उत्तरकाशी में सीएम ने किया लाभार्थी सम्मान समारोह में प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रामलीला मैदान, बड़कोट उत्तरकाशी में आयोजित ’लाभार्थी सम्मान समारोह’ में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने नगर पंचायत पुरोला को नगर पालिका परिषद, पुरोला बनाए जाने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत लाभार्थियों को सामग्री, चेक प्रदान किए। जिसमें पीएम ड्रोन दीदी योजना के अंतर्गत वीरांगना कृषि उत्पादन संगठन जखोल को खेती बागवानी के काम में आने वाले ड्रोन केन्द्र के संचालन हेतु दस लाख रूपये की लागत का ड्रोन प्रदान करने के साथ ही सीएम राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत फार्म मशीनरी बैंक के लिए समूहों को कृषि यंत्र। लखपति दीदी योजना, ईजा-बोई शगुन योजना सहित विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को देय अनुदान व योजना राशि के चेक वितरित किए एवं प्रधानमंत्री आवास योजना की अनेक लाभार्थियों को आवास की चाबी प्रदान की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तरकाशी बड़कोट एवं रंवाई क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं का समाधान हमारी सरकार प्राथमिकता से करेगी। जनप्रतिनिधियों द्वारा दी गई विभिन्न विकास योजनाओं पर भी जल्द कार्य शुरू किया जायेगा। उन्होंने बड़कोट हेतु पेयजल योजना पर जल्द कार्य किए जाने की बात कहीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। विश्व में भारत का मान सम्मान एवं स्वाभिमान बड़ा है, भारत विश्व में एक नई ताकत बनकर उभरा है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केंद्र एवं राज्य ने आम जनता को विभिन्न योजनाओं से आच्छादित करवाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा आज भारत का प्रत्येक व्यक्ति विकास का लाभार्थी है। बाबा बौखनाथ की कृपा से हाल ही में हमने सिलक्यारा रेस्क्यू टनल ऑपरेशन में फतह हासिल की थी। ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट-2023 के तहत अब तक 71 हजार करोड़ की परियोजनाओं की ग्राउण्डिग हो चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत एवं उत्तराखंड का प्रत्येक नागरिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवार का सदस्य है। सरकार की योजनाओं का संचालन धरातल में देखने को मिलता है। आज पात्र लाभार्थियों को ही संबंधित योजना का लाभ मिल रहा है। भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार हुआ है। युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। विभिन्न रोजगार मेलों का आयोजन कर रोजगार देने का कार्य किया जा रहा है। केंद्र सरकार के साथ मिलकर प्रदेश सरकार द्वारा विकास, सुशासन, रोजगार तथा उत्तराखंड की विशिष्ट संस्कृति को बचाने के लिए कार्य किए जा रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में निरंतर तीर्थस्थलों पुनर्निर्माण का कार्य जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है। उन्हीं के नेतृत्व में केदारनाथ बद्रीनाथ का भव्य निर्माण कार्य जारी है। उन्होंने कहा ऑल वेदर रोड के माध्यम से चार धाम यात्रा को सुगम एवं सुरक्षित बनाने का कार्य हुआ है। राज्य सरकार ने कड़ा नकल विरोधी कानून लाकर नकल माफियाओं पर अंकुश लगाने का काम किया है। उत्तराखंड सरकार ने समान नागरिक संहिता विधेयक पास किया है। हमने कैबिनेट की बैठक में एक विशेष क्लेम ट्रिब्यूनल के गठन की मंजूरी दी है, इस ट्रिब्यूनल का काम दंगाइयों से सरकारी नुकसान की भरपाई करवाना है। वहीं धर्मांतरण कानून प्रदेश के मूल स्वरूप को बचाने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा राज्य सरकार प्रधानमंत्री के प्रेरक मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड के चहुंमुखी विकास के लिए निरंतर समर्पित भाव से कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा, निःशुल्क खाद्यान्न, निःशुल्क इलाज, किसानों के विकास, गरीबों के आवास, सीमाओं की सुरक्षा, प्रत्येक नागरिक को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन देने का कार्य किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नतृत्व में लखपति दीदी योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, किसान सम्मन निधि, 80 करोड़ लोगों को खाद्य सुरक्षा, प्रधानमंत्री आवास योजना एवं आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख तक का मुफ्त में इलाज देने का कार्य किया है।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, भाजपा जिला अध्यक्ष सतेंद्र राणा, विधायक दुर्गेश्वर लाल, विधायक सुरेश चौहान, विधायक संजय डोभाल, आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष विनय रोहिल्ला, बागवानी विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजकुमार, पूर्व विधायक केदार सिंह रावत, मीडिया प्रभारी भाजपा मनवीर चौहान, जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

