पिथौरागढ़ जिले की 344 करोड़ की विकास योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण

तीन दिवसीय जनपद पिथौरागढ़ के भ्रमण पर पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा जिला मुख्यालय के देव सिंह मैदान में आयोजित शरदोत्सव एवं विकास प्रदर्शनी का शुभारंभ करते हुए, जनपद के विकास हेतु कुल 34384.65 (तीन सौ तैतालिस करोड़ चौरासी लाख, पैंसठ हजार) की कुल 126 योजनाओं, कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया।
मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा पिथौरागढ़ के अंतर्गत 91.23 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन के0एन0यू0रा0आ0इ0का0 पिथौरागढ़ के विद्यालय का पुननिर्माण एवं खेल मैदान का सुदृढ़ीकरण, 179.38 लाख रू0 की लागत से एस0डी0एस0रा0इ0का0 पिथौरागढ़ में मिटिंग हाल, प्रयोगशाला एवं हाईटेक शौचालय का निर्माण, 40.50 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन रा0इ0का0कुम्डार में लाइब्रेरी कक्ष एवं कम्प्यूटर कक्ष का निर्माण, 64.29 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन श्री सुरेन्द्र सिंह वल्दिया स्पोट्स स्टेडियम में शूटिंग रेन्ज शैड का निर्माण कार्य, 41.72 लाख की लागत से निर्माणाधीन जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के कार्यालय भवन का सौन्दर्यीकरण, 29.00 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन राजकीय कुक्कुट प्रक्षेत्र विण पिथौरागढ़ के नये हैचरी का निर्माण, 256.73 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन पशु चिकित्सालय सदर में पॉली क्लीनिक की स्थापना, 315.34 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन 13 जनपद 13 डेस्टिनेशन पर्यटन के विकास सम्बन्धी कार्य, 342.09 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन पिथौरागढ़ के जिला चिकित्सालय में 9 चिकित्साधिकारियों के लिए ट्रांजिट हॉस्टिल के निर्माण कार्य, 81.32 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन सीम सोलर पंपिंग पेयजल केन्द्र पोषित के कार्य, 64.95 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन सिलिंग्या सोलर पंपिंग पेयजल केन्द्र पोषित का कार्य, 80.83 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन थरकोट सोलर पंपिंग पेयजल केन्द्र पोषित योजना का कार्य, 64.83 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन सिलौली सोलर पंपिंग पेयजल योजना केन्द्र पोषित का कार्य, 42.48 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन विधानसभा क्षेत्र पिथौरागढ़ के अंतर्गत मर्साेलीभाट खतेड़ा मोटर मार्ग के किमी0 8 में डामरीकरण का कार्य, लम्बाई 1.00 किमी0 के कार्य, राज्य योजनान्तर्गत 155.68 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन जनपद के अंतर्गत टनकपुर रोड़ राष्ट्रीय राजमार्ग से टाला फगाली मोटर मार्ग में सुधारीकरण एवं डामरीकरण कार्य किये जाने के कार्य, 38.33 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन सुकौली गणकोट से रावलगांव मार्ग का निर्माण के कार्य, 130.14 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन विधानसभा क्षेत्र पिथौरागढ़ के मोस्टमानों से हलपाटी मोटरमार्ग में सुधारीकरण का कार्य, 216.36 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन मोस्टमानों का ईको टूरिज्म के रूप में विकास कार्य, 763.77 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पिथौरागढ़ का मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण कार्य, 98.21 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन देवतपुरचौड़ा लिफ्ट सिंचाई योजना कार्य, मुख्यमंत्री जी द्वारा 59.50 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन विकासखंड डीडीहाट हेतु राज्य योजनान्तर्गत जनपद पिथौरागढ़ के विधानसभा क्षेत्र डीडीहाट में छड़नदेव-न्वाली मोटरमार्ग से रूनड़ा तक मोटरमार्ग का नवनिर्माण कार्य, राज्य योजनान्तर्गत 116.08 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन डीडीहाट में बन्दरलीमा हड़खोला मोटर मार्ग का नवनिर्माण कार्य, 88.19 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन मा0 मुख्यमंत्री घोषणा अंतर्गत डीडीहाट के छड़नदेव मलान काणाधार चमडुंगरी मोटरमार्ग एवं सेतु का नवनिर्माण का कार्य, 54.81 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन नाघर कुमलता गंगासेरी मोटर मार्ग का नव निर्माण के कार्य, 42.57 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन कनालीछीना मोटर मार्ग से सतगढ़ तक मोटरमार्ग का निर्माण कार्य, 58.49 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन मा0 मुख्यमंत्री घोषणा अंतर्गत मड़मानले दोबांस सड़क से धुरचू-कुनकू मोटरमार्ग का निर्माण के कार्य, 68.09 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन देवलथल चौखा टाना बमडोली मोटर मार्ग के चौराहन नामक स्थान से संगरोड़ा होते हुए जू0हा0स्कूल बमडोली तक मोटरमार्ग का पुनः निर्माण एवं सुधारीकरण के कार्य, 73.20 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन सातशिलिंग थल मोटरमार्ग के रामकोट से पत्थरकोट तक मोटर मार्ग का नव निर्माण के कार्य, 42.57 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन मुख्यमंत्री घोषणा अंतर्गत विधानसभा क्षेत्र डीडीहाट के ग्राम पंचायत सतगड़ धर्मशाला तक 4 किमी0 तक मोटरमार्ग का नव निर्माण कार्य, 95.12 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन डीडीहाट में बुंगाछीना धौनखोला रसैपाटा मोटरमार्ग का नव निर्माण के कार्य, 177.25 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन डीडीहाट में सुरौन उनपानी मोटरमार्ग में सुधारीकरण व डामरीकरण का कार्य, 112.94 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन डीडीहाट अंतर्गत पीपली से बगड़ीगांव मोटरमार्ग में पुननिर्माण एवं सुधारीकरण के कार्य, 98.87 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन डीडीहाट से पीपली से द्वालीसेरा मोटरमार्ग का पुनः निर्माण एवं सुधारीकरण के कार्य, 180.55 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन डीडीहाट अंतर्गत छड़नदेव गैडाली चनोली मोटरमार्ग का पुननिर्माण एवं सुधारीकरण के कार्य, 76.86 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन डीडीहाट के हाट से जाख धौलेत मोटरमार्ग में सुधारीकरण के कार्य, 65.00 