हरीश रावत की पैरवी तो राहुल गांधी से संबंध भी आए काम
प्रदेश अध्यक्ष ने सहसपुर से चुनाव लड़ने की सहमति देकर राह आसान कर दी
ऋषिकेश। दयाशंकर पाण्डेय
विधानसभा चुनाव के लिए हॉट सीट बन चुकी ऋषिकेश से कांग्रेस हाईकमान ने एक बार फिर कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला पर दांव खेला है। हालांकि इस सीट से प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के चुनाव लड़ने के भी कयास लगाये जा रहे थे। सूत्रों के अनुसार हरीश रावत की जोरदार पैरवी और राहुल गांधी से संबंधों के चलते किशोर उपाध्याय ने सहसपुर से चुनाव लड़ने पर सहमति जताकर राजपाल खरोला के लिए टिकट की राह खोल दी।
ऋषिकेश विधानसभा सीट से कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला को एक बार फिर से पार्टी का प्रत्याशी बनाया है। कुछ समय से इस सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के चुनाव लड़ने की खबरें भी आ रही थीं। बताया जा रहा कि सीएम हरीश रावत ने राजपाल खरोला को टिकट देने की जोरदार वकालत की थी। यूथ कांग्रेस के पहले प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए राजपाल खरोला के कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से गहरे संबंध बन गए थे। इसका लाभ उन्हें टिकट की दावेदारी में भी देखने को मिला। इस सीट से पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा सहित पांच से अधिक दावेदार बताए जा रहे थे।
आखिरी चरण में किशोर उपाध्याय के सहसपुर से चुनाव लड़ने पर सहमति जताने पर राजपाल खरोला की दोवदारी मजबूत हो गई। हाईकमान ने खरोला पर ही विश्वास जताते हुए आखिरकार उनके नाम को हरी झंडी दे दी। बताते चलें कि ऋषिकेश सीट से राजपाल खरोला पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी प्रेमचन्द अग्रवाल से सात हजार मतों से हार गए थे। कांग्रेस से बागी उम्मीदवार दीप शर्मा के निर्दलीय चुनाव मैदान में होने से भी कांग्रेस प्रत्याशी को नुकसान उठाना पड़ा था।