संबित पात्रा ने की मुख्यमंत्री धामी से शिष्टाचार भेंट

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सोमवार को मुख्यमंत्री आवास देहरादून में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने शिष्टाचार भेंट की।
इस दौरान डॉ संबित पात्रा ने मुख्यमंत्री से उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले के साल्ड गांव में 12वीं शताब्दी में आदि गुरु शंकराचार्य जी द्वारा स्थापित श्री जगन्नाथ मंदिर के बारे में विस्तार से चर्चा की।
डॉ संबित पात्रा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से श्री जगन्नाथ मंदिर, उत्तरकाशी में नियमित रूप से पूजा-अर्चना, मंदिर को ए.एस.आई से संरक्षण एवं महाप्रभु के भोग के लिए उचित व्यवस्था किए जाने का आग्रह किया। उन्होंने मंदिर क्षेत्र में पर्यटन की दृष्टि से मंदिर के सौंदर्यीकरण एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं के विषय पर भी विस्तृत चर्चा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डॉ संबित पात्रा को श्री जगन्नाथ मंदिर, उत्तरकाशी के विकास में हर संभव मदद हेतु आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत की अवधारणा से श्री जगन्नाथ मंदिर, उत्तरकाशी को विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि श्री जगन्नाथ मंदिर उत्तराखंड राज्य के साथ पूरे देश की धरोहर है। उन्होंने कहा जगन्नाथ मंदिर उत्तरकाशी का संरक्षण कर उसका नव निर्माण कार्य एवं विस्तारीकरण किया जाएगा।
इस दौरान भाजपा नेता सतीश लखेड़ा भी मौजूद रहे।

गरतांग गली को नुकसान पहुंचाने पर गंगोत्री थाने में अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

असामाजिक तत्व खूबसूरत चीजों को बदरंग करने से बाज नहीं आते। उत्तरकाशी में भारत-तिब्बत के बीच व्यापारिक रिश्तों की गवाह रही ऐतिहासिक गरतांग गली (Gartang gali disfigured) पर भी ऐसे ही असामाजिक तत्वों की नजर पड़ी है। 300 साल पुराने लकड़ी से बने इस खूबसूरत पुल को हाल में पर्यटकों के लिए खोला गया है। लेकिन अराजक तत्वों ने इस लकड़ी पर भी अपने नाम गोद डाले हैं। जिससे इसकी खूबसूरती पर दाग लग रहा है। ऐसे अराजक तत्वो के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।

गंगोत्री थाने में इन अज्ञात अराजक तत्वों के खिलाफ वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद सिंह की तहरीर पर धारा 427 के तहत सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द उचित कारवाई के आदेश दिए हैं।

ऐतिहासिक गरतांगगली भारत-तिब्बत व्यापार का प्रमुख मार्ग रहा है। करीब 300 साल पहले पेशावर सेआए पठानों ने इसका निर्माण किया था। लेकिन भारत चीन युद्ध के बाद इस मार्ग को बंद कर दिया गया था। इस मार्ग पर करीब 500 मीटर लंबाई की लकड़ी की सीढ़ियां आकर्षण का केंद्र हैं।

राज्य सरकार के प्रयासों के बाद हाल ही में इस गली का जीर्णोद्धार कराया गया है। देवदार की लकड़ी से दोबारा सीढ़ीदार रास्ता तैयार किया गया है। इस ऐतिहासिक जगह को देखने पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है।

कोविड केयर सेंटर बडकोट पहुंचे सीएम तीरथ सिंह रावत, व्यवस्थाओं का लिया जायजा

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बड़कोट में कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से कोविड केयर सेंटर की विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कोविड केयर सेंटर में दवाओं, खान-पान एवं अन्य व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। अवगत कराया गया कि कोविड केयर सेंटर में चिकित्सकों द्वारा नियमित देखभाल की जा रही है। भोजन, स्वच्छता एवं अन्य व्यवस्थाएं भी अच्छी हैं। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नौगांव का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कोविड सेल से होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों से फोन से वार्ता कर उनका हालचाल जाना।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए राज्य सरकार द्वारा हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। डॉक्टरों को दूरस्थ क्षेत्रों में तैनाती दी गई है। कोविड के दौरान डॉक्टरों की कमी न हो, इसके लिए जिलाधिकारियों को भी अधिकार दिया गया है कि कोविड के दौरान मानक के अनुसार एवं आवश्यकतानुसार डॉक्टरों की तैनाती कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तरकाशी जनपद में कोविड के नियंत्रण के लिए अच्छे प्रयास हुए हैं। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के दृष्टिगत सरकार द्वारा पूरी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। अस्पतालों एवं कोविड केयर सेंटरों में बच्चों के लिए अलग वार्ड की व्यवस्था के साथ ही उनके अभिभावकों के लिए भी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। सीएचसी स्तर तक भी आक्सीजन प्लांट की व्यवस्था की जा रही है।

इस अवसर पर राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार यतीश्वरानन्द, उत्तरकाशी के भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश चैहान, अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह आदि उपस्थित थे।