बड़ी रैली के बिना ही सम्पन्न होंगे उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 के लिए चुनाव आयोग ने नई गाइडलाइन जारी की है। चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनावों में एक हजार लोगों की अधिकतम क्षमता वाली रैलियों को इजाजत दे दी है। इससे राज्य के राजनैतिक दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों को प्रचार के लिए कुछ हद तक राहत मिल गई है। हालांकि बड़ी रैलियों पर 11 फरवरी तक रोक जारी रहेगी।
चुनाव आयोग की ओर से चुनावी रैलियों के संदर्भ में सोमवार को नए सिरे से गाइडलाइन जारी की गई। जिसमें एक हजार लोगों तक की रैली की इजाजत के साथ ही इनडोर आयोजनों में 500 लोगों की अधिकतम भीड़ एकत्र करने और डोर-टू-डोर कैंपेन के लिए बीस लोगों को शामिल करने की छूट दी गई है। दरअसल उत्तराखंड सहित पांच राज्यों में चुनाव तारीखों के एलान के साथ ही चुनाव आयोग ने रैलियों पर रोक लगा दी थी।
कुछ दिन पूर्व जारी गाइडाइन में प्रचार के लिए छोटी रैलियों की इजाजत दी गई थी लेकिन उसमें अधिकतम पांच सौ लोगों के ही एकत्र होने की छूट थी। रैलियों में पांच सौ तक लोगों को एकत्र करने की छूट का लाभ राज्य में एक फरवरी से मिलना था। लेकिन अब इसमें बदलाव करते हुए चुनाव आयोग ने एक फरवरी से रैलियों में एक हजार तक लोगों को एकत्र करने की छूट दे दी है।
राज्य में विधानसभा चुनावों के लिए सोमवार को नामांकन वापसी का दिन तय था और अब प्रत्याशियों पर स्थिति साफ हो गई है। इसके बाद अब मंगलवार से प्रचार अभियान तेज होना है। ऐसे में चुनाव आयोग की नई गाइडलाइन से राजनैतिक दलों और निदर्लीय प्रत्याशियों को राहत मिल गई है। राज्य में भाजपा, कांग्रेस के साथ ही सभी दलों की ओर से अब प्रचार अभियान को तेज किया जाना है। सोमवार को जारी गाइडलाइन के अनुसार मंगलवार से डोर टु डोर कैंपेन में अब 10 की जगह 20 लोगों को शामिल किया जा सकेगा। जबकि इनडोर बैठक में 300 की जगह 500 लोग शामिल हो सकते हैं।

अमित शाह ने उत्तराखंड में प्रचार अभियान का श्रीगणेश किया

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार रुद्रप्रयाग के दौरे पर रहें। इस दौरान सबसे पहले उन्होंने रुद्रप्रयाग में रुद्रनाथ महादेव मंदिर के दर्शन कर पूजा अर्चना की। इसके बाद उन्होंने यहां से भाजपा उम्मीदवार भरत चौधरी के लिए प्रचार करते हुए डोर-टू-डोर कैंपेन किया और लोगों से बीजेपी को जिताने की अपील की।
इस दौरान उनके साथ तमाम बीजेपी नेता और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी मौजूद रहे। अमिता शाह ने यहां पूर्व सैनिकों से संवाद की करते हुए कहा कि भाजपा देश के वीर सैनिकों के कल्याण के प्रति कटिबद्ध है। उन्होंने आगे कहा, श्पांच साल पहले मैं उत्तराखंड में आया था तब मैंने देवभूमि की जनता को कहा था कि अगर हमें पूर्ण बहुमत की सरकार वीरभूमि की जनता देती है तो हमारा वादा है कि जो काम 70 साल में नहीं हुए हैं वो हम पांच साल में करके दिखाएंगे।
शाह ने कहा की नेता ने कहा कि वर्षों तक उत्तराखंड के लोगों ने राज्य की रचना के लिए संघर्ष किया। कांग्रेस के दमन को सहा। आज रामपुर तिराहे की घटना को कोई भुला नहीं सकता, उत्तराखंड के नौजवान अपने अधिकार के लिए लड़ते हुए शहीद हुए थे। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार आई तब उन्होंने उत्तराखंड को अलग राज्य बनाया। श् शाह ने पूर्व सैन्यकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा, श्पीएम मोदी ने एक रैंक एक पेंशन योजना लागू की। 2013-14 में 2 लाख करोड़ रुपये का रक्षा बजट था, यह हमारी प्राथमिकता बताती है।

