एम्स में दूसरे चरण का टीकाकरण शुरू, निदेशक सहित डीन एकेडमिक ने लगाया टीका

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण सोमवार को शुरू हो गया। दूसरे चरण के अभियान के पहले दिन एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत, डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता समेत कई अन्य लोगों ने कोरोना टीकाकरण कराया।
निदेशक प्रो. रविकांत ने बताया कि टीकाकरण के तहत दूसरी डोज लगने के बाद भी कोरोना का खतरा अभी अगले 2 महीने तक और रह सकता है। लिहाजा किसी को भी इसको लेकर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।

रविवार को भारत सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के बाद सोमवार से एम्स, ऋषिकेश में कोविड वैक्सीन टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू कर दिया गया। संस्थान के आयुष भवन स्थित कोविड वैक्सीनेशन सेंटर में सोमवार को अन्य लोगों के साथ साथ एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत और डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता ने भी कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाई।

बताया कि दूसरी डोज लगाने के बाद वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और उन्हें स्वास्थ्य संबंधी किसी तरह की कोई शिकायत नहीं है। उन्होंने बताया कि वैक्सीन लगने पर कुछ सामान्य दिक्कतें हो सकती हैं, लेकिन यह वैक्सीन लगने के बाद के सामान्य लक्षण होते हैं। लिहाजा इनसे घबराना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि दूसरी डोज लगने के बाद भी हमें कोरोना से बचाव के नियमों को नहीं भूलना है। उन्होंने कोविड संक्रमण से बचाव के लिए 5 बातों को विशेष ध्यान रखने और अनिवार्यरूप से इनका पालन करने की बात कही। कहा कि अगले 2 महीने तक दूसरी डोज लग जाने के बाद भी हमें सही ढंग से मास्क का दैनिक तौर से उपयोग करना होगा। इसके अलावा हाथों को साबुन से ठीक तरह से धोना, एक-दूसरे से 2 गज की दूरी बनाए रखना, किसी प्रकार के लक्षण दिखने पर स्वयं को अन्य लोगों से अलग करना तथा लक्षण दिखने पर तत्काल जांच कराना बहुत जरूरी है।

दूसरी डोज लगने के बाद संस्थान के डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता ने कहा कि टीकाकरण ही कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय है। उन्होंने कहा कि यह वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है और लोगों को चाहिए कि किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। उन्होंने कहा कि देश से कोरोना के खात्मे के लिए वैक्सीन लगवाना ही एकमात्र उपाय है। इस अवसर पर डीएमएस डा. अनुभा अग्रवाल, डा. रूवी गुप्ता, डा. मधुर उनियाल, डा. शैलेश, डा. देवेंद्र त्रिपाठी आदि फैकल्टी सदस्यों ने टीके लगवाए।

ऋषिकेश विधायक विकास के नाम पर अपनी पीठ थपथपा रहे, जबकि सच्चाई अलगः जयेंद्र रमोला


अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने जारी एक बयान में कहा कि जहॉं एक ओर ऋषिकेश विधायक व विधानसभा अध्यक्ष विकास के नाम पर अपनी पीठ थपथपाने का काम कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर विधानसभा क्षेत्र में लगातार रोड़ों को लेकर आम जनता धरने व प्रदर्शन कर रही है चाहे वह रायवाला, गुलरानी, निर्मल बाग विस्थापित सहित कई जगहों का मामला हो चाहे वह शिवाजी नगर का मामला हो सभी जगह आम जन परेशान है।

शिवाजी नगर की रोड़ के लिये पूर्व में निगम की मेयर ने एक कार्य के लिये 25 लाख के चार बोर्ड अलग अलग दूरी पर लगाये हैं वहीं दूसरी ओर विधानसभा अध्यक्ष ने 13 फरवरी को को बीस लाख की घोषणा उक्त मार्ग के लिये की है जिसके लिये क्षेत्र के लोग उनका स्वागत करने उनके कार्यालय पर गये। जबकि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा 17 नवम्बर 2020 में भी इसी बीस लाख की घोषणा पर अपना स्वागत करवा चुके हैं।

