लखनऊ पहुंचकर सीएम धामी ने यूपी सीएम आदित्यनाथ से की मुलाकात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने प्रभु बदरी विशाल जी की प्रतिमा और प्रदेश में उत्पादित श्रीअन्न से बने उत्पाद उपहार स्वरूप प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के विभाजन संबंधी विभिन्न विषयों पर भी चर्चा की।

भेंट के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जनपद हरिद्वार के असिंचित क्षेत्रों हेतु गंग नहर से 665 क्यूसेक जल सिंचाई हेतु उत्तराखण्ड राज्य को उपलब्ध कराये जाने का पुनः अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जनपद हरिद्वार के तीन विकासखण्डों के 74 गांवों की 18280 हैक्टेयर असिंचित भूमि में सिंचाई सुविधा प्रदान करने हेतु 35 कि0मी0 लम्बी इकबालपुर नहर प्रणाली तथा कनखल एवं जगजीतपुर नहर की क्षमता विस्तार किया जाना प्रस्तावित है। प्रश्नगत क्षेत्र में सिंचाई हेतु कोई नदी व अन्य जल श्रोत उपलब्ध नहीं हैं। जिस कारण गंग नहर से 665 क्यूसेक पानी उत्तराखण्ड को दिया जाना आवश्यक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अधीक्षण अभियन्ता गंग नहर संचालन मंडल, उ०प्र०. सिं०वि०, मेरठ द्वारा गंग नहर से 665 क्यूसेक जल मात्र खरीफ फसल हेतु उत्तराखण्ड राज्य को उपलब्ध कराये जाने हेतु प्रारम्भिक फिजीबिलिटी रिपोर्ट प्रेषित की गयी थी एवं फिजीबिलिटी रिपोर्ट में अवगत कराया गया था कि 665 क्यूसेक जल खरीफ फसल हेतु उपलब्ध कराया जा सकता है, और रबी की फसल की सिंचाई हेतु जल उपलब्ध नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य द्वारा टिहरी बाँध से मिलने वाले 4879 क्यूसेक अतिरिक्त जल में से 665 क्यूसेक जल की मांग की गयी है, वह न्यूनतम एवं औचित्यपूर्ण है, जो टिहरी बाँध से उपलब्ध होने वाले अतिरिक्त जल का 13.5 प्रतिशत मात्र है तथा उत्तर प्रदेश की प्रस्तावित उपयोगिता 4000 क्यूसेक जल के पश्चात् अवशेष उपलब्ध जल से भी कम है, जिस पर सहमति उ०प्र० शासन स्तर पर लंबित है। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से उत्तराखंड राज्य की प्रस्तावित सिंचाई योजनाओं हेतु 665 क्यूसेक पानी की आपूर्ति उत्तरी गंग नहर से किये जाने के सम्बन्ध में स्वीकृति प्रदान किये जाने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के दौरान उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश राज्य के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के विभाजन के सम्बन्ध में भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद हरिद्वार में सिंचाई विभाग की 615.836 है0 भूमि एवं 348 सं0 आवासीय भवन तथा 167 सं० अनावासीय भवन उत्तराखण्ड राज्य को हस्तान्तरण किये जाने हेतु दोनो मुख्य सचिवों द्वारा संयुक्त सहमति व्यक्त की गयी है। इसी प्रकार ‘‘जनपद ऊधमसिंहनगर की कुल 332.74 है भूमि में से 322.00 है० नानक सागर बांध डूब क्षेत्र की भूमि से उत्तराखण्ड राज्य के सहयोग से अतिक्रमण हटाये जाने तथा अवशेष 10.748 है0 भूमि उत्तराखण्ड राज्य को उपलब्ध कराये जाने के संबंध में शीघ्र निर्णय लिये जाने की अपेक्षा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों राज्यों के अधिकारियों द्वारा बनबसा स्थित भूमि का पुनः सर्वेक्षण कर कन्दूर मैप एवं प्लान तैयार कर लिया गया है तथा उस पर विभिन्न प्रकार की भूमि का अंकन भी कर लिया गया है। सिंचाई विभाग उत्तराखण्ड के अधिकारियों द्वार कुल 1410.55 है भूमि में से 162.06 हैक्टेयर भूमि को हस्तान्तरण हेतु उपयुक्त पाया गया है। इन सभी बिंदुओं पर दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ हुई बैठक में सैद्धान्तिक सहमति प्राप्त हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने अनुरोध किया कि जिन परिसम्पत्तियों के उत्तराखण्ड राज्य को हस्तान्तरण पर सहमति हो गयी है, उनके हस्तान्तरण के लिये शीघ्र शासनादेश निर्गत किया जाये।

