रमोला दावा-परिवर्तन के नाम पर कांग्रेस को मिल रहा अपार समर्थन

कांग्रेस प्रत्याशी जयेन्द्र रमोला और कांग्रेस जनों ने नई बस्ती रायवाला, श्यामपुर, 20 बीघा, शिवाजी नगर, बनखंडी, शांति नगर वह अन्य विभिन्न क्षेत्रों में परिवर्तन का नारा देते डोर टू डोर जनसंपर्क कर आम जनमानस से आगामी 14 फरवरी को कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की।
कांग्रेस प्रत्याशी जयेन्द्र रमोला ने दावा किया कि जनता परिवर्तन का मन बना चुकी है प्रदेश में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। रमोला ने कहा कि ऋषिकेश के सभी क्षेत्रों वर्गों से कांग्रेस पार्टी को समर्थन मिल रहा है प्रदेश में पार्टी की सरकार बनने पर ऋषिकेश का विकास करने की बात कही। रमोला ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक केंद्र की योजनाओं को अपनी योजनाएं बता कर लोगों से वोट मांग रहे हैं उन्हें भ्रमित करने का काम कर रहे हैं परंतु जनता जागरूक है वह विधायक से 15 साल में क्षेत्र के लिए किए गए कार्यों का लेखा-जोखा मांग रहे हैं जिसे बताने में वह नाकाम साबित हो रहे हैं, क्षेत्रीय विधायक ने ऋषिकेश की जनता को 15 सालों में विकास के नाम पर ठगने का काम किया है, इस बार ऋषिकेश की जनता उन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार है ऋषिकेश में कांग्रेस जीत की ओर अग्रसर है।
कांग्रेस प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शूरवीर सिंह सजवाण ने कहा कि जनसंपर्क के दौरान कांग्रेस को पूर्ण समर्थन मिल रहा है, आम जनता भाजपा सरकार की नीतियों से परेशान है महंगाई बेरोजगारी चरम पर है उत्तराखंड में परिवर्तन की लहर है, उत्तराखंड की जनता प्रदेश में और ऋषिकेश में परिवर्तन कर कांग्रेस को सेवा करने का अवसर जरूर प्रदान करेगी। 15 साल से सत्ता का सुख भोग रहे स्थानीय विधायक को अब जनता नकार रही है जहां जहां जनसंपर्क के लिए जा रहे हैं लोग उन्हें वापस भगा रहे हैं।
जनसंपर्क के दौरान सविता शर्मा, देवेन्द्र रावत, मुकेश मनोड़ी, मुकेश पांडेय, जयपाल चौहान, विक्रम जेठूरी, दिनेश पंवार, पवन रावत, मनोज चौहान, सरोप सिंह पुंडीर, दीपक रायल, भारत लखेड़ा, संजय रावत, हरीश शर्मा, आलोक ध्यानी, नंदिता अशवल, नरेंद्र कोठारी, अल्का क्षेत्री, दीपा चमोली, निर्मल बेलवाल, वैष्णवी, लक्ष्मी कांत, सुरेंद्र सेमवाल आदि मौजूद रहे।

सजवाण के नाम वापस लेते ही ऋषिकेश विधानसभा के समीकरण बदले

कांग्रेस के बागी प्रत्याशी शूरवीर सिंह सजवाण को मनाने में संगठन कामयाब रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मोहन प्रकाश से वार्ता के बाद सजवाण ने नामांकन वापस ले लिया है। उन्हें प्रदेश संगठन में कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाएगा। उधर, डोईवाला सीट पर भाजपा के दो बागी प्रत्याशियों समेत आठ लोगों ने नामांकन वापस ले लिया है।
सोमवार को कांग्रेस संगठन रूठे पूर्व कैबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण को मनाने में सफल रहा। दोपहर करीब पौने तीन बजे उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को अपना समर्थन दिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मोहन प्रकाश के साथ मंत्रणा के बाद उन्होंने नामांकन वापस लिया। राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि सजवाण को प्रदेश संगठन में कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जायेगा। जबकि सरकार बनने पर उन्हें दायित्व भी दिया जायेगा। उधर, डोईवाला सीट पर भाजपा के बागी प्रत्याशी सौरभ थपलियाल, सुभाष भट्ट दोनों ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। जबकि भाजपा से बागी जितेन्द्र नेगी चुनाव मैदान में है।

मोहन प्रकाश ने सजवाण को कांग्रेस का समर्पित नेता बताया
कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव मोहन प्रकाश ने कहा कि पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण कांग्रेस के समर्पित नेता रहे हैं। सजवाण ने राज्य के एक-एक राजनीतिक कार्यकर्ता के लिये मिसाल पेश की है। उन्होंने युवा चेहरे को मौका दिया है। कहा कि यह विधानसभा के एक प्रत्याशी की लड़ाई नहीं है, बल्कि राज्य के विकास की लड़ाई है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर चुनाव में जुटने का आह्वान किया। शूरवीर सिंह सजवाण ने कहा कि उन्होंने हाईकमान के आदेश का पालन किया है। कहा कि भाजपा के कुशासन को खत्म करने के लिये चुनाव में जुटेंगे। कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी जयेन्द्र रमोला को विजयी बनाकर विधानसभा में भेजेंगे। इससे पहले श्यामपुर स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में लंबे समय तक चली बैठक में चुनाव पर्यवेक्षक मोहन प्रकाश ने हाईकमान से मिले पत्र को कार्यकर्ताओं के सामने पढ़कर सुनाया। हाईकमान से मिले पत्र में शूरवीर सिंह सजवाण को प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष का दायित्व देने का फैसला लिया गया है। उन्हें चुनाव कार्यसमिति में सदस्य भी बनाया गया है। इतना ही नहीं सजवाण को सरकार आने पर सम्मान से नवाजे जाने की भी बात पर्यवेक्षक ने की है।

