देश जितना आज सुरक्षित हाथों में है पूर्व में कभी नही रहा-रक्षा मंत्री

केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज देश रक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बन रहा है। टैंक, तोप, गोला, बारूद जैसे महत्वपूर्ण रक्षा उपकरण 25 देशों को निर्यात किये जा रहे हैं। 16 हजार करोड़ का निर्यात इस क्षेत्र में किया जा चुका है। वह दिन दूर नही जब हम रक्षा से सम्बन्धित सामग्री भारत में ही बनाकर दुनिया को इसका निर्यात करेंगे। निजी क्षेत्र के उद्यमियों को प्रोत्साहित कर उनसे भी सामग्री क्रय की जा रही है।
सोमवार को सर्वे ऑफ इंडिया ऑडिटोरियम में आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड से उनका गहरा लगाव रहा है। उत्तराखण्ड को देवभूमि वीरभूमि शौर्य व सैन्य भूमि की संज्ञा देते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड छोटा राज्य होने के बावजूद यहा के समग्र विकास के प्रति केन्द्र सरकार का दृष्टिकोण स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि राज्य के समग्र विकास की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम में 1300 करोड़ के पुनर्निर्माण कार्य, ढाई हजार करोड़ रुपए की लागत से गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का कार्य, कुमायूं के पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन का कार्य, पूरे राज्य में होम स्टे को बढ़ावा देने, 16 ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन का विकास, उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार। उधमसिंह नगर में एम्स का सेटलाइट सेंटर बनाने, करीब 2 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली टिहरी लेक डेवलपमेंट परियोजना, ऋषिकेश-हरिद्वार का एडवेंचर टूरिज्म और योग की राजधानी के रूप में विकास, टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन की परियोजना के साथ ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पहाड़ में रेल के सपने की परिकल्पना को पूर्ण करने जा रही है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में विश्व में भारत का मान सम्मान बढ़ा हैं। अन्तर्राष्ट्रीय मंचो पर भारत की बात को गंभीरता से सुना जा रहा है। विश्व के देशों में प्रधानमंत्री को मिलने वाला सम्मान सभी देशवासियों का सम्मान है। विदेशी विशेषज्ञ प्रधानमंत्री मोदी को अद्भूत कार्य क्षमता शक्तिवाला व्यक्तित्व मान रहे है। विज्ञान एवं तकनीकी के क्षेत्र में भी देश का सम्मान बढ़ा है। हमारा जवान देश की सीमा पर राष्ट्रीय स्वाभिमान की भावना के साथ निडरता से खड़ा रहता है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत 2027 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। इसका भी आकलन कई विदेशी अर्थशास्त्रियों द्वारा किया गया है। आज देश में बड़ी-बड़ी विदेशी कम्पनियां निवेश के लिये आ रही है। रक्षा मंत्री ने कहा कि देश में जन धन खाता खोलने की प्रधानमंत्री के विजन का ही प्रतिफल है कि आज डिजिटल ट्रांजेक्शन के माध्यम से लाभार्थियों को उन्हें दी जाने वाली आर्थिक मदद शत प्रतिशत उनके खाते में जमा हो रही है जबकि पहले पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने ही चिंता व्यक्त करते हुए कहा था कि दिल्ली से यदि 100 रुपये भेजे जाते है तो लाभार्थी तक 15 रुपये ही पहुंच पाते है। जनधन खाता से इस व्यवस्था में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार भाषण से नहीं, व्यवस्था में बदलाव से ही समाप्त किया जा सकता है। आज भारत में 77 करोड़ डिजिटल ट्रांजेक्शन हो रहे है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि आज जहां विश्व के बड़े देशों की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही है उनके बैंको की साख पर सवाल उठ रहे है, भारत ने इस चुनौती को स्वीकार कर मंहगाई को कण्ट्रोल करने का कार्य किया है। कोरोना काल में दो-दो वैक्सीन बनाकर देश के नागरिकों को उपलब्ध कराने के साथ ही 100 देशों को भी इसकी आपूर्ति की। रूस-युक्रेन युद्ध में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इन देशों के प्रमुखों के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति से वार्ता कर वहा पढ़ रहे लगभग 26 हजार छात्रों को युद्ध क्षेत्रों में सुरक्षित अपने देश वापस लाने के लिए सीमित समय के लिए युद्ध विराम कराया जो कार्य दुनिया के देश नही कर पाए, वह प्रधानमंत्री मोदी ने किया है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे लिए राजनीति सरकार बनाने के लिये नहीं बल्कि समाज व देश बनाने का विषय है। सर्वधर्म- सद्भाव की भावना पर हम विश्वास करते है। देश में समरसता व सामाजिक सौहार्द बना रहे इसके लिए प्रयास हो रहे है। कुछ लोग समाज में अशांति फैलाकर जनता को गुमराह करने का कार्य कर रहे है। इससे बचने की भी उन्होंने जरूरत बतायी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रबुद्धजनों के सम्मेलन का मूल उद्देश्य है कि प्रबुद्धजनों के ज़रिये जनता तक सरकार और संगठन की बात को पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में आज भारत एक शक्तिशाली और सुरक्षित राष्ट्र बन चुका है। सेना का मनोबल बढ़ाने और सेना को आधुनिक बनाने के साथ ही आत्मनिर्भर बनाने के लिए अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं। सेना को मजबूत बनाना आज के समय की मांग है जिसके लिए रक्षा मंत्री सेना में हर स्तर पर क्रांतिकारी बदलाव लाने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व भारत की शक्ति एवं सामर्थ्य से परिचित हुआ है, जिसका परिणाम है कि आज कोई भी दुश्मन हमें आंख दिखाने की हिम्मत नहीं कर सकता। आज देश की सुरक्षा में लगे सैनिकों को दुश्मन की गोली का जवाब देने के लिए सरकार से अनुमति लेने की जरूरत नहीं पड़ती। आज हमारी सेना गोली का जवाब गोलों से देने का कार्य करती है। हमारे सैनिकों को किसी भी प्रकार के सैन्य साजो समान की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व का ही प्रतिफल है कि पिछले नौ सालों में देश के हर वर्ग का कल्याण हुआ है और भारत का मान देश के साथ ही विदेशों में भी बढ़ा है। आजादी के बाद के वर्षों की तुलना में पिछले नौ वर्षों के दौरान विकास के सभी मापदंडों के आधार पर हम कह सकते हैं, हमारे देश ने हर क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति की है, जिसका लोहा आज संपूर्ण विश्व मान रहा है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण का बीड़ा भी प्रधानमंत्री मोदी ने ही उठाया इसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में करीब 12 करोड़ शौचालय बनाए गए। इसी के साथ-साथ इन नौ वर्षों में नौ करोड़ से अधिक उज्ज्वला गैस कनेक्शन गरीबों को दिए गए। सरकार ने विभिन्न रोजगार मेलों का आयोजन कर दस लाख लोगों के रोजगार देने का कार्य भी प्रारंभ किया है। धारा 370 का खात्मा, अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनना, काशी विश्वनाथ का भव्य कॉरिडोर बनना, बद्रीनाथ और केदारनाथ धामों का पुनर्निर्माण ये कुछ ऐसे महत्वपूर्ण कार्य हैं जिनको आने वाली पीढ़ियां भी हमेशा याद रखेंगी। पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी की मजबूत इच्छाशक्ति के बल पर देश में आतंकवादी, नक्सलवादी और उग्रवादी गतिविधियों में भी उल्लेखनीय कमी आई है। आज भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 के पहले और 2014 के बाद के भारत में ‘‘बहुत बड़ा फर्क’’ है। देश अब ‘‘अभूतपूर्व पैमाने और गति’’ से आगे बढ़ रहा है, क्योंकि नया भारत अब बड़ा सोचता है, उच्च लक्ष्य रखता है और बड़े सपने देखता है। 2014 से पूर्व देश के विकास का इंजन अत्यंत धीमी गति से चल रहा था परन्तु, डबल इंजन की सरकार आने के बाद विकास का यही इंजन आज हर क्षेत्र में सरपट दौड़ रहा है। 2014 से पूर्व देश में स्वास्थ्य सेवाएं स्वयं बीमार थी, लेकिन प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हुआ है। 2014 से पूर्व की सड़कों की खस्ता हालत किसी से छिपी नहीं हैं, लेकिन प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज देश में प्रतिदिन 38 किलोमीटर सड़क का निर्माण हो रहा है। 2014 से पूर्व बच्चों को वैक्सीन लगवाने के लिए दर-दर भटकना पड़ता था, लेकिन मोदी जी के नेतृत्व में मिशन इन्द्रधनुष योजना के तहत बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले भारत के सांस्कृतिक वैभव पर हर तरह का प्रहार किया जाता था, लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश का सांस्कृतिक वैभव पुनः वापस लौट रहा है। आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व का एक अग्रणी राष्ट्र बन चुका है। यह सब बीते नौ वर्षों में प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के नेतृत्व में ही संभव हो पाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा अंत्योदय परिवारों को तीन गैस सिलेंडर देने हों, प्रदेश की महिलाओं के लिये क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था को लागू करना हो, समान नागरिक आचार संहिता का मसौदा तैयार करना हो, जबरन धर्मांतरण पर रोक के लिये कानून बनाना हो, लैंड जिहाद और लव जिहाद को रोकने के लिए उठाए गए कड़े कदम हों, देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून बनाना हो, आंदोलनकारियों को आरक्षण देना हो, या फिर हाल ही में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे प्रदेश के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति देने के लिए उठाए गए कदम हों। हमने इन सभी महत्वपूर्ण कार्यों को धरातल पर उतारने का प्रयास किया है। आज प्रदेश के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अनेकों कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश में हर स्तर पर कनेक्टिविटी को सुधारा जा रहा है, उद्योगों के विकास पर बल दिया जा रहा है और भविष्य की आवश्यकताओं को केंद्र में रख कर नीतियां बनाई जा रही हैं।
इस अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, नरेश बंसल, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत आदि उपस्थित रहे।

