सीएम धामी ने पीलीभीत में बुद्धजन सम्मेलन में किया प्रतिभाग

मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में उपस्थित सभी प्रबुद्धजनों का स्वागत किया एवं बाबा भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी को ऋषिकेश से अपना राम राम भेजा है। उन्होने कहा ये गभिया सहराई ये सारा क्षेत्र हमारे पड़ोस का क्षेत्र है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के अंदर कई कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा आज भाजपा ने अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है। भाजपा के संकल्प पत्र में सभी वर्गाे के उत्थान का संकल्प है। महिला सशक्तिकरण, युवाओं को आगे बढ़ाने, समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास पहुंचाने का संकल्प पत्र है। उन्होंने कहा उत्तराखंड की जनता के आशीर्वाद से हमें सरकार में आने का अवसर मिला हमने मोदी जी की गारंटी को पूरा करते हुए समान नागरिक संहिता विधेयक पारित किया है। भाजपा द्वारा जारी संकल्प पत्र में पूरे देश के अंदर यूसीसी लागू करने का वादा किया है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में नया भारत बनने जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री ने देश के अंदर सीएए लागू कर दिया है। उन्होंने कहा अन्य देशों से आए अल्पसंख्यकों को भारत में नागरिकता अधिकार दिया जाएगा। इस क्षेत्र में भी भारत आने वाले विस्थापितो को नागरिकता मिल जायेगी। उन्होंने कहा इस क्षेत्र की सेवा, क्षेत्र के विकास को समर्पित भाजपा प्रत्याशी श्री जितिन प्रसाद जी को विजय बनाने में सभी में अपना योगदान देना है। उन्होंने कहा यू एस नगर में बंगाली समाज के लोगो के सर्टिफिकेट में पूर्व पाकिस्तान से विस्थापित लिखा रहता था। जिसे हमारी सरकार द्वारा हटाया गया। क्योंकि ये भेदभाव हमारी सरकार में नहीं होता है। उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य सरकार ने नजूल भूमि पर बड़ी संख्या में बसे हुए बंगाली समाज के परिवारों को उनकी भूमि का मालिकाना हक दिलाया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने हमेशा ही बंगाली समाज के लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का काम किया है। विपक्ष के गठबंधन के लोग कहते हैं कश्मीर से धारा 370 हटाने से देश के अन्य लोगों का क्या मतलब है! मुख्यमंत्री ने कहा विपक्ष ने तो अपनी तुष्टीकरण की राजनीति करने हेतु हमेशा ही ब्।। कानून का विरोध किया लेकिन आदरणीय मोदी जी ने पूरी दृढ़ता के साथ इसे लागू किया है। उन्होंने कहा आप सभी लोग समाज के प्रबुद्ध लोग हैं। उन्होंने कहा मोदी जी पूरे देश को विकास की एक नई राह पर ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा 2014 से पहले कांग्रेस द्वारा देश में तुष्टिकरण और भ्रष्टाचार किया गया था। 2014 के बाद से भारत में एक नई तरह की राजनीति हो रही है जिसकी मूल भावना, सबका साथ – सबका विकास है। विकास , न्याय के मामले में कोई भेदभाव नहीं हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वार जनधन योजना, उज्जवला योजना, किसान समृ्द्धि योजना, पीएम आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, गरीब कल्याण अन्न योजना चलाई जा रही है। उन्होंने मोदी ने देश के हित में कई कड़े फैसले लिए हैं। लम्बे समय बाद श्रीराम मंदिर के भव्य दिव्य मंदिर के निर्माण कार्य हुआ है। मोदी जी ने असंभव से दिखने वाले इन कार्यों को किया और देश में कहीं भी एक तिनका तक नहीं हिलने दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरी ओर तुष्टिकरण भ्रष्टाचार अपने परिवार और पार्टियों को बचाने के लिए ठगबंधन बना रहे है। उन्होंने कहा आज देश में शांति, प्रगति, समृद्धि है लेकिन पहले देश में सिर्फ़ भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण की राजनीति होती थी। कांग्रेस के राज में हर दिन भ्रष्टाचार के मामले सामने आते थे। सपा के राज में उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी नेताओं द्वारा गुंडों और माफियाओं को संरक्षण मिलता था। लेकिन अब योगी जी के समय में राज्य की तस्वीर बदल चुकी है। मोदी जी के आने के बाद पिछले 10 सालों में एक भी घोटाला नहीं हुआ है। वहीं उत्तर प्रदेश में गुंडे और माफिया किस्म के लोगो की बुरी दुर्गति हो रही है। उन्होंने कहा प्रदेश, देश में भाजपा ही एक अकेली पार्टी है जो विकास और सुशासन के पथ पर चल रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा सभी ने मिलकर 19 अप्रैल को भाजपा प्रत्याशी जितिन प्रसाद को भारी मतों से विजयी बनाकर मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने में अपना योगदान देना है।

इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष संजू प्रपात सिंह, विधायक बाबूराम पासवान, जिला महामंत्री महादेव, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सीएम ने कैबिनेट सहयोगियों के साथ की श्रीराम मंदिर अयोध्या में पूजा व अर्चना

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ अयोध्या में रामलला के दर्शन किए। इस दौरान सभी बेहद उत्साहित और भक्ति भाव में डूबे हुए नजर आए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में अपने सहयोगियों सतपाल महाराज, प्रेमचंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, डॉ धन सिंह रावत, रेखा आर्य एवं राज्यसभा सांसद नरेश बंसल के साथ जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से वे श्री अयोध्या धाम के लिए रवाना हुए। अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा में पहुंचे पर मुख्यमंत्री धामी और उनके सहयोगियों का भव्य स्वागत हुआ। इस दौरान पूरा परिसर जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा। यहां से वह राम जन्मभूमि के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री एवं उनके सहयोगी श्री अयोध्या धाम में प्रभु राम को साष्टांग नमन कर पूजा अर्चना की। दर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भावुक हो गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री रामलला के दर्शन से रोम-रोम भक्तिमय और मन प्रफुल्लित है। उन्होंने कहा कि रामलला को कई वर्षों तक टेंट में रहना पड़ा। आज भव्य मंदिर में रामलाला के दर्शन किए। मैं भाव विह्वल हूं और प्रभु श्रीराम के चरणों में समर्पित हूं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या में उत्तराखंड वासियों के लिए उत्तराखंड सरकार राज्य अतिथि गृह बनाने की तैयारी कर चुकी है। 4700 वर्ग मीटर में बनने वाले इस राज्य अतिथि गृह को बनाने के लिए हमारी सरकार ने भूमि की खरीद को लेकर 32 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड से भगवान श्री राम के दर्शन करने के लिए अयोध्या पहुंचने वाले श्रीराम भक्तों को इस राज्य अतिथि गृह में सुविधा मुहैया करवाई जाएगी।

सीएम धामी को मिला अयोध्या से न्यौता मिला

अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से मुख्यमंत्री आवास में अक्षत वितरण टोली के सदस्यों द्वारा श्री राम मंदिर, अयोध्या से लाए गए पूजित अक्षत, श्री राम मंदिर का चित्र एवं निमंत्रण पत्रक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेंट किये गये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्री राम आगामी 22 जनवरी को श्री अयोध्या धाम में नव्य-दिव्य मंदिर में विराजमान होंगे, जिसके अंतर्गत पूरे देश में धूमधाम से “अक्षत कलश यात्रा“ संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को हम सब प्रभु श्री रामलला को भव्य मंदिर में विराजमान होते हुए देखेंगे।
मुख्यमंत्री को पूजा-अर्चना के साथ टोली के सदस्यों चन्द्रगुप्त विक्रम, ज्ञानेश श्री गोविन्द, सतीश, नीरज गौड़ एवं अन्य लोगो ने पूजित अक्षत, श्री राम मंदिर का चित्र एवं निमंत्रण पत्रक भेंट किये।