वैज्ञानिक आधार पर बरसाती नदियों को ग्लेशियर आधारित नदियों से जोड़ने के अभिनव प्रयासों पर दिया बलः सीएम

मध्य क्षेत्रीय परिषद की नरेंद्र नगर में आयोजित बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित प्रतिभाग कर रहे अन्य महानुभावों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस महत्वपूर्ण बैठक को उत्तराखण्ड में आयोजित किये जाने के लिये केंद्रीय गृह मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मध्य क्षेत्रीय परिषद केंद्र तथा राज्यों के मध्य आपसी सहयोग एवं समान प्रकार के मामलों में सेतु के समान है। परिषद आपसी विचारों एवं अनुभवों को साझा करने का भी सशक्त माध्यम है।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में उत्तराखण्ड से संबंधित कतिपय नीतिगत विषयों का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड का 71 प्रतिशत भूभाग वन क्षेत्र से आच्छादित है। राज्य की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण उत्तराखण्ड में अवस्थापना सुविधाओं के विकास तथा आवश्यक सेवाओं के सृजन में अन्य राज्यों की अपेक्षा लागत अधिक रहती है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में पर्यावरणीय प्रतिबंधों के कारण विकास कार्यों के संचालन में कतिपय कठिनाइयां रहती है, जबकि हमारे आर्थिक संसाधन भी सीमित हैं। इन परिस्थितियों एवं संसाधनों की सीमित उपलब्धता के बावजूद राज्य की प्रति व्यक्ति आय को राष्ट्रीय औरत से लगभग दो गुना करने में हम सफल हुए हैं, तथा राज्य के विकास की दिशा में कई उपलब्धियां हासिल कर उत्तराखण्ड को उत्कृष्ट एवं आदर्श राज्य बनाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड से निकलने वाली गंगा, यमुना, काली सहित अनेक बारहमासी नदियां मैदानी क्षेत्रों की जीवन रेखा भी है। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि वैज्ञानिक आधार पर बरसाती नदियों को ग्लेशियर आधारित नदियों से जोड़ने का अभिनव प्रयास किया जाना चाहिए, इसका लाभ न केवल उत्तराखण्ड को बल्कि पूरे देश को होगा। इसके लिये उत्तराखण्ड सहित अन्य मध्य क्षेत्रीय राज्यों को केंद्र सरकार से तकनीकि एवं वित्तीय सहयोग दिये जाने पर भी उन्होंने बल दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने सीमांत क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं को मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऑल वेदर रोड के अन्तर्गत राज्य में तेजी से काम हो रहा है परन्तु इसे सीमान्त क्षेत्र तक बढ़ाने की आवश्यकता है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन की तर्ज पर राज्य के दूसरे मण्डल में टनकपुर से बागेश्वर रेलवे लाइन का निर्माण किया जाना भी सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड का आपदाओं जैसे भूस्खलन, अतिवृष्टि, वनाग्नि, ग्लेशियर खिसकना इत्यादि से चोली दामन का साथ है। इसके लिए राज्य को एक सशक्त वेदर फोर कास्टिंग सिस्टम, डॉप्लर रडार से युक्त अवस्थापना की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणों को बैंक की सुविधा हो, इसके लिए हम निरंतर कार्य कर रहे हैं इसके लिये उन्होंने दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित ऐसे गांवों में विद्युत व्यवस्था, मोबाइल कनेक्टिविटी तथा बैंकिंग सेवा व्यवस्था में सुधार हेतु केन्द्र सरकार से सहयोग की अपेक्षा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2023 को ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट ईयर‘‘ घोषित किया गया है, अतः मिड डे मील में अनिवार्य रूप से बच्चों को मिलेट प्रदान किया जाए ताकि बच्चे स्वस्थ रहें, इस बारे में शिक्षा मंत्रालय तथा खाद्य मंत्रालय के समन्वय से समुचित कार्यवाही किए जाने का भी मुख्यमंत्री ने अनुरोध किया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने परिषद की 25वीं बैठक काशी विश्वनाथ की नगरी में रखे जाने का किया प्रस्ताव।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में दुनिया ने देश के सामर्थ्य और शांति के प्रदर्शन को स्वीकार किया है। विभिन्न क्षेत्रों की परिषदों की बैठकों का आयोजन केंद्र राज्य संबंधों को बेहतर बनाने का कार्य कर रहे है जो समस्याओं के समाधान का उपयुक्त मंच बन रहा है। उन्होंने मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक काशी विश्वनाथ की नगरी में आयोजित किये जाने का भी प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में बीमारू से समृद्ध राज्य के रूप में पहचान बना रहा है। उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान उत्तराखण्ड व हिमाचल के साथ हिमालयी राज्यों को आपदा की समस्या का सामना करना पड़ा है। अब कई नए क्षेत्र भी इसमें शामिल हो रहे है। इसके लिए उन्होंने नदियों के केचमेंट एरिया को सुरक्षित किये जाने के साथ ही नदियों के चौैनलाइजेशन की दिशा में पहल किये जाने की बात कही। उन्होंने आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं को रोकने में भी मिशन मोड में कार्य करने पर बल दिया। मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने की दिशा में भी सभी राज्य आपसी सहभागिता से इस दिशा में क्या कुछ बेहतर कर सकते है इस पर चिन्तन किये जाने की उन्होंने जरूरत बतायी।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डा. प्रेम चंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस सन्धु के साथ ही सचिव गण उपस्थित थे।