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन राजकीय पौधालय बडालू में फूड प्रोसोसिंग यूनिट का निर्माण के कार्य, 77.12 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन ग्राम ननपापो में हैलीपैड निर्माण के कार्य, 118.77 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन रा0उ0मा0वि0 घसाड़ में विद्यालय भवन का निर्माण के कार्य, 236.16 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन तहसील कनालीछीना के अनावासीय भवनों का निर्माण कार्य, 2271.80 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन मड़मानले-बटुकेश्वर पंपिंग पेयजल योजना केन्द्र पोषित का शिलान्यास, 213.96 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन कर्णप्रयाग अल्मोड़ा अस्कोट मोटरमार्ग 235.00 से मिर्थी तल्ली मोटरमार्ग के कार्य, 76.86 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन हाट से जाख धौलेत मोटरमार्ग में सुधारीकरण, 95.1 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन डीडीहाट में मिनी स्टेडियम, झौलखेत मनमानले का निर्माण, विकासखंड गंगोलीहाट के अंतर्गत मा0 मुख्यमंत्री द्वारा 55.00 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन रा0इ0का0 प्रेमनगर में साईंस लैब, कम्प्यूटर लैब व आर्ट कक्ष का निर्माण कार्य, 63.77 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन रा0इ0का0 कार्कीनगर में साईस लैब, आर्ट कक्ष, कम्प्यूटर कक्ष व शौचालय के निर्माण, 150.70 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन रा.इ.का. पुराना थल के निर्माण कार्य, 128.29 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन रा.इ.का. कार्कीनगर के निर्माण कार्य, 84.00 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन तहसील बेरीनाग के आवासीय/अनावासीय भवनों के निर्माण कार्य, 67.84 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन माननीय मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत जनपद पिथौरागढ़ में विधान सभा क्षेत्र गंगोलीहाट के अंतर्गत राईआगर चौडमन्या मोटर मार्ग के किमी. 3.200 से कोटेर चचरेत मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य, 215.78 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन एस.सी.पी.एस.पी. के अंतर्गत सानीखेत छलौड़ी मोटर मार्ग में सुधारीकरण एवं डामरीकरण के कार्य, 73.41 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन राजकीय आदर्श मा. विद्यालय पाखू में प्रयोगशाला के निर्माण कार्य, 650.18 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन थर्प से बड़ेत बाफिला मोटर मार्ग स्टेज-01 के निर्माण कार्य, 701.07 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन बनकोट से ब्रुशखोली धारी धुमलाकोट मोटर मार्ग स्टेज -01 के निर्माण कार्य, 635.21 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन राइआगर भुलकी अध्याली मोटर मार्ग स्टेज-02 के निर्माण कार्य, 101.07 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन अमतड़ लिफ्ट सिंचाई योजना के निमार्ण कार्य, 95.18 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन कर्णप्रयाग अल्मोड़ा किमी. 350.00 से चौकी मोटर मार्ग स्टेज-11 के निर्माण कार्य, विकासखंड धारचूला हेतु मा0 मुख्यमंत्री द्वारा 86.97 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन रा0इ0का0 जुम्मा में साइंस लैब, कम्प्यूटर कर्क्ष, आ एवं क्राफट कक्ष, लाइब्रेरी एवं कक्षा कक्ष के निर्माण कार्य, 132.90 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन रा0इ0का0 नाचनी में विद्यालय भवन का निर्माण कार्य, 113.14 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन जी0आइ0सी0 मुनस्यारी का जीणोद्वारा कार्य, 101.24 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन अंतराष्ट्रीय सीमा से लगे गांव गुंजी, नाभी व कुटी में स्टोन कोबेल पाथ-वे का निर्माण, 28.76 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय मुनस्यारी में आवासीय भवन का निर्माण, 99.09 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन थाना पॉगला के प्रशासनिक भवन का निर्माण, 25.00 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन मुनस्यारी तहसील में हिमालयी मॉ नन्दादेवी मरतोली मंदिर परिसर के निकट जनमिलन केन्द्र एवं पर्यटक विश्राम हट का निर्माण के कार्य, 288.15 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन राज्य सैक्टर नाबार्ड के अंतर्गत विकासखंड मुनस्यारी में रामगंगा नदी के बायें पार्श्व पर नाचनी कस्बे की रामगंगा नदी से सुरक्षा हेतु सुदृढ़ीकरण की बाढ़ सुरक्षा प्रायोजना का कार्य, 579.90 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन मालकोट से लोध मोटरमार्ग स्टेज-01 के कार्य, 80.00 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन राजकीय आर्युवेदिक चिकित्सालय पयापौंडी का निर्माण व धारचूला में 98.19 लाख रू0 की लागत से निर्माणाधीन मिनी स्टेडियम तांकुल का निर्माण कार्य किये जाने का शिलान्यास किया गया।
इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री द्वारा पिथौरागढ़ जिले के विकास हेतु कुल 59 योजनाओं/कार्यों का लोकापर्ण किया गया जिसमें 29.80 लाख रू0 की लागत से निर्मित एस0डी0एस0इ0का0 पिथौरागढ़ में अतिरिक्त कक्षा-कक्ष व पुस्तकालय का निर्माण, 41.97 लाख रू0 की लागत से निर्मित के0एन0यू0रा0आ0इ0का0 पिथौरागढ़ में कम्प्यूटर कक्ष, व बालिका शौचालय का निर्माण, 16.43 लाख रू0 की लागत से निर्मित बी0डी0पाण्डे0जिला चिकित्सायल में ब्लड सैपरेशन यूनिट हेतु निर्माण कार्य, 6304.28 लाख रू0 की लागत से निर्मित बेस चिकित्सालय लिन्ठ्यूड़ा का निर्माण कार्य, 17.32 लाख रू0 की लागत से निर्मित बी0डी0पाण्डे0 जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ में ब्लड सैपरेशन यूनिट के प्रथम तल में पैथोलोजी लैब का निर्माण, 17.80 लाख रू0 की लागत से निर्मित बासकेट बॉल कोर्ट का मरम्मत कार्य, 208.75 लाख रू0 की लागत से निर्मित मिनी औद्योगिक आस्थना विण के स्थलीय विकास कार्य, 297.95 लाख रू0 की लागत से निर्मित पिथौरागढ़ झूलाघाट मोटरमार्ग से मल्ली बडालू मोटरमार्ग का निर्माण, 338.48 लाख रू0 की लागत से निर्मित राजकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय में कॉमर्स ब्लाक का निर्माण, 271.34 लाख रू0 की लागत से निर्मित राजकीय महाविद्यालय मुवानी के भवन निर्माण, 68.83 लाख रू0 की लागत से निर्मित राजकीय आर्युवेदिक चिकित्सालय नाचनी का निर्माण, 384.15 लाख रू0 की लागत से निर्मित नाबार्ड की आर.