नगर निगम हल्द्वानी अंतर्गत सड़कों और अन्य निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए शीघ्र ही धनराशि उपलब्ध कराई जाएगीः सीएम

एक दिवसीय हल्द्वानी भ्रमण पर पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एफटीआई सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर लोक निर्माण विभाग,ऊर्जा एवं पेयजल विभाग की समीक्षा की।

उन्होंने हल्द्वानी शहर के सड़क मार्गों के चौड़ीकरण के उपरांत किए जाने वाले सड़क सुधारीकरण, पेयजल व्यवस्था व विद्युत व्यवस्था के कार्यों व परियोजनाओं की जानकारी अधिकारियों से ली। इस दौरान उन्होंने पेयजल विभाग व विद्युत विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की धीमी प्रगति पर अधिकारियों को फटकार लगाई और कहा कि तय समय पर निर्माण कार्य पूर्ण हों, जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा न मिले इसका ध्यान अधिकारी रखें।

समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी वंदना ने हल्द्वानी नगर अंतर्गत संचालित योजनाओं की जानकारी दी। नगर अंतर्गत एडीबी परियोजनान्तर्गत सीवरेज एवं पेयजल लाइन का निर्माण गतिमान है,विभिन्न कार्य पूर्ण हो गए हैं।अनेक कार्यों को पूर्ण करने हेतु शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। अवगत कराया कि 31 सड़कें जो इन कार्यों से क्षतिग्रस्त हो गई थी उनमें सुधारीकरण व डामरीकरण का कार्य होना है,इस हेतु विकास प्राधिकरण से 12.5 करोड़ की धनराशि से कार्य कराए गए अवशेष कार्यों हेतु प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इसके अतिरिक्त लालकुंआ क्षेत्र में जलजीवन मिशन के कार्यों से खुदी हुई सड़कों में डामरीकरण व सुधारीकरण का कार्य प्रारंभ हो गया है।

जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि हल्द्वानी में नमो भवन निर्माण के लिए शासन में टीएसी हेतु प्रस्ताव भेजा गया है।

नगर अंतर्गत नरीमन चौराहा तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य पूर्ण हो गया है उससे आगे रानीबाग, गुलाब घाटी में सड़क चौड़ीकरण व पहाड़ी ट्रीटमेंट का कार्य होना है जिस हेतु प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि आपदा के दौरान देवखड़ी नाले से होने वाली क्षति को कम करने व उसके ट्रीटमेंट हेतु भी शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।

उक्त प्रस्तावों के संबंध में मुख्यमंत्री ने मौके पर से ही सचिव वित्त उत्तराखंड शासन को दूरभाष पर वार्ता कर शीघ्र ही धनराशि आवंटित करने के निर्देश दिए।

बैठक में विभिन्न जनप्रतिनिधियों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में विद्युत विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को अधिक विद्युत बिल देने की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने विद्युत विभाग को तत्काल इन क्षेत्रों में कैम्प लगाकर जनता की समस्याओं का समाधान व निस्तारण करने के निर्देश दिए।

इस दौरान उपस्थित जनप्रतिनिधियों द्वारा जंगली जानवरों विशेष रूप गुलदार के हमले से बचाव हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाए जाने की भी बात रखी,इस संबंध में मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को ऐसे गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाए जाने हेतु तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए।

एक करोड़ की लागत से बने सिटी फॉरेस्ट का सीएम ने किया लोकार्पण

एक करोड की लागत से रामपुर रोड स्थित हल्द्वानी में निर्मित सिटी फारेस्ट (नगर वन) का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने नगर वन में वृक्षारोपण भी किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि नगर में निवासरत लोगों को बेहतर स्वास्थ्य एवं स्वच्छ पर्यावरण उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होने कहा शहर की भागदौड़ के बीच सिटी फारेस्ट एक ऐसा जगह है जहां सकून मिलेगा। सिटी फारेस्ट में लॉन, बैम्बू हट, चिल्ड्रन पार्क, ओपन एयर जिम, पैदल भ्रमण पथ, साईकिलिंग ट्रेल एवं हाथी सैल्फी पाइंट मुख्य आकर्षण का केन्द्र है। सिटी फारेस्ट वन विभाग की 7.5 हेक्टेयर भूमि में स्थापित किया गया है।