मथुरा प्रवास पर धामीः गोवर्धन मंदिर में टेका माथा, की खुशहाली की कामना

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने मथुरा प्रवास के दौरान प्रसिद्ध गोवर्धन मंदिर में दुग्धाभिषेक कर पूजा अर्चना की तथा देश व प्रदेश की खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण की क्रीडा स्थली के रूप में गोवर्धन धाम की अपनी विशिष्ट पहचान है। देश के करोड़ों लोगों की आस्था का भी यह केंद्र है। उन्होंने कहा कि पूरी ब्रज भूमि ही सनातन भक्ति की पहचान का क्षेत्र है। मुख्यमंत्री ने भगवान श्री कृष्ण से सभी के मंगलमय जीवन की कामना भी की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ही साध्वी ऋतंभरा द्वारा स्थापित तथा परमशक्ति पीठ द्वारा संचालित वात्सल्य ग्राम अनाथालय का भी भ्रमण किया। इसमें अनाथ बच्चों एवं परित्यक्त महिलाओं को आवास, भोजन, स्वास्थ्य एवं शिक्षा का प्रबंध किया जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वृंदावन शहर के समीप आज वात्सल्य ग्राम के नाम से यह स्थान अपनी प्रसिद्धि प्राप्त कर चुका है। यहां स्थापित यशोदा और बालकृष्ण की प्रतिमा वात्सल्य को साकार रूप प्रदान करती है तथा समाज को दिशा देने का भी कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने बहन साध्वी ऋतंभरा द्वारा अनाथालय में बच्चों व बुजुर्गों को परिवार की परंपरा से जोड़ने तथा बालक बालिकाओं को संस्कारवान बनाने के प्रयासों की भी सराहना की।