भाजपा की दूसरी सूची में इन्हें मिला टिकट

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने प्रत्याशियों की दूसरी सूची बुधवार को जारी कर दी है। पार्टी ने नौ विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की है। पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी पहले ही संकेत दे चुके थे कि दूसरी सूची बुधवार को आएगी है।

कांग्रेस के हुए ओमगोपाल रावत

टिहरी की नरेंद्र नगर विधानसभा सीट पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को भाजपा से टिकट मिलने के बाद से ही नाराज़ चल रहे भाजपा नेता ओम गोपाल रावत ने आज कांग्रेस का दामन थाम लिया। दरअसल, कुछ दिनों पहले भी ओम गोपाल रावत ने भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थामने का ऐलान किया था और चुनाव लड़ने के ऐलान के साथ ही भाजपा से टिकट न मिलने पर कांग्रेस में जाने की बात कही थी। जिसके बाद आज, देहरादून कांग्रेस मुख्यालय में ओम गोपाल रावत ने कांग्रेस का दामन थामा।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कांग्रेस मुख्यालय में भाजपा नेता ओम गोपाल रावत को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। ऐसे में चर्चाएं है कि कांग्रेस पार्टी, ओम गोपाल को नरेंद्र नगर विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित कर सकती है। हालांकि, इसकी स्थिति कांग्रेस की तीसरी लिस्ट जारी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी। वही, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने बताया कि ओम गोपाल के कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को इसका बड़ा फ़ायदा मिलेगा।

20 सीटों पर उम्मीदवार बदलने के मूड में भाजपा

उत्तराखंड विधानसभा के लिए प्रत्याशियों के नाम तय करने में भाजपा नेतृत्व को तगड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। हालांकि सूत्र बता रहे हैं कि चुनाव समिति की बैठक में 50 विधानसभा क्षेत्रों से आए नामों पर तकरीबन सहमति हो चुकी है। लेकिन 20 विधानसभा सीटों पर माथापच्ची के बाद असमंजस की स्थिति है। अब इसे केंद्रीय नेतृत्व और संसदीय बोर्ड पर छोड़ा गया है।
प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में विधानसभा वार आए नामों पर विचार हुआ। मंत्रियों, वरिष्ठ विधायकों की सीटों पर एक-एक नाम, ऐसी सीटें जिसमें पार्टी के पास सकारात्मक फीड बैक है पर एक से दो नाम का पैनल बनाया गया है। जिन सीटों पर पार्टी की स्थिति कमजोर है या कांग्रेस के कब्जे वाली हैं, वहां तीन-तीन नामों के पैनल भेजे गए हैं। इन्हीं सीटों पर पार्टी सहमति के बिंदू नहीं पहुंच पाई है।

गढ़वाल मंडल विधानसभा सीट –
थराली- पूर्व विधायक स्व. मगन लाल शाह की पत्नी विधायक हैं और टिकट मांग रही हैं लेकिन पार्टी वहां ज्यादा मजबूत प्रत्याशी तलाश रही है।
पौड़ी-विधायक मुकेश कोली के खिलाफ पार्टी के खेमा लामबंद है। पार्टी सर्वे के नतीजे भी कोली के लिए सहज नहीं बताए जा रहे।
कोटद्वार-हरक सिंह रावत के कांग्रेस में लौटने के बाद स्थिति बदल गई है।
पुरोला-इस सीट पर कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हो चुके हैं और भाजपा के पूर्व प्रत्याशी माल चंद कांग्रेस में चले गए हैं।
घनसाली-संगठन के सर्वे में विधायक शक्तिलाल शाह की स्थिति बहुत मजबूत नहीं बताई जा रही।
टिहरी-चर्चा है कि पार्टी इस सीट पर कांग्रेस से एक बड़े चेहरे को मैदान में उतार सकती है।
झबरेड़ा-पार्टी की सर्वे रिपोर्ट और कार्यकर्ताओं का फीड बैक विधायक देश राज कर्णवाल के अनुकूल नहीं माना जा रहा।
पिरान कलियर-यह सीट कांग्रेस के कब्जे वाली है और पार्टी अभी तय नहीं कर पा रही है कि किस चेहरे पर दांव लगाया जाए।
राजपुर रोड-इस सीट पर खजानदास विधायक हैं और इस बार पार्टी के भीतर सीट पर नए विकल्प की चर्चा हो रही है।
गंगोत्री-इस सीट पर पार्टी प्रत्याशी चयन को लेकर असमंजस में है। पूर्व विधायक की पत्नी टिकट मांग रही हैं।
भगवानपुर-इस सीट पर पार्टी ने पूर्व कैबिनेट मंत्री सुबोध राकेश को प्रत्याशी बनाया था। लेकिन वह पार्टी छोड़कर बसपा में चले गए। पार्टी यहां मजबूत प्रत्याशी की खोज में है।