शूरवीर सिंह सजवाण ने कराया नामांकन, कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ी

कांग्रेस का टिकट ना मिलने से नाराज पूर्व कैबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण ने आज अपना नामाकंन कराया। इससे पूर्व उन्होंने श्यामपुर के एक निजी वेडिंग प्वाइट में अपने समर्थकों से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें आशा ही नही विश्वास है कि कांग्रेस हाईकमान मुझे अधिकृत प्रत्याशी बनायेगा। पत्रकारों के द्वारा पूछे जाने पर कि यह क्या अब मुमकिन है तो उन्होंने कहा कि 2002 के चुनाव में भी पार्टी ने पहले सिंबल किसी और को दिया था लेकिन फिर कांग्रेस ने उन्हें प्रत्याशी घोषित किया। अपने दल बल के साथ नामांकन कराने पहुंचे शूरवीर सिंह सजवाण ने साफ कहा कि उन्हें आम जनता के साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं का पूरा सहयोग और समर्थन मिल रहा है। इस लिए वे नामांकन कराने पहुंचे है।

शूरवीर सिंह सजवाण निर्दलीय नामांकन भरेंगे कल

ऋषिकेश विधानसभा सीट से टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व कैबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। गुरुवार को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र लेकर उन्होंने चुनाव मैदान में उतरने का मन बना लिया है। कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाने वाले सजवाण के निर्दलीय चुनाव लड़ने से ऋषिकेश सीट पर अब समीकरण फिर बदल गए हैं।
पृथक राज्य उत्तराखंड के अस्तित्व में आने के बाद वर्ष 2002 के पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी शूरवीर सिंह सजवाण ने भाजपा प्रत्याशी संदीप गुप्ता को 863 मतों से शिकस्त दी थी। ऋषिकेश सीट से पहले विधायक बने शूरवीर सिंह सजवाण प्रदेश सरकार में सिंचाई मंत्री भी रहे। हालांकि वर्ष 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में सजवाण को हार का सामना करना पड़ा। भाजपा के प्रत्याशी प्रेमचंद अग्रवाल ने 9077 मतों से पराजित किया था। वर्ष 2017 में कांग्रेस के शूरवीर सिंह सजवाण ने दावेदारी नहीं की। लेकिन वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सजवाण ने ऋषिकेश में सक्रियता बढ़ा दी। खुद को ऋषिकेश सीट से कांग्रेस का प्रबल दावेदार मानने लगे। ग्रामीण क्षेत्र श्यामपुर, छिद्दरवाला, साहबनगर, रायवाला में लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं के संपर्क में रहे। दावेदारी प्रस्तुत करने के बाद पार्टी से उन्हें टिकट नहीं मिला। कांग्रेस ने ऋषिकेश सीट से जयेंद्र रमोला को टिकट दिया। इसके बाद से कांग्रेस में बगावत के आसार बन गए हैं। शूरवीर सिंह सजवाण और उनके समर्थक चेहरा बदलने की मांग पर अड़ गए हैं। हंगामे के बाद भी पार्टी की ओर से कार्रवाई नहीं करने पर सजवाण ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया। गुरुवार को शूरवीर सिंह सजवाण के लिए तहसील में नामांकन पत्र लेने पहुंचे समर्थक सोहनलाल रतूड़ी ने बताया कि सजवाण शुक्रवार को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।