केन्द्रीय रक्षा मंत्री से कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने की मुलाकात

क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान डा. अग्रवाल ने केंद्रीय मंत्री को चारधाम यात्रा में आने का निमंत्रण भी दिया। साथ ही ऋषिकेश विधानसभा में सेना में जाने को इच्छुक युवाओं को प्रशिक्षण केंद्र खोलने की मांग भी की।
नई दिल्ली में हुई मुलाकात में डा. अग्रवाल ने केंद्रीय मंत्री को राज्य में चल रहे विकास कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य की डबल इंजन की सरकार का लाभ जनता को मिल रहा है।
डा. अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार ने ऐसा नकल विरोधी कानून लागू किया है, वह पूरे देश में नजीर पेश करेगा। बताया कि इस कानून के जरिए राज्य में अब नकल माफियाओं की कमर टुटी है।
डा. अग्रवाल ने बताया कि उत्तराखंड सैन्य बाहुल्य राज्य है। यहां सेना में जाने के लिए युवाओं में जोश रहता है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह को ऋषिकेश विधानसभा में युवाओं के लिए सेना में जाने के लिए प्रशिक्षण केंद्र खोलने की मांग की। जिस पर केंद्रीय मंत्री जी ने सकारात्मक कार्यवाही का आश्वासन दिया।

सीएम ने कम समय में जो काम किये है निःसंदेह उनकी कल्पना भी नही की जा सकती थी-राजनाथ सिंह

केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संयुक्त रूप से उत्तरकाशी स्थित जोशियाड़ा ग्राउण्ड में गढ़वाल मण्डल की विजय संकल्प यात्रा के समापन समारोह में जनपद की कुल रूपये 111 करोड़ 14 लाख की धनराशि की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण एंव शिलान्यास किया। जिसमें रूपये 47 करोड़ 5 लाख की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण एवं रूपये 64 करोड़ 9 लाख की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खराब मौसम होने के बावजूद भी विशाल जनसमूह की उपस्थिति पर हर्ष व्यक्त करते हुए जनता का आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि विजय संकल्प यात्रा तभी सफल होगी जब हम सब कदम से कदम मिलाकर चलेंगे। उन्होंने कहा कि विजय संकल्प यात्रा कोई निजी यात्रा नहीं है अपितु उत्तराखण्ड की सामूहिक यात्रा है। इस यात्रा का आयोजन राज्य के विकास की गति को ज्यादा तेज बढ़ाने के लिए किया गया है ताकि जनता का आर्शीवाद एवं समर्थन हमारी सरकार को मिल सके और हम राज्य के विकास के लिए आगे भी कार्य कर सके। उन्होने कहा कि हम काम करना चाहते हैं। उत्तराखण्ड राज्य को आगे ले जाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे मुख्य सेवक के रूप में राज्य की सेवा करने के लिए जितना भी समय मिला है। मैंने अपने समय को जनता के लिए समर्पित किया है। मेरे द्वारा जनहित में लगातार कई फैसले लिए गए। मेरे द्वारा मात्र फैसले ही नहीं लिए गये बल्कि अधिकांश फैसलों एवं घोषणाओं के शासनादेश भी किए गये व वित्त की स्वीकृति दी गयी। उन्होने कहा कि मेरे द्वारा चाहे आशा कार्यकत्री हों, चाहे भोजन माता हों, चाहे पीआरडी हों, चाहे उपनल कर्मचारी हों, चाहे राज्य आन्दोलनकारी हों या खिलाड़ियों से सम्बन्धित नई खेल नीति का मामला हो हमने सभी के लिए शासनादेश निकाले हैं। उन्होनें कहा कि हमारे द्वारा रिक्त 24 हजार सरकारी पदों को भरने का भी फैसला लिया गया जिसके तहत अधिकांश रिक्त पदों को भरने की कार्यवाही गतिमान है। हमारे द्वारा जन शिकायतों एवं समस्याओं के तेजी से निदान को प्राथमिकता दी गयी व कार्य शीघ्रता से हों इसके लिए सरलीकरण की प्रक्रिया को अपनाया गया, जिसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की गयी । उन्होंने कहा कि हमने छात्र-छात्राओं के हित में भी महत्वपूर्ण फैसले लिए। प्रतियोगी परीक्षाओं के आवेदन वर्तमान में निःशुल्क किए गए हैं। मैंने अपनी पूर्व घोषणा के तहत 10वीं, 12वी, व उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं को मुफ्त टैबलेट देने की प्रक्रिया के तहत रूपये 12 हजार की धनराशि डीबीटी के माध्यम से उनके खातों में डालने का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि हम इस लक्ष्य के साथ कार्य कर रहे है कि जब हमारा राज्य 25 वर्ष का होगा तब हमारा राज्य देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य होगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कई घोषणाएं की जिनमें पौराणिक एंव ऐतिहासिक रामलीला मैदान को मिनी स्टेडियम बनाये जाने, मुख्य बाजार काली कमली धर्मशाला से गंगोत्री तक गंगा किनारे सुन्दर आस्था पथ का निर्माण किये जाने, तांबाखाणी सुरंग का सौन्दर्यीकरण किये जाने, गाजणा क्षेत्र में मोबाईल नेटवर्क की समस्या को दूर किये जाने व सीमान्त क्षेत्र कमद तक रोडवेज की बस चलाये जाने, मां गंगा के मायके मुखवा-जांगला एवं मुखवा मारकण्डेय तक सड़क निर्माण किये जाने, नेताला स्थित जीएनएम/एएनएम सेन्टर को महिला विकास व महिला उद्यमिता के लिए विकसित किये जाने, बौन गांव स्थित इंजीनियरिंग कालेज के भवन को क्षेत्रवासियों से वार्ता कर सदुपयोग में लाये जाने, धनारी में दिगथौल-पंचाणगांव मोटर मार्ग से राइका भटवाड़ी तक मोटर मार्ग निर्माण किये जाने तथा प्राचीन आस्था केन्द्र श्री शक्ति एवं विष्वनाथ मन्दिर का सौन्दर्यीकरण किये जाने की घोषणा शामिल हैं। मुख्यमंत्री द्वारा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के राज्य में आगमन पर आभार भी व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए कहा कि श्री धामी ने अपनी 6 महीने की कार्यावधि में करिश्माई काम किया है। उन्होंने कहा कि मैं कल्पना भी नहीं कर सकता कि कोई मुख्यमंत्री 6 महीने में इतने कार्य कर सकता है। मुख्यमंत्री ने केवल घोषणाएं ही नहीं की हैं बल्कि उन पर अमल भी किया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के प्रति हम लोगों के दिल में सम्मान है क्योंकि इस राज्य के सैनिकों ने देश की रक्षा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। रक्षा मंत्री ने केंद्र सरकार की साढ़े सात वर्ष की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर देश का सम्मान बढ़ा है। वर्तमान समय में अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर हमारे देश को केवल गम्भीरता पूर्वक सुना ही नहीं जाता अपितु विश्व द्वारा उस पर अमल भी किया जाता है । उन्होंने कहा कि विजय संकल्प यात्रा इस उद्देश्य के साथ आयोजित की गयी है कि हम आगे उत्तराखण्ड राज्य के लिए क्या करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम उत्तराखण्ड राज्य को एक आदर्श राज्य बनाना चाहते हैं। यह तभी सम्भव है जब उत्तराखण्ड की जनता का समर्थन एवं आशीर्वाद उत्तराखण्ड राज्य की सरकार को मिलेगा।
इस अवसर पर रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत व अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