’कुमाऊं मडंल में ये सीटें फंसी’
नैनीताल-इस सीट पर संजीव आर्य विधायक थे, लेकिन पार्टी छोड़ने के बाद अब भाजपा को इस सीट पर टक्कर के प्रत्याशी की तलाश है। पार्टी कांग्रेस नेत्री सरिता आर्य को साधने की कोशिश कर रही है।
जागेश्वर-कांग्रेस के कब्जे वाली सीट पर पार्टी को मजबूत प्रत्याशी चाहिए।
अल्मोड़ा-इस सीट पर रघुनाथ सिंह चौहान विधायक हैं। क्षेत्र में पार्टी उनका विकल्प तलाश रही है।
रानीखेत-यहां कांग्रेस के करन माहरा विधायक हैं। भाजपा इस सीट पर मजबूत चेहरे की तलाश में है।
गंगोलीहाट-भाजपा की मीना गंगोला विधायक हैं। यहां भी पार्टी ज्यादा मजबूत विकल्प खोज रही है।
काशीपुर-काशीपुर में भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा अपने बेटे को प्रत्याशी बनाना चाहते हैं। लेकिन पार्टी के अन्य दावेदार भी टिकट मांग रहे हैं।
बाजपुर-विधायक यशपाल आर्य के भाजपा छोड़ देने के बाद परिस्थितियां बदली हैं और पार्टी मजबूत विकल्प खोज रही है।
रामनगर-रामनगर सीट पर भी पार्टी को मजबूत विकल्प की तलाश है।
हल्द्वानी-इस सीट पर भी भाजपा में टिकट को लेकर मारामारी है।

डोईवाला सीट पर त्रिवेंद्र का नाम टॉप पर
सूत्रों के मुताबिक, डोईवाला विधानसभा सीट पर नामों का जो पैनल बनाया गया है उसमें पहले स्थान पर पूर्व मुख्यमंत्री व सिटिंग विधायक त्रिवेंद्र सिंह रावत का नाम बताया जा रहा है। लेकिन उनके नाम पर अंतिम फैसला पार्टी की बैठक और संसदीय बोर्ड में ही होगा।