सीएम धामी ने साध्वी ऋतंभरा को दी शुभकामनाएं, की सुदीर्घ जीवन की कामना

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मथुरा में साध्वी ऋतंभरा के षष्ठिपूर्ति महोत्सव में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने साध्वी ऋतंभरा को वात्सल्य और ममता की प्रतिमूर्ति बताते हुए शुभकामना दी तथा उनके सुदीर्घ जीवन की कामना की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित संत महात्माओं को भी नमन कर उनका आशीर्वाद लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि साध्वी ऋतंभरा का व्यक्तित्व अद्भुत और कृतित्व अकल्पनीय है। उनकी वात्सल्य शक्ति से न जाने कितनी बच्चियों को प्रेरणा और नया जीवन मिला। उनसे सदैव वात्सल्य और ममता का सानिध्य प्राप्त होता हे। मुख्यमंत्री ने कहा कि साध्वी ऋतंभरा के स्नेह और आशीर्वाद से उन्हें व्यक्तिगत रूप से हमेशा लोगों की सेवा करने की शक्ति मिलती है। वे स्वयं उनसे सबसे पहले तब प्रभावित हुए थे जब उनके मुखारबिंदु से श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के समय प्रखर उद्बोधन सुना था। उनके ओजस्वी उद्बोधन ने लाखों लोगों को हृदय की गहराइयों तक प्रभावित किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 22 जनवरी को करोड़ों देशवासियों का रामलला को उनकी जन्मस्थली पर विराजमान करने का संकल्प पूर्ण होने जा रहा है। आज रामलला उस समय अपने जन्मस्थान में विराजमान हो रहे हैं, जब भारत दुनिया की पांचवी अर्थव्यवस्था बन चुका है, सनातन संस्कृति का परचम चारों ओर लहरा रहा है, चाँद पर भारत का चंद्रयान उतर चुका है, सूर्य के चारों ओर आदित्य एल वन चक्कर लगा रहा है, पूरा विश्व, भारत की बात कर रहा है, सनातन का भगवा ध्वज चारों ओर फिर से लहरा रहा है, हम दुनिया को कोरोना की मुफ्त वैक्सीन प्रदान करने में सक्षम हो चुके हैं, हम सफलतम जी-20 सम्मेलन की अध्यक्षता करने में सफल हुए हैं और जब हमारे देश के नेतृत्व का लोहा सारे विश्व के नेता मान रहे हैं, यही नहीं प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश पहली बार गुलामी की मानसिकता से बाहर आने में सफल हुआ है। आज काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर के भव्य कॉरिडोर का बनना, उज्जैन में महाकाललोक कॉरिडोर का बनना, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम का सौंदर्यीकरण होना, केदारनाथ तथा हेमकुन्ट साहिब के लिये रोपवे का निर्माण इस बात का स्पष्ट संकेत है कि आज हमारे मंदिरों का ही नहीं बल्कि हमारी संस्कृति का भी संरक्षण और संवर्धन हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामभक्तों पर गोली चलाने वाले न तो राम मंदिर बना पाते, न धारा 370 हटा पाते और न ही तीन तलाक हटा पाते। यह प्रधानमंत्री मोदी की ही क्षमता है जो बिना झुके, थके, व डिगे अपने कर्तव्यपथ पर आगे बढ़ते ही रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से ही वे भी बिना थके, बिना डिगे उत्तराखण्ड की जनता की सेवा कर रहे हैं। उत्तराखंड में विगत ढाई वर्षों में अनेक ऐसे महत्वपूर्ण और कठोर निर्णय हमने लिए हैं, जो विगत 23 वर्षों में संभव नहीं हो पाये थे। हमने एक ओर जहां उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया, वहीं धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया, प्रदेश में पहली बार लैंड जिहाद के खिलाफ कार्रवाई कर पांच हजार हेक्टेयर सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त किया गया है। भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भी पहली बार कार्रवाई करने से हम पीछे नहीं हटे,यही नहीं अब हम देवभूमि में समान नागरिक आचार संहिता को भी लागू करने की तैयारी कर रहे हैं, शीघ्र ही इसे विधानसभा में प्रस्तुत किया जायेगा। उत्तराखण्ड देवभूमि है, हमारी देवभूमि का मूल स्वरूप बना रहे इस दिशा में प्रभावी कदम उठाये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित जन समूह से अनुरोध किया कि यहां से हम अपने संतों का आशीर्वाद पाकर भगवान श्री राम को स्वयं में धारण करने की यात्रा पर आगे बढ़ें, राम को स्वयं में धारण करने के लिए प्रेम से बढ़कर कोई दूसरा मार्ग नहीं है। राम चरित मानस में कहा भी गया है ‘रामहि केवल प्रेम पियारा’ उन्होंने कहा कि यह तभी संभव होगा जब हम श्री राम और श्री कृष्ण को मानने के साथ साथ उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण भी करेंगे।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में संत महात्मा एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री धामी का गोवर्धन मथुरा में आयोजित सम्मान समारोह में हुआ सम्मान

