जनरल विपिन रावत ने की सीएम से मुलाकात, राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में संचार कनेक्टिविटी पर हुई चर्चा

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के बीच आज मुलाकात हुई। यह मुलाकात राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में संचार कनेक्टिविटी को मजबूत करने व अन्य मुद्दों को लेकर हुई। इसी बीच जनरल रावत ने सीएम को कहा कि कोविड केस बढ़ने पर सेना के अस्पतालों में भी कोविड इलाज किया जाएगा। इससे पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और उनकी पत्नी डा. रश्मि त्यागी रावत ने जनरल को गुलदस्ता व स्मृति चिन्ह देकर उनका स्वागत किया।

उन्होंने सीडीएस बिपिन रावत से यह भी आग्रह किया कि यदि राज्य में इसी तरह कोरोना के मामलों में इजाफा होता रहा तो राज्य सरकार सेना से संसाधन उपलब्ध कराने की अपेक्षा रखेगी। जनरल रावत ने मुख्यमंत्री को पूरा भरोसा दिया और कहा कि सेना हर पल नागरिकों के साथ खड़ी है और जरूरत पड़ने पर सेना के अस्पतालों में भी उनका इलाज कराया जाएगा।

अब कोरोना जांच रिपोर्ट के इंतजार बिना शुरू होगा इलाजा, तीरथ सरकार ने उठाया बड़ा कदम


देहरादून। प्रदेश भर में कोविड मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने नई रणनीति बनाई है। जिन मरीजों में वायरस के लक्षण होंगे उनके लिए रिपोर्ट का इंतजार नहीं किया जाएगा बल्कि दवाई शुरू कर दी जाएंगी।

कोरोना के लक्षण वाले मरीज विभिन्न अस्पतालों में जांच कराने पहुंच रहे हैं। जांच का दबाव बढने से उन्हें जांच रिपोर्ट भी कई दिन में मिल रही है। जांच रिपोर्ट मिलने में हो रही देरी की वजह से इलाज में भी विलम्ब हो रहा है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अब नई पहल की है। इसके तहत जिन मरीजों में लक्षण है उनकी जांच रिपोर्ट का इंतजार नहीं किया जाएगा। ऐसे मरीजों की दवाएं शुरू कर दी जाएंगी।

स्वास्थ्य महानिदेशक डा तृप्ति बहुगुणा ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। सभी जिलों के अधिकारियों को इस बावत आदेश दिये हैं।जिसके तहत लक्षण वाले मरीजों के लिए संबंधित जांच केंद्र पर एक पैकेट मौजूद रहेगा। इस पैकेट में दवाओं के साथ उसे प्रयोग करने की विधि से संबंधित पर्चा होगा। मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग करने, सैनिटाइजेशन व शारीरिक दूरी का पालन करने की भी जानकारी दी जाएगी।

पैकेट में होंगी ये सात दवाएं
– आइवरमेक्टिन
– एजिथ्रोमायसिन
-डोक्सी
-क्रोसिन
-लिम्सी
-जिंकोनिया
– कैलसिरोल सचेट

दवाओं के साथ ये भी सलाह
– दिन में 3-4 लीटर पानी पीएं।
– दिन में कम से कम 3 बार भाप लें।
– 8 घंटे की नींद लें।
– 45 मिनट तक व्यायाम करें।
– समय-समय पर ऑक्सीजन का स्तर चेक करते रहें।

18 प्लस लोगों को कोरोना की वैक्सीन 1 मई से

केंद्र सरकार कोरोना टीकाकरण का तीसरा चरण शुरू करने जा रही है। सरकार के अनुसार एक मई से टीकाकरण का तीसरा चरण शुरू होगा। इसमें 18 वर्ष से ऊपर सभी आयु के लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। डॉक्टरों के साथ आज हुई बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि पिछले एक साल से सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि देश में ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की डोज दी जाए। इसलिए सरकार यह एलान कर रही है कि अब 18 साल से ऊपर सभी लोगों को एक मई से कोरोना का टीका लगाया जाए।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को लिखा पत्र, रखी ये मांग…