उत्तरकाशी में सीएम का भव्य रोड शो, स्वागत में नजर आए

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़कोट, उत्तरकाशी में मुख्य बाजार, बड़कोट से रामलीला मैदान तक आयोजित रोड शो में प्रतिभाग किया। इस दौरान हजारों की संख्या में मौजूद महिलाओं, क्षेत्रीय जनता ने मुख्यमंत्री का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। रंवाई क्षेत्र की जनता के भव्य स्वागत से मुख्यमंत्री अभिभूत नज़र आए। मुख्यमंत्री ने भी लोगों पर पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया।

इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, भाजपा जिला अध्यक्ष सतेंद्र राणा, विधायक दुर्गेश्वर लाल, विधायक सुरेश चौहान, विधायक संजय डोभाल, मीडिया प्रभारी भाजपा मनवीर चौहान एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

उत्तरकाशी गंगा, यमुना की लोक संस्कृति, विरासत और आस्था का संगमः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी में आयोजित दीदी भुली महोत्सव को सम्बोधित करते हुए कहा कि दीदी-भुलियों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने हेतु सरकार कृतसंकल्प है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तरकाशी गंगा और यमुना की लोक संस्कृति, विरासत और आस्था का संगम है। इस जिले में बाबा विश्वनाथ की धरती पर मातृशक्ति का जो स्नेह मिला, वह उनके जीवन में यादगार रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी दीदी भुलियों के जीवन में आजीविका चलाने, बच्चों का लालन पालन करने जैसे कई कठिनाइयों को देखते हुए हमारी सरकार ने नौकरी में 30 फीसद आरक्षण दिया है। इसके अलावा महिला सशक्तिकरण को लेकर चलाई जा रही लखपति दीदी, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, एकल महिला सशक्तिकरण योजना, नन्दा गौरा योजना, ब्याज मुक्त लोन योजना समेत कई योजनाओं का लाभ दीदी भुलियों को मिल रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘दीदी-भुली महोत्सव में भाग लेने आई हजारों महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार अंतिम छोर (हिस्से) तक बैठे अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाने में शिद्दत और संकल्प के साथ जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे तब तक चौन से नहीं बैठेंगे, जब तक उत्तराखंड आदर्श राज्य न बन जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण की सदियों से जो मनोकामना थी, वह 22 जनवरी को पूरी हो रही है। देवभूमि का सनातन स्वरूप बनाए रखने में हम प्रयासरत हैं। इस स्वरूप में किसी भी सूरत में बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 लोगों को बचाने के लिए चले ऑपरेशन को कामयाब बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अफसरों की टीम से लेकर उत्तरकाशी और देश की जनता का आभार जताया। कहा कि सिलक्यारा ऑपरेशन पर देश और दुनिया की नज़र थी। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में सिलक्यारा ऑपरेशन को समय पर पूरा किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जो मार्गदर्शन और समय समय पर जो मशीनरी और सहायता उपलब्ध कराई है, वह इस अभियान को कामयाब बनाने में महत्वपूर्ण थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तरकाशी के लाल धान ने देशभर में दूसरा स्थान प्राप्त कर किसानों, अधिकारियों और सरकार के काम पर मुहर लगाई है। मुख्यमंत्री ने ओडीओपी पुरस्कार मिलने पर जिले को बधाई देते हुए जलजीवन मिशन में भटवाड़ी ब्लॉक में सबसे पहले सौ फीसदी जल-संयोजन होने पर भी प्रसन्नता व्यक्त की।

कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में विकास तेजी से हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज मातृशक्ति की जो भीड़ मुख्यमंत्री के स्वागत में जुटी हैं, वह उत्तरकाशी के इतिहास में पहली बार देखने को मिली हैं। इस मौके पर टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान, पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल ने भी विचार रखे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए डीएम अभिषेक रुहेला ने कोटी-बनाल भवन निर्माण शैली में निर्मित पंचपुरा भवन की प्रतिकृति और सिलक्यारा ऑपरेशन की सफलता के फोटो का कोलाज और इस रेस्क्यू अभियान को कामयाब बनाने के लिए जनपदवासियों की तरफ से आभार पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा। मुख्यमंत्री ने जिला पुलिस द्वारा मिशन सिलक्यारा पर तैयार की गई काफी टेबल बुक का भी विमोचन किया।

कार्यक्रम में यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल, भाजपा, बागवानी विकास परिषद के उपाध्यक्ष राजकुमार, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, डीएम अभिषेक रुहेला, एसपी अपर्ण यदुवंशी, मुख्य विकास अधिकारी जय किशन, अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास , भाजपा नेता लाखीराम जोशी, किशोर भट्ट आदि भी मौजूद रहे।

उत्तरकाशी में मुख्यमंत्री के रोड शो में सड़कों पर उतरा जनसैलाब

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी जिला मुख्यालय पर रोड-शो किया, तो जन-सैलाब सड़कों पर उमड़ आया। पारंपरिक वेशभूषा में सुसज्जित हजारों महिलाओं ने सड़क के दोनों तरफ खड़े होकर पुष्प वर्षा कर मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया। इस आयोजन के जरिए जहां लोगों ने उत्तरकाशी जिले की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरओं के विविध रूप-रंगों का साक्षात्कार किया वहीं यह आयोजन महिलाओं के सशक्तिकरण और जिले के विकास के लिए भी अत्यधिक महतपूर्ण साबित हुआ।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने महिलाओं के ‘दीदी-भुली महोत्सव‘ में शिरकत करने के साथ ही रू. 291 करोड़ से अधिक लागत की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। जिनमें रू. 189 करोड़ की लागत से यूजेवीएन लिमिटेड के तिलोथ विद्युतगृह के नवीनीकरण, उच्चीकरण एवं पुनरोद्धार (आर.एम.यू.) कार्य का लोकार्पण भी सम्मिलित है।

महिला सशक्तिकरण को समर्पित ‘दीदी-भुली महोत्सव‘ में प्रतिभाग करने के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के उत्तरकाशी पहॅुचने पर पेट्रोल पंप-बस स्टैंड से लेकर भटवाड़ी रोड, भैरव चौक, कोर्ट रोड, हनुमान चौक होते हुए रामलीला मैदान तक रोड-शो आयोजित किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बाड़ाहाट क्षेत्र के आराध्य कंडार देवता को भी शीश नवाया और माँ शक्ति और बाबा विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य व देश की प्रगति व खुशहाली की कामना की। डेढ कि.मी. से अधिक दूरी तक आयोजित इस रोड-शो में नगरवासियों के साथ ही जिले के कोने-कोने से आये लोगों ने फूलों की वर्षा कर मुख्यमंत्री का हर्षाेल्लास के साथ भव्य स्वागत किया। रोड शो में पारंपरिक पहनावों से सजी ग्रामीण क्षेत्रों से आई महिलाओं के जत्थे और लोक-कलाकारों की सांस्कृतिक झांकी आकर्षण का प्रमुख केन्द्र रहे। ढोल-दमाऊ व रंणसिंगे जैसे पारंपरिक वाद्य यंत्रों की प्रस्तुतियों से रोड-शो में हर कोई झूमता-थिरकता नजर आया।