ये अपने आप में बहुत ही निन्दनीय है कि विधानसभा अध्यक्ष एक ही घोषणा और वो भी जिसका धरातल पर उतरने का इन्तजार तीन माह से शिवाजी नगर के लोग कर रहे हैं परन्तु काम तो कुछ हुआ नहीं रोड जस की तस और विधानसभा अध्यक्ष ने अपना स्वागत दो बार करवा लिया जो दर्शाता है कि ऋषिकेश विधानसभा में घोषणाओं के बाद ठेकेदारों से स्वागत करवाने के अलावा विधानसभा अध्यक्ष कोई काम धरातल पर नहीं कर रहे हैं हम कांग्रेस जनों के साथ ऋषिकेश के पीड़ित लोग एसी घोषणाओं का विरोध करते हैं जो धरातल पर ना हो बल्कि हवाहवाई हो।

साथ ही 13 फरवरी को घोषणा और 15 फरवरी को कार्य शुरू होने का नारियल फोड़ना ये अपने आप में आश्चर्यजनक है कि दो दिन के अन्दर घोषणा पर अमल हो गया, मेरी तो विधानसभा अध्यक्ष से निवेदन है कि आपने पिछले तीन चुनावों बहुत घोषणाएँ की है उन पर भी इस तत्परता अमल करवा दीजिए।

दो शातिर चोरों को कोतवाली पुलिस ने किया गिरफ्तार, एक भागने में कामयाब

कोतवाली पुलिस ने गुमानीवाला में मोबाइल की दुकान से चोरी के मामले में दो आरोपियों को अरेस्ट किया है, जबकि एक भागने में कामयाब रहा। वहीं, पुलिस ने अरेस्ट किए गए आरोपियों से शत प्रतिशत चोरी किए मोबाइल फोन बरामद किए है। जिनमें 16 नए बड़े व छोटे मोबाइल फोन शामिल हैं।

बता दें कि बीते 12 फरवरी को महेश उनियाल पुत्र दिनेश उनियाल निवासी गुमानीवाला श्यामपुर ऋषिकेश ने लिखित सूचना दी थी कि उनकी मोबाईल सेन्टर के नाम से मोबाईल शाॅप है, जिसमें मोबाईल फोन चोरी किए गए हैं। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज कर मामले में जुट गई थी।

कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि मुखबिरों से सूचना मिली कि मोबाइल शाॅप में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले दो सदस्य वीरभद्र रेलवे स्टेशन पर मौजूद हैं तथा थोड़ी ही देर में मोबाईल बेचने के लिये कंही जाने वाले हैं। सूचना पाकर पुलिस रवाना हुई और दो आरोपियों को पकड़ लिया। कोतवाल के अनुसार चोरी के सभी 16 मोबाईल फोन बरामद कर लिए गए हैं।

कोतवाल रितेश शाह ने आरोपियों की पहचान प्रदीप मांझी पुत्र बिन्दू मांझी निवासी ग्राम राता भाटी जिला गुमला झारखण्ड हाल स्लीपट फैक्ट्री वीरभद्र रेलवे स्टेशन ऋषिकेश और ललित कुमार पुत्र नरेश निवासी गली नं0 01 गुज्जर प्लाट ऋषिकेश देहरादून के रूप में कराई है, जबकि नेपाल निवासी डैनी फरार है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने नशे की लत होने के चलते चोरी करना बताया।

चार साल से सीएम का व्यक्तिगत विरोध करने वाले कौन हैं ये लोग?

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का एक फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें वह चमोली में आई आपदा से प्रभावित क्षेत्र में आम लोगों के साथ बैठे हुए हैं और उन्हें एक टेबिल में चाय के साथ ड्राई फ्रुट्स आदि परोसे गए हैं। इन टिप्पणियों के साथ कि आपदा के वक्त मुख्यमंत्री ड्राई फ्रुट्स का मजा ले रहे हैं, मुख्यमंत्री ने आपदा को अवसर बना लिया है, मुख्यमंत्री को मलवे में दबे लोगों की कोई फिक्र नहीं है, मुख्यमंत्री संवेदनहीन व्यक्ति हैं, उन्हें ट्रोल किया जा रहा है।