आई.डी.एफ. ग्रामीण हार्ट, 100.00 लाख रू0 की लागत से निर्मित पिथौरागढ़ शहर को पर्यटन शहर के रूप में विकसित किया जाने का कार्य, 103.00 लाख रू0 की लागत से निर्मित वी0आई0पी0 लॉज एवं दर्शक दीर्घा का निर्माण, 145.20 लाख रू0 की लागत से निर्मित सल्ला-रौतगढ़ मोटरमार्ग के किमी0 3.00 में 30 मी0 स्टील गर्डर हेतु केन्द्र पोषित योजना, 10.90 लाख रू0 की लागत से निर्मित शहर में चण्डाक ट्रैक के किनारें सोलर लाईटों की स्थापना, 28.20 लाख रू0 की लागत से निर्मित बरदानी मन्दिर व्यू प्वाइंट एवं पार्क स्थापना कार्य, 17.52 लाख रू0 की लागत से निर्मित इन्दिरा पार्क के0मो0ओ0यू0 स्टेशन पिथौरागढ़ का विकास एवं सौन्दर्यीकरण, 644.00 लाख रू0 की लागत से निर्मित राज्य योजनार्न्गत बेस चिकित्सालय में सी0टी0 स्कैन मशीन, 1.50 लाख रू0 की लागत से निर्मित जिला चिकित्सालय में आर0सी0टी0 मशीन का लोकापर्ण किया गया।
विकासखंड गंगोलीहाट हेतु265.76 लाख रू0 की लागत से निर्मित राईआगर सेराघाट मोटरमार्ग से सुकुल्याडी गांव तक ग्रामीण मोटरमार्ग का निर्माण का लोकापर्ण, 166.00 लाख रू0 की लागत से निर्मित दशाईथल राईआगर मोटरमार्ग से ग्राम नाग मोटरमार्ग, 71.15 लाख रू0 की लागत से निर्मित रा0ह0स्कूल बुगली में आर्ट कक्ष एव का्रफट पुस्तकालय दो कक्षा-कक्ष का निर्माण का लोकार्पण, 95.94 लाख रू0 की लागत से जी0आई0सी0 दशाईथल गंगोलीहाट में भवन निर्माण का लोकापर्ण, 108.86 लाख रू0 की लागत से निर्मित रा0इ0का0 चहज में भवन निर्माण का लोकापर्ण, 549.83 लाख रू0 की लागत से निर्मित गंगोलीहाट पवाधार चोरपाल किमी0 12.00 से धराड़ी गानूरा मोटरमार्ग, 299.42 लाख रू0 की लागत से निर्मित धराड़ी नागचूला चोरपाल किमी0 15 से पाली पलियाल मोटरमार्ग, 146.99 लाख रू0 की लागत से निर्मित 36मी0 स्पान स्टील गर्डर सेतु धराड़ी नागधूना चोरपाल किमी0 15 से पाली पलियाल मोटरमार्ग, 1149.42 लाख रू0 की लागत से निर्मित राज्य योजनान्तर्गत हलियाडोब से लछिमा-ओखरानी-नाचनी मोटरमार्ग का निर्माण, 253.78 लाख रू0 की लागत से निर्मित बैराट-बौगाड़ से बैराजुब्बर मोटरमार्ग का निर्माण, 333.94 लाख रू0 की लागत से निर्मित हलियाजॉब-गरूउ मोटरमार्ग केन्द्र पोषित का कार्य, मा0 मुख्यमंत्री द्वारा विकासखंड डीडीहाट हेतु 60.00 लाख रू0 की लागत से निर्मित औद्यानिक गतिविधियों में प्रशिक्षण हेतु फॉर्मर्स ट्रेनिंग सेंटर बडालू का लोकापर्ण, 65.41 लाख रू0 की लागत से निर्मित राजकीय ऐलोपैथिक चिकित्सालय आणागॉव का निर्माण कार्य, 351.93 लाख रू0 की लागत से निर्मित डीडीहाट में रामगंगा नदी के बाये पार्श्व पर स्थित थल कस्बे की सुरक्षा हेतु बाढ़ सुरक्षा योजना का लोकापर्ण, 297.95 लाख रू0 की लागत से निर्मित झूलाघाट मोटरमार्ग में मल्ली बडालू मोटरमार्ग का निर्माण, 271.74 लाख रू0 की लागत से निर्मित राजकीय महाविद्यालय मुवानी के भवन निर्माण, 2328.97 लाख रू0 की लागत से निर्मित डीडीहाट पंपिंग पेयजल योजना का लोकापर्ण, 142.16 लाख रू0 की लागत से निर्मित पमतोड़ी भांतड कुकरौली मसमोली मोटरमार्ग में मसमोली से तड़ीगांव तक मोटरमार्ग में डामरीकरण के कार्य, 194.63 लाख रू0 की लागत से निर्मित सानदेव-चौबाटी से अटलगांव मोटरमार्ग स्टेज 1 का कार्य, 683.67 लाख रू0 की लागत से निर्मित चौबाटी-बरमबचकुड़ी मोटरमार्ग स्टेज 2 का कार्य, 206.11 लाख रू0 की लागत से निर्मित बुंगाछीना-अलगड़ा किमी0 7ः00 से कचना मोटरमार्ग स्टेज 2 का कार्य, 299.89 लाख रू0 की लागत से निर्मित धारचूला के विकासखंड मुनस्यारी के अंतर्गत गिनी बैण्ड से समकोट मोटरमार्ग के किमी0 13 से डोकुला तक मोटरमार्ग का निर्माण कार्य, 469.57 लाख रू0 की लागत से निर्मित मा0 मुख्यमंत्री घोषणा अंतर्गत धारचूला में नाचनी बांसबगड़ मोटरमार्ग के किमी0 3 से बाथीगूठ सुन्दरीनाग मोटरमार्ग का निर्माण कार्य, 434.09 लाख रू0 की लागत से निर्मित गोवर्षा-आणागांव मोटरमार्ग का अपग्रेडेशन का लोकापर्ण, 718.20 लाख रू0 की लागत से निर्मित 419.21 लाख रू0 की लागत से निर्मित सानदेव-ननपापों मोटरमार्ग स्टेज 2 का कार्य, 116.08 लाख रू0 की लागत से निर्मित बन्दरलीमा हड़खोला मोटरमार्ग का नव निर्माण कार्य स्टेज 2 का लोकापर्ण, 537.83 लाख रू0 की लागत से निर्मित बुगाछीना-अलगड़ा-बसौर मोटरमार्ग अपग्रेडेशन के कार्य, 428.59 लाख रू0 की लागत से निर्मित पाली-ख्वाकोट मोटर मार्ग का अपग्रेडेशन, विकासखंड धारचूला हेतु 28.45 लाख रू0 की लागत से निर्मित चौंदास घाटी में छिपलाकेदार तीर्थ स्थल का विकास कार्य, 49.50 लाख रू0 की लागत से जी0आई0सी0 नाचनी में आर्ट एण्ड क्राफट कक्ष, लाइब्रेरी एवं बालक व बालिका शौचालय निर्माण, 68.83 लाख रू0 की लागत से निर्मित 298.02 सन्यालगांव पेयजल योजना, 447.38 लाख रू0 की लागत से निर्मित धारचूला में काली नदी के दाये पार्श्व पर स्थित कुमांउ स्काउटस फेमिली परिसर मल्ला हाट की सुरक्षा हेतु बाढ़ सुरक्षा योजना के कार्य, 116.66 लाख रू0 की लागत से निर्मित फायर स्टेशन धारचूला में उच्चीकरण के कार्य, 20.00 लाख रू0 की लागत से निर्मित स्टेडियम धारचूला में उच्चीकरण के कार्य, 469.57 लाख रू0 की लागत से निर्मित विधान सभा क्षेत्र धारचूला में नाचनी बांसबगड़ मोटरमार्ग के किमी0 03 से आथीगुड सुन्दरीनाग मोटरमार्ग का निर्माण कार्य, 24.26 लाख रू0 की लागत से निर्मित मुनस्यारी में हाईटेक शौचालय का निर्माण व 96.10 लाख रू0 की लागत से निर्मित मदकोट एवं सेरा गर्मपानी के श्रोतों के विकास का कार्यका लोकार्पण किया गया।
कार्यक्रम के दौरान पेयजल मंत्री उत्तराखंड सरकार बिशन सिंह चुफाल, विधायक पिथौरागढ़ चंद्रा पंत, विधायक गंगोलीहाट मीना गंगोला, अध्यक्ष नगरपालिका राजेन्द्र रावत, अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक मनोज सामंत, रेलवे बोर्ड की सदस्य गीता ठाकुर, जिला प्रभारी भाजपा कैलाश शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र वल्दिया, राकेश देवलाल, महिमन कन्याल, बी एल जोशी जिलाध्यक्ष भाजपा महामण्डलेश्वर विरेंद्रानंद महाराज, आयुक्त कुमाऊं सुशील कुमार,आई कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे, जिलाधिकारी डा आशीष चौहान, पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, अपर जिलाधिकारी फिंचा राम चौहान समेत विभिन्न जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, स्थानीय नागरिक, संस्कृति कर्मी, स्कूलों के बच्चे आदि उपस्थित रहे।

