राजनीति में अपराधी प्रवृति के लोगों को रोकने के लिए चुनाव आयोग की गाइडलाइन जारी

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए 14 फरवरी को मतदान होना है, जिसके लिए 21 जनवरी को अधिसूचना जारी की जाएगी। इस बीच चुनाव आयोग ने राजनीति में बढ़ते अपराधीकरण से निपटने के लिए खास इंतजाम किए हैं। जिसके तहत अब दागी उम्मीदवारों को टिकट देने वाली पार्टियों को जानकारी देनी होगी कि उसे उम्मीदवार बनाने के पीछे की क्या मजबूरी थी। चुनाव आयोग की इस गाइडलाइन को लेकर उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने आज जानकारी दी।
राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने प्रत्याशियों के साथ-साथ राजनीतिक पार्टियों के लिए भी उम्मीदवार के आपराधिक इतिहास को सार्वजनिक करने को लेकर दिशा-निर्देश जारी किया है। इस बार राजनीतिक दलों को आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की जानकारी अखबार, टीवी चौनल्स के माध्यम से विज्ञापन देकर सार्वजनिक करनी होगी। साथ ही दागी कैंडिडेट को भी पर्चा वापस लेने की अंतिम तारीख से मतदान के दो दिन पहले तक आपराधिक रिकॉर्ड का ब्योरा अखबारों और टीवी चैनलों के माध्यम से मतदाताओं के सामने रखना होगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि उम्मीदवारों को कैंपेन पीरियड के दौरान स्थानीय समाचार पत्रों और राष्ट्रीय समाचार पत्रों में तीन बार अपनी आपराधिक पृष्ठभूमि से जुड़े विवरण का व्यापक प्रचार प्रसार करना होगा। साथ ही राजनीतिक दलों को अपनी वेबसाइट पर प्रत्याशियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी साझा करनी होगी। इसके अलावा उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि राजनीतिक दलों के लिए यह अनिवार्य है कि वे उम्मीदवारों के रूप में चुने गए लंबित आपराधिक मामलों वाले व्यक्तियों के बारे में विस्तृत जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड करें. साथ ही पार्टियों को उम्मीदवार का चयन करने के लिए एक कारण भी देना होगा।

उम्मीदवार को इन दिनों का रखना होगा विशेष ध्यान
उम्मीदवार के आपराधिक विवरण का पहली बार प्रकाशन नाम वापसी की अंतिम तारीख के पहले चार दिनों के भीतर करवाना होगा। दूसरी बार इसका प्रकाशन नाम वापसी की अंतिम तारीख के पांचवें से आठवें दिन के अंदर करवाना होगा। तीसरे और अंतिम बार इसका प्रकाशन नाम वापसी के नौवें दिन से चुनाव प्रचार के अंतिम दिन के बीच करवाना होगा। निर्विरोध रूप से जीतने वाले प्रत्याशी और उनकी पार्टी का भी कोई आपराधिक इतिहास रहा हो तो इससे जुड़ी जानकारी प्रकाशित करवानी होगी।

सैनिकों के आर्शीवाद से बनेगी उत्तराखंड में आप की सरकार-नेगी

आम आदमी पार्टी के ऋषिकेश विधानसभा प्रभारी राजे सिंह नेगी ने दावा किया कि युवा जोश और मातृशक्ति के सहयोग के साथ-साथ प्रदेश के सैनिकों के आर्शीवाद के बूते आप प्रंचड बहुमत के साथ उत्तराखंड में सरकार बनायेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के मुख्यमंत्री पद का चेहरा कर्नल कोठियाल स्वंय भारतीय सेना के जांबाज सिपाही रहे हैं। वह जानते हैं है कि सैनिक परिवारों को किन किन समस्याओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा नवपरिवर्तन सभा के दौरान उत्तराखंड में शहीदों के परिजनों को आप सरकार बनने पर 1 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद और पूर्व सैनिकों को सरकारी नोकरी देने के ऐलान पर विधानसभा प्रभारी नेगी ने एक जारी बयान में कहा कि आम आदमी पार्टी ही सही मायने में सैनिकों का सम्मान करना जानती है। दिल्ली में पार्टी ने यह कर दिखाया है। अब उत्तराखंड में भी सैनिकों को वो ही सम्मान मिलेगा जिसके वो सच्चे हकदार हैं। उन्होंने ऋषिकेश विधानसभा के पूर्व सैनिकों से अपील की, कि वो आप को वोट दें और उत्तराखंड का नव निर्माण निर्माण करें। उन्होंने कहा कि यदि पूर्व सैनिकों ने तय कर लिया तो आम आदमी पार्टी सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता है।

उत्तराखंड में बीजेपी नेताओं को बड़ा संदेश दे गए मोदी

हल्द्वानी में पीएम मोदी ने गुरुवार को उत्तराखंड को 17,500 करोड़ रुपए की 23 परियोजनाओं का तोहफा दिया तो विधानसभा चुनाव से पहले कई राजनीतिक संदेश भी दे गए। कार्यक्रम के दौरान ना सिर्फ उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ की, बल्कि सीएम के कंधे पर हाथ रखकर शाबासी भी दी। पीएम मोदी संग धामी की इस तस्वीर के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि पीएम मोदी ने जिस तरह यूपी में योगी के कंधे पर हाथकर पार्टी में मुख्यमंत्री के खिलाफ गुटबाजी में जुटे नेताओं को संदेश दिया था, कुछ उसी तरह का मैसेज उन्होंने उत्तराखंड में भी बीजेपी नेताओं को दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देहरादून में आयोजित जनसभा के बाद गुरुवार को हल्द्वानी में हुई जनसभा के दौरान भी एक बार फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ की। सेना के हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर में बैठने से पहले पीएम मोदी ने सीएम धामी के कंधे पर हाथ रखकर शाबासी दी और उनके अंगुली के फ्रैक्चर की सुध लेते हुए अपने हाथ का ख्याल रखने की बात भी कही। यहां एमबी इंटर कॉलेज के मैदान में आयोजित रैली में पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड की खुलकर मदद करने के लिए पीएम का आभार व्यक्त किया। सीएम धामी ने कहा कि उनकी सरकार जिस तेजी से विकास कार्य कर रही है और जनहित के निर्णय ले रही है, उसके पीछे प्रधानमंत्री मोदी का मार्गदर्शन और केंद्र से उत्तराखंड को निरंतर मिल रही मदद खास वजह है।
यहीं नही मोदी ने ताली बजाकर सीएम के भाषण को सराहा। पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में 2017 के विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने के बाद भी बीजेपी का सफर आसान नहीं रहा है। बीजेपी को 5 साल में तीन चेहरों पर दांव खेलना पड़ा। पहले त्रिवेंद्र रावत और फिर तीरथ सिंह रावत के बाद पुष्कर सिंह धामी को चेहरा बनाया गया। उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री के तौर पर धामी के लिए पार्टी को एकजुट रखना भी चुनौती है। हाल ही में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की नाराजगी की खबर सामने आई थी। बताया जा रहा है कि हरक अपने इस्तीफे की पेशकश कर चुके थे, लेकिन धामी डैमेज कंट्रोल में कामयाब रहे।