मंत्री डा. अग्रवाल ने भारत गौरव ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

देशभर के 11 ज्योतिर्लिंग की रामकथा यात्रा का शुभारंभ आज योगनगरी रेलवे स्टेशन से हुआ। 1008 श्रद्धालु कैलास और चित्रकूट ट्रेनों में सवार होकर तीर्थस्थलों के दर्शन के लिए रवाना हुए। इन ट्रेनों को कथा मर्मज्ञ मोरारी बापू और मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल नेभगवान श्रीराम के जयकारों के बीच हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

योगनगरी रेलवेस्टेशन पर भारतीय रेलवे कैटरिंग एंडएं टूरिज्म कॉरपोरेशन नेट्रेनों को हरी झंडी दिखाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान मोरारी बापू ने कहा कि भगवान श्रीराम ने सेतु बनाकर सभी को जोड़ा। जगद्गुरू शंकराचार्य ने पूरे भारत को जोड़ा। ऐसेही यह उत्तर, पूर्व और पश्चिम तथा दक्षिण को आध्यात्म द्वारा जोड़नेका पवित्र प्रयास है। कहा कि उत्तराखंड मेंगंगा का उद्गम स्थल हैऔर गंगा ऊपर से नीचे की ओर बहती है, इसके चलते रामकथा यात्रा को यहां से शुरू करने का फैसला लिया गया। यह यात्रा सनातन धर्म के प्रति लोगों को बड़ा संदेश देगी।

मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल नेकहा कि इस यात्रा के कार्यक्रम का हिस्सा बनकर उन्हे ंबेहद खुशी महसूस हुई। भारतीय संस्कृतिकी समृद्ध विरासत के संवर्द्धन में रेल यात्रा बेहतर कदम है। मौके पर रेलवेके मुरादाबाद मंडल के डीआरएम राजकुमार सिंह, एडीआरएम निर्भय नारायण सिंह, कविता शाह, सुमित पंवार, इंद्रकुमार गोदवानी, दिनेश सती, पवन शर्मा आदि मौजूद रहे।

रेल मंत्री पीयूष गोयल से मिले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, जताया आभार

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने केन्द्रीय मंत्री रेल, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण पीयूष गोयल से भेंट की। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड में रेल कनेक्टिवीटी के विकास के लिए रेल मंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री के अनुरोध पर रेल मंत्री ने टनकपुर-बागेश्वर रेल लाईन के फाइनल लोकेशन सर्वे की स्वीकृति दी।

रेल मंत्री ने हरिद्वार-रायवाला सेक्शन में वर्तमान सिंगल रेल लाईन के दोहरीकरण और देहरादून व योगनगरी ऋषिकेश के मध्य सीधी रेल सेवा उपलब्ध कराने के लिए लक्सर की भांति रायवाला स्टेशन से पहले डायवर्जन लाईन के निर्माण पर स्वीकृति देते हुए रेलवे के अधिकारियों को तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के सुझाव पर पुराने ऋषिकेश स्टेशन के वाणिज्यिक उपयोग के लिए रेलवे के अधिकारियों को कार्ययोजना बनाने को निर्देशित किया। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में स्विटजरलैण्ड की तर्ज पर रेलवे और रोप-वे बनाने के लिए रेल मंत्रालय द्वारा अध्ययन कराया जाएगा।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के अनुरोध पर केन्द्रीय मंत्री ने विकेंद्रीकृत खरीद प्रणाली के अंतर्गत उत्तराखण्ड के सब्सिडी के बकाया 640 करोड़ रूपये की राशि अवमुक्त करने के लिए खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देशित किया।

स्पीकर प्रेमचंद ने जम्मूतवी ट्रेन को योगनगरी रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