केदारनाथ में अवस्थापना सुविधाओं का विकास करने में जुटी धामी सरकार

विश्व प्रसिद्ध श्री केदारनाथ धाम में यात्रा और पूजा का सफल आयोजन कराने के लिए रावल और पुजारियों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं मिलेगी। इसके लिए केदारनाथ धाम में रावल व पुजारियों के लिए तीन मंजिला इमारत का निर्माण किया जाएगा। जिसके लिए शासन की ओर से 10 करोड़ रुपये का बजट जारी किए गए हैं। केदारनाथ के रावल ही धाम में छह माह की पूजा-अर्चना के लिए पुजारी को अधिकृत करते हैं।

श्री केदारनाथ धाम से करीब 300 मीटर सरस्वती नदी समीप बनने वाले तीन मंजिला इमारत में 18 कक्षों का निर्माण किया जाएगा। 6.39 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस इमारत में रावल निवास, पुजारी आवास, भोग मंडी, पंथेर आवास, समालिया आवास, वेदपाठी आवास, पूजा कार्यालय आदि की व्यवस्था की जाएगी। जिसके लिए उत्तराखंड शासन की ओर से 10 करोड़ रुपये की धनराशि उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड को प्राप्त हो चुकी है। जिसकी पहली किस्त 27 मार्च और दूसरी किस्त 12 जुलाई को जारी की गई।

