हाथी खाई कराने से ग्रामीणों को मिलेगा लाभ, फसल नुकसान होने से बचेगी

खड़कमाफ श्यामपुर के विस्थापित क्षेत्र में जंगली हाथियों का आतंक बरकरार है, बीते दिनों जंगली हाथी ने कई किसानों की फसल को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग कार्यालय में जाकर विस्थापित क्षेत्र में हाथी खाई खुदाने के लिए आग्रह किया। इस पर वन विभाग ने अब अमल किया है।

वन क्षेत्राधिकारी महेंद्र सिंह ने मौके का निरीक्षण किया और जँगली हाथी से फसल एवं मानवीय सुरक्षा के दृष्टिगत ग्रामीणों के आग्रह पर हाथी खाई खुदान कार्य करवाया। रेंजर के निर्देश पर वन दरोगा स्वयंबर दत्त कंडवाल के पर्यवेक्षण में आबादी क्षेत्र की सीमा पर सवा दो सौ मीटर लंबी हाथी खाई खुदान का कार्य पूरा कर लिया गया है।

आपकों यहां बता दें कि खड़क माफ के खदरी और विस्थापित क्षेत्र में शिवरात्रि के आसपास जँगली हाथी ने उत्पात मचाते हुए किसानों के खेतों में गेहूँ की फसल रौंद डाला था। जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य विनोद जुगलान ने बताया कि फौरी तौर पर हाथी खाई खुदान कराया गया है साथ ही सुरक्षा के स्थाई उपाय के रूप में प्रभावित क्षेत्र के समीप गंगा के तटीय क्षेत्र में अप्रैल माह के बाद तार जाल में पत्थरों से सुरक्षा दीवार खड़ी करने का प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान द्वारा आश्वासन दिया गया है। ग्रामीणों ने एक सप्ताह के भीतर ही हाथी खाई खुदान पर वन विभाग का आभार जताया है।

मौके पर वनबीट अधिकारी राजेश बहुगुणा, वनआरक्षी सुभाष बहुगुणा, विस्थापित क्षेत्र के पूर्व प्रधान हरि सिंह भण्डारी, कृषक विजय पाल सिंह, दर्शन लाल, बसन्त लाल, विजेंद्र सिंह, सुरेश कुमार, शोभती देवी, राम प्यारी, प्रमिला, कमला देवी, ऊषा देवी आदि मौजूद रहे।