ऋषिकेश से जम्मू तक जाने वाली जम्मूतवी ट्रेन अब ऋषिकेश के पुराने रेलवे स्टेशन से नहीं, बल्कि नए योगनगरी रेलवे स्टेशन से संचालित होगी। आज इस ट्रेन को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दोपहर तीन बजकर 40 मिनट पर योगनगरी रेलवे स्टेशन से जम्मूतवी ट्रेन संचालित हुई। इस मौके पर यात्रियों में अलग ही उत्साह देखने को मिला।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि योग नगरी ऋषिकेश से जम्मू तवी (ट्रेन सं०04605) के लिए रेल यातायात को खोले जाने पर उन्हें अत्यंत हर्ष का अनुभव हो रहा है।उन्होंने कहा कि योग नगरी ऋषिकेश में विहंगम दृश्य वाली पहाड़ी शैली से बनाया गया स्टेशन यहां आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को आकर्षित करेगा। योग नगरी ऋषिकेश स्टेशन से संचालित सभी ट्रेनें उत्तराखंड की जनता के आवागमन को सुगम एवं सुरक्षित करेगी एवं उत्तराखंड को भारत के पर्यटन मानचित्र में स्थापित करने का भी काम करेगी।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड की रेल परियोजना में प्रकृति के संरक्षण के लिए भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है जिसका सफल उदाहरण वीरभद्र से योग नगरी ऋषिकेश स्टेशन के मार्ग पर स्पष्ट दिखाई दे रहा है।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में स्थित चारों धामों को रेल मार्ग से जोड़ने का संकल्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2014 में लिया गया था, इसी सपने को साकार करने के उद्देश्य से 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का कार्य तीव्र गति से चल रहा है।श्री श्री अग्रवाल ने कहा कि इस महत्वकांक्षी परियोजना के 105 किलोमीटर हिस्से का निर्माण पहाड़ों के भीतर 70 सुरंग एवं नदियों के ऊपर 16 पुलों के निर्माण के रुप में होना है, परियोजना में 14.7 किलोमीटर भारत की सबसे लंबी रेलवे सुरंग का भी निर्माण किया जाना है साथ ही शिवपुरी, व्यासी, देवप्रयाग, श्रीनगर, धारी देवी, रुद्रप्रयाग, गौचर, कर्णप्रयाग सहित 12 स्टेशनों का निर्माण होना है।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस परियोजना से पर्यटन के अलावा प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से राज्य की जनता को रोजगार के नये अवसर भी प्राप्त होंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं रेल मंत्री पीयूष गोयल का आभार व्यक्त किया है।

इस मौके पर मुरादाबाद मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश, मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा, मैकेनिकल इंजीनियर समर्थ सिंह, स्टेशन प्रबंधक ज्ञानेंद्र सिंह परिहार, मेयर अनिता मंमगाई, ऋषिकेश मंडल अध्यक्ष दिनेश सती, प्रदेश उपाध्यक्ष कुसुम कंडवाल, जिला महामंत्री सुदेश कंडवाल, राजेश जुगलान, पार्षद वीरेंद्र रमोला, पार्षद विपिन पंत, पार्षद बिजेंद्र मोगा, पार्षद ऋषि कांत गुप्ता, पार्षद संजीव पाल, पार्षद राजू नरसिम्हा, पार्षद शिव कुमार गौतम, अरुण बडोनी, सीमा रानी, मनोज शर्मा, गोपाल सती, सुमित पवार, मुकेश ग्रोवर, सुमित सेठी, सचिन अग्रवाल, रविंद्र राणा, ऋषि राजपूत, पार्षद प्रदीप कोहली, रजनी बिष्ट, भूपेंद्र राणा, अरविंद गुप्ता, अनीता तिवाडी, विनोद भट्ट, जयंत शर्मा, मनोज ध्यानी, विनीत रामपाल, विजय बडोनी आदि उपस्थित थे।

केंद्रीय रेल मंत्री को मेयर अनिता ने सौंपा ज्ञापन, की रायवाला में स्टाॅपेज बनाने की मांग

ऋषिकेश से संचालित होने वाली ट्रेनों के लिए 2 मिनट का स्टॉपेज रायवाला जंक्शन में कराए जाने की मांग को लेकर मेयर अनिता ममगाईं ने केंद्रीय रेल मंत्री को ज्ञापन सौंपा।

कर्णप्रयाग रेल परियोजना के पहले रेलवे स्टेशन योग नगरी ऋषिकेश से रेलगाड़ियों का संचालन शुरु होने की पूर्व संध्या पर केन्द्रीय रेलव मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे ने स्टेशन पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। मेयर अनिता ममगाई ने शहर आगमन पर केन्द्रीय रेल मंत्री का पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत और अभिनंदन किया। मेयर ने उन्हें योग नगरी ऋषिकेश से संचालित होने वाली महत्वपूर्ण ट्रेनों के लिए 2 मिनट का स्टोपेज रायवाला जंक्शन पर कराये जानें की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा।महापौर ने केन्द्रीय रेल मंत्री को बताया कि देश के सबसे खूबसूरत रेलवे स्टेशनों में से एक ऋषिकेश के रेलवे स्टेशन से ट्रेनों का शुभारंभ होना एक ऐतिहासिक पल होगा जिसके इंतजार में देवभूमि की जनता रेलवे स्टेशन के निर्माण के बाद से पलकें बिछाकर इस दिन का इंतजार कर रही थी।उल्लेखनीय है कि योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का पहला स्टेशन है, जो विगत वर्ष बनकर तैयार हो गया था।

