भाजपा विधायक के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा, दी तहरीर

कालाढूंगी विधानसभा सीट से भाजपा के वयोवृद्ध विधायक की एक बार फिर से जबान फिसलने पर स्थानीय लोगों का गुस्सा फूटा हैं। लोगों ने कोतवाली ऋषिकेश में विधायक के खिलाफ तहरीर दी।

पूर्व सभासद व कांग्रेस नेता रवि कुमा जैन के नेतृत्व में स्थानीय लोग कोतवाली पहुंचे। यहां रवि कुमार जैन ने पुलिस को तहरीर दी। बताया कि भाजपा विधायक वंशीधर भगत ने एक कार्यक्रम के दौरान हिंदू देवी और देवताओं पर अभद्र टिप्पणी की है। इससे हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने भाजपा विधायक वंशीधर भगत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

तहरीर देने वालों में व्यापारी नेता ललित मोहन मिश्र, मधु जोशी, अभिषेक शर्मा, विनीत कुमार जैन, पार्षद देवेंद्र प्रजापति, विजय लक्ष्मी शर्मा, हिमांशु भाटी, राहुल शर्मा, एकांत गोयल, योगेश कुमार पाल, बृजभूषण बहुगुणा, आनंद कर्णवाल, राहुल पांडे, लोकपाल कैंतुरा आदि उपस्थित रहे।

कोरोना नियमों को दरकिनार करने पर वंशीधर भगत पर मुकदमा दर्ज करें पुलिसः जयेंद्र रमोला

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि जहां एक ओर मुख्यमंत्री कोरोना का रोना रोकर हिन्दुओं के सबसे बड़े महापर्व को टालने का काम कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर उन्हीं के पार्टी अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष, राज्य मंत्री और कार्यकर्ता कोरोना के नियमों को तार तार कर रहे है।

ढोल नगाड़ों के साथ भीड़ लगाकर स्वागत किया जा रहा है, जोकि शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं की कथनी व करनी में अंतर है जहां कुम्भ का पहला स्नान है और हरिद्वार के घाट व बाजार सूने पड़े हैं एक ओर कोरोना से लोगों की आर्थिकी कमजोर हो गई है। वहीं दूसरी ओर कोरोना का बहाना बनाकर मुख्यमंत्री ने लोगों की धार्मिक भावनाओं और व्यापार पर चोट पहुँचाने का काम किया है। एक ओर विपक्ष के नेताओं पर भीड़ लगाने पर मुकदमा दर्ज किया जाता है वहीं दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बिना मास्क के कार्यकर्ताओं के साथ जुलूस निकलकर स्वागत करवाने का काम करते हैं और सबसे शर्मनाक बात तो ये है कि विधानसभा अध्यक्ष जैसे संवैधानिक पद पर बैठे प्रेम अग्रवाल लगातार पद की गरिमा को तोड़ने का काम करते आये हैं।

जयेंद्र रमेाला ने राज्यपाल से मांग कि विधानसभा अध्यक्ष को बर्खास्त किया जाये। साथ ही पुलिस भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व विधानसभा अध्यक्ष के विरूद्ध कोविड एक्ट में मुकदमा दर्ज करने करें।

हरीश रावत के बयान का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने किया पलवार, अधिक पढ़ें…

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने हरीश रावत के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें उन्होंने भाजपा पर विधायकों को चुराने का आरोप लगाया।
भाजपा अध्यक्ष भगत ने कहा कि जनता के द्वारा नकारे जाने के बाद हरीश रावत कुछ समय तो पश्चाताप के घड़ियाली आंसू बहाते रहे और हार की जिम्मेदारी लेते रहे, लेकिन चुनाव का समय आ रहा है तो अब सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिलों के गठन के लिए हरीश रावत का दावा उसी तरह है जैसे गैरसैण में राजधानी घोषित करने का फैसला। गैरसैण में आम जनता की मांग भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंन्द्र सिंह रावत द्वारा गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर पूरी की गई है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए हरीश रावत निरंकुश रहे और वह किसी की नहीं सुनते थे जिस कारण उनके विधायकों ने उनकी सुनना बंद कर दिया और अलग रास्ता चुन लिया।
कांग्रेस के कई मंत्री विधायकों और वरिष्ठ नेताओं ने रावत की निरंकुशता से तंग आकर कांग्रेस पार्टी को ही बाय कर दिया। उन्होंने हरीश रावत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें अपने कार्यकाल को याद करना चाहिए और अपनी असफलता को छिपाने के लिए दूसरों पर दोष नहीं मढ़ना चाहिए।

भगत ने कहा कि आज हरीश रावत जनता के लिए संघर्ष नहीं बल्कि चेहरे की लड़ाई लड़ रहे हैं

हरीश रावत को हारों का हार पहनने की चिंता सता रहीः वंशीधर भगत

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत इन दिनों अजीब सी उलझन के शिकार हो गए हैं। उन्हें हारों (पराजय) का हार पहनने की चिंता सता रही है। कहा कि कभी विपक्ष को लोकतंत्र का कहकहा सिखाने वाले रावत अब विधायको के बिखराव और टूट को लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत बता रहे है।

पूर्व सीएम हरीश रावत के बयान का पलटवार करते हुए वंशीधर भगत बोले, हरीश रावत परिस्थितियों को अपने हिसाब से परिभाषित करने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष पार्टी की रणनीति का हिस्सा रावत को नहीं बना रहे है और रावत की हालात खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचे जैसी हो गयी है। रावत की बेचैनी को इससे भी समझा जा सकता है की वह टूट के सूत्रधार नेता को भी शॉल ओढ़ाकर सम्मानित करने को तैयार है।

भगत ने कहा कि हरीश रावत की मनमानी और तानाशाही के कारण प्रदेश में राजनैतिक अस्थिरता का वातावरण जनता ने देखा और इसका असर प्रदेश के विकास पर पड़ा है। वह एक बार फिर प्रदेश में राजनैतिक अस्थिरता को हवा देने का जो दिवास्वप्न देख रहें हैं, वह पूरी तरह निराधार है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा एकजुट है और मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में विकास कार्यो की बदौलत पार्टी दोबारा सत्ता में आएगी। भाजपा में टूट का जो सपना कांग्रेस देख रही है वह कभी साकार नही हो पाएगा। बेहतर होगा कि अपने अस्तित्व के लिए तरस रही कांग्रेस अपने बचे-खुचे कुनवे के बारे में सोचे और दूसरे घरो में ताक झांक करना बन्द करे।