टिहरी पुलिस ने चुनाव में सुरक्षा के इंतजाम किए पुख्ता

टिहरी जनपद की पुलिस ने चुनाव को लेकर सुरक्षा समेत तमाम तैयारियों को पूरा कर लिया है। जिले और थाना क्षेत्रों के नाकों पर चेकिंग से लेकर सुरक्षा से जुड़े सभी व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने के लिए दो कंपनी बीएसएफ भी जिले में पहुंच चुकी हैं। जिनमें से एक कंपनी की तैनाती मुनिकीरेती क्षेत्र जबकि दूसरी कंपनी को जनपद के अन्य इलाकों में ड्यूटी पर लगाया गया है।
बता दें कि क्षेत्र में बीएसएफ की कंपनियां पहुंचने पर एसएसपी नवनीत भुल्लर ने बीएसएफ समेत पुलिस कर्मियों को मुनी की रेती में ब्रीफ किया। इस दौरान उन्हें ड्यूटी समेत अन्य व्यवस्थाओं से अवगत कराया। खासकर एसएसपी ने सुरक्षाकर्मियों को स्थानीय लोगों के साथ व्यवहार मधुर रखने के निर्देश दिए। लाइसेंस धारी शस्त्र धारकों को चेताया कि 2 दिन के भीतर वह संबंधित थाना क्षेत्रों में अपने असला जमा करा दें। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने संबंधित व्यक्तियों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति करने की बात भी कही है। मौके पर एसएसपी ने बीएसएफ के जवानों से सुझाव भी मांगे।
मीडिया से बातचीत करते हुए एसएसपी ने बताया कि जनपद में चुनाव की तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। अवैध शराब और मादक पदार्थों की तस्करी पर पुलिस अपनी नजर बनाए हैं। असामाजिक तत्वों के खिलाफ भी पुलिस अभियान चला रही है। चुनाव प्रभावित न हो इसके लिए पूरे जनपद के हिस्ट्रीशीटर को भी तलब कर सख्त हिदायत दे दी गई है। फिलहाल दो हिस्ट्रीशीटर जनपद से फरार चल रहे हैं। जिन्हें जल्द पकड़ने का दावा भी एसएसपी ने किया है। बताया उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहे कोरोना के संक्रमण को देखते हुए चुनाव सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराना पुलिस के लिए चुनौती है। इस चुनौती को आमजन के सहयोग से कम किया जा सकता है। इसलिए वह नागरिकों से अपील करते हैं कि शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने में पुलिस को अपना सहयोग दें। सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मास्क पहने और सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें। बताया कि यदि उनकी अपील पर नागरिक ध्यान नहीं देते तो पुलिस को नियम तोड़ने वालों के खिलाफ चालान और मुकदमा पंजीकृत करने के निर्देश दे दिए हैं।
इस दौरान बीएसएफ से असिस्टेंट कमांडर संदीप राजपूत, पुलिस क्षेत्राधिकारी रविंद्र कुमार चमोली, इंस्पेक्टर रितेश शाह, प्रदीप पंत, सिद्धार्थ कुकरेती, इंस्पेक्टर रामकिशन बीएसएफ, सब इंस्पेक्टर राम कुमार, सब इंस्पेक्टर योगेश पांडे, विकास शुक्ला, सुनील पंत, पिंकी तोमर आदि मौजूद थे ।

डीजीपी ने चुनाव को लेकर दिये अहम निर्देश

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो गया है। ऐसे में चुनाव को निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्क तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस महकमे ने कमर कस ली है। लेकिन पुलिस प्रशासन के सामने कोविड के तेजी से फैलते संक्रमण के चलते चुनौतियां भी बढ़ गई है। ऐसे में फ्रंटलाइन में तैनात पुलिसकर्मियों को भी बूस्टर डोज लगाई जा रही है। इसी कड़ी में डीजीपी अशोक कुमार ने भी खुद कोविड बूस्टर डोज लगाकर अभियान को शुरू किया।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर केंद्रीय पैरामिलिट्री फोर्स की 25 कंपनियों की टुकड़ियां उत्तराखंड पहुंच चुकी है। जबकि, संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च भी निकाला जा रहा है। सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर किसी तरह की अराजकता, सांप्रदायिक और वोट बैंक के लिए गुमराह करने वाले पोस्ट पर भी नजर रखी जा रही है।
पुलिस विभाग ने अलग से जिलेवार इंटेलिजेंस सेल के साथ ही सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को अपग्रेड कर मुस्तैदी से निगरानी के लिए रखा है। डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक, सोशल मीडिया के जरिए माहौल खराब करने आदि की शिकायत सामने आने पर उसके खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। ताकि शांति और निष्पक्ष तरीके से चुनाव संपन्न कराई जा सके.उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के मुताबिक, चुनाव के दरमियान अराजकता, सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वाले और क्रिमिनल बैकग्राउंड से जुड़े लोगों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। चुनाव से पहले हथियार बंदूक, पिस्टल जैसे लाइसेंसी असलहा धारकों समेत आपराधिक पृष्ठभूमि से जुड़े लोगों पर गुंडा एक्ट, गैंगस्टर वारंट, तामील कराने और उन्हें शांति व्यवस्था के लिए थाने स्तर पाबंद करने जैसे कानूनी कार्रवाई भी तेजी से सुनिश्चित की जा रही है।
डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य के सभी जिलों में प्रभारियों को कड़े दिशा निर्देश देकर कानून व्यवस्था की सुदृढ तैयारी की जा रही है। जिलेवार सुरक्षा नोडल अधिकारी नियुक्त करने के साथ ही पर्याप्त संख्या में पुलिस सुरक्षा बलों की अलग-अलग स्थानों में तैनाती सुनिश्चित की जा रही है। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील चुनाव इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल और फ्लैग मार्च निकाल कर जनता को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव का संदेश दिया जा रहा है। फ्रंटलाइन पुलिसकर्मियों को कोविड बूस्टर डोजः डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक, कोविड-19 की लहर जिस तरह से तेजी से फैल रही है, ऐसे में चुनाव ड्यूटी को कराना एक अलग से चुनौती बनी हुई है, लेकिन इसके बावजूद महामारी में फ्रंटलाइन वॉरियर्स के रूप में काम कर रहे पुलिसकर्मियों को वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जा रही है।