दरअसल, लोकतंत्र में समालोचकों और पत्रकारों की अहम भूमिका होती है। उनका काम व्यवस्था की खामियां उजागर कर सरकार को आईना दिखाना होता है। स्वस्थ प्रजातंत्र के लिए यह बेहद जरूरी भी है। होना तो यह चाहिए कि सिस्टम (तंत्र) की कमियों की कलई खोलकर सरकार को सुधार के लिए विवश किया जाता पर हो कुछ और रहा है। हो यह रहा है कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का व्यक्तिगत विरोध हो रहा है। निगाहें इस बात पर हैं कि त्रिवेन्द्र क्या खा रहे हैं, कहां ठहरे हैं और किससे बात कर रहे हैं किससे नहीं। अरे भाई! त्रिवेन्द्र सिंह रावत मुख्यमंत्री हैं और संविधान के तहत मुख्यमंत्री का प्रोटोकॉल होता है। आपदास्थल के निरीक्षण के बाद क्षेत्र में जब भी वो कहीं पर बैठते हैं, विश्राम करते हैं तो स्थानीय प्रशासन, जनप्रतिनिधि, आम लोग भी चाहते हैं कि उन्हें सम्मान के साथ अपने बीच बैठाया जाए।

इस दौरान लोग दिल से उन्हें चाय-नाश्ता, भोजन परोसते हैं। किसी भी जनप्रतिनिधि (मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक, सांसद आदि) के लिए यह एक स्वाभाविक सम्मान होता है। अब उस दृश्य का फोटो वायरल कर मुख्यमंत्री को यह कहते हुए ट्रोल किया जाए कि वो काजू-बादाम के शौकीन हैं, भूखे हैं और ड्राई फ्रुट्स दिखाई देने पर उन्हें मलवे में दबे व्यक्तियों की फिक्र नहीं रह जाती, यह कहां तक उचित है? कुछ सिरफिरे तो यह तक कह सकते हैं कि आपदाग्रस्त क्षेत्र में जाकर मुख्यमंत्री बैठे क्यों रहे, उन्हें जेसीबी में बैठकर मलवा हटाना चाहिए था या फिर कटर हाथ में लेकर मलवे में मौजूद सरिया काटनी चाहिए थीं।

साफ है कि व्यवस्था पर अंगुली उठाने के बजाए हर बार मुख्यमंत्री को निशाना बनाने का काम एक मिशन के तौर पर शुरू हो जाता है। दून से लेकर दिल्ली तक सिरफिरों के तार जुड़ जाते हैं। हैरानी की बात तो यह है कि इस तरह की छींटाकशी का काम वो लोग नहीं कर रहे जो पिछले कई दिनों से आपदाप्रभावित क्षेत्र में डटे हुए हैं और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी व वायुसेना के जवानों की पल-पल की गतिविधियों के गवाह बने हुए हैं। सोशल मीडिया वॉरियर वो बने हुए हैं जो अभी तक देश की सीमा से लगे इस आपदाग्रस्त क्षेत्र में झांकने तक नहीं गए। समालोचना करो तो ऐसी करो जिससे जन समुदाय का लाभ हो और जिससे प्रभावितों को तत्काल राहत मिल सके।

टनल से 12 शव बरामद, जारी है रेस्क्यू अभियान

जनपद के तपोवन आपदा प्रभावित क्षेत्र में आज भी राहत एवं रेस्क्यू कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। रविवार को अलग अलग स्थानों से 12 लोगों के शव बरामद किए गए। तपोवन टनल में 5 शव तथा रैणी क्षेत्र में 7 शव बरामद किए गए। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया निरंतर स्थलीय निरीक्षण कर सर्च आप्रेशन का जायजा ले रही है।

उन्होंने रैणी एवं तपोवन टनल में युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में लापता लोगों के शव बरामद होने पर टीम को इसी तरह कार्य में तेजी लाने को कहा।

प्रात काल के समय टनल में शव बरामद होने की सूचना पर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया एवं पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान ने संबंधित अधिकारी के साथ टनल के भीतर रेस्क्यू कार्य का जायजा लिया तथा बरामद शवो को पहचान एवं पोस्टमार्टम के लिए भेजने के निर्देश दिए।

