राजभवन घेराव को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया मंथन

महानगर कांग्रेस कमेटी ऋषिकेश द्वारा 5 अगस्त को भ्रष्टाचार एवं बेरोजगारी के मुद्दे पर राजभवन का घेराव की तैयारी पूर्ण कर ली गई है। आज महानगर कांग्रेस कमेटी कार्यालय ऋषिकेश में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर एवं प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी करण मेहरा के निर्देशानुसार भ्रष्टाचार, बेरोजगारी एवं ईडी के विरोध स्वरूप राजभवन घेराव के संबंध में एक आवश्यक बैठक आहूत की गई। जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 5 अगस्त के दिन बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने एवं कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु विचार विमर्श किया गया।
बैठक में तय किया गया कि सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष के हाथों को मजबूत करके भ्रष्टाचार एवं बेरोजगारी के विरोध में राजभवन का घेराव करेंगे। एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कि भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार लगातार भ्रष्टाचार में लिप्त होती जा रही है। ईडी का दुरुपयोग करके हमारे सम्मानित राजनेताओं को डरा धमकाने का काम किया जा रहा है जबकि हमारे राजनेता ना तो डरेंगे ना झुकेंगे और इसका जवाब केंद्र सरकार और राज्य सरकार को लगातार प्रदर्शनों के माध्यम से किया जाएगा
नगर अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत ने कहा कि अब वह समय आ गया है कि समस्त कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर ऐसे दोगली सरकार को सत्ता से बाहर फेंकने का काम किया जाएगा अब हमारे कार्यकर्ता किसी भी दबाव में आकर काम करने वाले नहीं हैं हमारे कार्यकर्ता ईट का जवाब पत्थर से देने का काम करेंगे।
इस अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर राय, व्यापार मण्डल अध्यक्ष ललित मोहन मिश्रा, पार्षद राकेश सिंह, युवा कांग्रेस महानगर अध्यक्ष जितेंद्र पाल पाठी, राजेन्द्र जाटव, सरोज देवराडी, उमा ओबरॉय, चंदन सिंह पंवार, मनीष जाटव, कमलेश शर्मा, प्रदीप जैन, योगेश शर्मा, अशोक शर्मा, सोहन लाल चमोली, प्यारे लाल जुगरान, अमित शाह, इमरान सैफी, अभिनव सिंह, मुकेश वकालत आदि मौजूद रहे।

कांग्रेस मनाई शहीद भगत सिंह की जयंती

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहीद सरदार भगत सिंह की जयन्ती पर नगर निगम परिसर में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर जयेन्द्र रमोला ने कहा कि शहीद भगत सिंह ने ही देश के नौजवानों में ऊर्जा का ऐसा गुबार भरा कि विदेशी हुकूमत को इनसे डर लगने लगा। हाथ जोड़कर निवेदन करने की जगह लोहे से लोहा लेने की आग के साथ आजादी की लड़ाई में कूदने वाले भगत सिंह की दिलेरी की कहानियां आज भी हमारे अंदर देशभक्ति की आग जलाती हैं। देश के एक नौजवान क्रांतिकारी को अंग्रेजों ने फांसी की सजा दे दी। लेकिन मरने के बाद भी भगत सिंह मरे नहीं, वह आज भी देश के हर शख्स के हृदय में हैं। हर देशवासी के लिये भगत सिंह एक आदर्श शख्सियत हैं, जिनसे हम सबको सीख लेनी चाहिए।
प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा ने कहा कि जिस देश की आज़ादी के लिये भगत सिंह ने अपने प्राण न्योछावर कर दिये। वहीं आज का अन्नदाता सड़कों पर कई महीनों से आंदोलन कर रहा है, जो कि देश की गद्दी पर बैठे लोगों के लिये शर्मसार करने वाली बात है। हम आज भी शहीद भगत सिंह के बलिदान को सलाम करते हैं और उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं ।
श्रद्धांजलि देने वालों में जितेन्द्र पाल, राकेश सेमवाल, प्रिंस सक्सेना, यश अरोड़ा, आदित्य झा, हिमांशु जाटव, इमरान सैफी, बुरहान अली, नीरज चौहान, जगजीत सिंह, अमरजीत सिंह आदि मौजूद थे ।