कांग्रेस प्रत्याशी रमोला ने शुरु किया डोर टू डोर प्रचार

ऋषिकेश विधानसभा कांग्रेस के प्रत्याशी जयेंद्र रमोला और उनकी टीम द्वारा आज अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर जनसंपर्क कर लोगों से कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की गई। इस दौरान जयेन्द्र रमोला ने कहाकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की टीमें अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर जनसंपर्क कर रही हैं और आम जनमानस से कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील कर रही है।
रमोला ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव के लिए आम जनमानस को प्रलोभन और झूठे वादे कर रही है परंतु जनता समझदार और जागरूक है, इस बार कोई भी उनके झूठे वायदों में नहीं फंसेगा और कांग्रेस को अपना मत देकर एक मजबूत सरकार बनाएंगे।
रमोला ने बताया कि स्थानीय विधायक द्वारा ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी क्षेत्र हो विकास का कार्य शून्य के बराबर हुआ है, क्षेत्रों में काफी समस्या है जिनका हल स्थानीय विधायक द्वारा नहीं किया गया जैसे शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में, सड़क, पानी, बिजली, पानी की निकासी, आवारा पशुओं से फसल के नुकसान जैसी विभिन्न समस्याएं है परंतु स्थानीय विधायक द्वारा इन समस्याओं कभी ध्यान ही नहीं दिया जाता, चुने हुए जनप्रतिनिधि ही आंख बंद करके बैठ जाएंगे तो जनता की सेवा कौन करेगा।
कांग्रेस नेता दीपक जाटव ने कहा कि जनसपंर्क के दौरान आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जिस प्रकार आम जनमानस का कांग्रेस को जनसमर्थन मिल रहा है यह निश्चित ही परिवर्तन की ओर इशारा करता है। इस बार प्रदेश में और ऋषिकेश विधानसभा में जनता भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है। जनता बेरोजगारी, महंगाई से त्रस्त हो चुकी है। सरकार को जनता की मूलभूत समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए था परंतु जन विरोधी भाजपा सरकार उत्तराखंड में अवैध खनन, भ्रष्टाचार में व्यस्त थी। उत्तराखंड में परिवर्तन निश्चित है।
जनसंपर्क के दौरान अजय गर्ग, दीपक नेगी, ललित सक्सेना, नीरज शर्मा, पंकज अरोड़ा, जगजीत सिंह, रमनप्रीत सिंह, विवेक तिवारी, हरिराम उपस्थित रहे।

हरीश रावत के घर पहुंचे अंसतुष्ठ, प्रत्याशी बदलने की मांग

देहरादून से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के घर के बाहर लोगों का बड़ा हुजुम उमड़ा है। ये लोग ऋषिकेश विधानसभा में कांग्रेस का प्रत्याशी घोषित होने से नाराज बताये जा रहे है और टिकट बदलने की मांग कर रहे है।
हमारे संवाददाता ने बताया कि हरीश रावत ने कुछ बड़े नेताओं को घर के अंदर बुलाकर बात भी की। लेकिन ऋषिकेश से आये नेताओं के सुर बदल नही रहे है। करीब 30 से 35 गाड़ियों में भरकर आये ये नेता हाईकमान तक अपनी बात पहुंचाने का रावत पर दबाब बना रहे है। सूत्रों के अनुसार, कल प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव के आने की खबर आ रही है। जिसके बाद कार्यकर्ताओं से बात की जायेगी। खबर लिखे जाने तक सभी कार्यकर्ता हरीश रावत के घर के बाहर डटे हुए थे।

ऋषिकेश में कांग्रेस का प्रत्याशी बदलने की मांग को लेकर कार्यकर्ताओं की बैठक

कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर जबरदस्त अंसतोष सामने आ रहा है। आलम यह है कि दो दावेदार पूर्व कैबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण और कांग्रेस प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला दोनों ही एक मंच पर आये। दोनों ने ही समर्थकों और कार्यकर्ताओं के बीच खुला ऐलान किया कि वह मौजूदा फैसले के खिलाफ पहले राज्य स्तरीय आला नेताओं के पास जाएंगे। उसके बाद केंद्रीय नेतृत्व से गुहार लगाई जाएगी। इसके बाद भी सही निर्णय नहीं हुआ, तो आगे का फैसला लिया जाएगा।
गौरतलब है कि कांग्रेस प्रत्याशियों की दूसरी सूची में ऋषिकेश विधानसभा का टिकट एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला को मिलने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ही दावेदार रहे शूरवीर सिंह सजवाण और राजपाल खरोला के समर्थक असंतुष्ट हैं। दोपहर बाद श्यामपुर स्थित एक वैडिंग प्वाइंट में जुटे कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ ने एक स्वर में इस फैसले का विरोध किया। इस दौरान दो बार कांग्रेस के प्रत्याशी रहे राजपाल खरोला ने कहा कि वह पिछले 15 वर्षों से भाजपा के गढ़ को ध्वस्त करने की कोशिश में जुटे हुए हैं, और आज जब समय आया तो एक ऐसा फैसला किया गया जिससे कांग्रेस को ही नुकसान होने का अंदेशा है। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में अगर कांग्रेस हारी तो इसकी पीड़ा हमारे जैसे कार्यकर्ताओं को होगी। इसलिए हाईकमान को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। खरोला ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व यदि यह कह दे कि उनके इस फैसले से पार्टी की जीत सुनिश्चत है, तो वह कोई सवाल नहीं उठाएंगे। लेकिन पार्टी को एकबार फिर से ताजा सर्वे कराना चाहिए और उसके बाद फैसला लेना चाहिए।
पूर्व काबीना मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण ने कहा कि उन्हें पार्टी नेतृत्व पर भरोसा है कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करेगा। कहा कि वह कार्यकर्ताओं और समर्थकों के मन की बात पहले राज्य और फिर केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचाएंगे। तब भी निर्णय में बदलाव नहीं हुआ तो आगे कदम उठाने पर फिर से विचार करेंगे। वहीं इस मंच पर दोनों ही नेताओं के समर्थकों ने भी पार्टी को अपना फैसला बदलने की अपील की है।