रेडियोथेरेपी की नई तकनीक पर मंथन

ऋषिकेश।
शनिवार को सीआरआई सभागार में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का मुख्य अतिथि डॉ. एसएन सेनापति और सीआरआई के निदेशक डॉ. सुनील सैनी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। कार्यशाला में एम्स दिल्ली, टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुम्बई, पीजीआई चंडीगढ़ और सीएमसी वेल्लौर से आए रेडियोथेरेपी के 90 छात्रों ने भाग लिया। मुख्य वक्ता डॉ. राकेश कपूर, डॉ. विनीता गोयल, डॉ. डीएन शर्मा व डॉ. एम अशरफ ने छात्रों को रेडियोथेरेपी की नई तकनीकी की जानकारी दी। विशेषज्ञों ने बताया कि रेडियोथेरेपी की नई तकनीक इंटेसिव मॉडयूलेटेड रेडियोथेरेपी (आईएमआरटी) डोज द्वारा कैंसर फैलने की गति को धीमा किया जा सकता है।
इंडियन कॉलेज ऑफ रेडिएशन ऑकोलॉजिस्ट के चेयरमैन डॉ. एसएन सेनापति ने किडनी, गॉल ब्लैडर व प्रोस्टेट टैस्टिस कैंसर के इलाज की आधुनिक तकनीक को साझा किया। सीआरआई निदेशक डॉ. सुनील सैनी ने कहा कि कैंसर एक तेजी से फैलने वाली बीमारी के रूप में सामने आ रही है। जिसका मुख्य कारण अनियमित दिनचर्या और खान-पान है। ध्रूमपान, तम्बाकू सेवन और शराब को इसका मुख्य कारण बताया।
समारोह का संचालन कर रही डॉ. मीनू गुप्ता ने बताया कि कैंसर से बचाव के लिए समय-समय पर स्वास्थ्य की जांच जरूरी है। उन्होंने सलाह दी कि पुरुषों को 50 की उम्र के बाद प्रोस्टेट कैंसर के लिए स्पैरिपिक एंटीजन टेस्ट कराना चाहिए। महिलाओं को भी रूटीन हेल्थ चेकअप कराने की सलाह दी। मौके पर डॉ. वाइएस बिष्ट, डॉ. विजेंद्र चैहान, डॉ. मुस्ताख अहमद, डॉ. मीनू गुप्ता, डॉ. विपुल नौटियाल, डॉ. राकेश कपूर व डॉ. मनीष पांडे आदि उपस्थित रहे।