सिटी फॉरेस्ट में खैर, शीशम, सागौन, कंजू, अमलतास, यूकेलिप्टस, मौलश्री. छत्यून, बांस, चन्दन, नीम, बेल, पारिजात, पाखड़ आदि वानस्पतिक प्रजातियां हैं। इसके साथ ही नगर वन में बाउण्ड्री वॉल, वृक्षारोपण, लॉन विकास कार्य, चिल्ड्रन पार्क, ओपन जिम, पैदल ट्रेल, रिसेस्प्शन ऐरिया, प्रवेश गेट, पैदल मार्ग, ए०टी०वी० ट्रेल, वाटर टैंक आदि कार्य किया जा रहा है।

सिटी फारेस्ट में कैफेटेरिया, सोविनियर शॉप, वैलनेस ऐरिया, बटरफ्लाई गार्डन, रॉक गार्डन, कैक्टस गार्डन, ट्रेल्स का विस्तारीकरण एवं कैनोपी वॉकवे भविष्य में प्रस्तावित कार्य किये जायेंगे।

केदारनाथ की नवनिर्वाचित विधायिका आशा नौटियाल ने ली शपथ

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण ने विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में केदारनाथ विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक आशा नौटियाल को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, वित्त मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट एवं अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम सारकोट में कृषि विभाग ने 80 प्रतिशत सब्सिडी पर महिला कृषकों को उपलब्ध कराई मोटा अनाज प्रसंस्करण इकाई

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रदत्त निर्देशों के अनुपालन में कृषकों की आजीविका संवर्द्धन एवं रोजगार सृजन हेतु कृषि विभाग, जनपद चमोली द्वारा मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम सारकोट में ज्योति ग्राम संगठन सारकोट को खाद्य फसल एवं मोटा अनाज प्रसंस्करण इकाई वितरित की गयी। जिसमें समूह को आटा चक्की, धान, झंगोरा चक्की एवं मसाला चक्की जिला योजना के माध्यम से 80 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराई गयी है।

महिला कृषकों द्वारा आधुनिक कृषि यंत्रो के माध्यम से क्षेत्र में उत्पादित फसलों का प्रसंस्करण करते हुए विपणन किया जाएगा इससे कृषकों की आय में वृद्धि होगी।

कार्यक्रम में समूह के अध्यक्ष दीपा देवी, समूह कोषाध्यक्ष बैशाखी देवी और अन्य समूह सदस्य तथा विकास खण्ड प्रभारी (कृषि) ललित कुमार उपस्थित थे।

सीएम ने विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के सड़कों एवं पुलों के निर्माण को स्वीकृत की 66.12 करोड की धनराशि