मुख्यंमत्री पुष्कर सिंह धामी के सम्मान में शुक्रवार को गुरू कृपा अतिथि गृह गोवर्धन मथुरा में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। ब्रज भूमि और ब्रज के लोगों का आभार वक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हे जो सम्मान मिला है यह सिर्फ उनका सम्मान नहीं है बल्कि ब्रज की भूमि पर यह सम्मान देवभूमि की सवा करोड़ जनता का सम्मान है।
मुख्यंमत्री ने भगवान श्री कृष्ण, राधा रानी और ब्रज के सभी संतों को नमन करते हुए कहा कि मथुरा ’भक्ति आंदोलन’ की विभिन्न धाराओं का संगम स्थल रहा है। आज इस भक्ति यज्ञ को भगवान श्री कृष्ण के आशीर्वाद से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ाया जा रहा है। यही नहीं प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में देश पहली बार गुलामी की मानसिकता से बाहर आया है। आज भगवान राम का भव्य और दिव्य मंदिर बन रहा है, जिसके साक्षी हम सभी 22 जनवरी को बनेंगे। इस दिशा में प्रधानमंत्री शनिवार को अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तथा भव्य रेलवे स्टेशन के साथ ही अन्य कई योजनाओं का लोकार्पण करने वाले हैं। रामलला हम आयेंगे मंदिर वहीं बनायेंगे की कामना पूर्ण हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास की नई गाथा लिख रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामभक्तों पर गोली चलाने वाले न तो राम मंदिर बना पाते, न धारा 370 हटा पाते और न ही तीन तलाक हटा पाते। यह प्रधानमंत्री मोदी की ही क्षमता है जो बिना झुके, थके, व डिगे अपने कर्तव्यपथ पर आगे बढ़ते ही रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा से ही वे भी बिना थके, बिना डिगे उत्तराखण्ड की जनता की सेवा कर रहे हैं। उत्तराखंड में विगत ढाई वर्षों में अनेक ऐसे महत्वपूर्ण और कठोर निर्णय हमने लिए हैं, जो विगत 23 वर्षों में संभव नहीं हो पाये थे। हमने एक ओर जहां उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया, वहीं धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया, प्रदेश में पहली बार लैंड जिहाद के खिलाफ कार्रवाई की गई, वहीं भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भी पहली बार कार्रवाई करने से हम पीछे नहीं हटे, इसके साथ ही हमने प्रदेश की महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था भी प्रारंभ की। यही नहीं अब हम देवभूमि में समान नागरिक आचार संहिता को भी लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। उत्तराखण्ड देवभूमि है, इस देवभूमि का मूल स्वरूप बना रहे इस दिशा में कदम उठाये गये हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत विकास और प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर है। देश में 2014 से 2019 का समय आवश्यकताओं को पूरा करने का था, जबकि 2019 से 2024 का समय आकांक्षाओं की पूर्ति करने का कालखंड है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2024 से 2029 का समय भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा। अपने इंग्लैंड व अन्य देशों के भ्रमण के दौरान उन्होंने देश के मान व सम्मान को स्वयं भी महसूस किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की ख्याति का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है, हमारा भी यह कर्तव्य बनता है कि भारत की इस विकास यात्रा में हम भी सहभागी बनें। आज ’’प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’’ के तहत गरीबों को निःशुल्क राशन, ’’प्रधानमंत्री आवास योजना’’ के अंतर्गत गरीबों को पक्के मकान, ’’आयुष्मान भारत योजना’’ के तहत गरीबों को पांच लाख रूपये तक का निःशुल्क इलाज का लाभ तथा लाखों किसानों को ’’प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’’ के माध्यम से सम्मान राशि सीधे बैंक खातों में मिल रही है यही नहीं ऐसी कई अन्य योजनाएं हैं, जिनका लाभ आम आदमी को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर तथा उज्जैन में महाकाललोक के भव्य कॉरिडोर के निर्माण, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम का सौंदर्यीकरण होना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि आज हमारे मंदिरों का ही नहीं बल्कि हमारी संस्कृति का भी संरक्षण और संवर्धन हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप भव्यता के साथ श्री केदारनाथ मंदिर क्षेत्र का भव्य पुनर्निर्माण, श्री बदरीनाथ का मास्टर प्लान के तहत निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। प्रधानमंत्री के हाल ही में 18 हजार फिट की ऊंचाई पर स्थित आदि कैलाश, पार्वती कुण्ड की यात्रा से भी उत्तराखण्ड की पहचान देश व दुनिया में बढ़ी है। इस वर्ष उत्तराखण्ड के चारधाम यात्रा में 56 लाख यात्री शामिल रहे। यह राज्य के धार्मिक पर्यटन के लिये निश्चित रूप से शुभ संकेत हैं।
इस अवसर पर विधायक गोवर्धन मथुरा, मेघश्याम, प्रभारी भाजपा मथुरा, अशोक कटारिया, महानगर अध्यक्ष भाजपा घनश्याम लोदी, महानगर उपाध्यक्ष भाजपा श्याम सिंघल, अनेक जन प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।