राज्य के तीन पुलों का राजनाथ सिंह ने वर्चुअली लोकर्पण किया

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चार राज्यों व दो केंद्र शासित प्रदेशों में बीआरओ द्वारा निर्मित 24 पुल और तीन सड़कों का वर्चुअल लोकार्पण किया। इनमें उत्तराखण्ड में तीन पुल शामिल हैं। उत्तराखंड में तवाघाट-घतिया बगड़ को जोड़ने वाला घस्कू पुल, जौलजीबी मुनस्यारी को जोड़ने वाले गौरी गाढ पुल, सेमली ग्वालदम को जोड़ने वाला बदामगढ़ पुल का उद्घाटन किया गया। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी कार्यक्रम में वर्चुअल प्रतिभाग किया।
रक्षा मंत्री ने बधाई देते हुए कहा कि बीआरओ की सड़कें, टनल और पुलों ने आज स्थानों के बीच की दूरी और समय बहुत कम कर दिया है। यानि सीमावर्ती क्षेत्रों से जुड़े लोग दिल के पास तो हैं ही, दिल्ली के पास भी हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास की जरूरतों का केंद्र ने ध्यान रखा है। आज देश में इंफ्रास्ट्रक्चर और उसके माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, गरीबी उन्मूलन आदि के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। बीआरओ भी इसमें अपना योगदान दे रहा है। दूरदराज और सीमावर्ती इलाकों में सड़क, टनल, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण कर राष्ट्र की प्रगति में बीआरओ महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा है। शून्य से नीचे के तापमान और अत्यधिक ऊंचाई की अनेक चुनौतियों के बावजूद बीआरओ कार्मिकों के धैर्य, दृढ़ संकल्प और कर्मठता ने ऐतिहासिक काम कर दिखाया है। सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कें न केवल सामरिक जरूरतों के लिये होती हैं, बल्कि राष्ट्र के विकास में, दूरदराज के क्षेत्रों की भी बराबर भागीदारी सुनिश्चित करती हैं। इस तरह ये पुल, सड़कें और सुरंगें हमारी सुरक्षा और सम्पूर्ण राष्ट्र को सशक्त करने में अपनी अहम भूमिका निभाती हैं। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत देश के सीमावर्ती क्षेत्रों के 75 स्थानों पर बीआरओ कैफे स्थापित किये जाएंगे।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बीआरओ द्वारा निर्मित सड़कें और पुल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विजन को पूरा करते हैं। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड और यहाँ के सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को इसका लाभ मिलेगा। उत्तराखण्ड के सीमांत क्षेत्रों के विकास में बीआरओ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