मुख्यमंत्री के आगमन पर उत्तरकाशी जिले का समृद्ध सांस्कृतिक वैभव अपने अद्भुत अंदाज में सड़क पर उमड़ आया। मुख्यमंत्री धामी उत्तरकाशी के इस अनूठे सांस्कृतिक वैविध्य से अभिभूत नजर आए और उन्होंने खुद आम लोगों व कलाकारों पर फूल बरसाते हुए परंपराओं के प्रति अपने अनुराग को अभिव्यक्त भी किया। रोड-शो संपन्न होने पर मुख्यमंत्री ने रामलीला मैदान में बद्री गाय की पूजा अर्चना कर ‘विकसित भारत विकसित ग्राम‘ प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी स्टॉलो का निरीक्षण करने के साथ ही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद भी किया और विभिन्न योजना के लाभार्थियों को चेक वितरित किए।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने ‘वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट‘ नेशन अवार्ड में देश में दूसरे स्थान का सम्मान पाने वाले लाल धान की जानकारी ली। महिला किसानों ने मुख्यमंत्री को लाल धान की बाली भेंट की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने गिंज्याली (मूसल) थामकर पारंपरिक ओखली में महिलाओं के साथ लाल धान की कुटाई की तथा लाल धान के चिवड़ा बनाने की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डुंडा और बगोरी क्षेत्र के पारंपरिक ऊन उत्पादकों से भेंट कर ऊनी ऊन बुनाई व कताई के बारे में जानकारी ली और चरखा भी चलाया। मुख्यमंत्री ने ऊन की कताई कर पारंपरिक ऊनी वस्त्रों को बढ़ावा देने का संदेश दिया।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर रू. 291 करोड़ 75 लाख की लागत की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। जिनमे उत्तरकाशी जिले के विकास से जुड़ी रू. 57 करोड़ 38 लाख की लागत की 24 योजनाओं का शिलान्यास तथा 45 करोड़ 37 लाख की लागत की 38 योजनाओं का लोकार्पण तथा रू. 189 करोड़ की लागत के यूजेवीएन लिमिटेड के तिलोथ विद्युतगृह के नवीनीकरण, उच्चीकरण एवं पुनरोद्धार (आर.एम.यू.) कार्यों का लोकार्पण भी सम्मिलित है।

सिलक्यारा टनल में रेस्क्यू करने वाले रैट माइनर्स को सीएम ने दिए 50-50 हजार रूपये

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में उत्तरकाशी के सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन में टनल की खुदाई में अहम भूमिका निभाने वाले 12 रैट माइनर्स को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और सभी रैट माइनर्स को 50-50 हजार रूपये के सम्मान राशि के चेक भी प्रदान किये।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि रैट माइनर्स ने अपनी जान की परवाह किये बिना कठिन परिस्थितयों में टनल में खुदाई, सफाई और पाइप को काटने का कार्य किया। सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलता तक पहुंचाने में रैट माइनर्स का बहुत बड़ा योगदान रहा। उन्होंने कहा कि जिस लगन और परिश्रम से हमारे रैट माइनर्स ने इस रैस्क्यू अभियान को सफल बनाने में अन्य एजेंसियों के साथ योगदान दिया, इसके लिए सभी रैट माइनर्स बधाई और आशीर्वाद के पात्र हैं। मुख्यमंत्री ने सिलक्यारा रेस्क्यू अभियान में योगदान देने वाले सभी लोगों का भी प्रदेश की जनता की ओर से आभार व्यक्त किया।

सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले रैट माइनर्स ने राज्य में स्वागत और सम्मान होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सुरंग में फंसे 41 लोगों की जान बचाने के लिए विभिन्न एजेंसियों के साथ उन्हें भी अपना योगदान देने का अवसर मिला, यह उनके लिए गर्व की बात है।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, जिलाधिकारी उत्तरकाशी अभिषेक रूहेला भी मौजूद थे।