कार्यकर्ताओं ने लोगों को कांग्रेस की नीतियों के प्रति जागरूक किया

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर कांग्रेस जन संपर्क अभियान चला रही है। मंगलवार को कांग्रेस नेताओं ने ऋषिकेश के ग्रामीण क्षेत्रों में जनसपंर्क चलाया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने लोगों को कांग्रेस की नीतियों के प्रति जागरूक किया।
मंगलवार को एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला ने ग्रामीण क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पहल हमेशा बूथों को मजबूत करने की रही है। हमारा बूथ मजबूत होगा, तो निश्चय ही हमारा क्षेत्र मजबूत होगा। कांग्रेस गरीबों व असहाय लोगों की पार्टी है। भाजपा ने महंगाई, र्भ्रष्टाचार और जनविरोधी नीतियों से देशवासियों को परेशान करने का काम किया है। अब कांग्रेस की जीत पक्की है। कांग्रेस जिला महामंत्री जितेन्द्र त्यागी ने कहा कि ऋषिकेश में 15 सालों से भाजपा के विधायक हैं, बावजूद इसके कोई विकास कार्य नहीं किए गए हैं। मौके पर जिला बूथ प्रभारी गजेन्द्र विक्रम शाही, रवि राणा, दीपक नेगी, कुंवर सिंह गुसाईं, मनोज मिश्रवाण, अंजली, लक्ष्मी, सुदेश, अल्का क्षेत्री आदि मौजूद रहे।