देहरादून। बीते कुछ दिनों से कोरोना की बढ़ती रफ्तार के बीच देश-विदेश से आए कुम्भ श्रद्धालुओं और मई माह में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के लिए आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्र से कोविड ट्रेन आईसोलेशन कोचेज उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। इस संबंध में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा है।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि आस्था का महाकेंद्र कुम्भ मेला हरिद्वार में गतिमान है। जबकि मई माह में उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा भी शुरू होने वाली है। जिसके लिए देश-विदेश से तीर्थ यात्री देवभूमि में आएंगे। ऐसे में कुम्भ मेले के श्रद्धालुओं और चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केंद्र से हरिद्वार और ऋषिकेश में आईसोलेशन कोच उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। आइसोलेशन कोच वाली कोविड केयर ट्रेन होने से कोरोना संक्रमण काल में रेलवे मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि देश-दुनिया के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालुओं को उत्तराखंड में सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। तीर्थ यात्रियों को सभी सुविधा उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है।

गौरतलब है कि बीते साल रेल मंत्रालय की ओर से कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई प्रकार की तैयारियां की गई थीं। इसमें सैनिटाइजर निर्माण, मास्क निर्माण, पीपीई किट का निर्माण के साथ ही कोरोना मरीजों के लिए कोविड केयर कोच का निर्माण किया गया था। इन कोविड केयर कोच को पूरे देश के स्टेशनों पर लगाया भी गया था।

बच्ची दा को स्पीकर ने दी श्रद्धांजलि, बोले प्रदेश को हुई अपूरणीय क्षति

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बच्ची सिंह रावत के निधन पर बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय मे श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने स्व. बच्ची सिंह रावत के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा है कि उनके निधन से प्रदेश को अपूर्णीय क्षति हुई है।

श्रद्धांजलि सभा में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के आधार स्तंभ एवं पूर्व विज्ञान और प्रोद्यौगिकी केंद्रीय राज्य मंत्री, अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ क्षेत्र से चार बार के सांसद बच्ची सिंह रावत ने इस देश और प्रदेश की सेवा की है। उन्हें जीवन पर्यंत सादगी, सौम्यता, सरल व्यवहार के कारण जाना जाएगा ।

कहा कि बच्ची सिंह रावत ने जीवन पर्यंत राष्ट्रहित के कार्य में अपना संपूर्ण योगदान दिया उन्होंने अनेक लोगो के जीवन यापन के लिए मार्गदर्शन किया। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

इस अवसर पर रमन रांगड, वरिष्ठ पार्षद शिव कुमार गौतम, राजवीर रावत, महिला मोर्चा की अध्यक्ष रजनी बिष्ट, सरदार कुलवंत सिंह, सरदार प्रीत पाल सिंह, रोशन कुड़ियाला, हरी सिंह, गीता रावत, एके मजूमदार, रोशन थलवाल आदि उपस्थित थे।

इससे पूर्व बच्ची सिंह रावत के निधन पर स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

रक्त की कमी न रहे, स्वैच्छिक रक्तदान कर युवाओं ने दिया संदेश

ऋषिकेश नगर निगम पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट के नेतृत्व में एक लघु रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें 10 युवाओं ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। इस लघु शिविर के लिए पार्षद को डा. आशीष जैन का दिशा निर्देश प्राप्त हुआ।

रक्तदान करने वालों में राहुल शर्मा, विकास अग्रवाल, सोनू कश्यप, बॉबी गुप्ता, शशिकांत भटनागर, विवेक आर्य, शुभम तिवारी, रवि पांडे, अजय कुमार, महेश शर्मा शामिल रहे।

डॉ आशीष जैन ने कहा कि जहां आज वर्तमान समय में कोरोना की दूसरी लहर से संपूर्ण विश्व जूझ रहा है और इसके साथ ही रक्त दाताओं की कमी आना भी स्वाभाविक है। ऋषिकेश में पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट के नेतृत्व में युवाओं के अंदर जोश की कोई कमी नहीं है ऋषिकेश के युवा लगातार रक्तदान के लिए आगे आ रहे हैं जो समाज के लिए काफी हितकारी साबित होंगे।

पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट ने कहा कि वह ऋषिकेश के सभी युवाओं का आभार व्यक्त करता हूं जो निरंतर मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर समाज की सेवा में समर्पित हैं और जरूरतमंदों की रक्तदान कर सेवा कर रहे हैं।