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के सड़कों एवं पुलों के निर्माण हेतु 66.12 करोड की धनराशि स्वीकृत की है। स्वीकृत धनराशि के तहत जनपद नैनीताल के विधानसभा क्षेत्र कालाढूंगी के अंतर्गत पनचक्की चौराहे से कमलुवागांजा 8.200 कि0मी0 लम्बी नहर कवरिंग का कार्य एवं चौफुला चौराहे से कठघरियां चौराहे तक 3.100 किमी, कुल लम्बाई 3.800 किमी तक के निर्माण हेतु 12.45 करोड, विधानसभा क्षेत्र लोहाघाट के अंतर्गत कालसन ठांठा मोटर मार्ग से बनोली सुदर्का, ठांठा मोटर मार्गों का सुधारीकरण का कार्य हेतु 3.46 करोड, जनपद देहरादून के विधानसभा क्षेत्र विकासनगर के लम्बरपुर से लांघा मोटर मार्ग को डेढ़ लेन (5.50 मीटर) से दो लेन (7.00 मीटर) में डी0बी0एम० एवं बी0सी0 द्वारा चौड़ीकरण एवं सुधारीकरण का कार्य हेतु 10.86 करोड, जनपद अल्मोड़ा के विधानसभा क्षेत्र जागेश्वर में पोखरी-बैगनिया व पोखरी बिनवाल हेतु चायखान से बलिया होते हुए सम्पर्क मार्ग के किमी० 01 से 9 में डामरीकरण एवं सुधारीकरण का कार्य हेतु 6.38 करोड की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री द्वारा मुख्यमंत्री घोषणा के तहत जनपद चम्पावत की विधानसभा क्षेत्र चम्पावत में शहीद शिरोमणि चिल्कोटी(गौडी-किमतोली) मोटर मार्ग के सुधारीकरण कार्य हेतु 9.58 करोड, जनपद चंपावत के विधानसभा क्षेत्र चंपावत में टनकपुर के आन्तरिक मार्गों का हॉटमिक्स डी.बी.एम./बी.सी.द्वारा सुधारीकरण कार्य हेतु 5.98 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री द्वारा राज्य योजना के अन्तर्गत जनपद देहरादून के विधानसभा क्षेत्र राजपुर रोड के देहरादून-रायपुर रोड में चूना भट्टा के निकट रिस्पना नदी पर 55 मीटर विस्तार सेतु का निर्माण कार्य हेतु 5.84 करोड, जनपद उधम सिंह नगर के विधानसभा क्षेत्र रूद्रपुर के अन्तर्गत ट्रांजिट कैम्प में झील से चामुण्डा मंदिर तक मार्ग का पुनः निर्माण एवं चौड़ीकरण कार्य (शिवनगर से ट्रांजिट कैम्प मुख्य मार्ग का अवशेष भाग) हेतु 2.2 करोड़, जनपद उधम सिंह नगर के विधानसभा क्षेत्र रूद्रपुर के रूद्रपुर ब्लॉक के अन्तर्गत मुख्य बाजार के मध्य सम्पर्क मार्गों का हॉटमिक्स द्वारा पुनः निर्माण कार्य हेतु 2.82 करोड, जनपद टिहरी गढ़वाल के विधानसभा क्षेत्र धनौल्टी के विकासखण्ड जौनपुर के अन्तर्गत बिलोंदी पुल से फिडोगी-धनौल्टी मोटर मार्ग के कार्य हेतु 3.70 करोड धनराशि की स्वीकृति प्रदान की है। मुख्यमंत्री द्वारा बरोटीवाला-अम्बाड़ी मोटर मार्ग पर 20 मी0 गार्डर ब्रिज के निर्माण हेतु 2.19 करोड धनराशि की स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री द्वारा जनपद उत्तरकाशी के विधानसभा क्षेत्र पुरोला के अन्तर्गत कमल नदी गुन्याटिगांव मोटर मार्ग विस्तारीकरण का कार्य हेतु 4.00 लाख, विधानसभा क्षेत्र पुरोला के वि0ख0 पुरोल के अंतर्गत गुन्याटिगांव के खेल मैदान इण्टर कालेज मंदिर मार्ग तक इण्टरलॉकिंग का निर्माण कार्य हेतु 26.00 लाख की स्वीकृति प्रदान की है।

सीएम ने केदारनाथ में कार्य कर रहे 432 श्रमिकों के लिये ट्रैक सूट, जूते व खाद्य सामग्री का ट्रक किया रवाना