सैनिक सम्मान कार्यक्रम में राजनाथ ने फिर की धामी की प्रशंसा

केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को पिथौरागढ़ के मूनाकोट में शहीद सम्मान यात्रा का शुभारम्भ किया एवं इस अवसर पर शहीद सैनिकों के परिजनों को किया गया सम्मानित भी किया।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि हमारी सांस्कृतिक परम्परा है कि जो देश के लिए अपनी जिंदगी न्यौछावर करते हैं, उनको देवतुल्य माना जाता है। जननी और जन्मभूमि दोनों स्वर्ग के समान होते हैं। उत्तराखण्ड, देवभूमि, तपोभूमि और वीरभूमि है। उत्तराखण्ड में पांचवा धाम सैन्यधाम बन रहा है। सैन्यधाम में शहीद सैनिकों की आंगन की मिट्टी आयेगी और भविष्य में भी जो वीर सपूत देश के लिए शहीद होगें, उनके आंगन की मिट्टी भी सैन्यधाम में लाई जायेगी। सैन्यधाम में इस तरह की व्यवस्था हो कि सभी शहीदों के नाम और गांव का नाम सैन्य धाम में अंकित हो। उत्तराखण्ड की हर गली, हर शहर अपने में पवित्र है। उत्तराखण्ड में सैन्यधाम का निर्माण एक अच्छी सोच है।

1962 भारत-चीन युद्ध में कुमाऊं बटालियन के जवानों ने किया करिश्माई काम
केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ दिन पूर्व मुझे पीठसैंण में वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा का अनावरण करने का सौभाग्य मिला। रेजांग-ला पर जो उत्साह देखा वह अद्भुत था। 1962 भारत-चीन युद्ध में कुमाऊं के 13वीं बटालियन के 124 जवानों जो करिश्माई काम किया, उसे भारत कभी भूल नहीं सकता। जब हमने उनके शौर्य और पराक्रम की गौरव गाथा सुनी तो मैंने वहां जाने का निर्णय लिया। वहां भव्य स्मारक बनाया गया है। भारत के हर नागरिक के मन में शहीदों के परिवारों के प्रति एक सम्मान का भाव होना चाहिए।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे पूर्व सैनिकों की जो वन रैंक वन पेंशन की समस्या थी उसका समाधान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। सैनिकों एवं उनके परिवारों की समस्याओं के लिए सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये गये हैं। बैटल कैजुवल्टी को 02 लाख से बढ़ाकर 08 लाख रूपये किया गया है। पूर्व सैनिकों की भी हर समस्या का समाधान करने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये गये हैं। सैनिकों के सम्मान के लिए जो भी करना होगा, सरकार हमेशा उसके लिए तत्पर है। आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं, भारत आजादी धूमधाम से अमृत महोत्सव मना रहा है। रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर झांसी में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कर रहे हैं ताबड़तोड़ बैटिंग-केन्द्रीय रक्षा मंत्री
केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने प्रदेश एवं जनहित में 4 माह में 400 से अधिक निर्णय लेने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ताबड़तोड़ बैटिंग कर रहे हैं। अभी तो मुख्यमंत्री 20-20 मैच खेल रहे हैं। इनका पांच साल का टेस्ट मैच होना चाहिए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी महेन्द्र सिंह धोनी की तरह अच्छे फिनिशर हैं। केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में रूद्रपुर, हरिद्वार एवं पिथौरागढ़ में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। उत्तराखण्ड में सड़क, रेल एवं हवाई कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हुआ है। लिपुलेख-धारचूला-मानसरोवर जाने का रास्ता बन गया है। सांस्कृतिक दृष्टि से यह रास्ता बहुत महत्वपूर्ण है। भारत और नेपाल के बीच रोटी और बेटी का रिश्ता है।