सीएम ने शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालय द्वारा किये जा रहे प्रयासों को सराहा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनपद सम्भल के जनता कृषक इंटर कॉलेज पंवासा के रजत जयंती वार्षिकोत्सव में शामिल हुये। मुख्यमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालय के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विद्यालय के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा का हमारे जीवन में विशेष महत्व है, शिक्षा से व्यक्ति का भौतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक विकास सुनिश्चित होता। व्यक्तित्व के निर्माण के लिए भी शिक्षा नितांत आवश्यक रहती है। शिक्षा और संस्कार मनुष्य के जीवन के दो कीमती उपहार है, जो व्यक्ति के जीवन की दिशा और दशा दोनों बदल देते है। उन्होंने कहा कि जब मनुष्य में शिक्षा और संस्कार दोनों का विकास होता है, तभी वह परिवार, समाज और देश का विकास कर सकता है। हमारी शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक ही सीमित न रहे, बल्कि अच्छी शिक्षा के साथ-साथ हमारा चारित्रिक विकास भी सुनिश्चित हो, इस दिशा में ध्यान दिये जाने पर भी उन्होंने बल दिया। इसमें माता-पिता और गुरुजनों का अहम योगदान रहता है।

उन्होंने कहा कि माता-पिता और शिक्षकों का यह कर्तव्य होना चाहिए कि बच्चों को सदा सच्चाई के मार्ग पर चलना सिखाएं। उन्हें सहनशील, कर्तव्यनिष्ठ बनाएं तथा सभी से प्रेम पूर्वक आत्मीयता का व्यवहार करना सिखाएं। क्योंकि मनुष्य अपने जीवन में जो डिग्री हासिल करता है वह सिर्फ एक कागज का टुकड़ा मात्र है, जबकि व्यक्ति की असली डिग्री उसके संस्कार हैं, जो उसके व्यवहार में झलकते हैं। प्राचीन काल से ही भारत में संस्कारों का पाठ पढ़ाया जाता रहा है। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से अपेक्षा की कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दें। देश के कल का भविष्य तैयार करने की बड़ी जिम्मेदारी शिक्षकों के ही कंधों पर है। शिक्षक किसी भी विद्यार्थी के जीवन को प्रकाश एवं उन्नति से आलोकित करने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है। उनके मार्गदर्शन में ही छात्र साधारण से असाधारण की यात्रा करने में सफल होता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत प्राचीनकाल से ही विश्व गुरू रहा है और आज का नया भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पुनः विश्व गुरु का स्थान प्राप्त करने के लिए पूरी शक्ति के साथ शिक्षा सहित हर क्षेत्र में विकास की दिशा में अग्रसर है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के कुशल नेतृत्व में देश को आज नई शिक्षा नीति प्राप्त हुई है। उत्तराखण्ड राज्य में इस नीति को लागू कर दिया गया है। जो हमारे लिये गौरव की बात है।

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति से सभी वर्ग के लोगों को समानता के आधार पर शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे तथा स्कूल स्तर पर युवाओं के कौशल विकास में सहायता प्राप्त होगी। इस नीति से शोध एवम अनुसंधान को बढ़ावा मिलने के साथ ही युवा पीढ़ी को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में युवाओं के भविष्य की बेहतरी के लिये विशेष रोड मैप तैयार किया जा रहा है। इसके आधार पर उत्तराखण्ड सरकार राज्य के युवाओं को प्रत्येक स्तर पर उनके सपने साकार करने में सहायता प्रदान करने का हर संभव प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की डबल इंजन की सरकारों में बडे स्तर पर जहां मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जा रही है वहीं प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के विकास पर भी पूर्ण ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिखाए मार्ग पर चलते हुए हम शीघ्र ही एक विकसित भारत बनाने में अवश्य सफल होंगे। इस वर्ष देश में आयोजित हुये जी-20 सम्मेलन से पूरी दुनिया भारत के सामर्थ्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित हुई है। आज विश्व मंच पर भारत की बात सुनी जाती है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के कुशल नेतृत्व में नये भारत का मॉडल तैयार हुआ है तथा 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना साकार करने की दिशा में मजबूती के साथ कदम बढाये जा रहे है।

लखनऊ पहुंचकर सीएम धामी ने यूपी सीएम आदित्यनाथ से की मुलाकात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने प्रभु बदरी विशाल जी की प्रतिमा और प्रदेश में उत्पादित श्रीअन्न से बने उत्पाद उपहार स्वरूप प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के विभाजन संबंधी विभिन्न विषयों पर भी चर्चा की।