इसके बाद जिलाधिकारी रैणी पहुंचे जहां उन्होंने रेस्क्यू कार्य का जायजा लिया।

तपोवन बैराज परिसर में दोनों और पोकलैंड, जेसीबी मशीनें युद्ध स्तर पर कार्य कर रही हैं।

जबकि बाढ़ प्रभावित नदी किनारे में जिला प्रशासन के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम द्वारा खोजबीन कार्य गतिमान है।

जिलाधिकारी ने कहा रैणी क्षेत्र में जिला प्रशासन नेतृत्व मे एनडीआरएफ की टीम लगाकर मलवे में लापता लोगों की तलाश करायी जा रही है।

रविवार को मिले शवों की शिनाख्त इस प्रकार है। आलम सिंह पुत्र सुन्दर सिह, निवासी टिहरी गढवाल, अनिल पुत्र भगत निवासी कालसी देहरादून, जीतेंद्र कुमार पुत्र देशराज निवासी जम्बू कश्मीर, शेष नाथ पुत्र जय राम निवासी फरीदाबाद, जितेंद्र धनाई पुत्र मतवार सिंह निवासी टिहरी, सूरज ठाकुर पुत्र श्रीनिवास रामपुर कुशीनगर, जुगल किशोर पुत्र राम कुमार निवासी पंजाब, राकेश कपूर पुत्र रोहन राम निवासी हिमाचल प्रदेश, हरपाल सिंह पुत्र बलवंत सिंह निवासी चमोली, वेद प्रकाश पुत्र राजेंद्र सिंह निवासी गोरखपुर, धनुर्धारी पुत्र राम ललित सिंह निवासी गोरखपुर के रहने वाले थे।

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि आपदा मे लापता 206 लोगों मे से अभी तक 50 लोगों के शव विभिन्न स्थानों से बरामद हुए है। साथ ही दो लोग पहले जिन्दा मिले थे। अब 154 लोग लापता चल रहे है जिनकी तलाश जारी है।

रविवार को जिले में 2 पूर्ण शव और 4 मानव अंगों का नियमानुसार 72 घंटे बाद अंतिम संस्कार किया गया।

वही दूसरी ओर जिला प्रशासन आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राशन किट, मेडिकल एंव अन्य रोजमर्रा की जरूरतों की आपूर्ति करने में दिनरात जुटा है। प्रभावित गांवों में हालात सामान्य होने लगे है।

तपोवन में ट्राली से आवाजाही सुचारू ढंग से चल रही है। जुगजू में भी लोनिवि द्वारा ट्राली लगाने का काम जारी है।

रैणी पल्ली मे भी ब्रिज निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है।
यहां पर क्षत्रिग्रस्त पेयजल लाईन को अस्थायी तौर पर ठीक किया गया है।

मेडिकल टीम प्रभावित क्षेत्रों में कैंप लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण कर रही है।
अब तक 998 मरीजों का उपचार किया गया।

हैली से इधर उधर फंसे 445 लोगों को उनके गतंव्य तक भेजा गया।

प्रभावित परिवारों में अब तक 515 राशन किट बांटे जा चुके हैं। जबकि 36 सोलर लाइट उपलब्ध कराई गई। पशुपालन विभाग द्वारा रैणी में 25 फीड ब्लाक बांटे गए।

जिलाधिकारी ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में 8 मृतकों के परिजनों तथा चार घायलों को सहायता राशि और एक परिवार को गृह अनुदान राशि दी गई।
वहीं जिला प्रशासन के अधिकारीध् कर्मचारी द्वारा प्रभावित गाव में पहुंच कर उनकी कुशलक्षेम पूछी गई।

तपोवन घटना स्थल पर गढ़वाल मंडल आयुक्त रविनाथ रमन, डीआईजी आईटीबीपी अपर्णा सिंह, डीआईजी पुलिस नीरू गर्ग, एनडीआरएफ के कमांडर पी के. तिवारी, एसडीआरएफ के कमांडर नवनीत भुल्लर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

16 फरवरी से महिंद्रा थार फेस्टिवल की शुरूआत, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