ट्रायल के पश्चात योग नगरी ऋषिकेश से रेलगाड़ियों के संचालन को हरी झंडी दे दी गई थी। मगर, इसी बीच लॉकडाउन के चलते देशभर में रेल सेवाएं रोक दी गई। इससे योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से रेलगाड़ियों का परिचालन शुरू नहीं हो पाया था। लंबे इंतजार के बाद आखिर रेलवे ने लंबी दूरी की रेलगाड़ियों के साथ तीर्थनगरी ऋषिकेश को रेल सेवाओं की सौगात दी है। महापौर से हुई मुलाकात के दौरान केन्द्रीय रेल मंत्री ने महापौर को बताया कि अमेरिका से आई उनकी बेटी भी ऋषिकेश में स्वच्छता को लेकर प्रभावित हैं। उन्होंने महापौर से नगर निगम की ओर से स्वच्छता को लेकर रेलवे विभाग को हर संभव सहयोग देने की बात भी कही।रेलवे मंत्री ने महापौर को आश्वस्त किया कि तीर्थ नगरी की अंतरराष्ट्रीय छवि को देखते हुए ऋषिकेश के नवनिर्मित रेलवे स्टेशन में उम्मीदों के अनुरूप रेलवे का विस्तार किया जाएगा।

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण में कार्यदायी संस्थाओं को सीएम सेे मिले निर्देश

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण में तेजी लाये जाने के लिये कार्यदायी संस्थाओं को उनकी आवश्यकता के अनुरूप आवश्यक सहयोग के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य हित से जुड़ी इस महत्वपूर्ण योजना को निर्धारित समय पर पूर्ण होना जरूरी है। इसके लिये रेल विकास निगम के अधिकारियों के साथ ही रेलवे लाइन निर्माण हेतु विभिन्न पैकेजों में कार्य करने वाली कार्यदायी संस्थाओं की समस्याओं के त्वरित समाधान पर ध्यान दिया जाय।

मुख्यमंत्री आवास में शासन के उच्चाधिकारियों, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ परियोजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलाधिकारियों को उनके क्षेत्र में संचालित परियोजना के कार्यों में आने वाली समस्याओं के निराकरण के निर्देश दिये गये हैं। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के साथ ही चार धाम सड़क परियोजना राज्य के लिये महत्वपूर्ण योजना है। चार धाम यात्रा के साथ ही पर्यटन को इससे बढ़ावा मिलेगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के विभिन्न पैकेजों पर कार्य करने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों की भी समस्यायें सुनी तथा उनके निराकरण के भी निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन समस्याओं का समाधान जिलाधिकारियों के स्तर पर नहीं हो पा रहा हो उसके लिये शासन स्तर पर शीघ्रता से कार्यवाही की जाय। मुख्यमंत्री ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्माण सामग्री की आपूर्ति में हो रही कठिनाई के अविलम्ब निराकरण के भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कार्यदायी संस्थाओं से अपेक्षा की कि वे अधिक से अधिक स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने की व्यवस्था करें। उन्होंने परियोजना में उपयोग में लायी जा रही आधुनिक मशीनों के संचालन एवं रख-रखाव आदि की तकनीकि जानकारी के लिये स्थानीय आईटीआई के छात्रों को प्रशिक्षित करने को कहा ताकि उन्हें भी परियोजना के अधीन रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें।