सीएम ने उत्तरकाशी के पाटा में दी परिवार कल्याण उप केंद्र की स्थापना की स्वीकृति

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद उत्तरकाशी के विकासखण्ड भटवाड़ी के अन्तर्गत ग्राम पंचायत पाटा में परिवार कल्याण उपकेन्द्र की स्थापना हेतु स्वीकृति प्रदान की है। मुख्यमंत्री ने परिवार कल्याण उपकेन्द्र की स्थापना तथा आवश्यक कार्मिकों के साथ 13.34 लाख रूपये की वित्तीय एवं प्रशासकीय स्वीकृति भी दी है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण निदेशालय के अनुसार यह स्वास्थ्य उपकेंद्र 3424 आबादी को लाभान्वित करेगा। जनपद उत्तरकाशी के विकासखण्ड भटवाड़ी के अन्तर्गत ग्राम पंचायत पाटा आईपीएचएस मानकों (पर्वतीय क्षेत्र हेतु 3000 एवं शहरी क्षेत्र हेतु 5000) को पूर्ण करता है इसके लिये मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जनपद उत्तरकाशी द्वारा स्थापना की भी संस्तुति प्रदान की गयी है।

मुख्यमंत्री ने श्रमिकों से मुलाकात कर सौंपे एक-एक लाख रूपये के चेक

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में श्रमिकों औऱ उनके परिजनो से मुलाकात की। इस दौरान उन्हें एक-एक लाख रुपए के चेक भी सौंपे। जिस कंपनी में श्रमिक काम कर रहे थे उसने सभी को घर जाने के लिए 15 से 20 दिन की छुट्टी दी है।

चिन्यालीसौड़ स्वास्थ्य केंद्र में कल शाम से ही सभी श्रमिकों का मेडिकल चेकअप हुआ। सभी श्रमिक स्वस्थ हैं। लेकिन एहतियात के लिए उन्हें एम्स ऋषिकेश में जांच के लिए भेजा गया है। इसके लिए आज सुबह सभी श्रमिक चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पहुंचे औऱ चिनूक हेलिकॉप्टर में सवार होकर एम्स ऋषिकेश ले जाया गया। यदि एम्स के हेलीपैड पर हेलिकॉप्टर को लैंडिंग में कोई दिक्कत हुई तो चिनूक की लैंडिंग जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर कराई जाएगी। जहां से एंबुलेंस द्वारा सभी 41 श्रमिकों को ऋषिकेश एम्स ले जाया जाएगा।

मजदूरों को दिए एक-एक लाख के चेक

इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ पहुंचे, जहां सुरंग के निकाले गए 41 मजदूरों को रखा गया है। सीएम ने मजदूरों को एक-एक लाख के चेक दिए। इसके बाद सीएम धामी ने श्रमिको के परिजनो से भी मुलाकात की। सीएम धामी ने बताया कि मजदूर नेशनल हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पाेरेशन लिमिटेड के लिए काम रहे थे। एजेंसी ने मजदूरों को 15-20 दिनों के लिए घर जाने की अनुमति दी है । यानी उन्हें छुट्टी दी गई है, इस दौरान उका वेतन भी नहीं काटा जाएगी।

पीएम मोदी ने ऑडियों के जरिए की श्रमिकों से वार्ता, सामने आया वीडियो…

सिलक्यारा सुरंग की ओर पूरा देश 17 दिन से टकचटकी लगाकर देख रहा था। मंगलवार को वो शुभ घड़ी आई जब बौखनाग देवता के आशीर्वाद से हमारी रेस्क्यू एजेंसियों की मेहनत रंग लाई और 41 श्रमिकों को 17 दिन बाद सकुशल बाहर निकाला गया। प्राथमिक जांच के बाद सभी श्रमिकों को चिन्यालीसौड़ ले जाया गया, जहां से जिला मुख्यालय उत्तरकाशी में उनका भव्य स्वागत हुआ।

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरंग से सुरक्षित निकाले गए सभी 41 मजदूरों का हाल-चाल जाना। फोनकॉल के जरिए पीएम ने मजदूरों से काफी देर तक बातचीत की औऱ सुरंग के भीतर बिताए 17 दिनों के अनुभवों को जाना। बातचीत के दौरान पीएम मोदी और मजदूरों को सबसे पहले बधाई दी कि 17 दिनों के बाद सभी 41 मजदूर सुरक्षित सुंरग से बाहर निकल सके। पीएम मोदी ने सुरंग में फंसे मजदूरों का नेतृत्व करने वाले शबा अहमद और गब्बर सिंह से फोन पर बातचीत की।