यूपी और यूके के परिवहन निगम के मध्य आस्तियों के विभाजन की समस्या का हुआ समाधानः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा परिवहन निगम की परिसम्पत्तियों की अवशेष एक सौ करोड़ की धनराशि उत्तराखण्ड परिवहन निगम को उपलब्ध कराने के लिये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अवशेष धनराशि रू.100 करोड़ की धनराशि उत्तराखण्ड परिवहन निगम को भुगतान कर दिये जाने से दोनो राज्यों के परिवहन निगम के मध्य आस्तियों के विभाजन की समस्या का समाधान हुआ है। इससे उत्तराखण्ड परिवहन निगम को अपनी अवस्थापना सुविधाओं के विकास में मदद मिलेगी।

चंपावत में मुख्यमंत्री धामी के लिए प्रचार में आए यूपी सीएम, रोड शो कर जनता का किया संबोधित

चंपावत उपचुनाव के लिए प्रचार अंतिम दौर में है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के पक्ष में आज यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विशाल रोड शो औऱ जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान बुलडोजर बाबा के कार्यक्रम में बुलडोजर छाए रहे। रोड शो के दौरान कई कार्यकर्ता बुलडोजर लेकर टनकपुर पहुंचे। (Bulldozers seen in cm yogi’s Tanakpur rally and road show for cm dhami) इतना ही नहीं रैली के दौरान सीएम धामी ने भी अपने संबोधन में बुलडोजर का जिक्र किया और कहा कि यूपी की तरह उत्तराखंड में भी अब बुलडोजर चलेगा

