक्त भट्ट ने सफाई निरीक्षकों को निर्देशित किया कि शहर में दैनिक सफाई व्यवस्था की जीपीएस लोकेशन कैमरे सहित फोटोग्राफ व्हाट्सअप ग्रुप में डालें, ताकि नियमित तौर पर सफाई व्यवस्था की समीक्षा की जा सके। मौके पर सफाई निरीक्षक संतोष गुसाईं, प्रोजेक्ट ऑफिसर यूएनडीपी आयान चक्रवती, जीआईजेड प्रतिनिधि राहुल, गुरमीत सिंह आदि मौजूद रहे।
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ऋषिकेश में राष्ट्रपति ने परिवार सहित गंगा आरती की
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द रविवार सायं को भारत की पहली महिला सविता कोविंद तथा अपनी पुत्री के साथ परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंचे। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज के पावन सान्निध्य में ऋषिकुमारों और आचार्यों ने तिलक लगाकर, पुष्प वर्षा और शंख ध्वनि से सभी का दिव्य स्वागत किया।
स्वामी चिदानंद मुनि ने पवित्र रुद्राक्ष का पौधा और इलायची की माला से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत किया। आरती के पश्चात राष्ट्रपति और प्रथम महिला सविता कोविंद और उनकी बेटी ने गंगा में दीप प्रवाहित किये तत्पश्चात भारत के राष्ट्रगान के गायन के साथ गंगा आरती समारोह का समापन हुआ।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सायंकाल परमार्थ निकेतन की विश्व विख्यात मां गंगा जी की आरती में सहभाग कर वैश्विक परिवार को सम्बोधित किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि काफी वर्षों से उनकी काफी इच्छा थी कि वह गंगा आरती में शामिल हो सकें, फिर कोरोना महामारी के कारण भी कार्यक्रम टलता गया, आज उन्हें अपार खुशी है कि उनकी अधूरी इच्छा पूर्ण हुई है, यह हद्वय को स्पर्श करने वाला क्षण है। राष्ट्रपति ने कहा कि मां गंगा के बारे में जितना भी कहा जाए वह कम है, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मां गंगा भारत की अस्मिता है, गंगा मां के बिना भारत वर्ष अधूरा है व भारत के बिना मां गंगा अधुरी है। यह मिश्रण अथवा एक दूसरे के पूरक रूपी वरदान सृष्टि कर्ता ने केवल और केवल भारत मां को दिया है।
कार्यक्रम में परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज के साथ चर्चा करते हुये राष्ट्रपति ने स्वामी जी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में चलाए जा रहे विभिन्न सेवा कार्याे पर विस्तृत चर्चा की।
स्वामी मुनि ने माननीय राष्ट्रपति का स्वागत करते हुये उनके जीवन की अविश्वसनीय जीवन यात्रा, राष्ट्र की सेवा के लिए उनकी प्रतिबद्धता और उनके अद्भुत नेतृत्व के साथ कुम्भ मेला प्रयागराज यात्रा की स्मृतियों को ताजा किया। यह यात्रा स्वयं से वयं की यात्रा है, अनेकता से एकता की यात्रा है।
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने बताया कि वर्ष 1953-54 में भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद और डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन के अभिनन्दन का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ था। वर्ष 2019 प्रयागराज कुम्भ मेला में परमार्थ निकेतन शिविर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अभिनन्दन और सान्निध्य का सौभाग्य प्राप्त हुआ था।
आज के दिव्य कार्यक्रम में मां गंगा, सभी जल निकायों और हमारी प्रकृति, पर्यावरण के संरक्षण और संवर्द्धन हेतु पूज्य स्वामी से प्रेरित होकर विश्व प्रसिद्ध ग्रैमी पुरस्कार नामांकित, भक्ति गायिका स्नातम कौर द्वारा लिखित और उनके साथ ही ग्रैमी पुरस्कार नामांकित देवा प्रेमल और मितेन, कृष्णा दास, सीसी व्हाइट और अन्य साथियों द्वारा गाया गया एक दिव्य गान ‘गंगा गान’ (गंगा एंथम) गंगा आरती के दौरान प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से. नि.), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री/सांसद गढ़वाल तीरथ सिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत, जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदण्डे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी रेणुका देवी, मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत आर्य, ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव डॉ. साध्वी भगवती सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला ने चलाया छापेमारी अभियान
नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला ने क्षेत्र में कूड़ा फैलाने, प्लास्टिक का प्रयोग करने और गंदगी करने वालों के विरूद्ध छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान कुल छह चालान किए गए, जिनसे कुल 23 सौ रूपए का राजस्व वसूला गया।
कर निरीक्षक अनुराधा गोयल और सफाई निरीक्षक भूपेंद्र सिंह पंवार के नेतृत्व में पालिका की टीम 14 बीघा पुल स्थित चौराहे पर पहुंची। यहां कूड़ा फैलाने, प्लास्टिक का प्रयोग करने और गंदगी करने वाले फुटकर विक्रेताओं और दुकानदारों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया गया। इसके बाद राजीव ग्राम, ढालवाला में टीम ने छापेमारी अभियान चलाया। अचानक छापेमारी की कार्रवाई को देख यहां दुकानदारों में अफरा-तफरी मच गई। कार्रवाई में कुल छह चालान, दो कूड़ा फेंकने, तीन प्लास्टिक का प्रयोग करने और एक थूकने पर किए गए। जिनसे कुल 23 सौ रूपए का राजस्व वसूला गया। इस दौरान कर निरीक्षक ने सभी से कूड़ा न फैलाने, प्लास्टिक का प्रयोग न करने और जगह-जगह न थूकने की अपील भी की। छापेमारी अभियान में सुपरवाईजर जितेंद्र सिंह सजवाण भी मौजूद रहे।
दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी स्लोगन के साथ तीर्थनगरी में प्रशासन और पुलिस ने निकाली रैली
तीर्थनगरी में मार्च विद मास्क अभियान के तहत नगरभर में प्रशासन, पुलिस और श्रीभरत मंदिर इंटर काॅलेज के एनसीसी कैडेट्स ने जागरूकता रैली निकाली। हाथों में तख्तियां लिए पुलिस और एनसीसी कैडेट्स ने लोगों से दो गज की दूरी और मास्क को अनिवार्य बताया। साथ ही इसे हर समय अपनाने की अपील भी की।
कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि पुलिस उपमहानिरीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेश पर, कोविड-19 के संक्रमण से ऋषिकेश की आम जनता को जागरूक किया गया। इसके लिए मार्च विद मास्क स्लोगन के साथ नगरभर में मार्च निकाला गया।
मार्च में पुलिस क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश व कोतवाल के निर्देशन में कोतवाली ऋषिकेश के समस्त चैकी प्रभारी चीता मोबाइल (महिला व पुरुष) व कर्मचारी गणों तथा श्रीभरत मंदिर इंटर काॅलेज के एनसीसी के कैडेट्स, एसडीआरएफ के अधिकारी व कर्मचारी शामिल हुए।
फ्लैग मार्च चैकी त्रिवेणी घाट से प्रारंभ होकर घाट चैक से जयराम आश्रम से तिलक रोड से हीरालाल मार्ग से अंबेडकर चैक से रेलवे रोड से क्षेत्र रोड होते हुए वापस त्रिवेणी घाट चैकी संपन्न हुई।