उत्तराखंड में पर्यटन की अपार संभावनाएं है, प्रदेश के सभी 13 जिलों में एक से बढ़कर एक पर्यटक स्थलों के अलावा कई विशेष खासियत हैं, जिससे देश दुनिया में उत्तराखंड को अलग पहचान मिलती है। इन्हीं सब बातों को देखते हुए उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले स्थित केदारघाटी में होटल इंडस्ट्री के तौर पर अपने देश दुनिया में अलग पहचान बना चुके हैं, क्लब रिट्रीट ग्रुप द्वारा केदारघाटी में स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार और पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए महिंद्रा थार फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। दो दिन तक चलने वाले इस फेस्टिवल की आगामी 16 फरवरी से शुरुआत होगी।

क्लब रिट्रीट ग्रुप के संचालक और कम उम्र के एट्रप्रन्योर जतिन बगवाड़ी ने बताया कि महिंद्रा थार फेस्टिवल 16 फरवरी को गुप्तकाशी में और 17 फरवरी को चोपता में आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन से केदार घाटी के अलावा आस-पास के इलाके भी एक्सप्लोर हो सकेंगे। इसके अलावा पर्यटक ऑफ रोड ड्राइविंग का मजा ले सकेंगे। इतना ही नही एडवेंचर टूरिज्म में दिलचस्पी रखने वाले पर्यटक के लिए केदार घाटी खास जगह बन जाएगी। जतिन की खास बात यह है कि समय-समय पर इस तरीके के आयोजन से केदारघाटी को गुलजार रखते हैं। वर्तमान में वे विलेज रिवर रिट्रीट गुप्तकाशी केदार रिवर रिट्रीट सीतापुर (गौरीकुंड), आईवीवाई टॉप श्रीनगर समेत आधे दर्जन रिसोर्ट का संचालन कर रहे हैं।

गीताभवन में सर्वदलीय संघर्ष समिति का धरना 29वें दिन भी जारी

गीता भवन स्थित आयुर्वेदिक औषधि निर्माण साला को स्वर्ग आश्रम जौंक से सिडकुल हरिद्वार स्थानांतरण व कर्मचारियों के खाते में दो महीने से वेतन न दिए जाने के विरोध स्वरूप धरना व आंदोलन 29वें दिन भी लगातार जारी है।

सर्वदलीय संघर्ष समिति के संयोजक आशुतोष शर्मा ने बताया कि कर्मचारी व उनका परिवार दो महीने से वेतन ना मिलने के कारण अपनी सामान्य जरूरतों को भी अब पूरा नहीं कर पा रहे है, जबकि कोविड पश्चात राज्य की आर्थिक स्थिति कुछ हद तक पटरी पर आ रही है। वहीं इस औषधि निर्माण शाला में कार्यरत रहे कार्मिकों को वेतन न मिलने से आर्थिक विपन्नता की स्थिति का सामना कर रहे हैं। जिसके विरोध स्वरूप आज आयुर्वेद औषधि निर्माण शाला के कार्मिकों द्वारा अर्थी पर लेट कर आंदोलन की शुरुआत की।

लोकतांत्रिक ढंग से चल रहे इस आंदोलन को प्रबंधकों द्वारा गंभीरता से लिया जाना अति आवश्यक था। परंतु प्रबंधक वर्ग अपने इन कर्मचारियों की जायज मांगों को भी अनदेखा करता है और उसके तानाशाही पूर्ण रवैया के कारण आज कर्मचारियों के परिवार भूखे मरने की स्थिति में आ गए हैं।

स्वर्ग आश्रम जौक नगर पंचायत के चेयरमैन माधव अग्रवाल ने कहा कि प्रबंधकों द्वारा पूर्व में भी अपने कर्मचारियों की तनख्वाह दिए बगैर गीता भवन परिसर को छोड़ दिया गया था जिसमें प्रबंधन की मंशा हमेशा से यही रही है कि कर्मचारी कमजोर है जब उनके आर्थिक स्थिति प्रतिकूल रूप से प्रभावित होगी तो वह स्वयं प्रबंधन के सामने घुटनों पर आ जाएंगे।