पिथौरागढ़ जनपद हमेशा से रणबांकुरों की भूमि रही-सीएम
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश की एकता, अखण्डता एवं रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले शहीदों को नमन करते हुए कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे आज अपनी जन्मभूमि सौर घाटी की धरती को नमन करने का अवसर मिला है। उन्होंने सैनिकों के हित में लिए जा रहे निर्णयों एवं उनका उत्साह बढ़ाने के लिए किये जा रहे सराहनीय प्रयासों के लिए केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ जनपद हमेशा से रणबांकुरों की भूमि रही है। उत्तराखण्ड सैनिक बहुल प्रदेश है। वीर भूमि पिथौरागढ़ में वीर सैनिकों के परिजनों एवं वीरांगनाओं का सम्मानित कर हम सब सम्मानित हो रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा जनहित एवं प्रदेशहित में अनेक निर्णय लिये गये हैं। सभी रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई गई है। हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। सभी की समस्याओं का समाधान करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।

सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए राज्य में हो रहे हैं कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वस्थ युवा स्वस्थ उत्तराखण्ड योजना उत्तराखण्ड में शुरू की जा रही है, जिसके तहत प्रत्येक ग्राम सभा में एक जिम खोला जायेगा। इसका शासनादेश हो चुका है। आपदा के समय केन्द्र सरकार का राज्य को पूरा सहयोग मिला। सेना के 3 सेना के हेलीकॉप्टर केन्द्र सरकार से उत्तराखण्ड भेजे गये, इससे हम 500 से भी अधिक लोगों की जान बचा पाये। इस वर्ष राज्य में बरसात ने कई रिकॉर्ड तोड़े, लेकिन सरकार, शासन एवं प्रसाशन के प्रयासों से जान मान का नुकसान नहीं हुआ। सभी को मौसम के पूर्वानुमान पर अलर्ट किया गया। आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हमने लगातार दौरा किया एवं जन समस्याओं के समाधान के लिए हर संभव प्रयास किये गये। कोविड के दौरान प्रभावितों के लिए राहत पैकेज देने का कार्य राज्य सरकार द्वारा किये गये।

2025 तक उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाया जायेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की अपेक्षानुसार हमारा लक्ष्य है कि 2025 में हम उत्तराखण्ड को देश का हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनायेंगे। उन्होंने इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा मंत्री से अनुरोध किया कि पिथौरागढ़ क्षेत्र में पहले बी.आर.ओ. काम करता था, जो यहां से शिफ्ट हो गया, इस बी.आर.ओ. केन्द्र की यहां पर पुनः स्थापना होनी चाहिए। यह सैनिक बहुल एवं सीमांत क्षेत्र है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद सम्मान यात्रा का पहला शुभारम्भ सवाड़ मे किया गया। सवाड़ में केन्द्रीय विद्यालय की लंबे समय से मांग है, उसके लिए सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर केन्द्रीय विद्यालय खोलने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जायेगा। सवाड़ में स्मारक की देखरेख के लिए कर्मचारियों की व्यवस्था की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने सैनिक स्मारकों के जीर्णाेधार एवं जनपद पिथौरागढ़ में नये सैनिक विश्राम गृह के लिए धनराशि तत्काल जारी की जायेगी।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि जिस प्रकार सैनिक सीमाओं में रहकर देश की रक्षा करता है तथा देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर देता है, इससे बड़ा बलिदान और कुछ नहीं हो सकता है। यह भूमि वीरों की भूमि है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उत्तराखण्ड में 5वें धाम के रूप में सैन्यधाम होना चाहिए। देहरादून में भव्य सैन्यधाम बनाया जा रहा है।
केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि शहीद सम्मान यात्रा वीर सैनिकों के सम्मान को बढ़ाने का कार्य कर रही है। देश की रक्षा के लिए उत्तराखण्ड के जवानों ने हमेशा अपना सर्वस्व अर्पित किया है। यह देवभूमि के साथ ही वीर भूमि भी है।

राज्य के विकास के लिए धामी ने मांगा राजनाथ सिंह का सहयोग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से सामरिक महत्व को देखते हुए टनकपुर-बागेश्वर रेल लाईन ब्राडगेज (बीजी) की स्वीकृति के लिये रक्षा मंत्रालय के स्तर से भी संस्तुति करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने जखोली, रुद्रप्रयाग में स्वीकृत सैनिक स्कूल की अवस्थापना सुविधाओं के लिए एमओयू में संशोधन करते हुए केन्द्रीय सहायता का भी अनुरोध किया।