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के आश्रित शिशुओं के लिए प्रदेश में 168 पालना केंद्रों का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने श्रम विभाग एवं कर्मचारी राज्य योजना कार्यालयों को सीएसआर मद से 60 कंप्यूटर का वितरण भी किया। केदारनाथ क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाओं में कार्य कर रहे 432 श्रमिकों के लिए ट्रैक सूट, जूते एवं खाद्य सामग्री के ट्रक को हरी झंडी दिखाकर मुख्यमंत्री ने रवाना किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में हमारी सरकार श्रमिकों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इन प्रयासों से श्रमिकों के जीवन स्तर में सुधार आ रहा है और उनकी सामाजिक स्थिति भी सशक्त हो रही है।

इस अवसर पर विधायक खजानदास, सविता कपूर, श्रमायुक्त दीप्ति सिंह, निदेशक महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास प्रशांत आर्य उपस्थित थे।

शीतलहर से बचाव को सीएम ने स्वीकृत की 1.35 करोड़ की धनराशि

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शीतलहरी के बचाव हेतु अलाव जलाये जाने व कम्बल वितरण हेतु भारत सरकार तथा राज्य सरकार के नियमों/निर्देशों के आलोक में विगत वर्षों की भांति इस वित्तीय वर्ष 2024-25 में भी प्रदेश के समस्त जनपदों में से 12 जनपदों को ₹10.00 लाख प्रति जनपद तथा पौड़ी गढ़वाल को ₹15.00 लाख इस प्रकार कुल धनराशि ₹135.00 लाख (₹ एक करोड़ पैंतीस लाख मात्र) की स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री द्वारा जनपद पिथौरागढ़ के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, अस्कोट का नाम शहीद नायक सैनिक खुशाल सिंह अधिकारी (सेना मेडल) के नाम पर रखे जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी है।

चार धाम शीतकालीन प्रवासः आने वाले श्रद्धालुओं को जीएमवीएन के होटलों में मिलेगी 10 प्रतिशत छूट

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में उच्च स्तरीय बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के शीतकालीन प्रवास स्थलों के लिए यात्रा शुरू की जाए और इसका व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाए। इन शीतकालीन प्रवास स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम के होटलों में रूकने पर किराये में 10 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाए। मुख्यमंत्री अगले सप्ताह शीतकालीन प्रवास स्थलों की यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा भी करेंगे।

मुख्यमंत्री ने देवभूमि उत्तराखण्ड के रजत उत्सव वर्ष में सशक्त उत्तराखण्ड की कार्ययोजना के लिए सभी विभागों को अल्पकालीन और दीर्घकालीन योजनाओं पर कार्य करने के निर्देश दिये थे। इसकी समीक्षा भी मुख्यमंत्री अगले सप्ताह करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लोगों की अपेक्षाओं और आशाओं के अनुरूप राज्य को आगे बढ़ाने में राज्य सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश की देवतुल्य जनता के सहयोग से उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने कि लिए राज्य सरकार द्वारा सभी क्षेत्रों में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क दुर्घटना सुरक्षा नियमावली जल्द बनाई जाए। पुलिस महानिदेशक को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि रात्रिकालीन गश्त बढ़ाई जाए और सड़क सुरक्षा की दृष्टि से सड़कों में पुलिस बल भी बढ़ाया जाए। देवभूमि उत्तराखण्ड को 2025 तक ड्रग्स फ्री राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों को गहन अभियान चलाने के निर्देश दिये हैं। नशीले पदार्थों को बेचने वालों पर नियमित निगरानी रखने और इसमें संलिप्त पाये जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। किराये पर रह रहे बाहरी लोगों का नियमित सत्यापन करने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिये हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जल्द ही जनपदों का भ्रमण और रात्रि प्रवास करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री जनसुनवाई के साथ की विकास कार्यों का निरीक्षण और नगर निकायों और सरकारी कार्यालयों में विभिन्न व्यवस्थाओं और स्वच्छता कार्यों का निरीक्षण भी करेंगे। इसके लिए उन्होंने रोस्टर जारी करने के निर्देश दिये हैं।

बैठक में प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी अंशुमान एवं उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी उपस्थित थे।