यूपी में अपराधियों पर बुलडोजर कार्रवाई एक मिसाल बन चुकी है। इसलिए योगी को लोग बुलडोजर बाबा के नाम से भी पुकारते हैं। इसका असर उत्तराखंड में दिख रहा है। 26 मई को उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर में हत्या के फरार आरोपी के गोदाम को बुलडोजर से ध्वस्त किया गया था। चंपावत विधानसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पक्ष में योगी ने टनकपुर मे विशाल रोज शो किया। इसके बाद योगी ने जनसभा भी की। इस पूरे कार्यक्रम में भी बुलडोजर की धमक दिखी।

योगी के रोड शो के दौरान भाजपा के कई कार्यकर्ता जेसीबी लेकर समर्थन देने पहुंचे। सीएम योगी ने भी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद गांधी मैदान पर योगी नेविशाल जनसभा को संबोधित किया।

उत्तराखंड में भी चलेगा बुलडोजर

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यूपी में हम हर दिन अपराध की खबरें सुनते थे, लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ जी ने ऐसा बुलडोजर चलाया कि अपराधी अब कांपते हैं। धामी ने कहा कि हर गलत काम पर सीएम योगी का बुल्डोजर चलता है। धामी ने कहा कि यूपी की तरह उत्तराखंड में भी बुलडोजर चलेगा और महाराज के बुल्डोजर का असर उत्तराखंड में भी होगा।

चंपावत के पास सीएम को चुनने का अवसर: योगी

जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, मां पूर्णागिरी का आशीर्वाद इस बार सीएम धामी को मिलेगा। योगी ने कहा कि चंपावत की जनता के पास इस बार एक बड़ा अवसर है। आमतौर पर जनता विधायक या सासंद चुनती है, लेकिन चंपावत की जनता के पास मुख्यमंत्री को चुनने का अधिकार मिला है। इस क्षेत्र के विकास के लिए यहां की जनता को सीएम धामी को अपना समर्थन देना होगा।

यूपी में योगी सहित 52 मंत्रियों ने ली पद एवं गोपनीयता की शपथ

कई मिथकों को तोड़कर योगी आदित्यानाथ के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी कर रही योगी सरकार ने शपथ ग्रहण की। सीएम योगी समेत 52 मंत्रियों ने शपथ ली। योगी आदित्यनाथ सरकार में केशव प्रसाद मौर्य ब्रजेश पाठक को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। पार्टी में ब्रजेश पाठक का कद बढ़ाया गया है। (Yogi 2.0 cabinet includes 2 deputy CM and 50 ministers) योगी मंत्रिमंडल में 16 कैबिनेट मंत्री, 14 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार तथा 20 राज्यमंत्री बनाए गए हैं।मंत्रिमंडल में उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य समेत 5 महिलाओं को जगह मिली है। योगी मंत्रिमंडल 2.0 में जातीय व क्षेत्रीय समीकरण के साथ पुरानी कैबिनेट के ज्यादातर साथियों को बरकरार रखा गया है। हालांकि पूर्व डिप्टू सीएम दिनेश शर्मा व कैबिनेट मंत्री श्रीकांत सिंह का पत्ता काटा गया है।

उधर योगी के दूसरी बार यूपी की कमान संभालते ही उनके पैतृक गांव में जश्न का माहौल है। पौड़ी गढ़वाल का पंचुर गांव योगी का पैतृक गांव है। आज सुबह से ही ग्रामीण उत्साहित नजर आए। शाम को टीवी पर बैठकर योगी के शपथ लेते ही तालियां बजाते रहे। आसपास के लोगों का उनके घर में जमावड़ा लगा हुआ है। यही नहीं, उनके पैतृक घर पर ढोल नगाड़ों पर लोग नाचते हुए अपना खुशी जाहिर कर रहे हैं।
योगी मंत्रिमंडल 2.0