मौके पर कांग्रेस के जिला महामंत्री सुभाष शर्मा, मुरली शर्मा, राधेश्याम प्रजापति, सुरेंद्र थापा, हुकम सिंह, घनश्याम तिवारी, अंकित गुप्ता, चेतन चैहान, अरुण चैबे मनोरंजन, विजेंद्र कुमार, मानव राय, कमल राय, बहादुर पासवान, अजीत पासवान आदि शामिल थे।

मौन रखकर युवाओं ने दी पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि

पुलवामा शहीदों की याद में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला में छिद्दरवाला ग्रामसभा के युवाओं के साथ मिलकर शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी और उसके बाद क्षेत्र के युवाओं में सफाई अभियान चलाकर गाँव की सड़कों को साफ करने का काम किया।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि पूर्व वर्षों से जहां युवा पाश्चात्य सभ्यता को अपनाकर वैलेण्टाइन डे मनाता आ रहा है वहीं आज छिद्दरवाला ग्रामसभा के युवाओं ने एक मिशाल पेश की है। जिन्होंने देश की रक्षा के के लिये अपने प्राण न्योछावर किये आज उनको श्रद्धांजलि दी और ग्रामसभा की रोड़ों को साफ करने का कार्य कर युवाओं को संदेश देने का काम किया है कि हमें कभी अपने देश के जवानों का बलिदान नहीं भूलना चाहिये साथ ही हमें आसपास के क्षेत्रों को जब समय मिले साफ रखना चाहिये।

पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य गोकुल ने कहा कि हमारे गाँव के युवा समय समय पर ऐसे कार्य करते रहते हैं चाहे कोरोना काल बात रही हो चाहे उससे पहले की बात हो हर वक्त हमारी ग्रामसभा का युवा सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहता है।

श्रद्धांजलि देने वालों में कांग्रेस की ब्लॉक अध्यक्ष अंशुल त्यागी, अर्जुन थापा, रवि बग्याल, लक्की पैन्यूली, जितेन्द्र त्यागी, विपुल मल, अर्जुन पुरी, शुभम सिंह, मोहित ठाकुर, रवि कुमार, शुभम कश्यप, अनिल चैहान, शुभम पुण्डीर, सोनू कुमार, शुभम मल, जितेन्द्र चैहान, भीम पुरी, राजू चैहान, महावीर चैहान, आकाश जोशी, नवीन चैहान, अमन चैहान, अर्जुन कलूडा आदि बड़ी संख्या में युवा शामिल थे।

बसंतोत्सव में दूसरे दिन निशुल्क अंग वितरण शिविर में 150 को मिला लाभ

बसंतोत्सव 2021 के दूसरे दिन श्रीभरत मंदिर परिसर पर दिव्यांगों के लिए निशुल्क अंग वितरण शिविर आयोजित किया गया। इसका उद्घाटन पूर्व पेसिफिक मिस इंडिया अनुकृति गुसाईं रावत और भरत मंदिर के महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य महाराज व रोटरी क्लब के अध्यक्ष नितिन गुप्ता, पूर्व मंडी समिति सभापति राकेश अग्रवाल, एआईसीसी सदस्य जयेन्द्र रमोला ने संयुक्त रूप से किया।

मुख्य अतिथि अनुकृति गुसाई रावत ने कहा कि दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों में दिव्यांग जनों के लिए वह कार्य करना चाहती हैं।

रोटरी क्लब के सहयोग से वह इस दिशा में शीघ्र कार्य करने की शुरुआत करेगी। उन्होंने कहा कि दिव्यांग भी समाज का ही एक अंग है दिव्यांग शब्द का अर्थ दिव्य शरीर वाला है आत्मा कभी विकलांग नहीं होती नकारात्मक व्यक्तियों के लिए दिव्यांग जनों ने कई उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। जिसमें अल्बर्ट आइंस्टीन जैसे महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंस का उदाहरण भी प्रस्तुत किया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय पैरा ओलंपिक खिलाड़ी नीरजा गोयल को सम्मानित किया और कहा कि अन्य दिव्यांग जनों को भी सक्रिय रहना चाहिए। कभी भी खुद को असहाय नहीं समझना चाहिए।