योगा किया, लूडो खेला, हौसला बढ़ाया

पीएम मोदी ने बातचीत की शुरुआत में कहा कि हम सबपर केदरनाथ बाबा और बद्रीनाथ भगवान की कृपा रही कि सभी मजदूर सही सलामत सुरंग से बाहर निकल सके। आप लोगों ने (मजदूर) ने सुरंग में मौजूद एक-दूसरे लोगों का हौसला बनाए रखा। यह एक बड़ी बात है।

शबा अहमद ने सुरंग में बिताए 17 दिनों के अनुभव साझा करते हुए पीएम मोदी से कहा,” सर हम लोग तकरीबन 18 दिनों तक सुरंग में फंसे रहे, लेकिन एक दिन भी ऐसा एहसास नहीं हुआ कि हम लोगों को कुछ कमजोरी या घबराहट हो रही। वहां 41 लोग थे, सब भाई की तरह रहते थे। किसी को भी कुछ हो तो हम एक साथ रहते थे। किसी को कोई दिक्कत नहीं आई। खाना आता था तो हम सब एक साथ मिलजुल कर खाते थे। हम लोग सुरंग में भाई की तरह रहते थे। सुरंग में सब एक दूसरे की मदद करते थे।” शबा ने आगे कहा कि खाना आता था तो मिल-बांट कर हम सभी खाते थे। रात में खाना खाने के बाद जितने भी आदमी थे, सभी पैदल टहलते थे। सुरंग में 2.5 किलोमीटर था। वहीं, सुबह हम सभी मजदूर योगाभ्यास करते थे।

झारखंड के मजदूर चमरा ओरांव ने बाहर आने के बाद न्यूज एजेंसी को बताया कि इन 17 दिनों में उन्होंने फोन पर लूडो खेलकर समय बिताया। क्योंकि, नेटवर्क नहीं होता था तो किसी से फोन पर बात भी नहीं हो सकती थी। लेकिन बाद में रेस्क्यू एजेंसियों ने पाइप के जरिए घरवालों से बात करवाई थी।

बचाव दल की पूरी टीम को दी बधाई देहर बोले सीएम श्रमिकों और उनके परिजनों के चेहरे की खुशी ही मेरी ईगास व बगवाल

सिल्क्यारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों के सकुशल बाहर निकलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अभियान में जुटे समस्त बचाव दल को अपनी शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा की श्रमिकों और उनके परिजनों के चेहरों की खुशी ही मेरे लिए इगास बग्वाल है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बचाव दल की तत्परता, टेक्नोलॉजी के सहयोग, सुरंग के अंदर फंसे श्रमिक बंधुओं की जीवटता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की जा रही पल- पल निगरानी और बौखनाग देवता की कृपा से यह अभियान सफल हुआ। मुख्यमंत्री ने जरुरी होने पर श्रमिकों को उच्च कोटि की चिकित्सा सुविधा देने के उन्होंने आदेश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए बड़ी खुशी का दिन है। जितनी प्रसन्नता श्रमिक बंधुओं और उनके परिजनों को है, उतनी ही प्रसन्नता आज मुझे भी हो रही है। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान से जुड़े एक-एक सदस्य का मैं हृदय से आभार प्रकट करता हूं। जिन्होंने देवदूत बनकर इस अभियान को सफल बनाया। उन्होंने कहा कि सही मायनों में हमें आज ईगास पर्व की खुशी मिली है। उन्होंने कहा कि भगवान बौख नाग देवता पर हमें विश्वास था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व स्तरीय टेक्नोलॉजी और विशेषज्ञ इस अभियान में लगे थे। प्रधानमंत्री जी ने पल-पल इस अभियान की निगरानी की। उनके मार्गदर्शन में बेहतरीन समन्वय ने असंभव को संभव में बदला। उन्होंने अभियान से जुड़े एक-एक सदस्य के प्रति भी आभार प्रकट किया।