दिलीप जावलकर, पर्यटन सचिव ने बताया कि तीन मंजिला इमारत का निर्माण होने के बाद यात्रा के साथ पूजा का सफल और आसानी से आयोजन हो सकेगा। शासन की ओर से इसके लिए 10 करोड़ रुपये का बजट जारी कर दिया गया है। इसका सीधा लाभ रावल व पुजारियों को मिलेगा।

रविनाथ रमन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड ने बताया कि 265 वर्ग मीटर में होने वाले भवन निर्माण के लिए स्थानीय जिलाधिकारी की ओर से उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड को मंदिर परिसर के समीप भूमि उपलब्ध करा दी गई है। निर्माण कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने सड़कों के निर्माण कार्य को दी 5 करोड़ रूपए की स्वीकृति

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की घोषणा के अन्तर्गत पूर्व विधायक स्व. राजेंद्र शाह की आदमकद प्रतिमा के लिए 11.96 लाख की स्वीकृति दी गई है। इस धनराशि को एकमुश्त जारी करने की भी मुख्यमंत्री ने सहमति दी है।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोक निर्माण, शिक्षा, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, पर्यटन और धर्म संस्कृति समेत कुछ अन्य विभागों से संबंधित विकास कार्यों की स्वीकृति दी है। लोक निर्माण के तहत विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण के लिए करीब 5 करोड़ की स्वीकृति जारी की है।

राज्य योजना के तहत जनपद उत्तरकाशी के विधानसभा क्षेत्र यमुनोत्री के विकासखंड चिन्यालीसौड़ के अंतर्गत मरगांव-जसपुर-चमियारी से उलण मोटर मार्ग के नवनिर्माण के लिए 3.30 करोड़ की स्वीकृति दी है। चालू वित्त वर्ष में इस मोटर मार्ग के लिए 10 हजार की स्वीकृति प्रदान की है। इससे इस मोटर मार्ग का निर्माण सुनिश्चित हो गया है। इस विधानसभा क्षेत्र में इस योजना समेत कुल 41.14 करोड़ की स्वीकृतियां जारी कर दी हैं।

हरिद्वार के खानपुर में दो खड़जा मार्ग के निर्माण कार्य के लिए 55.19 लाख की स्वीकृति जारी की गई है। ऊधमसिंहनगर के रुद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के बुक्सौरा में आनंद सिंह के घर से फाल सिंह के घर तक मार्ग निर्माण के लिए 21.68 लाख की मंजूरी दी है। रुद्रपुर में ही एनएच-74 से प्रेमनगर अलखदेवी मार्ग के चैड़ीकरण का कार्य भी मंजूर कर दिया है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने 5.29 लाख की स्वीकृति दी है। गदरपुर दिनेशपुर मदकोटा मोटर मार्ग के 04 किलोमीटर से श्यामनगर तक मार्ग का सुदृढ़ीकरण और निर्माण कार्य के लिए 1.73 करोड़ की स्वीकृति दी है।
पर्यटन विभाग के तहत नैनीताल जिले में भीमताल में करकोटक की चोटी का पर्यटन की दृष्टि से विकास और सौंदर्यीकरण के लिए मुख्यमंत्री ने 94.92 लाख की मंजूरी दी है। इसके लिए चालू वित्तीय वर्ष में 50 लाख की धनराशि अवमुक्त करने के भी आदेश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत कुल 951 अनाच्छित बस्तियों में रह रहे बच्चों को केंद्र सरकार से अनुमन्य दरों पर परिवहन सुविधा मुहैया कराने की भी मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दी है। केंद्र सरकार से इसके लिए कुल 2743 बच्चों को 6 हजार रुपए प्रति बच्चा प्रति वर्ष की दर से कुल 164.58 लाख रुपए अनुमोदित किया गया है।

टिहरी जिले के राजकीय इंटर कालेज ठेला, नैलचामी मे 4 कक्षा कक्षों के निर्माण को भी मुख्यमंत्री ने सहमति दी है। कार्यदायी संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग ने इसके लिए 45 लाख का इस्टीमेट भेजा था। इसमें से 40 फीसदी राशि 18 लाख जारी करने पर स्वीकृति दी गई है। टिहरी के ही थौलधार विकासखंड के राजकीय इंटर कालेज बगियाल में दो कक्ष-कक्षों केनिर्माण के लिए 42.28 लाख की मंजूरी दी गई है। मुख्यमंत्री की घोषणा के क्रम में ही क्यारी स्थित राजकीय इंटर कालेज में दो कक्षा कक्षों की मंजूरी के लिए भी 42.28 लाख की सहमति दी है।

डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत राजकीय इंटर कालेज इठारना का जीर्ण शीर्ण भवन ध्वस्त कर नया भवन बनाया जाएगा। इसके लिए 4.53 करोड की मुख्यमंत्री ने सहमति दी है। पहली किश्त के रूप में 40 फीसदी यानि 1.81 करोड़ की राशि जारी करने की स्वीकृति दी है। देहरादून के राजकीय प्राथमिक विद्यालय डोभालवाला की मरम्मत कार्य के लिए 8.99 लाख की स्वीकृति दी है। पहली किश्त 3.60 लाख अवमुक्त करने की सहमति दी है।

युवा कल्याण व पीआरडी विभाग के तहत विधानसभा क्षेत्र ज्वालापुर के ग्राम नौकराग्रांट बुग्गावाला में मिनी स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा।इसके लिए मुख्यमंत्री ने 96.85 लाख के सापेक्ष 40 फीसदी धनराशि यानि 38.74 लाख की वित्तीय स्वीकृति दी है।

मुख्यमंत्री ने समाज कल्याण विभाग के तहत तहसील लक्सर मे अंबेडकर वृद्ध आश्रम विष्णु विहार कालोनी गोरधनपुर रोड के लिए घोषणा मद से 10 लाख की अनुदान सहायता स्वीकृत की है। अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं का विकास योजना के तहत 61 निर्माण कार्यों के लिए 3.38 करोड़ अवमुक्त किए जाने पर सहमति दी है। समाज कल्याण विभाग में व्यवसायिक तथा विशेष सेवाओं के लिए भुगतान में विभागीय आनलाइन पेंशन पोर्टल की सुरक्षा आडिट के भुगतान के लिए 66 हजार की राशि मंजूर की गई है। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के तहत 31 निर्माण कार्य के ले 1.47 करोड़ की मंजूरी दी गई है। इसमें ऊधमसिंह नगर में 12, नैनीताल में 18 और देहरादून में एक निर्माण कार्य होना है।

