ब्लड डोनेशन कैंप का सीएम ने किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सेवक सदन में आदर्श औद्योगिक स्वायत्तता सहकारिता (मिस्सरवाला) डोईवाला द्वारा ड्रग्स फ्री उत्तराखंड मिशन-2025 के तहत आयोजित ब्लड डोनेशन कैम्प का शुभारम्भ किया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आह्वान किया कि प्रदेश के युवाओं को नशे से बचाने के साथ ही स्वैच्छिक रक्तदान के लिये लोगों को प्रेरित करना समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रक्तदान को महादान की संज्ञा दी गयी है। यह मानव जीवन से जुड़ा विषय है।

मुख्यमंत्री ने बड़ी संख्या में स्वैच्छिक रक्तदान करने वाले युवा रक्तदानदाताओं से मुलाकात भी की तथा उनके इस पुनीत कार्य के लिये उनका उत्साहवर्द्धन करते हुये उनकी प्रशंसा की।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आदर्श औद्योगिक स्वायत्तता सहकारिता संस्था की अध्यक्ष व कार्यक्रम संयोजक आशा कोठारी, सचिव हरीश कोठारी के इस पुनीत प्रयास की सराहना की। दून हॉस्पिटल ब्लड बैंक देहरादून से डॉक्टर शशी उप्रेती, डॉक्टर नितेष गुप्ता के नेतृत्व में टीम ने रक्तदान में सहयोग प्रदान किया।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्वैच्छिक रक्तदानदाता तथा संस्था से जुड़े सैकडो पदाधिकारी उपस्थित थे। इस मौके पर पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष प्रकाश कोठारी, छात्र नेता विनायक नौटियाल, गुरजीत सिंह लाडी, पंकज शर्मा आदि भी उपस्थित थे।

स्वैच्छिक रक्तदान कर मरीजों को जिंदगी बचाने के लिए आगे आएंः स्वास्थ्य सचिव

देहरादून। राज्य में डेंगू और वायरल संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होने के बाद से ब्लड बैंकों में खून की मांग पहले के मुकाबले लगातार बढ़ने लगी है। आम दिनों के मुकाबले ब्लड बैंक में आजकल ज्यादा ब्लड डोनरों की आवश्यकता पड़ रही है। इसी को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार लगातार आम जनमानस से स्वैच्छिक रक्तदान की अपील कर रहे हैं। स्वास्थ्य सचिव का कहना है कि डेंगू और वायरल बुखार के दौरान जिन मरीजों के प्लेटलेट्स कम हो रहे है उन्हें सबसे ज्यादा ब्लड इश्यू किया जा रहा है। इसके कारण ब्लड की मांग लगातार बढ़ रही है। इसलिए हर स्वस्थ्य व्यक्ति को चाहिए कि वह अपने नजदीकी सरकारी ब्लड बैंक में पहुंचकर रक्तदान करे और दूसरों को भी रक्तदान करने के लिए प्रेरित करे।

वहीं इस सबके बीच स्वास्थ्य सचिव ने एक जरूरतमंद मरीज के लिए रक्तदान कर एक नई मिशाल पेश की है। स्वास्थ्य सचिव द्वारा रक्तदान कर संदेश दिया कि रक्तदान कर अन्य लोग भी खून की कमी के चलते जिंदगी की जंग लड़ रहे मरीजों को जिंदगी बचाने के लिए आगे आएं। हम सबको मिलकर इस लड़ाई को लड़ना होगा। आम जनता से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान को आगे आयें। स्वास्थ्य सचिव ने कहा रक्त प्रकृति का एक ऐसा अनुपम उपहार है जो वैैज्ञानिक तकनीकों के जरिये प्रयोगशालाओं में नहीं तैयार किया जा सकता है। ऐसे में रक्तदान करने से ही गंभीर मरीजों के लिए रक्त की कमी को दूर किया जा सकता है।

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा डेंगू से गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों को प्लेटलेट चढ़ाने की जरूरत पड़ रही है। बीमारी के दौरान खून में प्लेटलेट की संख्या 20 हजार से कम होने लगे तो खतरा बढ़ जाता है और आम तौर पर डाक्टर अस्पताल में भर्ती होने का सुझाव देते हैं। ज्यादातर अस्पतालों में ब्लड प्लेटलेट की मांग बहुत बढ़ गई है और उसकी उपलब्धता बहुत कम है। इसकी आपूर्ति के लिए जरूरी है कि हम स्वैच्छिक रक्तदान करें जिससे कि गंभीर रूप से बीमार लोगों की जान बचाई जा सके।

रक्त की कमी न रहे, स्वैच्छिक रक्तदान कर युवाओं ने दिया संदेश

ऋषिकेश नगर निगम पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट के नेतृत्व में एक लघु रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें 10 युवाओं ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। इस लघु शिविर के लिए पार्षद को डा. आशीष जैन का दिशा निर्देश प्राप्त हुआ।

रक्तदान करने वालों में राहुल शर्मा, विकास अग्रवाल, सोनू कश्यप, बॉबी गुप्ता, शशिकांत भटनागर, विवेक आर्य, शुभम तिवारी, रवि पांडे, अजय कुमार, महेश शर्मा शामिल रहे।

डॉ आशीष जैन ने कहा कि जहां आज वर्तमान समय में कोरोना की दूसरी लहर से संपूर्ण विश्व जूझ रहा है और इसके साथ ही रक्त दाताओं की कमी आना भी स्वाभाविक है। ऋषिकेश में पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट के नेतृत्व में युवाओं के अंदर जोश की कोई कमी नहीं है ऋषिकेश के युवा लगातार रक्तदान के लिए आगे आ रहे हैं जो समाज के लिए काफी हितकारी साबित होंगे।

पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट ने कहा कि वह ऋषिकेश के सभी युवाओं का आभार व्यक्त करता हूं जो निरंतर मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर समाज की सेवा में समर्पित हैं और जरूरतमंदों की रक्तदान कर सेवा कर रहे हैं।