सफलताः सभी श्रमिक 17वें दिन सुंरग से सकुशल निकाले गए

देहरादून। आज का मंगलवार पूरे देश के लिए मंगलमयी खबर सामने लाया है। डबल इंजन सरकार के सशक्त नेतृत्व और रेस्क्यू टीमों के अथक परिश्रम से ऑपरेशन सिलक्यारा फतह कर लिया गया है। सुरंग में फंसे सभी 41 श्रमिक 17वें दिन सकुशल बाहर आ गए हैं।

उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री हाईवे पर सिलक्यारा में निर्माणाधीन सुरंग में 12 नवंबर को भूधंसाव होने से 41 श्रमिक सुरंग में ही फंस गए थे। घटना की सूचना मिलते ही बचाव अभियान शुरू कर दिया गया। देहरादून से पहुंचे एसडीआरएफ के जवान स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन के साथ तत्काल रेस्क्यू में जुट गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौके का जायजा लेने पहुंचे। सीएम के दौरे के साथ ही रेस्क्यू अभियान जोर पकड़ गया। राज्य और केंद्र सरकार की एजेंसियां रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल हो गईं।

सुरंग में मलबा हटाने के लिए सबसे पहले जेसीबी लगाई गई, लेकिन ऊपर से मलबा गिरने पर सफलता नहीं मिल पाई तो देहरादून से ऑगर मशीन मंगाकर सुरंग में ड्रिलिंग शुरू की गई।
ऑगर मशीन जवाब दे गई। फिर दिल्ली से अमेरिकन ऑगर मशीन मौके पर पहुंचाई गई। इसके लिए वायुसेना के हरक्यूलिस विमानों की मदद ली गई। इन विमानों ने मशीन के पुर्जों को चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर पहुंचाया और यहां से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर सिलक्यारा पहुंचाया गया।

सुरंग में लगभग 50 मीटर ड्रिलिंग के बाद सरिया सामने आने के कारण इस मशीन में भी खराबी आ गई। फिर हैदराबाद से प्लाज्मा कटर मंगाया गया। कटर से ऑगर को काटने के बाद 16वें दिन मैनुअल ड्रिलिंग शुरू की गई और आज 17वें दिन जिंदगी का पाइप श्रमिकों तक पहुंचा दिया गया। यही नहीं सरकार तीन अन्य मोर्चों पर भी काम कर रही थी। इसमें वर्टिकल ड्रिलिंग का काम भी 50 मीटर तक पहुंच चुका था।

रेस्क्यू टीमों को सैल्यूट

राज्य और केंद्र सरकार की सभी एजेंसियां, अधिकारी और कर्मचारी आज 17वें दिन तक पूरी तन्मयता और मनोयोग से रेस्क्यू में जुटी रही। मुख्यमंत्री धामी निरंतर स्थलीय निरीक्षण करने साथ ही रेस्क्यू टीमों की हौसला-अफजाई करते रहे। इसी का फल रहा है कि आज यह मिशन सफल हुआ।
रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीआरओ, आरवीएनएल, एसजेवीएनएल, ओएनजीसी, आईटीबीपी, एनएचएआईडीसीएल, टीएचडीसी, उत्तराखंड राज्य शासन, जिला प्रशासन, भारतीय थल सेना, वायुसेना समेत तमाम संगठनों, अधिकारियों और कर्मचारियों की अहम भूमिका रही।

‘आस्था’ और ‘विज्ञान’ से अंजाम तक पहुंचा ‘मिशन सिलक्यारा’

सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने का रेस्क्यू, विज्ञान और भगवान दोनों की बदौलत सफल हो पाया। कहीं न कहीं इसका मनोवैज्ञानिक प्रभाव भी देखने को मिला, जिससे एक आस बंधी कि सब कुछ ठीक होगा।
दरअसल, टनल में फंसे श्रमिकों का तो ईश्वर पर अटल विश्वास था ही बचाव अभियान दल ने भी हर रोज देव आराधना के बाद ही रेस्क्यू की शुरुआत की। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और ‘इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन’ के अध्यक्ष अर्नाेल्ड डिक्स भी टनल के मुहाने पर बनाए गए बौखनाग मंदिर में सिर झुकाकर श्रमिकों को सकुशल वापसी के लिए ईश्वर से आशीर्वाद मांगा।