पेयजल और स्वच्छता विभाग के तहत अल्मोड़ा के सोमेश्वर विधानसभा क्षेत्र में सुनौली अनुसूचित बस्ती दाड़िमखोला, थापला व बसौली में 3 हैंडपंप लगाए जाने हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री ने 9.41 लाख की स्वीकृति के साथ ही इस राशि को जारी करने निर्देश दिए हैं।

आबकारी विभाग में ट्रैक और ट्रैस प्रणाली लागू की जाएगी। इस प्रणाली को लागू करने के लिए मुख्यमंत्री ने 4.63 करोड़ के बजट प्राविधान किए जाने के संबंध में विभागीय प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आपदा प्रबंधन विभाग के तहत चिन्यालीसौड़ के आपदा प्रभावित कान्सी के प्रभावित परिवारों को अन्यत्र सुरक्षित स्थान पर विस्थापित किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। आपदा प्रबंधन विभाग के तहत पिथौरागढ़, देहरादून, हरिद्वार को क्रमशः 1 करोड़, 3 करोड़ और 5 करोड़ कुल 9 करोड़ की राशि अवमुक्त करने की मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दी है। लेकिन राज्य कार्यकारी समिति की आगामी बैठक में इसकी कार्यात्तर स्वीकृति ली जाएगी।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने विश्व बैंक सहायतित परियोजना उत्तराखंड डिजास्टर रिकवरी प्रोजेक्ट दृएएफ के अंतर्गत हो रहे कार्यों के लिए 50 करोड़ की स्वीकृति दी है। इस प्रोजेक्ट के तहत करीब 50 पुलों का निर्माण, 5 नदी किनारे सुरक्षित निर्माण कार्य, यूएसडीएमए भवन निर्माण कार्य, 7 ढलान स्थिरीकरण कार्य तथा एसडीआरएफ मुख्यालय निर्माण कार्य चल रहा है। साथ ही प्रोजेक्ट के अधीन आकस्मिक आपातकालीन व्यवस्थाओं के घटक के तहत 140 एंबुलेंस, 1000 फालर बेड्स, 4 सीटी स्कैन मशीन व लैब सुदृढीकरण कार्य होना है।

वाइल्डलाइफ व नमामि गंगे की टीमों ने किया गंगा अवलोकन केंद्र, गंगा वाटिका व संजय झील का निरीक्षण

विकास के रथ पर सवार नगर निगम के तीन महत्वपूर्ण प्रोजेक्टों पर विभागीय अधिकारियों ने स्वीकृति की मुहर लगा दी है। आज निगम कार्यालय में वाइल्ड लाइफ व नमामि गंगे के टीम के अधिकारियों के साथ मेयर की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन हुई।

नूतन वर्ष में नगर निगम प्रशासन ने योग नगरी ऋषिकेश को पर्यटन हब के रूप में विकसित कर शहर वासियों को एक नायाब तोहफा देने की तैयारी पूरी कर ली है। संजय झील के जीर्णोद्धार के साथ साथ गंगा तट त्रिवेणी घाट पर गंगा अवलोकन केंद्र एवं आस्था पथ पर गंगा वाटिका के निर्माण के लिए विभागीय कवायद शुरू हो गई है। सब कुछ योजना मुताबिक रहा तो वर्ष 2021 में शहर की अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं के साथ यह तीनों योजनाएं भी धरातल पर उतरती हुई नजर आयेंगी।सोमवार की दोपहर नमामि गंगे की सेंट्रल टीम ने उत्तराखंड की वाइल्डलाइफ टीम के साथ तीनों महत्वाकांक्षी प्रोजेक्टों का स्थलीय निरीक्षण किया। नगर निगम आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल ने भारतीय वन्यजीव संस्थान भारत सरकार के वरिष्ठ वैज्ञानिक श्रेयश, भारतीय पर्यटन विकास निगम के चिन्मय शर्मा, नमामि गंगे उत्तराखण्ड के सामाजिक विशेषज्ञ डॉ पूरन चन्द्र जोशी एवं संदीप उनियाल को मौका मुआयना करा कर तीनों योजनाओं की विस्तृत जानकारी अधिकारियों को दी। इसके पश्चात तमाम अधिकारी निगम कार्यालय में पहुंचे जहां महापौर को उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि तीनों प्रोजेक्टों का कांसेप्ट बहुत शानदार है ।इन योजनाओं को धरातल पर लाने के बाद पर्यटन के साथ-साथ तीर्थाटन को भी इसका लाभ मिलेगा। महापौर ममगाई ने बताया कि उनके द्वारा भारतीय वन्यजीव संस्थान उत्तराखंड की विभागाध्यक्ष डॉ रुचि बडौला को त्रिवेणी घाट पर अवलोकन केन्द्र, आस्था पथ पर गंगा वाटिका एवं संजय झील के जीर्णोद्धार के लिए पत्र प्रेषित किया गया था ।उनके द्वारा तुरंत पत्र का संज्ञान लेकर आज जिस रफ्तार के साथ मौका मुआयना कराने के लिए टीमों को भेजा गया है उससे साफ है कि जल्द ही यह योजनाएं धरातल पर उतर कर ऋषिकेश को पर्यटन हब के रुप में विकसित कराने के लिए मील का पत्थर साबित होगी।

स्पीकर से मिला होटल व्यवसाईयों का दल, मानकों के अनुरूप ही विद्युत बिल वसूलने की मांग