भेंट के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जनपद हरिद्वार के असिंचित क्षेत्रों हेतु गंग नहर से 665 क्यूसेक जल सिंचाई हेतु उत्तराखण्ड राज्य को उपलब्ध कराये जाने का पुनः अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जनपद हरिद्वार के तीन विकासखण्डों के 74 गांवों की 18280 हैक्टेयर असिंचित भूमि में सिंचाई सुविधा प्रदान करने हेतु 35 कि0मी0 लम्बी इकबालपुर नहर प्रणाली तथा कनखल एवं जगजीतपुर नहर की क्षमता विस्तार किया जाना प्रस्तावित है। प्रश्नगत क्षेत्र में सिंचाई हेतु कोई नदी व अन्य जल श्रोत उपलब्ध नहीं हैं। जिस कारण गंग नहर से 665 क्यूसेक पानी उत्तराखण्ड को दिया जाना आवश्यक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अधीक्षण अभियन्ता गंग नहर संचालन मंडल, उ०प्र०. सिं०वि०, मेरठ द्वारा गंग नहर से 665 क्यूसेक जल मात्र खरीफ फसल हेतु उत्तराखण्ड राज्य को उपलब्ध कराये जाने हेतु प्रारम्भिक फिजीबिलिटी रिपोर्ट प्रेषित की गयी थी एवं फिजीबिलिटी रिपोर्ट में अवगत कराया गया था कि 665 क्यूसेक जल खरीफ फसल हेतु उपलब्ध कराया जा सकता है, और रबी की फसल की सिंचाई हेतु जल उपलब्ध नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य द्वारा टिहरी बाँध से मिलने वाले 4879 क्यूसेक अतिरिक्त जल में से 665 क्यूसेक जल की मांग की गयी है, वह न्यूनतम एवं औचित्यपूर्ण है, जो टिहरी बाँध से उपलब्ध होने वाले अतिरिक्त जल का 13.5 प्रतिशत मात्र है तथा उत्तर प्रदेश की प्रस्तावित उपयोगिता 4000 क्यूसेक जल के पश्चात् अवशेष उपलब्ध जल से भी कम है, जिस पर सहमति उ०प्र० शासन स्तर पर लंबित है। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से उत्तराखंड राज्य की प्रस्तावित सिंचाई योजनाओं हेतु 665 क्यूसेक पानी की आपूर्ति उत्तरी गंग नहर से किये जाने के सम्बन्ध में स्वीकृति प्रदान किये जाने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के दौरान उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश राज्य के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के विभाजन के सम्बन्ध में भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद हरिद्वार में सिंचाई विभाग की 615.836 है0 भूमि एवं 348 सं0 आवासीय भवन तथा 167 सं० अनावासीय भवन उत्तराखण्ड राज्य को हस्तान्तरण किये जाने हेतु दोनो मुख्य सचिवों द्वारा संयुक्त सहमति व्यक्त की गयी है। इसी प्रकार ‘‘जनपद ऊधमसिंहनगर की कुल 332.74 है भूमि में से 322.00 है० नानक सागर बांध डूब क्षेत्र की भूमि से उत्तराखण्ड राज्य के सहयोग से अतिक्रमण हटाये जाने तथा अवशेष 10.748 है0 भूमि उत्तराखण्ड राज्य को उपलब्ध कराये जाने के संबंध में शीघ्र निर्णय लिये जाने की अपेक्षा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों राज्यों के अधिकारियों द्वारा बनबसा स्थित भूमि का पुनः सर्वेक्षण कर कन्दूर मैप एवं प्लान तैयार कर लिया गया है तथा उस पर विभिन्न प्रकार की भूमि का अंकन भी कर लिया गया है। सिंचाई विभाग उत्तराखण्ड के अधिकारियों द्वार कुल 1410.55 है भूमि में से 162.06 हैक्टेयर भूमि को हस्तान्तरण हेतु उपयुक्त पाया गया है। इन सभी बिंदुओं पर दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ हुई बैठक में सैद्धान्तिक सहमति प्राप्त हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने अनुरोध किया कि जिन परिसम्पत्तियों के उत्तराखण्ड राज्य को हस्तान्तरण पर सहमति हो गयी है, उनके हस्तान्तरण के लिये शीघ्र शासनादेश निर्गत किया जाये।