केशव प्रसाद मौर्य – उपमुख्यमंत्री

ब्रजेश पाठक – उपमुख्यमंत्री

स्वतंत्र देव सिंह – मंत्री

सूर्य प्रताप शाही – मंत्री

सुरेश कुमार खन्ना – मंत्री

बेबी रानी मौर्य – मंत्री

लक्ष्मी नारायण चौधरी – मंत्री

जय वीर सिंह – मंत्री

धर्मपाल सिंह – मंत्री

नंद गोपाल नंदी, विधायक – मंत्री

भूपेन्द्र सिंह चौधरी – मंत्री

अनिल राजभर – मंत्री

जितिन प्रसाद – मंत्री

राकेश सचान – मंत्री

अरविंद कुमार शर्मा – मंत्री

योगेंद्र उपाध्याय – मंत्री

आशीष पटेल – मंत्री

संजय निषाद – मंत्री

राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार

नितिन अग्रवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

कपिल देव अग्रवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

रवींद्र जायसवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

संदीप सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

गुलाब देवी -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

गिरीश चंद्र यादव -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

धर्मवीर प्रजापति -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

असीम अरुण -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

जेपीएस राठौर -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

दयाशंकर सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

नरेंद्र कश्यप -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

दिनेश प्रताप सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

अरुण कुमार सक्सेना -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

राज्यमंत्री

मयंकेश्वर सिंह

दिनेश खटीक

संजीव गोंड

बलदेव सिंह ओलख

अजीत पाल

जसवंत सैनी

रामकेश निषाद

मनोहर लाल मन्नू कोरी

संजय गंगवार

बृजेश सिंह

के पी मलिक

सुरेश राही

सोमेंद्र तोमर

अनूप प्रधान ‘वाल्मीकि’

प्रतिभा शुक्ला

राकेश राठौर गुरु

रजनी तिवारी

सतीश शर्मा

दानिश आजाद अंसारी

विजय लक्ष्मी गौतम

उत्तराखंड को हर संभव मदद करेगा उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से यूपी के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ धर्म सिंह सैनी एवं श्री विजय कश्यप ने भेंट की। उन्होंने जोशीमठ क्षेत्र के रैणी क्षेत्र में आयी आपदा से सम्बन्धित बचाव एवं राहत कार्यों के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री से चर्चा की।

कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आपदा पीड़ितों की सहायता के लिये हरिद्वार में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। वहां पर एडीएम स्तर के अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। कैबिनेट मंत्री ने मुख्यमंत्री को यह भी अवगत कराया कि मुख्यमंत्री योगी ने उत्तराखण्ड सरकार को इस आपदा के संकट पर सहयोग देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यूपी के काफी संख्या में लोग इस क्षेत्र की विद्युत परियोजनाओं में कार्यरत रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी जिलाधिकारियों को अपने जनपद से इस परियोजना में कार्यरत लोगो की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही यूपी के लापता लोगों की सूची एवं फोटो राज्य सरकार को प्रेषित कर दी जायेगी।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी का आभार जताते हुए कहा कि इस आपदा में फसे लोगो को राहत पहुचाने के लिये सभी एजेन्सियों का सराहनीय सहयोग मिल रहा है। उन्होंने बताया कि रैणी से लेकर नदी तटों के सभी स्थलों पर भी व्यापक खोजबीन की जा रही है ताकि लापता लोगों का पता लग सके।

उन्होंने कहा कि इस आपदा में हमें केदारनाथ के अनुभवों का भी लाभ मिल रहा है, यदि लोगो की पहचान हो सके तो ठीक है नही तो उनके डीएनए की जांच कर रिकार्ड सुरक्षित रखने के प्रयास किये जा रहे हैं।

तीर्थयात्रा कर लौटे यूपी सीएम योगी, सीएम सहित भाजपाईयों ने किया विदा

बद्रीनाथ धाम के दर्शन के पश्चात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज उत्तराखंड से विदा ली। इससे पहले उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ केदारनाथ धाम के भी दर्शन किए थे।