अनुकृति गुसाईं ने रोटरी क्लब ऋषिकेश व मारवाड़ी युवा मंच फरीदाबाद के कार्यों की सराहना करते हुए रोटरी क्लब के अध्यक्ष नितिन गुप्ता, प्रोजेक्ट चेयरमैन चंद्रशेखर शर्मा, विशाल तायल, सचिव संजय अग्रवाल, नवीन अग्रवाल को इस नेक कार्य के लिए सम्मानित भी किया।

वहीं, निशुल्क अंग वितरण शिविर में आज करीब 150 दिव्यांगों के रजिस्ट्रेशन हुए तथा आवश्यक अंगों का नाप लिया गया। इन्हें कल अंग वितरित किए जायेंगे।
साथ ही डॉक्टरों की टीम के द्वारा दिव्यांग जनों के सर्टिफिकेट बनाने का कार्य किया जाएगा।

राशन की कालाबाजारी, घटतोली व बदसलूकी का आरोप लगा कार्डधारकों ने किया प्रदर्शन

बनखंडी में एक सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान में आज उपभोक्ताओं ने नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। मौके पर राशन कार्डधारकों ने डीलर पर राशन में घटतोली व कालाबाजारी का आरोप भी लगाया। चेतावनी दी कि विभागीय कार्यवाही ना होने पर आंदोलन किया जाएगा।

शनिवार को पूर्व सभासद हरीश तिवाडी के नेतृत्व में बनखंडी के उपभोक्ता राशन डीलर राजेन्द्र यादव की दुकान पहुचे। जहा दुकान बंद मिलने पर हरीश तिवाड़ी ने जिला पूर्ति अधिकारी जसवंत कंडारी को फोन कर समस्या की जानकारी दी। बताया कि ऑन लाइन फॉर्म भरने के नाम पर पूर्व में राशन डीलर दो बार उपभोक्ताओ से फॉर्म जमा करा चुका है। लेकिन कई कार्डधारकों को दो माह से राशन नही दे रहा है। जब लोग राशन की मांग कर रहे है तो तुम्हारा राशन नहीं आया है तीसरी बार फॉर्म भरकर दो तब राशन तीन महीने बाद मिलेगा कहकर परेशान कर रहा है। जिस पर जिला पूर्ति अधिकारी ने मामले का संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही का भरोसा दिलाया।

पूर्व सभासद हरीश तिवाडी ने बताया कि काफी समय से राशन डीलर के विरुद्ध लोगों की शिकायतें आ रही थी। राशन कार्ड धारकों का कहना है कि डीलर महिलाओं से अभद्रता से भी पेश आता है। उन्होंने कहा अगर उच्चाधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी कार्यवाही नही होती है तो सीधे मुख्यमंत्री से शिकायत कर राशन की दुकान का लाइसेंस निरस्त करने की मांग की जाएगी।

वही, स्थानीय कार्ड धारकों का कहना है कि राशन विक्रेता द्वारा सप्ताह में सिर्फ 3 दिन दुकान खोली जाती है बाकी दिन दुकान बंद ही रहती है। अभी कुछ दिन पहले राशन विक्रेता के विरुद्ध आवाज उठाई गई थी राशन विक्रेता को शनिवार तक का समय दिया गया था। लेकिन आज जब कार्ड धारक दुकान पर एकत्रित हुए तो राशन विक्रेता की ओर से दुकान ही नहीं खोली गई। स्थानीय राशन कार्ड धारक रजनी देवी का कहना है कि डीलर द्वारा सफेद कार्ड पर पीले राशन कार्ड का राशन दिया जा रहा है।

इस पर भी अभी तक 2 महीने तक राशन नहीं दिया गया है। कार्डधारक किरण लता का कहना है कि राशन विक्रेता महिलाओं से अभद्रता से पेश आता है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान फ्री का राशन खाकर तुम लोगो ने मौज की है अब राशन नहीं मिलेगा। इस दौरान लोगो ने बंद दुकान के बाहर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन भी किया। इस अवसर पर मधु देवी, लक्ष्मी, कंचन अंजलि, गुड़िया, किरण देवी, ममता, रोशनी, राजवती, शकुंतला, पुष्पा, उषा, कुसुम, ममता, पिंकी, मनमीत कुमार, बाली पाल, ललित शर्मा, राकेश पारछा, सुभाष पाल आदि मौजूद थे।