कोविड को देखते हुए एम्स ऋषिकेश ने आरक्षित किए 300 से अधिक बेड


कोविड-19 के तेजी से बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश ने सोमवार को ओपीडी सेवाओं को बंद करने का निर्णय लिया है। मरीजों की सुविधा के लिए संस्थान की ओर से टेलिमेडिसिन सेवाएं शुरू की गई हैं, लिहाजा अब सभी सामान्य रोगों से ग्रसित मरीज टेलिमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से संबंधित चिकित्सकों से जरुरी परामर्श ले सकेंगे। इसके साथ ही कोविड संक्रमण से ग्रसित मरीजों के उपचार के लिए एम्स अस्पताल प्रशासन ने 300 से अधिक बेड आरक्षित किए हैं। बताया गया है कि आवश्कता पड़ने पर इनकी संख्या 500 तक की जाएगी।

कोरोना वायरस से ग्रसित मरीजों की लगातार में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है, जिसके चलते निदेशक प्रो. रवि कांत की देखरेख में एम्स अस्पताल प्रशासन ने कुछ व्यवस्थाओं में बदलाव किया है। जिनके तहत अस्पताल में जनरल ओपीडी को बंद कर, अब टेलिमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से मरीजों को परामर्श दिया जाना शामिल है। इस बाबत एम्स के डीन हॉस्पिटल अफेयर्स प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि तेजी से फैल रहे कोविड संक्रमण को देखते हुए संस्थान में जनरल ओपीडी सेवाएं स्थगित करने का निर्णय लिया गया है।
ऐसे में सामान्य रोगों से ग्रस्त सभी मरीज अब टेलिमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से देखे जाएंगे। जबकि अस्पताल की इमरजेंसी सेवा पूर्व की भांति 24 घंटे जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि लोगों को अनावश्यक परेशानी से बचने के लिए एम्स द्वारा संचालित की जा रही टेलिमेडिसिन ओपीडी सेवाओं का लाभ लेना चाहिए। इससे मरीजों को संबंधित बीमारी के लिए घर बैठे चिकित्सकीय परामर्श भी मिल सकेगा और वह अनावश्यकरूप से घर से बाहर निकलकर कोविड संक्रमण से भी सुरक्षित रह सकेंगे।

कोविड के तीब्र गति से बढ़ते संक्रमण के प्रति आगाह करते हुए कम्युनिटी और फेमिली मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. योगेश बहुरूपी ने बताया कि कोविड की दूसरी लहर पहली लहर से कईगुना अधिक घातक है लिहाजा प्रत्येक व्यक्ति को इसकी गंभीरता को समझना होगा और भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन का शब्दशरू पालन करना होगा।

इसके अलावा हम सभी को अधिकांश समय खासकर सार्वजनिक स्थानों पर हरहाल में मास्क के साथ रहने की आदत भी डालनी होगी। उनके अनुसार कोविड से बचाव का पहला उपाय मास्क का इस्तेमाल ही है। उन्होंने बताया कि आपस में दो गज की दूरी बनाए रखने और वैक्सीन लगवाने से कोविड संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही सुझाव दिया कि शरीर में किसी भी प्रकार के असामान्य लक्षण नजर आने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें।

टेलीमेडिसिन ओपीडी में चित्र में उल्लेखित विभिन्न विभागों द्वारा सेवाएं दी जाएंगी। टेलीमेडिसिन हेल्पलाइन नंबर 1800 180 4278, 7454989545, 9621539863 जारी किए गए हैं।

उत्तराखंडः कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा हेतु सीएम ने बुलाई आपात बैठक, लिए अहम निर्णय

उत्तराखंड में अब शादी समारोह में 200 के बजाए गिनती के 100 लोगों को ही एंट्री मिल सकेगी। 100 से ज्यादा होने की सूचना पर पुलिस आयोजक पर कार्रवाई भी कर सकती है। जी हां, इसी तरह अब मास्क न पहने दिखाई देने पर 200 के बजाए 500 रूपए का चालान कटाना पड़ेगा।