आज दोपहर उत्तराखंड के अपने तीन दिवसीय दौरे के समापन पर ब्रदीनाथ धाम के दर्शन कर यूपी सीएम वापस उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हो गए। जौली ग्रांट एयरपोर्ट से लखनऊ के लिए रवाना होने से पूर्व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ ऋषिकेश नगर निगम की मेयर अनिता ममगाई ने उन्हें शुभकामनाएं देकर विदा किया। मेयर ममगाई द्वारा यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और उत्तरप्रदेश के भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव को गंगा जली भी भेंट की गई। मेयर ने जानकारी देते हुए बताया कि विश्व प्रसिद्ध बद्री केदारनाथ के दर्शन कर योगी आदित्यनाथ बेहद खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि भले ही उनकी कर्मस्थली उत्तर प्रदेश हो लेकिन उनकी जड़े जन्मभूमि होने के नाते उत्तराखंड के साथ जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड उत्तर प्रदेश का अभिन्न अंग रहा है। यूपी सरकार की ओर से बड़े भाई की तरह उत्तराखंड के विकास कार्यों में हर संभव सहयोग दिया जायेगा।

बदमाश मुख्तार अंसारी को जेल से बाहर निकालों, नहीं निकालने पर योगी आदित्यनाथ को धमकी

यूपी की जेल में बंद बदमाश मुख्तार अंसारी को न छोड़े जाने पर सीएम योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी मिली है। यह मैसेज 9696755113 नंबर से यूपी 112 के नंबर पर मैसेज भेज कर दी गई। पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय ने बताया कि मैसेज में सीएम के प्रति अभद्र बातें और मुख्तार को जेल से बाहर निकलने की बात लिखी है। धमकी देने वाले ने मैसेज में लिखा था कि मुख्तार को जेल से नहीं छुड़ाया गया तो सरकार मिटा दी जाएगी। बताया कि नंबर ट्रेस कर लिया गया है। जल्द आरोपी गिरफ्त में होंगे।

योगी सरकार का ऐलान, रेप और छेड़खानी करने वालों के पोस्टर सड़क किनारे लगाए जाएंगे

उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पर योगी सरकार सख्त है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध की जांच को आॅपरेशन दुराचारी शुरू करने को कहा है। इसके तहत महिलाओं के खिलाफ अपराध के दोषियों के राज्य की सड़कों, सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर लगाए जाएंगे।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह भी निर्देश दिया है कि महिला पुलिसकर्मियों को ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा जाना चाहिए और उनकी तस्वीरों, नाम को क्राॅसिंग पर लगाया जाए, जिससे उनहें शर्मिदगी महसूस हो। उन्होंने यह भी कहा कि समाज के लोगों को यह पता होना चाहिए कि यह कौन लोग है।

बीट प्रभारी, चैकी व थाना प्रभारी होंगे जिम्मेदारी
सीएम ने यह भी कहा है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित कोई भी घटना होती है, तो संबंधित क्षेत्र का बीट प्रभारी, चैकी प्रभारी, थाना प्रभारी और सर्कल अधिकारी जिम्मेदार होगा।

यूपी सीएम योगी नौकरियों में करने जा रहे बदलाव, नियमित होने से पूर्व होगी संविदा पर तैनाती

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ समूह ख और ग की नई भर्ती में बदलाव करने जा रहे है। बदलाव के अनुसार, नई भर्ती में पांच वर्ष तक संविदा पर ड्यूटी करनी होगी। काम में कोई शिकायत न होने पर पांच वर्ष बाद नियमित नियुक्ति दी जाएगी। हालांकि हर विभाग से सुझाव मांगे जा रहे हैं।

संविदा पर नियुक्ति पाए अभ्यर्थियों का छमाही मूल्यांकन होगा। इसमें नई नौकरी पाने वालों को हर बार 60 प्रतिशत अंक लाना जरूरी होगा। नई व्यवस्था के तहत पांच वर्ष बाद ही नियमित नियुक्ति की जाएगी। वहीं, 60 प्रतिशत से कम अंक पाने वाले सेवा से बाहर होते रहेंगे।