आमजन से लिए जा रहे सुझाव भी बनेंगे भाजपा के दृष्टिपत्र का हिस्सा

आगामी उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश भाजपा द्वारा तैयार किए जा रहे दृष्टिपत्र में नमो का यह विजन झलकेगा। अगले पांच वर्ष में उत्तराखंड को माडल राज्य बनाने को पार्टी क्या-क्या कदम उठाएगी, यह उसके दृष्टिपत्र से परिलक्षित होगा। आमजन से लिए जा रहे सुझाव भी दृष्टिपत्र का हिस्सा बनेंगे। इससे पार्टी संदेश देने का प्रयास करेगी कि दृष्टिपत्र उसका नहीं, बल्कि राज्य की जनता का है। पार्टी का प्रयास है कि गणतंत्र दिवस से पहले उसका दृष्टिपत्र जनता के बीच आ जाए। इसी हिसाब से तैयारियां की जा रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है और समय-समय पर वह इसे प्रदर्शित भी करते हैं। नमो इस बार लगातार जोर दे रहे हैं कि वर्ष 2025 में उत्तराखंड जब अपनी स्थापना की 25वीं वर्षगांठ मनाए तो तब तक वह देश का माडल राज्य बनकर उभरे। यानी, उत्तराखंड संपन्न राज्यों की पांत में खड़ा हो। प्रधानमंत्री की इसी भावना के अनुरूप पार्टी अब आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपना दृष्टिपत्र तैयार करने में जुटी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक की अध्यक्षता में गठित चुनाव घोषणा पत्र समिति इस सिलसिले में कई दौर का मंथन कर चुकी है।
इसके साथ ही दृष्टिपत्र के लिए आमजन से सुझाव लेने को पार्टी ने सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में जनसुझाव रथ भेजे हैं। प्रत्येक रथ में बाकायदा सुझाव पेटिका रखी गई है, जिसमें लोग क्षेत्र व राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए पार्टी को क्या-क्या करना चाहिए, इस बारे में सुझाव दे रहे हैं। पार्टी ने तय किया है कि नौ जनवरी तक जनता से सुझाव लिए जाएंगे।
पार्टी ने यह भी निश्चय किया है कि विधानसभा क्षेत्रों से सुझाव लेने के बाद प्रत्येक जिला मुख्यालय में वृहद कार्यक्रम के जरिये जनता से सुझाव लेने के साथ ही उससे चर्चा भी की जाएगी। प्रदेश स्तर का कार्यक्रम देहरादून में प्रदेश भाजपा मुख्यालय में होगा, जिसमें सभी वर्गों के चुनिंदा व्यक्तियों, विशषज्ञों के साथ विमर्श किया जाएगा। प्रयास ये है कि विधानसभा क्षेत्रों से सुझाव लेने के बाद हफ्तेभर के भीतर ये कार्यक्रम पूर्ण करा लिए जाएं। जनता के बीच से आए महत्वपूर्ण सुझावों को दृष्टिपत्र में शामिल किया जाएगा।
रमेश पोखरियाल निशंक (अध्यक्ष चुनाव घोषणा पत्र समिति भाजपा एवं पूर्व मुख्यमंत्री) का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भावना के अनुरूप उत्तराखंड को देश का माडल राज्य बनाने का विजन भाजपा के दृष्टिपत्र में होगा। जनता से सुझाव लेकर हर वर्ग, हर क्षेत्र की बेहतरी और हर दृष्टि संपन्न उत्तराखंड के विकास का खाका पार्टी के दृष्टिपत्र में परिलक्षित होगा। यह हर दृष्टि से जनता का दृष्टिपत्र होगा।

स्व. बहुगुणा के पद्चिन्हों पर चलकर ही होगी पर्यावरण की सुरक्षा

हरिपुर कलां पहुंचने पर विश्व विख्यात पर्यावरणविद स्व. सुंदर लाल बहुगुणा के बेटे वरिष्ठ पत्रकार राजीव नयन बहुगुणा को महामंडलेश्वर ललितानंद गिरी महाराज और आप नेता राजे सिह नेगी ने पुष्पगुच्छ भेंटकर एवं रुद्राक्ष की माला पहनाकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर अपनी लेखनी के जरिए सामाजिक व्यवस्थाओं और ज्वलंत मुद्दों पर निष्पक्षता के साथ अपनी बात रखने वाले बहुगुणा ने कहा कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है। उत्तराखंड राज्य भी राजनीतिक दृष्टिकोण से परिवर्तन की राह पर है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य का निर्माण जिन सपनों और अपेक्षाओं के साथ किया गया था, उसमें दो दशक बीतने के बावजूद अब तक सफलता नहीं मिली है। जिसकी वजह से राज्य आंदोलनकारियों सहित उत्तराखंड की मातृ एवं युवा शक्ति नए विकल्प की तलाश में है। इस दौरान आम आदमी पार्टी के ऋषिकेश विधानसभा प्रभारी राजे सिंह नेगी ने कहा कि विश्व विख्यात पर्यावरणविद् स्वर्गीय सुंदर लाल बहुगुणा के व्यक्तित्व से प्रभावित होकर ही उन्होंने जनसेवा के साथ पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने का संकल्प लिया था। पर्यावरण सुरक्षा को लेकर उनके उत्कृष्ट कार्याे के लिए उन्हें सदैव याद किया जाता रहेगा। इस मौके पर समाजसेवी सच्चिदानंद पोखरियाल, यमन डबराल, विक्रांत भारद्वाज, मनमोहन नेगी, प्रभात झा, किशन लाल, अश्वनी सिंह उपस्थित थे।