मुख्य सचिव से मिले सचिव पशुपालन बीवीआरसी पुरूषोत्तम

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से सचिवालय में सचिव पशुपालन व मत्स्य विभाग डा बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने मुलाक़ात की। सचिव डा बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को हाल ही में उत्तराखंड को मत्स्य पालन के क्षेत्र में हिमालयी और उत्तर पूर्वी राज्यों में प्राप्त हुए सर्वश्रेष्ठ राज्य के पुरस्कार की जानकारी दी।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मत्स्य पालन विभाग तथा मत्स्य पालकों को बधाई देते हुए कहा कि सरकार किसानों और पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए निरंतर कई प्रयास कर रही है। इसके परिणाम अब नजर आने लगे हैं। उत्तराखंड ने पिछले साल 2,600 हेक्टेयर में लगभग 70,000 मीट्रिक टन मछली का उत्पादन किया।

सिल्क्यारा विजय अभियान पुस्तक का राज्यपाल सहित सीएम ने किया विमोचन

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को दून विश्वविद्यालय, देहरादून में आयोजित ‘सिलक्यारा विजय अभियान’ प्रथम वर्षगाँठ एवं 19वाँ राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सम्मेलन-2024 में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने सिल्क्यारा विजय अभियान पुस्तक एंव अन्य पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने सिल्क्यारा रेस्क्यू अभियान पर बनी लघु फिल्म का अवलोकन भी किया।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहा कि यह अभियान राज्य आपदा प्रबंधन क्षमता का उत्कृष्ट उदाहरण है। विश्व के पर्वतीय देशों के लिए यह उदाहरण है कि किस प्रकार से सिलक्यारा टनल में फँसने के बाद किस प्रकार 41 श्रमिकों को बचाव कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया। यह धैर्य, लीडरशिप, कॉर्डिनेशन और अपने संकल्प को पूरा करने का बहुत बड़ा उदाहरण है। पूरे विश्व ने देखा है कि किस 17 देशों के एक्सपर्ट्स 41 फँसे हुए श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने का कार्य जिसमे एक भी श्रमिक को खरोंच तक नहीं आई। उन्होंने कहा कि इस विजय अभियान का डॉक्यूमेंटेशन किया जाना भी एक ऐतिहासिक कार्य है। यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि थी। राज्यपाल ने कहा कि भारतीयों के अंदर जो क्षमता है, जिसे पूरी दुनिया ने कोविड के दौरान भी देखा था। इसके बाद सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों का बचाव कार्य भी इसका एक और उदाहरण है।

राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश को ईश्वर ने बहुत से प्राकृतिक संसाधनों से नवाजा है। अब इनके संरक्षण की जिम्मेदारी भी हमारी है। उन्होंने कहा कि राजभवन में वाटर हार्वेस्टिंग पर कार्य किया जा रहा है, जिसके अच्छे परिणाम दिख रहे हैं। उन्होंने आम जन से अपने आस-पास नौले धारों और प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण का आह्वान किया। राज्यपाल ने कहा कि हमें स्थानीय समुदायों की भागीदारी को भी प्रोत्साहित करना है जल प्रबंधन में ग्राम पंचायतों और नागरिक संगठनों को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमसे आग्रह किया है कि पर्यावरण की रक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि एक पेड़ माँ के नाम लगाकर इस आंदोलन को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि माताओं, बहनों में कुछ भी कर गुजरने की एक अद्भुत क्षमता है। हमें अपनी बहनों को आगे बढ़ाने में उनका साथ देना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते वर्ष सिलक्यारा के सफल बचाव अभियान ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखा था। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और सहयोग से 17 दिनों के अथक प्रयासों से सिलक्यारा टनल में फंसे हुए 41 श्रमिकों को सुरक्षित बचाया गया था। उन्होंने कहा पूरा विश्व और देश के लोग सिल्क्यारा के लिए दुवा कर रहा था। जो अभियान सामूहिक समर्पण और तकनीकी दक्षता की अनुपम मिसाल बना। जिसे अब आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अध्ययन और शोध का विषय भी माना जा रहा है। उन्होंने सिल्क्यारा के सफल रेस्क्यू के एक वर्ष होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सम्मेलन बीते 19 वर्षों से प्रदेश में विज्ञान एवं नवाचार को प्रोत्साहित करने के साथ युवा वैज्ञानिकों को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। ये सम्मेलन शोध पत्रों के प्रस्तुतीकरण, सामाजिक महत्व के शोध, नवाचार और नीतिनिर्धारण जैसे गंभीर विषयों पर चिंतन का मंच भी है। हर वर्ष सम्मेलन में राज्य से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होती है, पिछले तीन वर्षों में हमने ग्रामीण विज्ञान, भारतीय ज्ञान-विज्ञान परंपरा और आपदा प्रबंधन जैसे विषयों पर नवाचार और शोध को प्रोत्साहित किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष सम्मेलन में उत्तराखण्ड में जल एवं प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण जैसे प्रासंगिक और महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा होगी, जो जलवायु परिवर्तन और बढ़ती हुए जनसंख्या को देखते हुए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा हमारा राज्य जल संपदा को संजोए हुए है। उन्होंने कहा इस सम्मेलन में राज्य और देशभर से आए वैज्ञानिकों व शोधकर्ताओं द्वारा जल स्रोतों के संरक्षण और संवर्धन जैसे विषयों पर भी गहन मंथन होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में भारत दशकों से नित नए कीर्तिमान स्थापित करता रहा है। कोरोना वैक्सीन से ब्रह्माण्ड के अबूझ रहस्यों तक, हम भारतीय विज्ञान को नए स्तर पर ले जाने का कार्य निरंतर कर रहे हैं। भारत ने समय समय पर अपनी वैज्ञानिक और बौद्धिक संपदा को सिद्ध करके दिखाया है। भारत के महान खगोलशास्त्री आर्यभट्ट, आचार्य कणाद, आचार्य नागार्जुन, महर्षि सुश्रुत जैसे अनेक लोग, भारत के वो वैज्ञानिक स्तंभ हैं, जिनके सिद्धांतों पर आज का आधुनिक विज्ञान स्थापित है। दुनिया को ज्ञान, विज्ञान और शिक्षा देने का काम भारत ने किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अनेकों कार्य हुए हैं। आज भारत में गुड गवर्नेंस के लिए विज्ञान और तकनीकी का व्यापक उपयोग हो रहा है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से हम उत्तराखण्ड में भी नई प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रहे हैं। देहरादून में देश की पांचवीं साइंस सिटी का निर्माण तेजी से हो रहा है। प्रदेश के प्रत्येक जनपद में साइंस और इनोवेशन सेंटर, लैब्स ऑन व्हील्स, और ैज्म्ड लैब्स के माध्यम से विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत की परिकल्पना में महिलाओं की अहम भूमिका है। मुख्यमंत्री ने सभी विश्वविद्यालयों और संस्थाओं से बालिकाओं को साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आगे बढ़ने हेतु विशेष प्रोत्साहित करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा सरकार, राज्य की भौगोलिक विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए पर्यटन, कृषि और पर्यावरण के लिए उन्नत तकनीकों का उपयोग सुनिश्चित कर रही है। हमारा प्रयास है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से आम लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाया जाए। उन्होंने कहा इस सम्मेलन के सभी सत्रों में मिले सुझावों को प्रदेश सरकार अमल में लाकर प्रदेश के समग्र विकास को गति प्रदान करेगी।

इस अवसर पर सचिव नितेश झा, महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत, कुलपति डॉ. सुरेखा डंगवाल, डॉ विनोद एवं विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ और वैज्ञानिक उपस्थित रहे।