दरअसल, आज कोविड के कारण प्रदेश की आर्थिकी को होने वाले नुकसान को किस प्रकार कम से कम किया जा सकता है, इसकी कार्ययोजना तत्काल बनाने को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने निर्देश दिये हैं कि मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाए। बिना मास्क के घूमने वालों पर जुर्माने की राशि को 200 रूपए से बढ़ाकर 500 रूपए किया जाए। रात्रि कर्फ्यू को सख्ती से लागू किया जाए। शादियों में लोगों की अनुमन्य संख्या को 200 से घटाकर 100 किया जाए। मुख्यमंत्री बीजापुर हाउस में कोविड को लेकर शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे जाकर स्थिति ज्यादा न बिगड़े, इसके लिए वर्तमान में लागू गाईडलाईन का अक्षरशः पालन करवाया जाना है। जो भी इसका उल्लंघन करे, उसके खिलाफ कार्यवाही में किसी प्रकार की ढ़िलाई न बरती जाए। राज्य के बोर्डरों पर आवश्यकतानुसार चेकपोस्ट स्थापित किए जाएं और बिना आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट के किसी को अनुमति न दी जाए। आगे की स्थिति का आंकलन करते हुए उसके अनुसार कोविड अस्पताल बनाए जाएं। अधिक से अधिक टेस्टिंग पर फोकस किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि कोविड के ईलाज के जरूरी दवाईयों की ब्लैकमार्केटिंग न हो। यदि कोई दवा विक्रेता इसमें लिप्त पाया जाए तो तत्काल लाईसेंस निरस्त करते हुए सख्त से सख्त कार्यवही की जाए। कोविड से संबंधित सभी जरूरी उपकरण सरकारी अस्पतालों में उपलब्घ होने चाहिए। दवाईयों की कीमतों पर भी नियंत्रण रखा जाए। जिन जिलों में ज्यादा मामले आ रहे हैं, वहां नोडल अधिकारी तैनात किये जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल चारधाम यात्रा और हेमकुण्ड साहिब की यात्रा पर आने वालों के लिए आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट जरूरी कर दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के बढ़ते मामलों से प्रदेश की आर्थिकी को होने वाले नुकसान को किस प्रकार कम से कम किया जा सकता है, इसकी कार्ययोजना तत्काल बनाई जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनैशन अभियान में भी तेजी लाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि होम आइसोलेशन के लिए जरूरी प्रोटोकॉल का पूरा पालन करवाया जाए। होम आईसोलेशन वालों को जरूरी किट दी जाए और उनसे लगातार सम्पर्क रखा जाए। कोविड केयर सेंटरों को मजबूत किया जाए।

मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि जनजागरूकता बहुत जरूरी है। किन-किन बातों का ध्यान रखा जाना है, इसके बारे में विभिन्न माध्यमों से लोगों को जानकारी दी जाए।

प्रभारी सचिव डॉ. पंकज पाण्डेय ने बताया कि हर जिले में कोविड केयर सेंटर और आईसीयू के बेड बढ़ाने पर काम किया जा रहा है। विशेष तौर पर देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी में बेड की संख्या काफी बढ़ाई जा रही है। बड़े अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों को भी 100-100 बेड की अतिरिक्त क्षमता सृजित करने को कहा गया है। देहरादून, रूड़की व काशीपुर में तीन आक्सीजन जनरेशन प्लांट कार्यरत हैं। इनके अतिरिक्त आठ नए आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए गए हैं। आक्सीजन पर्याप्त उपलब्ध है। सारे आईसीयू सही तरीके से संचालित हैं। नए डाक्टरों की तैनाती हुई है। हर जिले को 20-20 डाक्टर मिल जाएंगे। इसके अतिरिक्त आवश्यकता होने पर मेडिकल छात्रों की सेवाएं प्रशिक्षण देकर ली जा सकती हैं।

बैठक में डीजीपी अशोक कुमार, सचिव अमित नेगी, नितेश झा, शैलेश बगोली, एसए मुरूगेशन, सूचना महानिदेशक रणवीर सिंह चैहान आदि उपस्थित रहे।