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से उनके कैंप कार्यालय में होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों का एक दल मिला। दल के सदस्यों ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते उनका व्यवसाय बुरी तरीके से प्रभावित हुआ है। ऐसे में परिवार आर्थिक स्थिति से जूझ रहा है। एसोसिएशन के अध्यक्ष मदन नागपाल ने मांग करते हुए कहा कि विद्युत विभाग बिल में जितना यूनिट खर्च हुआ है उसी के आधार पर बिल भी ले, जबकि फिक्स चार्ज और सर्विस चार्ज को पूर्णता समाप्त किया जाए। मौके पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि पर्यटन एवं होटल का व्यवसाय निश्चित रूप से प्रभावित हुआ है। ऐसे में सरकार भी निश्चित रूप से राहत देने का प्रयास कर रही है।

उन्होंने विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता डीके सिंह को मौके पर बुलाकर सख्त हिदायत दी। कहा कि मानकों के अनुरूप ही विद्युत का भुगतान लिया जाए। सरकार द्वारा जो घोषणा की गई है, उसी के अनुरूप व्यवसायी विद्युत बिलों का भुगतान करेंगे। साथ ही होटल व्यवसायियों को बेवजह परेशान न किया जाए। उन्होंने होटल व्यवसायियों को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया है। मौके पर होटल एसोसिएशन ऋषिकेश के अध्यक्ष मदन गोपाल नागपाल, महामंत्री भगवती प्रसाद रतूड़ी, अंशुल अरोड़ा, अमर बेलवाल, राजीव शर्मा, कुशाग्र तनेजा, राकेश गुप्ता, अमित उप्पल, भवानी शंकर व्यास, चरणजीत अरोड़ा, आनंद रावत आदि उपस्थित रहे।

देश में मोस्ट फिल्म फ्रेडली स्टेट बनने से राज्य में फिल्मांकन को मिलेगा बढ़ावाः त्रिवेन्द्र

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास में मीडिया से अनौपचारिक वार्ता करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड को 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत मोस्ट फिल्म फ्रेडली स्टेट का प्रथम पुरस्कार प्रदान किये जाने से राज्य में फिल्मांकन एवं पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।

उन्होंने इसे राज्य हित से जुड़ा विषय बताते हुए कहा कि यह पुरस्कार उत्तराखण्ड द्वारा फिल्म उद्योग के लिए मन से दरवाजे खोलने का परिणाम है। राज्य में फिल्म उद्योग को आगे बढ़ाने, फिल्म निर्माण के लिए सहज माहौल तैयार करने, हुनर और कला के लिए प्रोत्साहन, बंद पड़े सिनेमा हॉल को फिर से खोलने के लिए प्रोत्साहित करने, फिल्म विकास कोष का निर्माण, फिल्म निर्माण के लिए पहले से प्रोत्साहन देने की योजना जारी रखने, अन्य सक्रिय भागीदारियों के अलावा उत्तराखण्ड फिल्म निर्माण के अलावा उत्तराखण्ड फिल्म विकास समिति का निर्माण के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया है।

उन्होंने कहा कि फिल्म उद्योग जगत ने भी अब माना है कि उत्तराखण्ड एक बेहतर डेस्टिनेशन है। उन्होंने कहा कि राज्य में फिल्मांकन को बढ़ावा देने के लिए और सार्थक प्रयास किये जायेंगे।

पर्यटन विभाग में पंजीकृत होम स्टे की मार्केटिंग पर विशेष ध्यान रखेंः सीएम

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में सिंचाई, शहरी विकास, पर्यटन, युवा कल्याण, परिवहन और आवास विभागों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि पार्किंग स्थलों के लिए एक स्टैंडर्ड मॉडल बनाया जाए। विभिन्न उद्देश्यों के लिए भवन-निर्माण का जरूरत के अनुसार हो। पर्यटन स्थलों, शहरी क्षेत्रों में बनाए जाने वाले शौचालयों की गुणवत्ता का निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए। नगर पंचायत भवन निर्माण को प्राथमिकता दी जाए। साहसिक खेल निदेशालय की स्थापना जल्द से जल्द की जाए। इको टूरिज्म पॉलिसी बनाई जाए। अगले वर्ष वैलनेस समिट की तैयारी शुरू की जाए। पर्यटन विभाग में पंजीकृत होम स्टे की मार्केटिंग पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।

आवास विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर स्वीकृत मल्टी-पार्किंग के लिए किसी विशेषज्ञ एजेंसी से एक समान मॉडल बनवा लिया जाए। इसमें इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि पर्वतीय क्षेत्रों में पार्किंग स्थल विकसित करने में कंक्रीट का भारी भरकम स्ट्रक्चर न बनाया जाए। आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाए। जहां अधिक आवश्यकता न हो, वहां ओपन पार्किंग की व्यवस्था की जाए। बताया गया कि विभिन्न स्थानों के मास्टर प्लान बनाने की प्रक्रिया चल रही है।

कूड़ा निस्तारण में सेग्रीगेशन की प्रक्रिया को अपनाया जाए
शहरी विकास विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी क्षेत्रों के सभी शौचालयों की गुणवत्ता का निरीक्षण करवा लिया जाए। कूड़ा निस्तारण के लिए सेग्रीगेशन की व्यवस्था की जाए। जगह-जगह लगाए जाने वाले साईनेज में समरूपता हो। बताया गया कि नरेंद्र नगर में गंगा पथ पर मैरीन ड्राईव का निर्माण कुम्भ के तहत कराया जाएगा। पौड़ी में कूड़ा निस्तारण के लिए कार्यवाही गतिमान है। विद्युत शवदाह गृह चित्रशिला घाट, रानीबाग के लिए आंगणन प्रेषित किया गया है। मसूरी में भी वैंडर जोन बनाया जाएगा।