सामरिक महत्व के दृष्टिगत टनकपुर-बागेश्वर ब्राडगेज लाईन जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के क्षेत्रीय सामाजिक सांस्कृतिक तथा पर्यटन के विकास और सामरिक दृष्टिकोण से रेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा टनकपुर और बागेश्वर के बीच नैरोगेज रेलवे लाईन हेतु सर्वे का आदेश निर्गत किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नैरोगेज रेलवे लाईन से न तो सामरिक महत्व के मसले हल होंगे और न ही यहां की यातायात व अन्य मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति होगी। यह लाईन ब्राडगेज में होनी चाहिये। चीन और नेपाल की अंतर्राष्ट्रीय सीमा के निकट स्थित होने के कारण यह रेल लाईन सामरिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है। साथ ही यह नये व्यापार केन्द्रों को भी जोड़ेगी। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय रक्षा मंत्री से उनके स्तर से भी टनकपुर-बागेश्वर ब्राडगेज लाईन की स्वीकृति के लिये संस्तुति किये जाने का अनुरोध किया।

जखोली, रुद्रप्रयाग में स्वीकृत सैनिक स्कूल की अवस्थापना सुविधाओं के लिए केन्द्रीय सहायता का अनुरोध
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को अवगत कराया कि उत्तराखण्ड राज्य में एक अतिरिक्त सैनिक स्कूल जखोली, जनपद रुद्रप्रयाग में खोले जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी थी। इसके लिए रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार तथा उत्तराखण्ड राज्य के मध्य एमओयू किया गया था। सैनिक स्कूल की स्थापना हेतु उत्तराखण्ड राज्य द्वारा अवस्थापना संबंधी सुविधायें उपलब्ध कराई जानी थी। मुख्यमंत्री ने राज्य के सीमित वित्तीय संसाधनों को देखते हुए एमओयू में संशोधन करते हुए अवस्थापना विकास हेतु वित्तीय सहायता भारत सरकार द्वारा प्रदान किये जाने का आग्रह किया।

अकेले जीवन बिता रहे पुरुष सैनिकों को भी मिलेगी सीसीएल

केन्द्र सरकार ने अपने एक अहम फैसले में अकेले जीवन बिता रहे पुरुष सैनिकों को भी बच्चे की देखभाल के लिए मिलने वाली छुट्टी चाइल्ड केयर लीव (सीसीएल) देने को मंजूरी दे दी है। साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने महिला अधिकारियों के मामले में सीसीएल प्रावधानों में भी कुछ छूट प्रदान कर दी है। वर्तमान में सीसीएल केवल रक्षा बलों में महिला अधिकारियों को ही प्रदान किया जाता है। रक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि यह फैसला कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के एक आदेश के अनुरूप है।
हाल में डीओपीटी ने प्रावधानों में कुछ संशोधन किए थे, ताकि असैन्य कर्मचारियों को सीसीएल दिया जा सके। इसके तहत महिला कर्मचारियों को दिया जाने वाला सीसीएल सरकारी पुरुष कर्मचारियों को भी दिया जाएगा। रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सीसीएल लेने के लिए पहले 40 प्रतिशत विकलांगता वाले बच्चे के मामले में 22 साल की आयु सीमा को भी हटा दिया गया है। साथ ही एक बार में सीसीएल लेने की न्यूनतम अवधि को 15 दिन के बजाय कम करके पांच दिन कर दिया गया है।
ऐसे ही लाभ रक्षा कर्मियों को प्रदान करने के एक प्रस्ताव को रक्षा मंत्री ने मंजूरी प्रदान दे दी है। इससे सिंगल (किसी भी कारण से जीवन साथी के बिना जीवन बसर करने वाले) पुरुष सैन्य कर्मी सीसीएल का लाभ उठा सकेंगे। सिंगल पुरुष सैन्य कर्मी और रक्षा बलों की महिला अधिकारी भी 40 प्रतिशत विकलांगता वाले बच्चे के मामले में सीसीएल की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे और इसके लिए बच्चे की आयु की कोई सीमा नहीं होगी।