वित्त मंत्री ने बजट के अनुभव को कार्यकर्ताओं के साथ किया साझा

क्षेत्रीय विधायक व वित्त मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने भराड़ीसैण विधानसभा के भीतर पेश किए गए बजट के अनुभव कार्यकर्ताओं के समक्ष साझा किए। इस दौरान कार्यकर्ताओं की ओर से मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल को पुष्पगुच्छ भेंट कर व मुंह मीठा करवाकर बधाई दी गई।

बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय में मंत्री डा. अग्रवाल ने अपने बजट के अनुभव को साझा कर बताया कि यह बजट 77 हजार 407 करोड़ रूपये का है। जिससे सात इंजनों सड़क, रेलवे, हवाई अड्डे, बंदरगाह, जन परिवहन, जलमार्ग और लॉजिस्टिक अवसंरचना को एकीकृत करके अवसंरचना के विकास में तेजी लाने में मददगार साबित होगा। डा. अग्रवाल ने इसे इंद्रधनुषी बजट बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मंत्र रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म को ध्यान में रखकर संतुलित और समावेशी बजट बनाया गया है। इससे सशक्त उत्तराखंड बनाने की धामी सरकार की प्रतिबद्धता में सफलता मिलेगी।

डा. अग्रवाल ने बताया कि बजट में उद्यान विभाग के लिए 815 करोड़, उद्योग विभाग में 461 करोड, पर्यटन विभाग में 302 करोड़, शिक्षा व युवा कल्याण विभाग में 10469 करोड़, कृषि विभाग के लिए 1294 करोड़, स्वास्थ्य विभाग के लिए 4217.87 करोड़ का बजट रखा गया है, जबकि समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग के लिए 2850 करोड़, विकेंद्रीकृत विकास के अंतर्गत जिला योजना में 925 करोड़, लोक निर्माण विभाग के लिए 2791 करोड़, ऊर्जा विभाग के लिए 1251 करोड़ का मद रखा गया है।

उन्होंने बताया कि बजट में जोशीमठ व अन्य स्थानों में भू धंसाव व अन्य के अंतर्गत राहत कार्य के लिए एक हजार करोड़ का प्रावधान है, उन्होंने कहा कि बजट में जी-20 समिट के लिए 100 करोड रुपए का प्रावधान है। साथ ही राज्य के विभिन्न विभागों में स्थापना कार्य के लिए 13 सौ करोड़ जबकि अवशेष गन्ना मूल्य भुगतान के लिए दो सौ पंद्रह करोड़ का प्रावधान किया गया है।

इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने वित्त मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल को मिठाई खिलाकर बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस बजट से सभी वर्गों को लाभ मिलेगा। इस मौके पर वरिष्ठ भाजपा नेता जितेंद्र अग्रवाल, वरिष्ठ आंदोनलकारी सरोज डिमरी, महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष कविता शाह सहित अन्य वक्ताओं ने भी बजट की प्रशंसा की।

इस मौके पर मंडल अध्यक्ष ऋषिकेश सुमित पंवार, मंडल अध्यक्ष वीरभद्र सुमन कुमार, जिला उपाध्यक्ष दिनेश सती, मनोज ध्यानी, जिला कार्यालय प्रभारी देवदत्त शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी राजेश जुगलान, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष कविता शाह, वरिष्ठ आंदोलनकारी सरोज डिमरी, कमला नेगी, श्यामपुर महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष सोनी रावत, मंडल महामंत्री ऋषिकेश नितिन सक्सेना, पवन शर्मा, मंडल महामंत्री वीरभद्र गौरव कैंथोला, मंडल महामंत्री दीपक जुगलान, ऋषिकेश मंडल मीडिया प्रभारी रंजन अथंवाल, व्यापारी नेता अखिलेश मित्तल, वरिष्ठ भाजपा नेता जितेंद्र अग्रवाल, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष जगावर सिंह, निखिल बर्थवाल, विजय शर्मा, पार्षद शिव कुमार गौतम, विजेंद्र मोंगा, वीरेंद्र रमोला, लक्ष्मी रावत, प्रधान सागर गिरी, प्रदीप धस्माना, मानवेंद्र कंडारी, अनिता प्रधान, पुनीता भंडारी, सुधा असवाल, रिता गुप्ता, प्रिया ढकाल, सिमरन गाबा, शीला अग्रवाल, माया थापा, उमा शर्मा, ऋषि पाल, गौतम राणा, अशोक पासवान, रूपेश गुप्ता, लक्ष्मी गुरंग आदि उपस्थित रहे।