रेल विकास निगम लिमिटेड के अधिकारियों द्वारा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया गया कि वीरभद्र-न्यू ऋषिकेश ब्लॉक सेक्शन का काम पूर्ण हो चुका है। ऋषिकेश में एक आरओबी तथा एक आरयूवी भी तैयार हो चुका है। परियोजना के तहत 17 टनल के कार्यों को 10 पैकेज में बांटा गया है। लछमोली व श्रीनगर में अलकनंदा नदी पर आर.ओ.बी. का कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है। श्रीनगर, गौचर व सिवाइ में रोड ब्रिज का कार्य भी प्रगति पर है। ऋषिकेश-देवप्रयाग ब्लॉक सेक्शन का कार्य 2023-24 और देवप्रयाग-कर्णप्रयाग ब्लॉक सेक्शन का कार्य 2024-25 तक पूर्ण किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। रेल विकास निगम लिमिटेड के अधिकारियों द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि उत्तराखण्ड के चारधाम यमुनोत्री, गंगोत्री, श्री केदारनाथ व श्री बद्रीनाथ को रेलवे सेवा से जोड़ने के लिए लगभग 327 किलोमीटर की कुल लम्बाई की 4 रेलवे लाईन अलाईनमेंट पर कार्य किया किया जा रहा है।

बैठक में मुख्यमंत्री के औद्योगिक सलाहकार केएस पंवार, मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार आलोक भट्ट, मुख्य सचिव ओमप्रकाश, सचिव आरके सुधांशु, शैलेश बगौली, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, अपर सचिव डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर हिमांशु बडोनी आदि उपस्थित रहे।

बनखंडी से सटे पुराने रेलवे स्टेशन पर लगे रेलवे प्रशासन मुर्दाबाद के नारे

बनखंडी निवासी प्रदीप पाल की पुराने रेलवे स्टेशन की नई सड़क के बीचोंबीच रखे ट्रांसफार्मर से टकराकर मौत मामले में आज डीआरएम मुरादाबाद ने अजीबोगरीब बयान दिया। उनके बयान के बाद मृतक के परिजनों ने जोरदार हंगामा किया। यह बयान डीआरएम की ओर से योगनगरी रेलवे स्टेशन पर दिया गया। इसके बाद परिजनों ने पुराने रेलवे स्टेशन पर जीएम की गाड़ी रोककर रेलवे प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। सुरक्षा कर्मियों ने प्रदर्शन कर रहे लोगों से हल्का बल प्रयोग किया और किसी तरह जीएम के वाहन को रवाना कराया।

दरअसल, योगनगरी रेलवे स्टेशन पर उत्तरी रेलवे के जीएम आज पहुंचे। सूचना पाकर बनखंडी निवासी मृत प्रदीप की पत्नी संगीता पाल, मां विमला देवी, बहन विजय लक्ष्मी, स्थानीय पार्षद लता तिवाड़ी, पूर्व सभासद हरीश तिवाड़ी, भाजपा नेता ज्योति सजवाण भी पहुंचे और जीएम से मृतक आश्रितों को उचित मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात कही।

इसी बीच मौके पर मौजूद डीआरएम मुरादाबाद ने यह कह दिया कि सड़क पर हादसे तो होते रहते हैं। इसमें रेलवे की क्या गलती है, वह इसमें क्या कर सकता है। बस फिर क्या था, उनके इस बयान के बाद विवाद हो गया। हालांकि नए रेलवे स्टेशन पर विवाद ने ज्यादा तूल नहीं पकड़ा। इसके बाद पुराने रेलवे स्टेशन पर मृतक के परिजन और आसपास के लोग पहुंचे और डीआरएम के खिलाफ नारेबाजी की। यहां जीएम उत्तरी रेलवे अपने वाहन से जाने लगे तो गुस्साए मृतक के परिजनों ने उनकी कार रोक ली। यहां तक की एक महिला उनकी कार के आगे तक खड़ी हो गई। रेलवे पुलिस ने किसी तरह स्थिति को काबू किया।

26 अक्टूबर की रात घटी थी घटना
बनखंडी निवासी प्रदीप पाल 26 अक्तूबर की रात रेलवे की नई सड़क के बीच रखे ट्रांसफार्मर की चपेट में आ गए थे। इससे उनकी मौत हो गई थी। परिजनों व स्थानीय लोगों ने मृतक की मौत का जिम्मेदार रेलवे प्रशासन को ठहराया था। उक्त मामले में परिजनों की ओर से रेलवे के तीन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया है।

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे प्रोजेक्ट में गुणवत्ता, गति व पारदर्शिता का रखा जाए विशेष ख्यालः मुख्य सचिव

मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित जिलाधिकारियों से ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन निर्माण के प्रगति के सम्बन्ध में समीक्षा की। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) के साथ समन्वय बनाकर हर तरह की प्रशासनिक सहायता उपलब्ध कराएं। उन्होंने सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि अवशेष कार्य को जल्द से जल्द टाईमलाईन सहित पूर्ण कर लिया जाए साथ ही कार्यों में गुणवत्ता, गति एवं पारदर्शिता का विशेष ध्यान रखा जाय। मुख्य सचिव ने आर.वी.एन.एल. के अधिकारियों से कहा कि किसी भी समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार की ओर से पूरा सहयोग दिया जायेगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि जल संस्थान जल्द से जल्द पाईप लाइन शिफ्टिंग का कार्य पूर्ण कर लें उसमें आ रही समस्याओं से समय-समय पर शासन को अवगत कराया जाए ताकि समस्याओं का निराकरण हो। रेल लाइन से संबंधित भूमि अधिग्रहण के कार्य के पश्चात् भूमि मुआवजा सम्बन्धी कार्य प्राथमिकता के आधार पर किये जाए। टनल निर्माण एवं अन्य निर्माण से होने वाले मलबा के निस्तारण की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को अवशेष निर्माण कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये।
मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने निर्देश दिये कि रेलवे लाइन में बनने वाले टनलों में विशेषकर जो वन क्षेत्र में हो उन टनलों में सेंसरयुक्त गेट लगाये जाएं जिससे जंगली जानवरों के टनल में जाने से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिल सके। बैठक में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 58 के 03 स्थानों ब्यासी डायवर्जन, नरकोटा डायवर्जन व सुमेरपुर डायवर्जन के प्रकरणों पर भी चर्चा की गई।

पीएम मोदी ने उत्तराखंड को कई सौगातें दीः सीएम

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के अन्तर्गत बने ऋषिकेश रेलवे स्टेशन का स्थलीय निरीक्षण किया। यहां मुख्यमंत्री ने पौधा रोपण भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने रेल विकास निगम लि. के अधिकारियों से रेलवे स्टेशन में अवस्थापना सुविधाओं की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि योग नगरी ऋषिकेश में बने इस रेलवे स्टेशन को आधुनिक स्वरूप दिया गया है। रेलवे स्टेशन के निर्माण में पर्यावरणीय अनुकूलन का विशेष ध्यान रखा गया है। बुजुर्गों व दिव्यागों के हिसाब से अलग से यूटिलिटी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद प्रदेशवासियों को आवागमन की सुविधा तो होगी ही, साथ ही बद्रीनाथ एवं केदारनाथ आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को भी काफी सुविधा होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अवस्थापना विकास के क्षेत्र में उत्तराखण्ड को कई सौगातें दी हैं। ऑल वेदर रोड, हवाई कनेक्टिविटी एवं रेल लाईनों के निर्माण से उत्तराखण्ड में आवागमन की सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। डोईवाला-उत्तरकाशी रेल लाईन बनने के बाद उत्तराखण्ड के चारों धाम रेल कनेक्टिविटी से जुड़ जायेंगे।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के बाद चन्द्रेश्वर नगर, ऋषिकेश में बन रहे 7.5 एमएलडी के मल्टीपर्पज सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का औचक निरीक्षण भी किया। यह एसटीपी नमामि गंगे योजना के तहत उत्तराखण्ड पेयजल निगम द्वारा बनाया गया है। 12 करोड़ रूपये की लागत के इस एसटीपी से चन्द्रेश्वर नाला, ढ़ालवाला नाला एवं श्मशान घाट नाला को टेप करने के बाद शोधन किया जा रहा है। शोधित जल की गुणवत्ता मानकों के अनुरूप होने पर गंगा नदी में छोड़ा जा रहा है। यह भारत का पहला एसटीपी है, जिसे बहुमंजिला ईमारत के रूप में तैयार किया गया है। इसकी ऊंचाई 21 मीटर है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि गंगा कि निर्मलता एवं अविरलता बनाये रखने के लिए नमामि गंगे के तहत प्रदेश में विभिन्न जगहों पर एसटीपी बनाये जा रहे हैं। गंगा की निर्मलता के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रयासों से नमामि गंगे के तहत देशभर में अनेक कार्य हो रहे हैं। एसटीपी से शोधित जल का सिंचाई के लिए भी उपयोग किया जायेगा।