यूपी और यूके में एनएच 734 खंड के सुधार और उन्नयन को केंद्र से मिली धनराशि

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में एनएच-734 खंड के मुरादाबाद-ठाकुरद्वारा-काशीपुर, मुरादाबाद और काशीपुर बाईपास सहित सेक्शन के सुधार और उन्नयन के कार्य को 2,006.82 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दिए जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन विकास के हाईवे से निश्चित रूप से उत्तराखण्ड में पर्यटन और उद्योगों के विकास को बल मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में राज्य में कनेक्टीवीटी में अभूतपूर्व काम हुआ है। जिसका लाभ भी राज्य को हो रहा है।

हमारी संस्कृति और दर्शन में जैन धर्म का अतिविशिष्ट स्थानः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्राम वहलना मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश में श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के अवसर पर आयोजित वार्षिक मेला एवं रथयात्रा महोत्सव में प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने श्री जैन दिगंबर मंदिर, वहलना में दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज ही के दिन देश में दो महान विभूतियों राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और दूसरे मां भारती के सच्चे सपूत व भारत रत्न से अलंकृत पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म हुआ। उन्होंने दोनों महामानवों को श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए उनके स्थापित किए आदर्शों को आत्मसात करने का प्रण लेने की बात कही। इन दोनों की जीवन यात्रा देश की हर पीढ़ी को कर्तव्य पथ पर चलने के लिए सदैव प्रेरित करती रहेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी संस्कृति और दर्शन में जैन धर्म का अतिविशिष्ट स्थान है। जैन धर्म में प्राणी मात्र के कल्याण की भावना निहित है। अहिंसा जैन धर्म का प्रमुख आधार है और जैन धर्म के अनुयायी के जीवन में अहिंसा को सर्वाेच्च स्थान दिया गया है। महात्मा गांधी जी के पूरे जीवन एवं विचारों में सत्य, अहिंसा और अपरिग्रह के साक्षात् दर्शन होते हैं। उन्होंने कहा जैन दर्शन के ही अनुरूप गांधी जी ने भी आजीवन सिद्धांतों पर अटल रहते हुए सामाजिक, नैतिक और आर्थिक प्रगति को सुनिश्चित करने की शिक्षा दी। राष्ट्रपिता ने अहिंसा का एक ऐसा प्रायोगिक रूप प्रस्तुत किया जिससे पूरी दुनिया ने परतंत्रता के बंधन तोड़े।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जैन समाज का देश की आर्थिक गतिविधियों में बहुत बड़ा योगदान है और अपने विभिन्न व्यवसायों के जरिए असंख्य लोगों को रोजगार दिया है। जैन समाज ने हमेशा अपनी सर्वश्रेष्ठ संस्थाओं के माध्यम से समाज की उत्तम से उत्तम सेवा की है और यही कारण है कि केवल हमें ही नहीं पूरे देश को जैन समाज पर गर्व है। उन्होंने जैन समाज के उद्यमियों को उत्तराखंड में भी अपनी निर्माण और व्यवसायिक इकाइयां स्थापित करने एवं प्रदेश के विकास में अपना योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा उत्तराखंड सरकार आपके ऐसे हर विचार को प्रोत्साहित करेगी और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव कुमार बाल्यान, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार (उत्तर प्रदेश सरकार) कपिलदेव, विधायक प्रदीप बत्रा, क्षेत्र प्रबंध समिति के अध्यक्ष राजेश जैन, महामंत्री संजय जैन, कोषाध्यक्ष मनोज जैन, योगेश जैन, विपिन जैन, अजय जैन एवं अन्य लोग मौजूद रहे।