उत्तराखंड में जश्न का माहौल, मुख्यमंत्री के कार्यो की हो रही प्रशंसा

गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के बाद मुख्यमंत्री ने एक ओर मास्टर स्ट्रोक से विपक्ष को धराशायी कर दिया। सरकार ने सत्र को आगे बढ़ाते हुए भराड़ीसैंण में 26 मार्च को बजट पास करवाने का निर्णय लिया है।
कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में सात मार्च तक सदन को जारी रखने का फैसला लिया गया, लेकिन इस दौरान बजट पर सामान्य चर्चा सात मार्च को ही होगी। बजट पास कराने के लिए इसी सत्र में सदन 25 से 27 मार्च तक भराड़ीसैंण में ही चलेगा। 25 मार्च को विभागों के बजट पर चर्चा होगी। विपक्ष के कटौती प्रस्ताव इसी दिन स्वीकार किए जाएंगे। 26 मार्च को विभागों के बजट पर चर्चा होने के बाद उन्हें स्वीकृत किया जाएगा।
इससे पहले कार्यमंत्रणा समिति ने सात मार्च तक बजट पारित करने का फैसला किया था। इस पर विपक्ष ने खासा हो हल्ला मचाया था और बजट सत्र बढ़ाने की मांग की थी। इसके बाद इस पर भी विचार हुआ कि होली के बाद दो दिन का सत्र देहरादून में आयोजित कर लिया जाए। लेकिन इसमें तकनीकी अड़चन रही। सरकार बजट पास कराए बिना सत्र को समाप्त नहीं कर सकती थी। देहरादून में बजट पास कराने का मतलब होता कि सरकार को भराड़ीसैंण का सत्र समाप्त करना पड़ता और देहरादून में अलग से सत्र आयोजित करना पड़ता। कार्य संचालन नियमावली में स्थान और समय दोनों को लेकर सत्र की घोषणा की व्यवस्था है।

भराड़ीसैंण में जश्न का माहौल
मौसम की आंखमिचैली के बीच सरकार पर ग्रीष्मकालीन राजधानी का जश्न हावी रहा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल समेत भाजपा विधायकों ने जमकर गुलाल खेला। ढोल व दमाऊ की थाप पर जमकर नाच किया। इस दौरान स्थानीय लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। वहीं, गैरसैंण के आसपास की महिलाओं ने झोड़ा चांचरी नृत्य से अपनी खुशी का इजहार किया। तो विधायकों ने स्थानीय लोगों के साथ ढोल की थाप पर पांव थिरकाए। इन सब से दूर रहे विपक्ष ने सदन में प्रश्न काल नहीं चलने दिया और सरकार को नियमों व परंपराओं में बांधे रखने की कोशिश की।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार देर शाम ग्रीष्मकालीन राजधानी की घोषणा की थी, जिसका असर पूरे उत्तराखंड में देखने को मिल रहा है। आंदोलनकारियों की गैर मौजूदगी में जगह-जगह चेकिंग से भी लोगों को रियायत मिली। भराड़ीसैंण के विधानमंडल भवन के सामने ढोल दमाऊ की थाप के बीच जश्न का माहौल बन गया। गैरसैंण के आसपास गांव गवाड़ तल्ला, सिलंगी, सिमटी समेत अन्य गांवों से आई महिलाएं जश्न में शामिल हुई।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत यहां पहुंचे तो जोश और उत्साह बढ़ गया। महिलाओं ने मुख्यमंत्री व भाजपा विधायकों का स्वागत किया। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत का भी इसी तरह स्वागत हुआ। उत्साह का आलम ये रहा कि नेता फूल मालाओं से लदे सदन में पहुंच गए।
इसके उलट विपक्ष खामोश, जश्न से दूर रहते हुए बैकफुट पर दिखाई दिया।

सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मेजें थपथपा कर किया सम्मान
सत्र शुरू होने के कुछ देर बाद नेता सदन त्रिवेंद्र सिंह रावत सदन में पहुंचे तो सत्ता पक्ष के विधायकों ने मेजें थपथपा कर उनका सम्मान किया। सामान्य रूप से नेता सदन के पहुंचने को सत्ता पक्ष के विधायक खामोशी से स्वीकार करते रहे हैं। मुख्यमंत्री भी कुछ समय तक ही सदन में रहे।