मुख्यमंत्री आवास में किसानों ने किया सीएम धामी का आभार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के नेतृत्व में हरिद्वार के किसानों के प्रतिनिधिमण्डलों ने भेंट की। उन्होंने वर्ष 2023-24 के लिए राज्य में गन्ना मूल्य में 20 रुपये प्रति क्विंटल वृद्धि करने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने किसानों के हित में केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर लिये गये निर्णयों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किसानों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। कृषि, बागवानी के क्षेत्र में अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में राज्य सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 2023-24 के लिए गन्ने की अगेती प्रजाति का मूल्य 375 रुपये प्रति क्विंटल और सामान्य प्रजाति का मूल्य 365 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साढ़े नौ साल के कार्यकाल में गरीबों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाई गई हैं। हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाओं का लाभ दिया गया है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी तेजी से कार्य हुए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, उज्ज्वला योजना, गरीब कल्याण अन्न योजना जैसी योजनाएं लोगों के लिए वरदान साबित हुई हैं। राज्य में भी हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की हर समस्या का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष किरन चौधरी, भाजपा के हरिद्वार जिलाध्यक्ष संदीप गोयल, रूड़की जिलाध्यक्ष शोभाराम प्रजापति, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जोगेन्द्र पुण्डीर, गन्ना विकास सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष श्यामवीर सैनी एवं किसानों के प्रतिनिधिमण्डल उपस्थित थे।

शहरों को स्वच्छता रैंकिंग में ऊपर लाने के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनायेंः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में उच्च स्तरीय बैठक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में स्वच्छता अभियान व्यापक स्तर पर चलाया जाए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के प्रति जागरूकता के साथ ही इसके लिए जन सहभागिता भी सुनिश्चित की जाय। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि एक साल के अंदर देहरादून, हरिद्वार, रुद्रपुर, हल्द्वानी और कोटद्वार को स्वच्छता रैंकिंग में ऊपर लाने के लिए सुनियोजित योजना बनाकर कार्य किए जाय। जिन राज्यों में स्वच्छता के लिए अच्छे कार्य हुए हैं, उन राज्यों की बेस्ट प्रैक्टिस को भी अपनाया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में करोड़ों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। यह सुनिश्चित किया जाय कि देवभूमि उत्तराखंड की स्वच्छता का संदेश देश- दुनिया तक जाए। उन्होंने कहा शहरों के सौंदर्यीकरण और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की दिशा में भी निरंतर कार्य किए जाय। उन्होंने कहा कि जन सहभागिता से ही जन सरोकारों से संबंधित अभियान सफल होते हैं, स्वच्छता अभियान में भी जन सहभागिता और सामाजिक संगठनों का पूरा सहयोग लिया जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बुके नहीं बुक की संस्कृति बनाई जाय, विभिन्न कार्यक्रमों और अतिथियों को भेंट करने के लिए बुके के स्थान पर बुक भेंट की जाय। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हर जनपद एवं ब्लॉक में एक-एक लाइब्रेरी बनाई जाय। लाइब्रेरी में जन सामान्य और प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वालों के लिए के लिए उपयोगी पुस्तकों की व्यवस्था की जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने और युवाओं को नशा मुक्त अभियान से जोड़ने के उद्देश्य से स्कूलों में खेल मैदानों को सुदृढ़ करने के लिए शिक्षा विभाग से समन्वय कर विकास प्राधिकरण और नगर निकाय कार्य करें, ताकि शैक्षणिक समय के बाद इन खेल मैदानों का खेल प्रेमियों की सुविधा के लिए बेहतर उपयोग हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी आयोजनों में खाने की बर्बादी न हो, खाने के दुरुपयोग को रोकने के लिए प्रभावी कार्य योजना बनाई जाय। निजी समारोहों में खाने के दुरुपयोग को रोकने के लिए भी जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, एडीजी ए. पी अंशुमन, महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी उपस्थित थे।