पुनर्जीवन अभियान के लिए जिलों में नदियां चिन्हित
सिंचाई विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिले में एक-एक नदी के संरक्षण व संवर्धन के काम में तेजी लाई जाए। बूढ़ाकेदार में आस्था पथ निर्माण, सहसपुर में मालडूग जलाशय निर्माण व कपकोट में सरमूल सौधारा के विकास के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं को जल्द पूरा किया जाए। बताया गया कि जनपद देहरादून में रिस्पना, अल्मोड़ा में कोसी, नैनीताल में शिप्रा, उधमसिंहनगर में कल्याणी, रूद्रप्रयाग में क्वाली-सौंदा, मरगांव-सेमल्ता, ढोढा-कोतली, चमोली में मोटूगांव, पौड़ी में लंगेरीगाड़ व सीलगाड़, हरिद्वार में पीलीनदी, उत्तरकाशी में कमलनदी, टिहरी में हेवल नदी, पिथौरागढ़ में गुर्जीगाड़, चम्पावत में गोडी नदी को चिन्हित किया गया है। गैरसैंण में झील निर्माण के लिए कार्य गतिमान है। बाढ़ सुरक्षा के कार्य नाबार्ड के तहत कराए जा रहे हैं। देहरादून, ऋषिकेश, हल्द्वानी, रूड़की, हरिद्वार व भगवानपुर में ड्रेनेज प्लान का प्रोक्योरमेंट रूल्स के तहत क्यू.सी.बी.एस. करा लिया गया है। नैनीताल झील के संरक्षण के लिए 3 करोड़ 17 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की जा चुकी है।

इको टूरिज्म पॉलिसी बनाई जाएगी
पर्यटन विभाग की समीक्षा में मुख्यमंत्री ने कहा कि केदारनाथ में गौरीकुण्ड मंदिर के समीप कुण्ड निर्माण में उसके प्राचीन स्वरूप को बरकरार रखते हुए किया जाए। साहसिक खेल निदेशालय की स्थापना जल्द से जल्द की जाए। इको टूरिज्म पॉलिसी बनाई जाए। पर्यटन विभाग में पंजीकृत होम स्टे की मार्केटिंग पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। बताया गया कि प्रत्येक जनपद में एक-एक नए पर्यटन स्थल विकसित करने के लिए मास्टर प्लान के अनुसार डीपीआर बनाई जा रही है। टिहरी के कोटी कालोनी में साहसिक पर्यटन की गतिविधियां की जा रही हैं। पर्यटन विभाग के अंतर्गत अभी तक 1700 होम स्टे पंजीकृत किए जा चुके हैं जबकि 600 जल्द ही हो जाएंगे। पौड़ी में कण्डोलिया के सौंदर्यीकरण और श्रीनगर-पौड़ी, खिर्सू-लैंसडौन को टूरिस्ट सर्किट के रूप में विकसित करने के लिए आवश्यक धनराशि अवमुक्त की गई है।

हर हाल में निर्धारित अवधि में पूर्ण हो सूर्यधार झील का निर्माण

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने निर्माणाधीन सूर्यधार झील का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को काम में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि गुणवत्ता का खास ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर हाल में निर्धारित अवधि में सूर्यधार झील का काम पूरा कर लिया जाए।

डोईवाला विकासखण्ड के 29 गांवों को पीने व सिंचाई के लिए ग्रेविटी आधारित जलापूर्ति होगी। परियोजना की लागत 50 करोङ रूपए आंकलित की गई है पर सम्भावना है कि लगभग 30 करोड़ रूपए में परियोजना पूरी हो जाएगी। इसकी डिजाईन इस तरह की है कि इसमें सिल्ट की समस्या नहीं आएगी। क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियाँ बढने से रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।

वेलनेस समिट में रोजगार और पलायन पर फोकस कर रही सरकारः मुख्यमंत्री

इंवेस्टर्स समिट की तर्ज पर प्रदेश सरकार अब वेलनेस समिट का आयोजन करने जा रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर उद्योग विभाग समिट की कार्ययोजना बनाने में जुट गया है। ये समिट चार प्रमुख सेक्टरों पर केंद्रित होगा। इसमें आयुर्वेद, योग, पर्यटन, स्वास्थ्य प्रमुख हैं। सरकार प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था को पटरी पर लाने के उद्देश्य से सर्विस सेक्टर को प्रोत्साहित कर रही है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए चार सेक्टर तय किए गए हैं।
सरकार ने गत वर्ष प्रदेश में औद्योगिक निवेश बढ़ाने के लिए पहली बार इंवेस्टर्स समिट आयोजित किया था। इसमें सरकार को उम्मीदों से अधिक निवेश के प्रस्ताव मिले। इंवेस्टर्स समिट में निवेश के लिए 15 सेक्टरों को चिन्हित किया गया था। सरकार ने 673 प्रस्ताव में 1.24 लाख करोड़ के निवेश पर एमओयू किए। इसी तर्ज पर इस साल सरकार वेलनेस समिट के आयोजन की तैयारी कर रही है। उत्तराखंड में जड़ी-बूटी, योग, पर्यटन और मेडिकल निवेश की अपार संभावनाएं है। इन सेक्टरों में निवेश से जहां रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। वहीं, सर्विस सेक्टर से सरकार का राजस्व बढ़ेगा। इसी उद्देश्य से प्रदेश में वेलनेस समिट के आयोजन के लिए सरकार तैयारी कर रही है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि इंवेस्टर्स समिट के माध्यम से निवेशकों का उत्तराखंड में निवेश करने के लिए अच्छा रिस्पांस मिला था। इस साल प्रदेश में वेलनेस समिट कराने की तैयारी कर रहे हैं। जिसमें मेडिकल, योग, आयुर्वेद, पर्यटन में सर्विस सेक्टर के उद्योगों को बढ़ावा देने पर फोकस होगा।
इंवेस्टर्स समिट के माध्यम से सरकार ने 1.24 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे। जिसमें अब तक 20 हजार करोड़ के निवेश को धरातल पर उतारने का काम शुरू हो गया है। नए उद्योगों के लिए सरकार जमीन चिन्हित कर रही है।
सरकार ने पर्यटन सेक्टर में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए उद्योग का दर्जा दिया है। इंवेस्टर्स समिट में पर्यटन में 15362 करोड़, वेलनेस एवं आयुष में 1751, हर्बल एवं ऐरोमेटिक में 745 करोड़, हेल्थ केयर में 16890 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले थे।