हरिद्वार कुंभ के साथ ही अयोध्या में बन रहा भगवान राम का मंदिरः तीरथ सिंह रावत

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार को संस्कार भारती उत्तराखंड एवं रामकृष्ण सेवा समिति द्वारा वर्चुअल आयोजित विचार कुम्भ में प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री ने कुम्भ मंथन दिशाबोध 2021 के अंतर्गत “राममंदिर से राष्ट्रनिर्माण एवं विश्वकल्याण “के ध्येय को लेकर संस्कार भारती उत्तराखंड हरिद्वार में बाल कुम्भ, कवि कुम्भ, विचार कुम्भ और दीप कुम्भ का भव्य आयोजन के लिए बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अद्भुत संयोग है कि हरिद्वार कुम्भ के साथ इसी समय वर्षों के संघर्ष और लाखों रामभक्तों के त्याग एवं बलिदान के पश्चात अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि देश के अग्रणी,प्रखर और मूर्धन्य विद्वानों द्वारा इस विचार कुम्भ में राममंदिर से राष्ट्र निर्माण एवं विश्व कल्याण पर की जा रही परिचर्चा से जो वैचारिक अमृत की प्राप्ति होगी। उससे निश्चित ही समाज का पथप्रदर्शन होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीराम पूरे विश्व के आदर्श हैं। वे करुणा, त्याग और मर्यादा की प्रतिमूर्ति हैं। उन्होने संसार को मानवता के मार्ग पर चलना सिखाया। सनातन धर्म मानवता, विश्व कल्याण और बंधुत्व में विश्वास रखता है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से राष्ट्र निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कोविड की विकट परिस्थितियों में हमें एकजुट होकर अनुशासन का परिचय देना होगा। हरिद्वार कुम्भ के स्नान सभी के सहयोग से आवश्यक सावधानियाँ रखते हुए सफलतापूर्वक सम्पन्न हुए है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रतीकात्मक कुम्भ स्नान के आह्वान में संतों का सहयोग भी मिल रहा है।

इस वर्चुअल परिचर्चा में इन्द्रेश कुमार, डा महेश शर्मा, अमीरचंद सहस्त्रबुद्धि, सुरेश सुयाल, प्रोफेसर महावीर आदि उपस्थित थे।

वीकेंड बंद की तस्वीरों में लौटी 2020 की यादें

शासनादेश के तहत आज से लागू प्रत्येक रविवार को आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी प्रतिष्ठान के बंद की तस्वीरों ने बीते वर्ष 2020 की याद दिला दी। अगर हम 2020 को कोरोना आफ द ईयर कहें तो गलत भी नहीं होगा। वर्ष 2020 में जिस तरह से बाजारों में सन्नाटा, लोगों के बेवजह घूमने, बाहर निकलने पर रोक लगी हुई थी। इसी तरह वीकेंड बंद यानी आज की तस्वीरों ने उन्हीं दिनों की याद ताजा कर दी।

बीते रोज मुख्य सचिव की ओर से राज्य के प्रत्येक जिले में रविवार को बंद की घोषणा के बाद से स्थानीय प्रशासन ने रात्रि में ही अपनी तैयारियां शुरू कर दी। पुलिस की ओर से रात्रि नगर के मुख्य चैराहों पर बेरिकेडिंग लगा दिए गए। वहीं, लोगों में भी जागरूकता देखने को मिली। कुछ एक को छोड़कर लोग बिना आवश्यकता के घर से बाहर नहीं निकले। आज मुनिकीरेती, कैलाश गेट, ढालवाला, तपोवन बैरियर, भद्रकाली बैरियर, त्रिवेणी घाट बाजार, मुखर्जी मार्ग, हरिद्वार मार्ग, देहरादून रोड, रेलवे रोड, तिलक रोड, हीरालाल मार्ग, लक्ष्मणझूला रोड सहित ग्रामीण क्षेत्र, श्यामपुर, रायवाला आदि में बंद का व्यापक असर दिखाई दिया। आवश्यक सेवा जैसे मेडिकल, डेली नीड्स की शाॅप, डेयरी आदि खुली रही।

चप्पे-चप्पे पर पुलिस भी तैनात रही और प्रत्येक आने जाने वाहनों और पैदल राहगीरों से पूछताछ भी करती दिखी। कागजात दिखाने व वाजिब जबाव के बाद पुलिस ने आगे जाने दिया। इसी तरह त्रिवेणी घाट पर भी सन्नाटा रहा। सब्जी मंडियों में भी कोरोना का भय साफ देखने को मिला। पुलिस की अलग-अलग टुकड़ी क्षेत्र में गश्त करती रही।